छत्तीसगढ़

16-Jun-2017 1:05:04 pm
Posted Date

डिजिटल बुक बनाने के नाम पर 36 लोगों से 1 करोड़ से अधिक की ठगी

रायपुर। नोबेल को डिजिटल बुक बनाकर रायपुर। नोबेल को डिजिटल बुक बनाकर प्रतिमाह 1 लाख 80 हजार रूपए कमाने का झांसा देकर 36 लोगों से ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में 36 लोगों ने एक राय होकर तीन आरोपियों के खिलाफ राजेन्द्र नगर थाने में लिखित शिकायत किए है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेलीबांधा निवासी प्रार्थी देवराज सिंह सहित अन्य 35 लोगों ने थाने में शिकायत किया कि गुडग़ांव स्थित एपीएस फर्म के जोनल डायरेटर अनिकेत, राजेन्द्र सिंह सलूजा व निखिल प्रकाश ने काफी मात्रा में रद्दी के भाव से नोबेल खरीदा और उसे डिजिटल बुक बनाने के नाम पर विज्ञापन के जरिए लोगों को लुभावना झांसा दिया। आरोपियों ने लोगों से कहा कि आप लोगों को नोबेल के 3 हजार पन्ने को कह्रश्वयूटर में टाईप कर पीडीएफ फाईल बनाकर हम लोगों के पास भेजना है। इस काम को अपने हाथ में लेने के लिए साढ़े 3 लाख रूपए कंपनी में जमा करना होगा। जिसके बाद प्रतिमाह 1 लाख 80 हजार रूपए का काम आपको मिलेगा। यह काम 11 माह तक चलेगा। जिससे प्रार्थी सहित अन्य लोग आरोपियों के झांसे में आ गए और सभी लोगों ने मिलकर कंपनी में कुल 1 करोड़ 22 लाख 50 हजार रूपए जमा किया। जिससे आरोपियों ने सारे पैसे लेकर कंपनी बंद कर फरार हो गए। प्रार्थी की शिकायत पर राजेन्द्र नगर पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। प्रतिमाह 1 लाख 80 हजार रूपए कमाने का झांसा देकर 36 लोगों से ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में 36 लोगों ने एक राय होकर तीन आरोपियों के खिलाफ राजेन्द्र नगर थाने में लिखित शिकायत किए है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तेलीबांधा निवासी प्रार्थी देवराज सिंह सहित अन्य 35 लोगों ने थाने में शिकायत किया कि गुडग़ांव स्थित एपीएस फर्म के जोनल डायरेटर अनिकेत, राजेन्द्र सिंह सलूजा व निखिल प्रकाश ने काफी मात्रा में रद्दी के भाव से नोबेल खरीदा और उसे डिजिटल बुक बनाने के नाम पर विज्ञापन के जरिए लोगों को लुभावना झांसा दिया। आरोपियों ने लोगों से कहा कि आप लोगों को नोबेल के 3 हजार पन्ने को कह्रश्वयूटर में टाईप कर पीडीएफ फाईल बनाकर हम लोगों के पास भेजना है। इस काम को अपने हाथ में लेने के लिए साढ़े 3 लाख रूपए कंपनी में जमा करना होगा। जिसके बाद प्रतिमाह 1 लाख 80 हजार रूपए का काम आपको मिलेगा। यह काम 11 माह तक चलेगा। जिससे प्रार्थी सहित अन्य लोग आरोपियों के झांसे में आ गए और सभी लोगों ने मिलकर कंपनी में कुल 1 करोड़ 22 लाख 50 हजार रूपए जमा किया। जिससे आरोपियों ने सारे पैसे लेकर कंपनी बंद कर फरार हो गए। प्रार्थी की शिकायत पर राजेन्द्र नगर पुलिस ने मामले को जांच में लिया है। 

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