छत्तीसगढ़

कार्यवाई : होटल, लॉज चेकिंग के दौरान लॉज पर मिले युवक-युवती
Posted Date : 27-May-2024 9:22:32 pm

कार्यवाई : होटल, लॉज चेकिंग के दौरान लॉज पर मिले युवक-युवती

पुलिस ने लॉज संचालक व 3 युवकों पर किया प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, चारों गए जेल

रायगढ़। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन पर बाहर से होटल, लॉज में ठहरने वालों की रूटिन जांच की जा रही है इसी क्रम में कल प्रशिक्षु आईपीएस एवं थाना प्रभारी खरसिया आकाश श्रीश्रीमाल को खरसिया के लक्ष्मी लॉज में अनैतिक कार्य की सूचना प्राप्त हुई जिसकी तस्दीकी के लिए प्रशिक्षु आईपीएस आकाश श्रीश्रीमाल नेतृत्व में चौकी प्रभारी खरसिया व उनके स्टाफ मौके पर पहुंची। जहां लॉज के तीन कमरे अंदर से बंद थे। लॉज के संचालक सोनू अग्रवाल को मौके पर बुलाकर पुलिस ने कमरों को खुलवाए अंदर कमरों में युवक-युवती जोड़े में बैठे मिले, तथा एक महिला कमरे के बाहर बैठी मिली। लॉज संचालक से युवक-युवतियों के संबंध में पूछताछ करने पर लॉज संचालक पुलिस की जांच कार्यवाही का विरोध कर उग्र हो गया और  लड़कों ने भी कार्रवाई नहीं करने अपने बचाव में पुलिसकर्मियों से अभद्रता करने लगे। मौके पर अनावेदकों द्वारा संज्ञेय अपराध के अंदेशा पर पुलिस ने चारों व्यक्ति (1) लॉज संचालक सोनू अग्रवाल 43 साल (2) देवेंद्र कुमार पटेल 29 साल निवासी डभरा सक्ती (3) विवेक शर्मा 19 साल मालखरौदा (4)  भागवत साहू खरसिया 42  को हिरासत में लेकर पुलिस चौकी खरसिया लाया गया तथा तीनों युवतियों की स्मिता को ध्यान में रखते हुए भविष्य में उनकी पहचान उजागर ना हो इसका पूर्ण ध्यान रखकर उन्हें गुप्त रूप से वाहन से उनके निवास स्थान तक पहुंचाया गया। अनावेदकों  के कृत्य को देखते हुए चौकी खरसिया में प्रतिबंधात्मक धारा 151/107,116(3) सीआरपीसी के तहत कर एसडीएम न्यायालय पेश किया गया जहां चारों का जेल वारंट जारी होने पर अनावेदकों को जेल दाखिल किया गया है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल के दिशा निर्देशन एवं एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, एसडीओपी खरसिया प्रभात कुमार पटेल के मार्गदर्शन पर संपूर्ण कार्यवाही में प्रशिक्षु आईपीएस एवं थाना प्रभारी खरसिया आकाश श्रीश्रीमाल, चौकी प्रभारी खरसिया उप निरीक्षक संजय कुमार नाग, प्रधान आरक्षक संतोष सिंगसरिया, अशोक देवांगन, आरक्षक भूपेंद्र राठौर, महिला आरक्षक रंजीता चौहान शामिल थी।

 

डाक मतपत्रों की गणना होगी संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारी के मुख्यालय जिलों में
Posted Date : 27-May-2024 9:22:14 pm

डाक मतपत्रों की गणना होगी संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारी के मुख्यालय जिलों में

डाक मतपत्रों की गिनती के लिए मतगणना केंद्रों में की जा रही हैं आवश्यक व्यवस्थाएं

रायगढ़।  लोकसभा आम निर्वाचन-2024 के अंतर्गत मतगणना 4 जून 2024 को की जाएगी। मतगणना के दौरान ईवीएम में दर्ज वोटों के साथ ही डाक मतपत्रों की भी गणना की जाएगी। डाक मतपत्रों की गणना 11 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के संबंधित रिटर्निंग अधिकारी के मुख्यालय जिलों में ही सम्पन्न होगी। इसके लिए सभी संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में अन्य संबंधित जिलों से डाक मतपत्रों का परिवहन रिटर्निंग अधिकारी के मुख्यालय जिलों में पूर्ण कर लिया गया है।
छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि प्रदेश में 25 मई की स्थिति में कुल 41 हजार 877 डाक मतपत्र प्राप्त हो चुके हैं। इनमें निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों-अधिकारियों के सुविधा केन्द्रों से अंतिम रूप से प्राप्त कुल 26 हजार 936 डाक मतपत्र, होम वोटिंग के अंतर्गत 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं से प्राप्त कुल 2 हजार 761 और दिव्यांगजनों के कुल 1 हजार 453 डाक मतपत्र तथा अनिवार्य सेवा श्रेणी के 779 डाक मतपत्र भी शामिल हैं। इनके साथ ही सेवा मतदाताओं को जारी किए गए ईटीपीबी डाक के माध्यम से प्रत्येक दिवस प्राप्त हो रहे हैं और 25 मई की स्थिति में कुल 9 हजार 948 ईटीपीबी प्राप्त हो चुके हैं। डाक विभाग के माध्यम से ईटीपीबी की प्राप्ति मतगणना दिवस 4 जून को मतगणना प्रारम्भ होने के पूर्व तक की जाएगी। इस हेतु मतगणना स्थल में डाक विभाग के प्रतिनिधि द्वारा प्रात: 8 बजे के पूर्व तक प्राप्त सभी ईटीपीबी डिलीवर किए जाएँगे। मतगणना स्थल में प्रवेश के लिए डाक विभाग के प्रतिनिधि को आईडी कार्ड/पास जारी किया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कंगाले ने बताया कि डाक मतपत्रों की गणना 11 रिटर्निंग अधिकारियों के मुख्यालय जिलों में 4 जून को प्रात: 8 बजे से प्रारम्भ हो जाएगी। इसके लिए आवश्यक व्यवस्था एवं तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। डाक मतपत्रों को जिला मुख्यालयों में ट्रेजरी स्थित स्ट्रांग-रूम में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के साथ रखा गया है। मतगणना दिवस को इन मतपेटियों का परिवहन प्रात: 6 बजे निर्वाचन लडऩे वाले अभ्यर्थियों/उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सम्पूर्ण सुरक्षा के साथ काउंटिंग सेण्टर में किया जाएगा। इन 11 जिलों में डाक मतपत्रों की मतगणना 8 बजे प्रारम्भ होने के आधे घंटे बाद अर्थात साढ़े 8 बजे से ईवीएम के मतों की गणना प्रारम्भ की जाएगी। इन 11 मुख्यालय जिलों को छोड़कर शेष 22 जिलों में 8 बजे से ही ईवीएम में दर्ज मतों की गणना प्रारम्भ कर दी जाएगी।
11 संसदीय क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारियों के मुख्यालय जिलों में डाक मतपत्रों की गणना के लिए पृथक से काउंटिंग हॉल तैयार किए गए हैं, जिसमें एक टेबल में अधिकतम 500 डाक मतपत्रों की गणना की जाएगी। काउंटिंग हेतु प्रत्येक टेबल के लिए एक-एक अतिरिक्त सहायक रिटर्निंग अधिकारी भी अधिसूचित किए गए हैं। डाक मतपत्रों की गणना हेतु प्रत्येक टेबल में एक एएआरओ के साथ एक मतगणना पर्यवेक्षक, दो मतगणना सहायकों एवं एक माइक्रो आब्जर्वर की भी नियुक्ति की जाएगी।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार प्राप्त डाक मतपत्रों की जानकारी प्रत्येक दिवस सभी निर्वाचन लडऩे वाले अभ्यर्थियों को जिला स्तर पर प्रदान की जा रही है। लोकसभा आम निर्वाचन में प्रथम चरण के मतदान अंतर्गत बस्तर लोकसभा क्षेत्र में विभिन्न श्रेणी के मतदाताओं से कुल 3 हजार 264 डाक मतपत्र प्राप्त हुए हैं। वहीं द्वितीय चरण के मतदान अंतर्गत राजनांदगांव, महासमुंद और कांकेर लोकसभा क्षेत्रों से क्रमश: 1 हजार 568, 4 हजार 242 और 6 हजार 326 डाक मतपत्र अब तक प्राप्त हुए हैं। प्रदेश में तृतीय चरण में मतदान अंतर्गत सरगुजा लोकसभा क्षेत्र से 2 हजार 440 डाक मतपत्र, रायगढ़ से 3 हजार 585, जांजगीर-चांपा से 5 हजार 682, कोरबा से 2 हजार 789, बिलासपुर से 3 हजार 607, दुर्ग से 3 हजार 525 और रायपुर लोकसभा क्षेत्र से 4 हजार 849 डाक मतपत्र प्राप्त हुए हैं।

 

बिजली विभाग द्वारा मानसून पूर्व किया जा रहा मेंटेनेंस कार्य
Posted Date : 27-May-2024 9:21:51 pm

बिजली विभाग द्वारा मानसून पूर्व किया जा रहा मेंटेनेंस कार्य

  • बिजली संबंधी शिकायतों के निवारण के लिए सभी बिजली कार्यालय के सामने संबंधित अधिकारी कर्मचारियों के नंबर किए गए हैं प्रदर्शित

रायगढ़।  आगामी वर्षा ऋतु में विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से सुनिश्चित हो सके, इसे ध्यान में रखते हुये विद्युत विभाग द्वारा रायगढ़़ जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में मानसून पूर्व रख-रखाव के तहत सभी विद्युत उपकेन्द्रों, बड़े वृक्षों की टहनियां जो विद्युत लाइन से टकरा रहीं हैं, को काटने, ढ़ीले तारों को मानक ऊंचाई पर करने आदि के साथ-साथ अन्य सुधार कार्य किये जा रहे हैं। चूंकि यह कार्य सुरक्षित रूप से किये जाने हेतु विद्युत आपूर्ति बन्द करना आवश्यक होता है अत: विभिन्न क्षेत्रों में क्रमानुसार विद्युत आपूर्ति बन्द करके मानसून-पूर्व रख-रखाव का कार्य किया जा रहा है। जिसकी सूचना भी स्थानीय व्हाट्स एप ग्रुप तथा स्थानीय सम्पर्क सूत्रों आदि के माध्यम से प्रेषित की जा रही है। इसके साथ-साथ विद्युत उपभोक्ताओं को त्वरित सुविधा प्रदान किये जाने के दृष्टिकोण से सभी कार्यालयों के सामने संबंधित सहायक यंत्री, कनिष्ठ यंत्रियों एवं क्षेत्रीय लाइनमेन के नाम एवं उनके मोबाइल नम्बर की सूची भी प्रदर्शित की गई है जिससे नागरिक इन अधिकारियों से विद्युत संबंधी अपनी समस्या की जानकारी दे सकें ताकि उनकी समस्या का समाधान हो सके।
शिकायत निवारण के लिए इन नंबरों पर कर सकते है संपर्क
जोन-एक रायगढ़ के लिए 7762222935 एवं 7762220121 इन नंबरों पर संपर्क कर सकते है। इसी तरह कनिष्ठ यंत्री किरोड़ीमल नगर के लिए 9109315563, कनिष्ठ यंत्री गेरवानी 9406145047, कनिष्ठ यंत्री घरघोड़ा 7828237069, कनिष्ठ यंत्री कुडुमकेला 8349779209, कनिष्ठ यंत्री तमनार 8269660555, कनिष्ठ यंत्री करवाही 8269660555, कनिष्ठ यंत्री धरमजयगढ़ 7587768777, कनिष्ठ यंत्री हाटी एवं कापू के लिए 7869006128, कनिष्ठ यंत्री खम्हार 8319027845, कनिष्ठ यंत्री चरखापारा 8770028378, कनिष्ठ यंत्री लैलूंगा एवं कटकलिया के लिए 9893164526, कनिष्ठ यंत्री कोड़ातराई 9406265565, कनिष्ठ यंत्री पुसौर 9425572104, कनिष्ठ यंत्री कुसमुरा एवं नंदेली के लिए 9407935321, कनिष्ठ यंत्री खरसिया (शहर)9981287974, कनिष्ठ यंत्री खरसिया (ग्रामीण)9098420478, कनिष्ठ यंत्री तुरेकेला 8435743277, कनिष्ठ यंत्री एडू 6264816082 एवं कनिष्ठ यंत्री चपले के लिए 9098420478 में संपर्क कर सकते है।

 

रेलवे ओवरब्रिज से टकराकर बस दुर्घटनाग्रस्त, 7 घायल, सभी खतरे से बाहर
Posted Date : 27-May-2024 9:21:35 pm

रेलवे ओवरब्रिज से टकराकर बस दुर्घटनाग्रस्त, 7 घायल, सभी खतरे से बाहर

  • 6 की प्राथमिक उपचार पश्चात अस्पताल से छुट्टी, 1 को मेडिकल कॉलेज किया गया रेफर

रायगढ़।  सोमवार की सुबह 05 बजे एक बस घरघोड़ा के पास रेलवे ओवरब्रिज से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बस रायगढ़ से अंबिकापुर जा रही थी जिसमें 12 यात्री सवार थे। दुर्घटना से बस में सवार 7 यात्रियों को मामूली चोटे आई है। इस संबंध में जानकारी देते हुए एसडीएम घरघोड़ा रमेश मोर ने बताया कि घायलों को घरघोड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए लाया गया। जहां से 6 लोगों को प्राथमिक उपचार के पश्चात छुट्टी दे दी गई है। बस के ड्राइवर को कमर में दर्द की शिकायत पर प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज रायगढ़ के लिए रेफर किया गया है।

 

मृदा उर्वरकता एवं उत्पादकता बढ़ाने में हरी खाद का प्रयोग बहुत ही महत्वपूर्ण-डॉ.के.डी.महंत
Posted Date : 27-May-2024 9:21:12 pm

मृदा उर्वरकता एवं उत्पादकता बढ़ाने में हरी खाद का प्रयोग बहुत ही महत्वपूर्ण-डॉ.के.डी.महंत

रायगढ़।  मृदा वैज्ञानिक डॉ.के.डी.महंत ने समसामयिक विषय में हरीखाद की महत्ता एवं आवश्यकता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए बताया कि सीमित संसाधनों के समुचित उपयोग हेतु कृषक एक फसली, द्विफसली कार्यक्रम व विभिन्न फसल चक्र अपना रहे जिससे मृदा का लगातार दोहन हो रहा है जिससे उपस्थित पौधों के वृद्धि के लिए आवश्यक पोषक तत्व नष्ट होते जा रहे हैं। इस क्षतिपूर्ति हेतु विभिन्न तरह के उर्वरकों व खादों का उपयोग किया जाता है। उर्वरकों द्वारा मृदा में सिर्फ  आवश्यक पोषक तत्व जैसे नत्रजन, फास्फोरस, पोटाश, जिक इत्यादि की पूर्ति होती है परन्तु मृदा की संरचना, उसकी जल धारण क्षमता एवं उसमें उपस्थित सूक्ष्मजीवों की रासायनिक क्रियाशीलता बढ़ाने में इनका कोई योगदान नहीं होता।
वर्तमान समय में खेती में रासायनिक उर्वरकों के असंतुलित प्रयोग एवं सीमित उपलब्धता को देखते हुए अन्य पर्याय भी उपयोग में लाना आवश्यक हो गया है, तभी हम खेती की लागत को कम फसलों की प्रति एकड़ उपज को बढ़ा सकते हैं। साथ  ही मिट्टी की उर्वरा शक्ति को भी अगली पीढ़ी के लिए बरकरार रख सकेंगे। मृदा उर्वरकता एवं उत्पादकता बढ़ाने में हरी खाद का प्रयोग प्राचीन कल से चला आ रहा है बिना सड़े-गले हरे पौधे (दलहनी अथवा अदलहनी अथवा उनके भाग) को जब मृदा की नत्रजन या जीवांश की मात्रा बढ़ाने के लिए खेत में दबाया जाता है तो इस क्रिया को हरीखाद देना कहते हैं। सघन कृषि पद्धति के विकास तथा नगदी फसलों के अंतर्गत क्षेत्रफल बढऩे के कारण हरी खाद के प्रयोग में निश्चित ही कमी आई लेकिन बढ़ते ऊर्जा संकट, उर्वरकों के मूल्यों में वृद्धि तथा गोबर की खाद एवं अन्य कम्पोस्ट जैसे-कार्बिनक स्रोतों की सीमित आपूर्ति से आज हरी खाद का महत्व और बढ़ गया है। रासायनिक उर्वरकों के पर्याय के रूप में हम जैविक खादों जैसे-गोबर की खाद, कम्पोस्ट हरी खाद आदि को उपयोग कर सकते हैं। इनमें हरी खाद सबसे सरल व अच्छा प्रयोग है। इसमें पशु धन में आई कमी के कारण गोबर की उपलब्धता पर भी हमें निर्भर रहने की आवश्यकता नहीं है। अत: हमे हरी खाद के यथासंभव उपयोग पर गंभीरता से विचार कर क्रियान्वयन करना चाहिए।
डॉ.महंत ने बताया कि हरीखाद के प्रयोग से केवल नत्रजन व कार्बनिक पदार्थों का ही साधन नहीं है बल्कि इससे मिट्टी में कई पोषक तत्व भी उपलब्ध होते हैं एक अध्ययन के अनुसार एक टन ढैंचा के शुष्क पदार्थ द्वारा मृदा में जुटाए जाने वाले पोषक तत्व इस प्रकार है। नत्रजन 26.2 कि.ग्रा., फॉस्फोरस 7.3 कि.ग्रा.,पोटाश 17.8 कि.ग्रा., गंधक 1.9 कि.ग्रा., मैग्नीशियम 1.6 कि.ग्रा., कैल्शियम 1.4 कि.ग्रा.,जस्ता 25 पीपीएम, लोहा 105 पीपीएम एवं ताम्बा 7 पीपीएम हरीखाद के प्रयोग से मृदा भुरभुरी, वायु संचार में अच्छी, जल धारण क्षमता में वृद्धि, अम्लीयता/क्षारीयता में सुधार एवं मृदा क्षरण भी कम होता है। हरीखाद के प्रयोग से मृदा में सूक्ष्मजीवों की संख्या एवं क्रियाशीलता बढ़ती है तथा मृदा की उर्वरा शक्ति एवं उत्पादन क्षमता भी बढ़ती है। हरीखाद के प्रयोग से मृदा जनित रोगों में भी कमी आती है। यह खरपतवारों की वृद्धि रोकने मने भी सहायक हैं। कृषक इसके प्रयोग से रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कम कर बचत कर सकते हैं तथा टिकाऊ खेती भी कर सकते हैं।

 

समर कैम्प में बच्चों ने सीखा डिजिटल पेमेंट और वाटर हार्वेस्टिंग की कार्यप्रणाली
Posted Date : 27-May-2024 9:20:55 pm

समर कैम्प में बच्चों ने सीखा डिजिटल पेमेंट और वाटर हार्वेस्टिंग की कार्यप्रणाली

बच्चों के व्यवहारिक ज्ञान में हो रही है वृद्धि

रायगढ़।  जिले में 09 दिवसीय समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रतिदिवस एक अलग थीम निर्धारित कर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। जिला नोडल भुवनेश्वर पटेल ने बताया कि 09 दिवसीय विशेष समर कैम्प के छठे दिवस का थीम डिजिटल पैमेंट की जानकारी, वाटर हार्वेस्टिंग की क्रियाविधि, नृत्य, संगीत, 01 से 20 तक पहाड़ा पढऩा और वर्ग और घन की अवधरणा स्पष्ट कर 30 तक की संख्या का वर्ग और घनफल याद कराना था।
समर कैम्प में आज वर्तमान समय की आवश्यकता के अनुरूप डिजिटल भुगतान से संबंधी एप्प एवं अन्य माध्यम से भुगतान कैसे सुगमतापूर्वक किया जाता है, इसके प्रत्यक्ष कार्यप्रणाली से विभिन्न स्कूलों द्वारा बच्चों को अवगत कराया गया। इसी तरह बच्चों को स्कूलों, घरों, अन्य बिल्डिंग में वर्षा के जल को रोक कर उसे भूमिगत जल में कैसे सुरक्षित रखा जाए इसके बारे में प्रत्यक्ष और मॉडल के माध्यम से गतिविधियां आयोजित कर बच्चों को अवगत कराया गया।
बच्चों ने आनंद लिया संगीत का
आज के थीम के अनुरूप स्कूलों में नृत्य और संगीत कार्यक्रम और प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। विभिन्न स्कूलों में सुमधुर संगीत की धुन पर बच्चों ने नृत्य एवं संगीत का आनंद लिया। साथ ही कुछ स्कूलों में संगीत विशेषज्ञ द्वारा संगीत की शिक्षा भी दी। वर्तमान में आनंदपूर्ण वातावरण में समर कैम्प की गतिविधियां जिले के शासकीय शालाओं में संचालित हो रही है।