टैरर फंडिंग मामला
श्रीनगर। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने धर्मार्थ कार्यों के वास्ते जुटाए गए धन को ट्रस्ट और एनजीओ द्वारा जम्मू-कश्मीर में 'अलगाववादी गतिविधियों में इस्तेमाल करने के एक मामले में बृहस्पतिवार को कश्मीर घाटी में 9 और दिल्ली में एक स्थान पर छापे मारे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरुवार को जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई उनमें 6 गैर सरकारी संगठन (एनजीओ)-दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष जफर-उल-इस्लाम खान अध्यक्षता वाला चैरिटी अलायंस, अनंतनाग से संचालित शबीर अहमद बाबा की अगुवाई वाला ह्यूमन वेलफेयर फाउंडेशन,जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामिया की अनुषंगी फलाह-ए-आम ट्रस्ट, जेके यतीम फांउडेशन, साल्वेशन मूवमेंट और जेके वॉइस ऑफ विक्टिम्स- शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) और ट्रस्ट के खिलाफ विश्वसनीय सूचना मिलने के बाद 8 अक्टूबर को भारतीय दंड संहिता और गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि ये संगठन तथाकथित दान और कारोबारी योगदान के माध्यम से देश और विदेश से चंदा एकत्र करते हैं और उसका इस्तेमाल जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण में करते हैं। एनआईए ने बुधवार को इसी मामले में कश्मीर और बेंगलुरु के कुछ ठिकानों की तलाशी ली थी और दावा किया था कि इस दौरान उसने दोष साबित करने वाले कई दस्तावेज जब्त किए हैं।