रायपुर, 07 दिसंबर । स्मार्ट सिटी की ओर अग्रसर राजधानी रायपुर में काम स्मार्टनेस तरीके से नहीं हो पा रहा है। इसका उदाहरण कई प्रोजेक्ट देखकर आसानी से समझा जा सकता है। शहर में यातायात एक बड़ी समस्या है, इससे निपटने के लिए शहर के प्रमुख चौक-चौराहों में कैमरा लगाया जा रहा है, जो कि वाहन चालकों पर नजर रखने के लिए है। लेकिन यह काम भी अपने तय समय से काफी पीछे चल रहा है।
राजधानी में यातायात की समस्या दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। यातायात विभाग ने इस समस्या से निपटने लगातार कई प्रयोग किया है, लेकिन तमाम प्रयोग विफल ही साबित हुआ। वर्तमान में शहर के प्रमुख चौक-चौराहों में सिग्रल सिस्टम के साथ ही ऑटो कैमरा लगाया जा रहा है। इसके साथ स्पीड गर्वन जैसे यंत्र भी यातायात को व्यवस्थित करने प्रयोग में लाए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक कैमरा लगाने का काम पूरा नहीं हो पाया है। प्रोजेक्ट से जुड़े सूत्रों की माने तो यह काम सितंबर माह में ही पूरा हो जाना था। लेकिन यह काम लगभग 3 माह पीछे हो गया है। शहर के अंदर ही कई स्थानों पर सिग्नल के साथ कैमरा लगाया जाना है। इसके अलावा नया रायपुर क्षेत्र में भी बढ़ते सडक़ हादसों को देखते हुए सिग्रल के साथ इस सिस्टम को इंस्टॉल किया जाना है। लेकिन तालमेल के अभाव में यह काम लगातार पिछड़ता जा रहा है। इधर शहर के अंदर अभी भी बदलाव व्यवस्था के बीच शहर की टै्रफिक चल रही है। यातायात अमला चुनाव समाप्त होने के बाद एक बार फिर से पूरे ताकत के साथ जुर्माना अभियान में जुट गया है। शहर के लगभग सभी प्रमुख चौक-चौराहों में इन दिनों चालानी कार्यवाही जोरशोर से जारी है।