Posted Date
नयी दिल्ली,17 नवंबर । उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने औद्योगिक नीति का शुरुआती मसौदा तैयार किया है। इसमें विनिर्माण क्षेत्र में मूल्यवर्धन को 2025 तक 1,000 अरब डॉलर पर पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। इस नीति के तहत वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी कारोबारी उपक्रम बनाने की है जो रोजगार का सृजन करने वाला और सतत जीवनयापन को प्रोत्साहन देने वाला है। अधिकारी ने कहा कि इस नीति का मकसद नवोन्मेषण, प्रौद्योगिकी, वित्तीय दृष्टि से व्यावहारिक और पर्यावरण अनुकूल उद्योग को आगे बढ़ाना है जिसका लाभ समाज के सभी वर्गों को साझा किया जा सके। नीति के शुरुआती मसौदे को विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के पास उनकी राय लेने के लिए भेजा गया है। अधिकारी ने कहा कि यह नीति कुशल भारत मिशन के साथ मिलकर काम करेगी जिससे भविष्य के कार्यबल की रोजगारोन्मुखता बढ़ाई जा सकेगी। साथ ही यह नीति विदेश व्यापार नीति के साथ चलेगी जिससे वैश्विक स्तर पर वस्तुओं के निर्यात में भारत का हिस्सा बढ़ाया जा सके।
Share On WhatsApp