रायगढ़। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश मरकाम व पुलिस अनुविभागीय अधिकारी खरसिया प्रभात कुमार पटेल के मार्गदर्शन पर खरसिया क्षेत्र में प्रशिक्षु आईपीएस/थाना प्रभारी खरसिया आकाश श्रीश्रीमाल के नेतृत्व में पुलिस ने डीजल के अवैध भंडारण की सूचना पर एक और कार्रवाई की गई है।
जानकारी के मुताबिक कल प्रशिक्षु आईपीएस आकाश श्रीश्रीमाल को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम छोटे देवगांव का लक्ष्मी गुप्ता द्वारा एनएच 49 के किनारे अपने निर्माणाधीन मकान पर भारी वाहन चालकों से कम दामों में डीजल खरीद कर बिना लाइसेंस भंडारण कर अवैध रूप से बिक्री किया जाता है। सूचना पर तत्काल खरसिया पुलिस की टीम द्वारा मुखबीर के बताए स्थान ग्राम छोटे देवगांव एनएच 49 रोड किनारे संदेही लक्ष्मी गुप्ता के निर्माणाधीन मकान पर रेड कार्यवाही किया गया। रेड कार्रवाई में संदेही लक्ष्मी गुप्ता के घर से पुलिस ने गवाहों के समक्ष 35, 25 और 20 लीटर क्षमता वाले जरकिन में कुल 250 लीटर डीजल (रु.21.600) व एक खाली जरीकेन एवं प्लास्टिक का बडा चाडी जप्त किया गया।
आरोपी लक्ष्मी गुप्ता पिता संतराम गुप्ता उम्र 43 साल निवासी छोटे देवगांव थाना खरसिया द्वारा आवश्यक एवं ज्वलनशील पदार्थ डीजल का उपेक्षापूर्ण भंडारण और बिक्री करने के कृत्य पर आरोपी के विरुद्ध थाना खरसिया मे अपराध क्रमांक 323/2024 धारा 285 आईपीसी 3,7 आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कार्यवाही किया गया है। विदित हो कि इसके पूर्व 18 मई को खरसिया पुलिस द्वारा डीजल के अवैध भंडारण कर ब्रिकी करने वाले दो आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही की गई थी। कल ग्राम छोटे देवगांव पर कार्यवाही में उपनिरीक्षक ऐनु कुमार देवांगन, सहायक उप निरीक्षक राजेश कुमार दर्शन, आरक्षक योगेश साहू, हेमलाल सिदार और सत्या नारायण सिदार की अहम भूमिका रही है।
रायगढ़। विकासखंड पुसौर अंतर्गत संकुल बड़े हरदी के सभी स्कूलों में समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। बच्चों में इस कैंप के प्रति भारी उत्साह देखा गया है। प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय बड़े हरदी, झुलनपाली के बच्चे भाग ले रहे है इस समर कैंप में बच्चों की मानसिकता एवं उनके कार्य शैली के आधार पर उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए बच्चों को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सिखाया जा रहा है। जिससे उनके सर्वांगीण विकास में मदद मिलेगा। यह समर कैंप सुबह 7 से 9.30 बजे तक संचालित हो रहा है, जो कि जिले के निर्देशानुसार 20 मई से 30 मई 2024 तक संचालित हो रहा है।
समर कैम्प में योग, शारीरिक शिक्षा, पुस्तक वाचन, सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ प्रति दिवस अलग-अलग गतिविधियों जैसे कविता, मेहंदी लगाना, नृत्य, गायन, वेशभूषा, ड्राइंग, पेंटिंग, चित्रकला, रंगोली, स्पोकन इंग्लिश, स्वास्थ्य, स्वच्छता, हस्त लेखन, गणितीय गतिविधियों के द्वारा कैंप को आकर्षक और उपयोगी बनाया जा रहा है। संकुल के सभी शिक्षक विकासखंड शिक्षा अधिकारी दिनेश पटेल एवं संकुल समन्वयक शान्तनु पंडा के नेतृत्व में विशेष रुचि ले रहे हैं। इस तरह ग्रीष्मकालीन अवकाश का शिक्षक प्रवीण गुप्ता, अदिती सिदार, मंजू देवी पटेल, अनुपमा साव, घनश्याम गुप्ता, कमलेश्वर पटेल द्वारा समर कैम्प का सदुपयोग किया जा रहा है।
कैंप में विभिन्न स्कूलों के लाभान्वित छात्र-छात्राओं में माध्यमिक शाला बड़े हरदी से नेहा चौहान, लतिका साव, भूमिका साव माही चौहान, मनीष साव, सुनयना निषाद राजेश साव, उमा चौहान, सिद्धि चौहान, प्रियांशु चौहान प्राथमिक शाला बड़े हरदी से आलिया सिदार, लीना साव, नैतिक साव, श्रिया यादव, ईश्वर यादव, नीलिमा चौहान, आर्यन यादव, आदित्य निषाद, नमन साव, खिरोज़ यादव, श्रुति यादव, सुब्रत यादव, रौशनी चौहान, होशराम यादव, आयशा सारथी, वर्षा चौहान, भरत लाल साव एवं प्राथमिक शाला झूलनपाली से देवनारायण साव, मनीष पाव, अमन साव, सुमंत साव शामिल है।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। लोकसभा सीट जांजगीर चांपा और रायगढ़ अंतर्गत आने वाले सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के सारंगढ़ विधानसभा और बिलाईगढ़ विधानसभा का मतगणना 4 जून 2024 को किया जाएगा। दोनों विधानसभा के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने मतगणना ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। इसके अनुसार विधानसभा क्रमांक 43 बिलाईगढ़ के लिए मतगणना ऑब्जर्वर जी स्रीनी नियुक्त हैं। इसी प्रकार सारंगढ़ विधानसभा क्रमांक 17 के लिए मतगणना ऑब्जर्वर रमेश कोलार नियुक्त हैं।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। जिले के ऐसे नागरिक जिनके राशन कार्ड नहीं बने वो संबंधित ग्राम, वार्ड, जनपद, नगर पंचायत और नगरपालिका से संपर्क कर अपना राशन कार्ड बनवा सकते हैं। इसी प्रकार अपने नजदीकी शासकीय उचित मूल्य दुकान के दुकानदार से भी संपर्क कर सकते हैं।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। जिले में गैस सिलेंडर कनेक्शन धारियों का ई-केवाईसी किया जा रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के ऑयल कम्पनियों इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन तथा हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन ने अपने सभी एलपीजी ग्राहकों से निवेदन किया है कि वे अपने गैस कनेक्शन का बायोमेट्रिक ई-केवाईसी करवा लेवें, ताकि आगे गैस रिफिल करवाने के लिए किसी प्रकार की समस्या न हो। जिस घर में जिनके नाम से गैस सिलेण्डर है, उन्हे सम्बंधित गैस एजेंसी में उपस्थित होकर बताना होगा कि सिलेण्डर प्राप्त करने वाला व्यक्ति वही है। इसकी पुष्टि के लिए एलपीजी उपभोक्ता से उनका आधार कार्ड मंगवाया जा रहा है। गैस एजेंसियों को ई-केवायसी के लिए मशीन दी गई है जिससे उन लोगों को अंगूठे का निशान लगाना है, जिनके नाम से गैस कनेक्शन है। इसके अलावा सुरक्षा जांच का अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत जो कनेक्शन पुराने हो चुके हैं उन ग्राहकों को सिलेण्डर से लगी हुई सुरक्षा नली बदलने की सलाह दी जा रही है। सुरक्षा जांच के सत्यापन के लिए ग्राहक के गैस कनेक्शन से जुड़े हुए मोबाईल नंबर पर कंपनी द्वारा ओटीपी भेजा जाएगा।
रायपुर। छत्तीसगढ़ की सडक़ों पर खुले में घूमने वाले गोवंशों की सुरक्षा और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए साय सरकार प्रदेश में गौवंश अभ्यारण्य योजना ले कर आ रही है। सीएम विष्णु देव साय ने अधिकारियों को इस संदर्भ में कार्ययोजना बनाने के आवश्यक निर्देश दिए हैं।
राज्य में पशुधन विकास विभाग, पंचायत, राजस्व और वन विभाग के समन्वय से गौवंश अभ्यारण्य संचालित करने की योजना है। इस योजना के क्रियान्वयन से सडक़ों पर भूखे-प्यासे भटकने वाले गोवंशों को ना केवल नियमित आहार मिल सकेगा। साथ ही उनकी उचित देखभाल और चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध होगी। गौवंश अभ्यारण्य पशुधन के लिए उचित रहवासी वातावरण से परिपूर्ण होगा।
सडक़ हादसों का बनते हैं कारण
उल्लेखनीय है कि, सडक़ों पर घूम रहे स्वामी विहीन पशुधन न केवल यातायात के लिए बाधा बन रहे हैं। आए दिन दुर्घटनाओं का कारण भी बनते हैं। भूख से बेहाल पशुधन द्वारा कूड़ा-कचरा और प्लास्टिक खाने से उनके स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। गौवंश अभ्यारण्य योजना इसे रोकने की दिशा में सकारात्मक कदम साबित होगी।
अधिकारियों को गोवंशों अभ्यारण्य की रूप रेखा बनाने के दिए निर्देश
इसको लेकर सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि, ठोस कार्ययोजना के माध्यम से भ्रष्टाचार मुक्त, सेवा, सुरक्षा और संवर्धन का ध्येय वाक्य ले कर प्रदेश में स्वामी विहीन पशुधन के लिए गोवंशों अभ्यारण्य की रूप रेखा बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। प्रस्तावित योजना लागू होने पर ना केवल सडक़ों पर भूखे-प्यासे भटकने वाले गोवंशों को नियमित आहार, देखभाल और चिकित्सकीय सुविधा मिलेगी और दुर्घटनाओं पर भी लगाम लगेगी।