राज्य

02-Dec-2018 11:29:29 am
Posted Date

सीएम योगी पर एसपी नेता के विवादित बोल

बलिया ,02 दिसंबर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को दलित बताया तो विपक्षी दलों को बैठे-बिठाए सत्ता पक्ष को घेरने का मौका मिल गया। हनुमान पर दलित का तमगा लगा तो समुदाय के लोग मंदिर में कब्जा करने भी जा पहुंचे। हद तो तब हो गई कि भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने चढ़ावे पर हक की बात तक कह डाली। सियासत है, जुबान बेकाबू हो चली है। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता नारद राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद पलटवार करते हुए यूपी के सीएम के माता-पिता के डीएनए की जांच की बात कह डाली है।
बलिया में एक कार्यक्रम के दौरान नारद राय ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा, हनुमानजी हों, शंकरजी हों, शिवजी हों...सभी हमारे आराध्य हैं। आराध्य को जाति की सीमा में, जातिसूचक शब्दों से सम्मानित करना, अपमानित करना यह भारतीय जनता पार्टी का रोजगार है। पहले योगीजी को अपनी जाति के बारे में अच्छे से जानना चाहिए, अपनी मां से पूछना चाहिए, अपने बाप से पूछना चाहिए...हम डीएनए टेस्ट कराएंगे तब हनुमानजी पर बहस करेंगे।
सीएम की मां बता सकती हैं कि उनकी जाति क्या है, गोत्र क्या है 
एसपी नेता नारद राय इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने कहा, योगीजी पहले बताएं, अपने मां-अपने बाप...मां-बाप ही बताएंगे कि किस जाति के हो....सबसे बढिय़ा उनकी मां ही बता सकती हैं कि वह किस जाति की हैं, उनका गोत्र क्या है, वह किस कुल के रहने वाले हैं। जब आपके माध्यम से वह बता देंगे तो फिर मैं डीएनए टेस्ट कराऊंगा कि उनकी मां जो बताई हैं, उनके बाप जो बताएं हैं वही सही है या गलत है..तब जाकर बात आगे बढ़ेगी। 
कैकेयी, सुमित्रा, कौशल्या को एक दिन में ही कैसे हुए चार बच्चे? 
इसके बाद नारद राय ने कहा, मैं देवी-देवताओं पर कोई बहस नहीं करना चाहता क्योंकि विनाशकाले विपरीत बुद्धि। भारतीय जनता पार्टी का विनाश नाच रहा है, इसीलिए वह भगवान पर भी आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। सीताजी को इन्होंने टेस्टट्यूब बेबी कह दिया था। हम तो अवतार मानते हैं। दशरथजी के जो चार बच्चे हुए थे, मोदीजी पूछ सकते हैं कि कैकेयी, सुमित्रा और कौशल्या को एक साथ बच्चे कैसे हुए थे। हम लोगों के तो भगवान हैं।
सीएम योगी को नारद राय ने कहा रिफ्यूजी 
नारद राय ने यह भी कहा, हम प्रार्थना करते हैं कि धरती पर रहने वाले सभी लोगों को सदबुद्धि दें, सौहार्द बनाकर रहें, बांटने का काम न करें। जो बांटने का काम कर रहा है, जो जाति की बात कर रहा है वह अपनी जाति को परख ले कि किस जाति का है, कहां का रहने वाला है। रिफ्यूजी है, उत्तर प्रदेश का रहने वाला नहीं है।

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