न्याय साक्षी/रायगढ़। लॉक डाउन के दौरान बेवजह घूम रहे लोगों पर पुलिस सख्ती से पेश आती है परंतु ऐसा नहीं है कि इस दौरान घर से बाहर निकला हर व्यक्ति मजे सैर सपाटा के लिए घूम रहा है। पेट्रोलिंग तथा फिक्स पॉइंट में लगे पुलिस के जवान आने-जाने वाले लोगों को तथा गली, मोहल्लों में घूम रहे व्यक्तियों को समझाइश देतें हैं कि घरों में रहें, इस दौरान अनावश्यक बाहर निकले व्यक्तियों पर ही सख्ती की आवश्यकता होती है। ऐसा ही देखने को मिला जब लाक डाउन दौरान सडक़ पर दिखे व्यक्ति से सख्ती से पेश न आकर उसकी परेशानी को समझकर उसे उसके घर पहुंचाया गया। दिनांक 05.04.2020 के दोपहर एक इवेंट से लौट रहे पुसौर श्वङ्कक्र रायनो स्टाफ को पुसौर मेन एक रोड़ किनारे एक वृद्ध व्यक्ति दिखा। आरक्षक ने वाहन को रुकवाया और उस व्यक्ति को बोले कि बाहर क्यों घूम रहे हो, जाओ अपने घर। तब वह व्यक्ति कुछ गड़बड़ आने लगा। जिससे आरक्षकों को लगा कि व्यक्ति दिमागी रूप से कमजोर है और भूखा भी जिसे आरक्षक जगजीवन खूंटे तथा श्वक्रङ्क के चालक सुभाष खूंटे ने बिस्किट और पानी दिए। उसके बाद पूछताछ से पता चला कि वह भटक कर पुसौर आ गया है तथा उसका नाम सम्मेलाल मराठा निवासी हमालपारा खरसिया है। तब आरक्षक ने सेल्फ इवेंट डायल 112 को देकर उसे छोडऩे खरसिया गए, आधे रास्ते मे खरसिया राइनो के आरक्षक रामकृष्ण रात्रे व ईआरवी चालक संदीप दर्शन उसे लेने आ रहे थे। पुसौर राइनो द्वारा खरसिया रायनो को व्यक्ति के घर का पता बताये जिससे खरसिया रायनो स्टाफ उसे हमालपारा खरसिया उसके घर छोड़ आई। उस व्यक्ति घर वालों ने बताया कि वह दिमागी रूप से कमजोर है अचानक घर से निकल गया था जिसे खोजबीन कर रहे थे ।
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