० पुन्नी मेला आज से
रायपुर, 23 नवंबर । प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गुरूनानक देव का 585वां प्रकाश पर्व आज धूमधाम से मनाया जा रहा है। सिक्ख एवं सिंधु समाज के भक्तों द्वारा सुबह से ही गुरू ग्रंथ साहिब के दर्शन के लिए स्टेशन रोड गुरूद्वारा, टाटीबंध गुरूद्वारा, तेलीबांधा गुरूद्वारा, श्याम नगर गुरूद्वारा, शंकर नगर गुरूद्वारा एवं अनेक गुरूद्वारों में भक्तों की कतार लगी हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त गुरूद्वारों में इस वर्ष भी अमृतसर से गुरू ग्रंथी गुरूद्वारों में पहुंचकर गुरूवाणी का पाठ कर रहे हैं। साथ ही संकीर्तन का कार्यक्रम भी जारी है। गुरूद्वारों में गुरू प्रसाद के लिए लंगरों का आयोजन दोपहर 12 बजे के बाद आयोजित किया गया है। लाखेनगर गुरूद्वारा में लंगर के आयोजन में स्थानीय लोगों की बड़ी संख्या में शामिल होने की जानकारी मिली है।
ज्ञातव्य है कि आज से 585 वीं वर्ष पूर्व अविभाजित भारत के ननकाना साहिब में गुरूनानक देव का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था। मानव समाज में एकता का भाव जगाने वाले गुरूनानक देव ने तत्कालीन समाज में फैली विसंगतियों पर गुरूवाणी के जरिए करारा प्रहार किया था। हिंदू धर्म की रक्षा के लिए गुरूनानक देव ने अपने प्राणों की आहूति देकर समृद्ध समाज की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आज से महादेव घाट में त्रिदिवसीय पुन्नी मेले का आयोजन किया जा रहा है। देश की प्राचीन संस्कृति के अनुसार मेले मड़ई का आयोजन जहां दुख सुख बांटने का जरिया होता है वहीं पर छोटे बच्चों के लिए मनोरंजानार्थ झूले, खिलौने एवं विभिन्न प्रकार के पारंपरिक पकवानों का आनंद मेले की शान में चार चांद लगाता है।