मामला नेताजी सुभाषचन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर में रेंगिग के बाद भागवत देवांगन की हत्या का
रायपुर। कुछ रसूखदार और राजनीतिक पहुंच रखने वाले सीनियर छात्रों अभिषेक गेमें, सलमान खान, विकास द्विवेदी, अमन गौतम, और शुभम शिंदे, द्वारा भागवत देवांगन का रैगिंग कर शारीरिक और मानसिक प्रताडऩा करते थे। छत्तीसगढ़ीया लोग यहाँ क्यो पढऩे आते हो बोल कर हमेशा रैगिंग के नाम पर मारपीट करते रहते थे। जिसकी सूचना कालेज प्रबंधक और हॉस्टल इंचार्ज डॉ. अरविंद शर्मा को बताने पर भी कोई ध्यान नही दिया। जिसका परिणाम भागवत को मानसिक प्रताडऩा एवं रेङ्क्षगंग का शिकार होकर अपनी जान से हाथ धो कर चुकाना पड़ा। मृतक परिवार ने जब थाना-गढ़ा जिला-जबलपुर में रिपोर्ट करने गये तो थाना स्टॉफ ने कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज करने से इंकार कर दिया। पुलिस प्रशासन के उक्त रवैये के चलते मामला संदिग्ध हो गया है। हॉस्टल इंचार्ज बार-बार भागवत द्वारा आत्महत्या किये जाने की जानकारी देते रहे जबकि पीडि़त छात्र की रेगिंग के दौरान हत्या की गई। नेताजी सुभाषचन्द्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर मध्यप्रदेश में घटित उक्त वारदात सुप्रीम कोर्ट द्वारा रैगिंग के खिलाफ दिये गये निर्देश की खुली अवहेलना है। उक्त मामले में कार्यवाही नहीं होने पर छग देवांगन समाज के अध्यक्ष प्रदीप देवांगन एवं मृतक भागवत के भाई प्रहलाद देवांगन ने बड़ा आंदोलन हत्या की जांच की मांग को लेकर करने का इलान किया है। राज्यपाल को ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान छत्तीसगढ़ देवांगन समाज के सदस्य बड़ी संख्या में राजभवन पहुंचे।