नई दिल्ली ,01 दिसंबर । प्याज की लगातार बढ़ती कीमतों से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। जानकारों का कहना है कि 15 जनवरी के बाद गुजरात और नासिक से प्याज की नई फसल आने के बाद ही प्याज की कीमतों से राहत मिल सकती है। फिलहाल अलवर से प्याज की आवक हो रही है।
प्याज विक्रेताओं के मुताबिक अलवर में भी प्याज का सीजन खत्म होने को है। आगामी एक सप्ताह में अलवर से आने वाली प्याज की आवक में कमी होने संभावना है। इससे प्याज की कीमत और बढ़ सकती है।
एक हफ्ते बाद और कम होगी सप्लाई!
ओनियन ट्रेडर्स असोसिएशन आजादपुर मंडी के सेक्रटरी श्रीकांत मिश्रा ने बताया कि आजादपुर मंडी में पहले प्याज की आवक रोजाना 4-5 हजार मीट्रिक टन थी, जो घटकर अब 2 हजार मीट्रिक टन रह गई है। बीते दिनों नासिक और गुजरात में लगातार बारिश से प्याज की फसल खराब हो गई। डिमांड के मुकाबले प्याज की आपूर्ति काफी कम है। फिलहाल अलवर से ही प्याज की आपूर्ति हो रही है लेकिन यहां प्याज का सीजन खत्म होने के कगार है। ऐसे में आगामी एक सप्ताह के बाद यहां से आने वाली प्याज में कमी देखने को मिलेगी।
डेढ़ महीने बाद राहत की उम्मीद
नासिक और गुजरात की नई फसल आने में अभी करीब डेढ़ महीने का समय है। 15 जनवरी के बाद ही प्याज की बढ़ी कीमतों से राहत मिलने की उम्मीद है। लोगों का कहना है कि प्याज की लगातार बढ़ रही कीमत के कारण पहले के मुकाबले अब सब्जियों में प्याज का इस्तेमाल कम कर रहे हैं।
वाराणसी में लोन पर मिल रहा प्याज
राजनीतिक पार्टियां तरह-तरह से महंगी प्याज के विरोध में सत्ता पक्ष पर निशाना साध रही हैं। ऐसा ही कुछ मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सामने आया है। यहां लोन पर प्याज दिया जा रहा है। हालांकि, लोन पर प्याज लेने के लिए आपको अपना आधार कार्ड गिरवी रखना होगा।
पटना में हेलमेट पहन बेच रहे प्याज
प्याज की महंगाई के बीच बिहार की राजधानी पटना में अनोखा नजारा दिखा। यहां हेलमेट लगाकर कर्मचारी प्याज बेच रहे हैं। दरअसल, सस्ती प्याज लेने के लिए भीड़ इतनी बेकाबू हो रही है कि कई जगह झड़पें हो चुकी हैं, आरा में तो पत्थरबाजी तक हो चुकी है।