0-आरबीआई गवर्नर ने कहा
नईदिल्ली,19 अगस्त । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने देश की आर्थिक रफ्तार को लेकर उभर रही चिंताओं को दूर करने पर के लिए कई कदम उठाए जाने का ऐलान किया. दास ने कहा, इकोनॉमिक ग्रोथ इस समय हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है. हर नीति-निर्माता इसे लेकर चिंतित है. उन्होंने कहा कि वित्तीय स्थिरता के मुद्दों पर फोकस अहम है, क्योंकि लॉन्ग टर्म ग्रोथ सिर्फ वित्तीय स्थिरता पर निर्भर है. इसलिए फाइनेंशियल सेक्टर में वित्तीय स्थिरता जरूरी है.
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने यह भी कहा कि दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता में संशोधन सार्वजनिक बैंकों की मदद करेगा. बैंक सरकार पर निर्भर होने के बजाए बाजार से पूंजी लेने में सक्षम होंगे. दास ने कहा कि रिजर्व बैंक कुछ नियमों की समीक्षा कर रहा है. राष्ट्रीय आवास बैंक की ओर से पेश सभी नियम आवास वित्त कंपनियों के लिए जारी रहेंगे.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि भारत में इस समय बैंकिंग सेक्टर के सामने चुनौतियां हैं. उम्मीद से कम ग्रोथ बड़ी इकोनॉमी में स्लोडाउन का संकेत है. जो ग्लोबल फाइनेंशियल वित्तीय स्थिरता के लिए जोखिम भरा है.
इसके साथ ही आरबीआई के गवर्नर ने सार्वजनिक बैंकों में कंपनी संचालन की तत्काल समीक्षा का आह्वान किया और ज्यादा से ज्यादा बैकों के रेपो आधारित ऋण की ओर बढऩे की उम्मीद जताई.