राज्य

06-Dec-2018 12:37:32 pm
Posted Date

लोस चुनाव पूर्व आर्मी की नई ब्रांच में मिलेगा महिलाओं को परमानेंट कमिशन

नई दिल्ली ,06 दिसंबर । लोकसभा चुनाव पूर्व इंडियन आर्मी, आर्मी में करियर बनाने की चाह रखने वाली महिलाओं को सुखद समाचार दे सकती है। सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन (एसएससी) के तहत चयनित हुई महिला अधिकारियों को नई ब्रांच में परमानेंट कमिशन ऑफर किया जाएगा। आर्मी सूत्रों के मुताबिक अगले साल फरवरी से यह लागू होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से इसका ऐलान किया था। लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा था, भारतीय सशस्त्र सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन के माध्यम से नियुक्त महिला अधिकारियों को पुरुष के समकक्ष अधिकारियों की तरह पारदर्शी चयन प्रकिया के जरिए परमानेंट कमिशन की घोषणा करता हूं।
सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले यह लागू कर देने की तैयारी है।
महिलाओं को सेना में परमानेंट कमिशन देने के लिए साइबर-आईटी, इमेज इंटरप्रिटेशन, लैंग्वेज स्पेशलिस्ट, इंफर्मेशन वॉरफेयर ब्रांच ओपन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संसद के आगामी विंटर सेशन के बाद इसके लागू हो जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इसके लिए अलग से कानून बनाने या संसद में प्रस्ताव लाने की जरूरत नहीं होगी, इसके लिए सरकार की तरफ से ऑर्डर जारी किया जाएगा और कई नई ब्रांच महिलाओं के लिए खुल जाएंगी।
अधिकारी ने कहा कि अभी लीगल और एजुकेशन ब्रांच में महिलाओं के लिए परमानेंट कमिशन है और जब यह किया गया था तब यह भी सरकारी ऑर्डर से हो गया था। उन्होंने कहा कि फरवरी तक नई ब्रांच में महिलाओं की परमानेंट कमिशन में एंट्री लागू हो जाने की उम्मीद है। मिलिटरी पुलिस में महिलाओं को लेने का प्रस्ताव भी रक्षा मंत्रालय के पास है। सूत्रों के मुताबिक कई ऐसे मौके आए जब मिलिटरी पुलिस में महिला जवानों की जरूरत महसूस की गई। फिलहाल करीब 100 महिलाओं को लेने का प्रस्ताव है। इन्हें दिल्ली और कमांड हेडच्ॉर्टर में तैनात किया जाएगा और फिर बाद में मिलिटरी पुलिस में महिलाओं को काउंटर इनसरजेंसी एरिया में भी तैनात किया जाएगा। मंत्रालय से प्रस्ताव स्वीकृत होने के बाद यह भी लागू किया जाएगा।
सेना में महिलाओं को परमानेंट कमिशन देने की मांग लंबे समय से चल रही है। अभी एसएससी के तहत सेना में आए पुरुष अधिकारियों को 10 साल पूरे होने पर परमानेंट कमिशन ऑफर किया जाता है। महिला अधिकारियों को सिर्फ लीगल ब्रांच और आर्मी एजुकेशन कोर में ही परमानेंट कमिशन ऑफर किया जाता है। अभी लड़ाकू भूमिका को छोडक़र सभी कॉम्बेट (लड़ाकू) सपॉर्ट आर्म में महिला अधिकारी एसएससी के तहत रिक्रूट की जाती हैं। अभी वह सिगनल, इंजिनियरिंग, इंटेलिजेंस ब्रांच में भी हैं। लेकिन अगर यह 10 साल बाद लीगल या एजुकेशन ब्रांच के अलावा किसी और में परमानेंट कमिशन चाहें तो उनके पास यह ऑप्शन मौजूद नहीं है। लेकिन अब फरवरी से उन्हें यह मिलने की उम्मीद है। परमानेंट कमिशन मिलने के बाद महिला ऑफिसर्स भी पुरुष अधिकारियों के तहत सेना में कॉम्बेट सपॉर्ट आर्म में 54 साल की उम्र तक अपनी सेवाएं दे सकेंगी। अभी आर्मी में करीब 1561 महिला ऑफिसर काम कर रही हैं।

Share On WhatsApp