छत्तीसगढ़

डोंगीतराई में संकुल स्तरीय समर कैंप आयोजित, स्कूली बच्चों के साथ पालक भी हुए शामिल
Posted Date : 27-May-2024 9:20:18 pm

डोंगीतराई में संकुल स्तरीय समर कैंप आयोजित, स्कूली बच्चों के साथ पालक भी हुए शामिल

रायगढ़।  जिले के सभी शासकीय शालाओं में 20 मई से समर कैम्प संचालित किया जा रहा है। इसी कड़ी में संकुल केंद्र डोंगीतराई विकास खंड रायगढ़ में संकुल स्तरीय समर कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व निर्धारित समय सारणी अनुसार संकुल डोंगीतराई के सभी 10 स्कूलों के शिक्षक, विद्यार्थी एवं पालक शामिल हुए। प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला के बच्चियोंं ने स्वागत रंगोली बनाई। कार्यक्रम की शुरुआत मां शारदे के पूजन वंदना से किया गया। आज के गतिविधियों के लिए सभी स्कूलों से टीचर्स के ग्रुप को प्रभारी बनाकर एक्टिविटीज आयोजित कराई गई। अंत मे मिट्टी के खिलौने का स्कूल वार प्रदर्शन कराया गया। इस अवसर पर स्कूली बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम गायन एवं डांस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन प्रेमा पटेल सहायक शिक्षक डोंगीतराई द्वारा किया गया। सुबह से ही सभी 10 शालाओं के गुरुजनों की शत-प्रतिशत उपस्थिति रही। सभी स्कूलों का प्रदर्शन बेहतरीन रहा, प्रतिभागी समस्त बच्चों को संकुल की ओर से सहभागिता एवं कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सहभागिता प्रमाण पत्र संकुल की ओर से दिया गया। प्रतिभागियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। इस दौरान संकुल प्राचार्य आर.एन.सिंह, संकुल शैक्षिक समन्वयक वीरेन्द्र कुमार चौहान एवं एन नायक प्रधान पाठक मा.शा.डोंगीतराई ने बच्चों को संबोधित किया। सकारात्मक सोच के साथ जीवन में आगे बढऩे की बात कही।
इस अवसर पर संकुल शैक्षिक समन्वयक वीरेन्द्र चौहान, व्याख्याता सीपी पटेल, आर के पटेल, डीडी पटेल, ममता उरांव, चक्रधर पटेल, अनिल सिंह, प्रेमलाल साव, मोहित पटेल, पुष्पा ठाकुर, लीलाधर देवांगन, श्याम कुमार सिदार, हुलस राम चौहान, आर के पटेल, सविता पटेल, गिरीत राम सिदार उपस्थित रहे।

 

मतगणना कर्मियों का हुआ फर्स्ट रेंडमाइजेशन
Posted Date : 27-May-2024 9:19:58 pm

मतगणना कर्मियों का हुआ फर्स्ट रेंडमाइजेशन

जिला निर्वाचन अधिकारी  धर्मेश साहू सहित अन्य अधिकारी रहे मौजूद

सारंगढ़-बिलाईगढ़।  लोकसभा निर्वाचन मतगणना हेतु कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी धर्मेश कुमार साहू की अध्यक्षता में  विधानसभा सारंगढ़ और बिलाईगढ़ के मतगणना कर्मियों का फर्स्ट रेंडमाइजेशन कलेक्टोरेट सभाकक्ष में किया गया। इस दौरान सहायक रिटर्निग अधिकारी (एआरओ) वासु जैन, डॉ स्निग्धा तिवारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी अनिकेत साहू, डिप्टी कलेक्टर डॉ वर्षा बंसल, पीपीएस शाखा के प्रभारी अधिकारी एस सी सिंह, निर्वाचन पर्यवेक्षक हरिकिशन डनसेना, डीआईओ (एनआईसी) आशीष वर्मा उपस्थित थे। द्वितीय रेन्डमाइजेशन 02 जून 2024 को और तृतीय और अंतिम रेन्डमाइजेशन 4 जून 2024 को सुबह 5 बजे मतगणना ऑब्जर्वर या सक्षम अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी, सहायक रिटर्निंग अधिकारी की उपस्थिति में किया जाएगा। इस रेण्डमाईजेशन से बनी सूची अनुसार तय किया जाता है कि कौन सा कर्मी किस टेबल पर बैठकर चुनाव का रिजल्ट की गिनती कार्य करेगा।

 

PM KISHAN पीएम किशान एप्प से बचकर रहें, नहीं तो हो सकता है ठगी
Posted Date : 27-May-2024 9:19:40 pm

PM KISHAN पीएम किशान एप्प से बचकर रहें, नहीं तो हो सकता है ठगी

प्ले स्टोर में सही एप्प है PMKISAN GoI पीएमकिसान जीओआई

सारंगढ़-बिलाईगढ़।  रोज-रोज ठगों ने मोबाइल से ठगने के नये पैतरा अजमाकर समाज के सभी वर्गों, किसानों, महिलाओं, बच्चों सभी को परेशान कर रखा है। ताजा मामला ‘‘पीएम किशान’डॉट एपीके का है। इससे एप्प से 25 मई को ठगी हुए व्यक्ति ने केशकाल पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराया है। अनजान व्यक्ति द्वारा किसी भी मोबाइल धारक के व्हाटसअप में पीएम किसान (PM KISHAN.apk) को खोलने पर इंग्लिश में लिखा होता है-दिस एप्लीकेशन (एपीके) फाइल माइट कंटेन अनसेफ कंटेंट। मेक श्योर यू ट्रस्ट द सेंडर बीफोर यू ओपन एंड इंस्टाल इट अर्थात यह चेतावनी दे रहा और कहा रहा है कि यह एप्लीकेशन फाइल मोबाइल के डाटा के लिए असुरक्षित है। इस फाइल को खोलने या इंस्टाल करने से पूर्व भेजने वाले पर विश्वास होना चाहिए। पिछले दो तीन दिनों से यह विभिन्न मीडिया ग्रुप में और ठग के द्वारा शेयर किया जा रहा है। एडमिन के द्वारा किसी भी ग्रुप में ऐसे व्यक्ति को चिन्हांकित कर भी हटाया जा सकता है ताकि इनके झांसे में आकर किसी भावी भविष्य में जरूरी कार्यों के लिए रखे उनके बैंक खाता में जमा राशि की सुरक्षा की जा सके।
सावधानी
किसी भी एप्प यदि मोबाइल में दिखता है तो सबसे पहले प्ले स्टोर में उस एप्प को जांच करें और देखें कि मोबाइल में आए इस एप्प और प्ले स्टोर के एप्प में अंग्रेजी के अक्षरों में क्या अन्तर है जैसे इस फर्जी पीएम किसान में PM KISHAN है (पीएम स्पेस किशान) जबकि प्ले स्टोर में पीएमकिसान जीओआई PMKISAN GoI है। इस प्रकार सूक्ष्म एक अक्षर, स्पेस, डॉट आदि से ठगी करने वाले टेक्निकल शातिर ठगों के झांसे में लोग ठगी का शिकार हो जाते हैं।
ठगी से बचने के बेस्ट उपाय-बैंक खाता से जुड़े मोबाइल नंबर का उपयोग सावधानी से करें
किसी भी ठगी से बचने का बेस्ट उपाय ‘‘किसी भी व्यक्ति के बैंक खाता से जुड़े मोबाइल नंबर का उपयोग किसी भी एप्प को इंस्टाल करने और ओटीपी के लिए नहीं करना चाहिए। उदाहरण- यदि कोई व्यक्ति ऐसे ठगी करने वाले फर्जी एप्प को उस मोबाइल नंबर जो बैंक खाता से नहीं जुड़ा है उससे इंस्टाल करेगा तो ठग उसके बैंक खाता तक पहुंच ही नहीं पाएगा और ठगी से बच सकते हैं।
यदि कोई व्यक्ति दो मोबाइल नंबर का उपयोग करता है तो जब तक जरूरी नहीं हो तब तक बैंक खाता से जुड़े मोबाइल का उपयोग इंटरनेट चलाने के लिए नहीं करें। मोबाइल डाटा आदि सामान्य मोबाइल नंबर से करें। खास बात यह है कि ऐसे मोबाइल धारक जो इंटरनेट नहीं चलाते उनके मोबाइल में ये मैसेज नहीं आते और वो सुरक्षित हैं। ऐसे इंटरनेट से व्हाटसअप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि से आने वाले फर्जी मैसेज से। बच्चे सहित किसी भी व्यक्ति को ऐसे मोबाइल का उपयोग करने के लिए देना चाहिए जिस मोबाइल नंबर से व्यक्ति का बैंक खाता नही जुड़ा है। इससे रिश्ते में मोबाइल के उपयोग के लिए व्यावहारिकता भी निभ जाएगा और ठगी होने के चांस भी कम होंगे। अक्सर देखा जाता है कि कब न जाने कौन आदमी मोबाइल मांगकर किस मोबाइल नंबर पर पैसा ट्रांसफर के लिए ओटीपी दे दे।

 

 छत्तीसगढ़ में नवीन व्यवस्था  ई-रोजगार पोर्टल : आवेदक स्वयं कर सकता है रोजगार पंजीयन, नवीनीकरण आदि
Posted Date : 27-May-2024 9:18:37 pm

छत्तीसगढ़ में नवीन व्यवस्था ई-रोजगार पोर्टल : आवेदक स्वयं कर सकता है रोजगार पंजीयन, नवीनीकरण आदि

सारंगढ़ बिलाईगढ़।  संचालनालय रोजगार एवं प्रशिक्षण रायपुर द्वारा नवीन ई-रोजगार पोर्टल प्रचलन में है। रोजगार कार्यालय के पुराने पोर्टल में जो आवेदन पंजीकृत है, उन्हें पंजीयन, नवीनीकरण एवं अतिरिक्त योग्यता दर्ज करने के लिए नवीन ई-रोजगार पोर्टल का उपयोग करना होगा।
प्रभारी जिला रोजगार अधिकारी रामजीत राम ने बताया कि यदि आवेदक पूर्व से ही प्रदेश के किसी भी जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र में पंजीकृत है, तो दोबारा नया पंजीयन नहीं करें। यदि वह अपने पंजीयन में किसी प्रकार का अद्यतन अथवा नवीनीकरण करना चाहता है, तो अपना पुराना पंजीयन क्रमांक डालकर आगे बढ़े। यदि आवेदक प्रदेश के किसी भी जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केन्द्र में पूर्व में पंजीकृत नहीं है, तो नया पंजीयन बटन पर क्लिक करें। आवेदक पोर्टल में पंजीयन हेतु अपना मोबाईल नंबर दर्ज कर मोबाईल ओटीपी भेजें बटन पर क्लिक करें। इसके पश्चात मोबाईल पर प्राप्त ओटीपी की एंट्री कर मोबाईल ओटीपी सत्यापित करें बटन पर क्लिक करें। मोबाईल ओटीपी सत्यापित होने के पश्चात् आधार नंबर एवं आधार के अनुसार अंग्रेजी में अपना नाम दर्ज करें। आधार प्रमाणीकरण हेतु सहमति देवें, तदुपरान्त आधार ओटीपी भेजें बटन पर क्लिक करें। आधार में दर्ज मोबाईल नंबर पर प्राप्त आधार ओटीपी की एंट्री कर आधार ओटीपी सत्यापित करें बटन पर क्लिक करें। अन्य वांछित जानकारी भरकर सुरक्षित करें बटन पर क्लिक करें। इसके पश्चात् आवेदक को नया पंजीयन क्रमांक प्राप्त होगा एवं आवेदक के मोबाईल पर ई-रोजगार पोर्टल पर लॉग-इन करने हेतु यूजर आईडी (आवेदक का रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर) एवं पासवर्ड प्राप्त होगा।
ई-रोजगार पोर्टल https://erojgar.cg.gov.in पर लॉग-इन करने हेतु जॉब सीकर लॉग- इन पर क्लिक कर मोबाईल नंबर पर प्राप्त यूजर आईडी (आवेदक का रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर),पासवर्ड एवं कैपचा कोड की एंट्री कर लॉग इन पर क्लिक करना है। लॉग-इन के पश्चात् आवेदक को अपना डैशबोर्ड दिखाई देगा, जिसमे आवेदक अपना पंजीयन पहचान-पत्र (एक्स-10) कभी भी कहीं से भी प्रिंट कर प्राप्त कर सकता है। इस पहचान पत्र पर जिला रोजगार अधिकारी के हस्ताक्षर की आवश्यकता नहीं होगी। आवेदक पोर्टल पर अपना लॉग इन करके अपनी जानकारी केवल एक ही बार सुधार सकते है। जिसमें से आधार नंबर, मोबाइल नंबर, नाम एवं जन्मतिथि में परिवर्तन नहीं किया जा सकता। यदि आवेदक को अपना नाम या जन्मतिथि सुधरवाना है,तो सम्बंधित जिला रोजगार कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। रोजगार कार्यालय भी एक बार ही किसी आवेदक के पंजीयन में सुधार कर सकते हैं। यदि त्रुटिवश रोजगार कार्यालय द्वारा एक बार में ही सभी आवश्यक सुधार नहीं किये जा सके, तो रोजगार कार्यालय को संचालनालय स्तर पर अनुरोध करना होगा। रोजगार कार्यालय पुराने पोर्टल में पंजीकृत आवेदकों की जानकारी अपडेट करने के पहले ये सुनिश्चित कर लें कि उस आवेदक का नवीनीकरण इस माह में नहीं किया जाना है। यदि आवेदक का नवीनीकरण इस माह में अथवा पिछले दो माह में लंबित है, तो उस आवेदक के लिए नवीनीकरण के विकल्प का चयन करें। यदि पंजीकृत आवेदक अपना पासवर्ड भूल गया हो, तो उसे वेब पोर्टल https://erojgar.cg.gov.in पर जाकर जॉब सीकर लॉग इन पर क्लिक कर फारगेट पासवर्ड पर जाना होगा। तत्पश्चात् उसे अपने रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर (यूजर आईडी) पर ओटीपी प्राप्त कर नया पासवर्ड बना सकते हैं।

 

हाईकोर्ट ने की सौम्या चौरसिया की अंतरिम जमानत अर्जी खारिज
Posted Date : 27-May-2024 9:11:44 pm

हाईकोर्ट ने की सौम्या चौरसिया की अंतरिम जमानत अर्जी खारिज

बिलासपुर-रायपुर। कोल घोटाले और मनी लाड्रिंग के प्रकरण में जेल में निरुद्ध सौम्या चौरसिया को हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने उनके अंतरिम जमानत की याचिका को खारिज कर दिया है। वहीं हाईकोर्ट ने ईडी से भी जवाब मांगा है। इस प्रकरण में अब 10 जून के बाद सुनवाई होनी है। यह सुनवाई जस्टिस एनके व्यास की बेंच में हुई है। 
ज्ञात हो कि भूपेश बघेल सरकार के दौरान करोड़ों के कोयला घोटाला मामले में सौम्या चौरसिया को मनी लांड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशाय  ने 2 दिसंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से सौम्या चौरसिया रायपुर के सेंट्रल जेल बंद हैं। इससे पहले कोयला घोटाला और मनी लांड्रिंग केस में सुप्रीम कोर्ट ने सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। कोर्ट ने गलत तथ्य पेश करने के लिए सौम्या पर एक लाख का जुर्माना भी लगाया था। बता दें कि छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय ने 540 करोड़ रुपये के कथित कोयला घोटाले का खुलासा किया था। ईडी के प्रतिवेदन के आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो और ईओडब्ल्यू भी मामले की जांच कर रही है। कुछ दिनों पहले ईओडब्ल्यू ने निलंबित आईएएस रानू साहू और पूर्व उप सचिव सौम्या चौरसिया को 4 दिनों की रिमांड पर लिया था। 27 तारीख को रिमांड अवधि खत्म हो रही है। सोमवार को दोनों रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।

 

नक्सलियों के खिलाफ  सरकार का आक्रमक रुख: सीएम विष्णुदेव ने बताया 5 महीने का आंकड़ा
Posted Date : 27-May-2024 9:10:50 pm

नक्सलियों के खिलाफ सरकार का आक्रमक रुख: सीएम विष्णुदेव ने बताया 5 महीने का आंकड़ा

रायपुर।  बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ सरकार के आक्रामक रुख का असर दिखने लगा है। नई सरकार के 5 महीने के कार्यकाल में ही बढ़ी संख्या में नक्सली सुरक्षाबलों की गोलियों के शिकार हुए हैं। सीएम विष्णुदेव साय ने इसे सुशासन का असर बताया है।
बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों को एक के बाद बड़ी सफलता मिल रही है। मुठभेड़ में लगातार नक्सली मारे जा रहे हैं। इससे नक्सलियों में भय का माहौल बन गया है। इसकी वजह से हथियार छोडऩे (आत्म सम्पर्ण) वालों की संख्या भी बढ़ रही है। एक दिन पहले ही बस्तर में 33 नक्सलियों सरेंडर किया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर में पुलिस और सुरक्षाबलों को मिल रही सफलता के लिए बधाई दी है।
मुख्यमंत्री साय ने आज सोशल मीडिया ङ्ग पर एक पोस्ट डाला है। इसमें सीएम साय ने 5 महीने में नक्सल मार्चों पर पुलिस को मिली सफलता बताई है। सीएम ने बताया कि 5 महीने में सुरक्षाबलों ने 120 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। 153 गिरफ्तार किए गए हैं,जबकि 375 ने आत्म सम्पर्ण किया है। सीएम ने इसे 5 महीने के सुशासन का असर बताते हुए लिखा है कि नक्सलवाद को सफाया हो रहा है सांय-सांय।
केंद्रीय गृह मंत्री ने किया नक्सलवाद मुक्त करने का वादा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की जनता से बस्तर को नक्सलवाद मुक्त करने वादा किया है। शाह ने छत्तीसगढ़ की विभन्न चुनावों सभाओं में राज्य को 2 साल में नक्सल मुक्त करने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि शाह के वादे के बाद से ही बस्तर में तैनात पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स आक्रामक हो गई है। गोपनीय सूचनाओं के आधार पर बस्तर में पुलिस की तरफ से लगातार बड़े ऑपरेशन किए जा रहे हैं। इससे नक्सलियों का हौसला पस्त हो गया है।
नक्सलियों की तरफ से आया शांति वार्ता का प्रस्ताव बस्तर में फोर्स के आक्रामक रुख को देखते हुए नक्सलियों का भी हौसला पस्त होता दिख रहा है। इसी का असर है कि नक्सली शांति वार्ता का प्रस्ताव भेज रहे हैं। बताते चले कि मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने के तुरंत बाद ही प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने नक्सली खेमे में शामिल हो चुके छत्तीसगढ़ के नव जवानों से मुख्य धारा में लौटने की अपील करते हुए बातचीत का प्रस्ताव दिया है। शर्मा ने वीडियो कॉल के जरिये भी बात करने का प्रस्ताव दे रखा है।
पुनर्वास नीति के लिए भी मांगा गया है सुझाव बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ आक्रामक अभियानों के साथ ही सरकार मुख्य धारा में लौटने वाले नक्सलियों को भी मौका दे रही है। राज्य सरकार की तरफ से पहली बार नक्सलियों के लिए बनाई जा रही पुनर्वास नीति के लिए उन्हीं लोगों से सुझाव मांगा है। इसके लिए सरकार की तरफ से बकायदा गुगुल फार्म और ईमेल आईडी जारी किया गया है।