रायगढ़। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2024 हेतु घोषित कार्यक्रम अनुसार आगामी 4 जून मंगलवार को मतगणना संबंधी कार्यवाही संपादित की जाएगी। इस क्रम में लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 02-रायगढ़ अन्तर्गत डाक मतपत्रों के गणना हेतु पृथक से विशेष व्यवस्थाएँ की गई है। डाक मतपत्रों के गणना हेतु केआईटी गढ़उमरिया में पृथक से मतगणना हॉल तैयार किया गया है, जहां नियत टेबलों पर डाक मतपत्रों की गणना की जावेगी। प्रत्येक टेबल पर गणना संबंधी कार्य हेतु 01 अतिरिक्त सहायक रिटर्निंग ऑफिसर, 01 सुपरवाईजर, 02 गणना सहायक, 01 माईको आब्जर्वर की नियुक्ति की गई है।
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 02 रायगढ़ अंतर्गत रायगढ़ जिले के 04 विधानसभा क्षेत्र, जशपुर जिले के 03 विधानसभा क्षेत्र तथा जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ का 01 विधानसभा क्षेत्र सम्मिलित है अर्थात संसदीय सीट रायगढ़ अंतर्गत आने वाले 08 विधानसभा क्षेत्रों के डाक मतपत्रों की गिनती केआईटी गढ़उमरिया स्थित मतगणना हॉल में की जाएगी। उल्लेखनीय है कि आज दिनांक तक रायगढ़ संसदीय क्षेत्र के लिए कुल 3647 डाक मतपत्र प्राप्त हुए हैं। जिनमें जशपुर जिले से 471, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले से 1136 व रायगढ़ जिले से 924 डाक मतपत्र तथा ईटीपीबीएस से 1116 मतपत्र प्राप्त हुए हैं। इनमें पूरे लोकसभा क्षेत्र में सुविधा केन्द्रों से प्राप्त डाक मतपत्रों की संख्या 2148, होम वोटिंग से प्राप्त डाक मतपत्रों की संख्या 283 तथा अनिवार्य सेवा के मतदाताओं द्वारा पोस्टल वोटिंग सेंटरों में डाले गये मतों की संख्या 100 है। इसके अतिरिक्त सेवा मतदाताओं को जारी किये गये ईटीपीबीस से डाक के माध्यम से प्राप्त डाक मतपत्रों की संख्या 1116 है अर्थात अब तक कुल 3647 डाक मतपत्र प्राप्त हुए हैं। ईटीपीबीएस प्रणाली से जारी डाक मतपत्रों की प्राप्ति मतगणना दिवस 4 जून 2024 को प्रात: 8 बजे के पूर्व तक की जाएगी। इसी क्रम में मतगणना संबंधी प्रशिक्षण सत्र का आयोजन आज जिला कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में किया गया। प्रशिक्षण सत्र के दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कार्तिकेया गोयल ने मतगणना स्टॉफ को नियमों का पूर्ण रूप से पालन करते हुए निष्पक्षता एवं पारदर्शिता के साथ मतगणना कार्य को सम्पादित करने हेतु निर्देशित किया गया है।
रायगढ़। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.के.चंद्रवंशी ने लोगों को लू से बचाव के लिए सतर्कता बरतने एवं प्रारंभिक उपचार के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि घर पर भी प्रारंभिक उपचार की जा सकती है, जैसे तेज बुखार आने पर सिर में ठंडे पानी की पट्टी लगाएं, पानी व तरल पदार्थ अधिक लें, फिर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। लू के मरीजों के लिए उपचार की पर्याप्त व्यवस्था है। सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में ओरल रिहाईड्रेशन थेरेपी कार्नर की स्थापना की गई है। उन्होंने लू के लक्षण के बारे में बताया कि तेज बुखार, चक्कर आना, सिरदर्द एवं भारीपन, उल्टी आना, मुंह सूखना, शरीर में पसीना न आना, भूख कम लगना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द होना, पेशाब कम एवं पीला आना आदि लू के प्रारंभिक लक्षण होते हैं। लू के लक्षण, बचाव व उपचार की जानकारी रहने एवं सावधानी रखने से काफी हद तक लू के चपेट से बचा जा सकता है।
लू लगने का प्रमुख कारण तेज धूप व शरीर में पानी की कमी है। सामान्यत: दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक धूप तेज होती है इस दौरान संभव हो सके तो धूप में जाने से बचे। धूप में जाना आवश्यक हो तो सिर और कानों को कॉटन (सूती) के कपड़े से अच्छी तरह ढंक लें और पानी अधिक मात्रा में पियें। खाने में फल, जूस, दही एवं अन्य तरल पदार्थों को अधिक से अधिक मात्रा में शामिल करें। अघिक पानी की मात्रा वाले मौसमी फल और सब्जियां खांए जैसे-तरबूज, खरबूजा, संतरा, अंगूर, अनानास, ककड़ी, खीरा, सलाद या अन्य स्थानीय रूप से उपलब्ध फल और सब्जियों का सेवन अधिक से अधिक करें। अत: स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी इस सलाह को पूरी जिम्मेदारी के साथ इन उपायों को अपनाए व लू से अपने अपने घरवालों को संपूर्ण रूप से सुरक्षित रखें।
रायगढ़। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बी.के.चंद्रवंशी ने आज मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में नियमित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखने एवं अस्पताल में आने वाले मरीजों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने आईपीडी में भर्ती सभी मरीजों से उनका हालचाल जाना व अस्पताल में मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधा संबंधी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारी एवं कर्मचारियों की नियमित उपस्थिति की जानकारी लेते हुए ओपीडी, प्रसव कक्ष, दवा वितरण कक्ष, भंडार कक्ष सहित पूरे परिसर का निरीक्षण किया। साथ ही समस्त कर्मचारियों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने व आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए, जिन स्थानों पर ए.सी. कार्य नहीं कर रहा है उन्हें दो दिवस के भीतर सुधारने के लिये निर्देश दिये। सीएमएचओं ने गर्भवती महिलाओ का एनीमिक होना व एनीमिक पाये जाने पर उनका सही ढंग़ से फालोअप लेना जैसे- आयरन व कैल्शियम की दवा का फालोअप करना, सही ढ़ंग़ से प्रत्येक एएनसी जांच पर उनका हीमोग्लोबिन, बी.पी, यूरिन शूगर, यूरिन एल्बुमिन की जांच करने हेतु निर्दे
रायगढ़। आगामी जून माह में मानसून आने पर किसानों के द्वारा खेती कार्य प्रारंभ हो जाएगा। जिसमें किसान खेती की तैयारी कर फसल की बुआई कर उर्वरक कीटनाशी का उपयोग करना प्रारंभ कर देंगे। कृषि विभाग के द्वारा किसानों को गुणवत्ता युक्त कीटनाशी उपलब्ध हो पाए इसलिए कीटनाशियों के नमुना लेकर प्रयोगशाला प्रतिवर्ष भेजा जाता है और अमानक परिणाम आने पर विक्रय पर प्रतिबंध कर दिया जाता है।
उप संचालक कृषि रायगढ़ से प्राप्त जानकारी के अनुसार गत वर्ष 2023-24 में कीटनाशी नमूना लेकर भेजा गया था जिसमें से 3 कीटनाशी के परिणाम अमानक प्राप्त हुए है। जिनमें निर्माता कंपनी श्रीजी पेस्टीसाईड प्रायवेट लिमिटेड ब्लॉक नंबर 69/पी, सावली वडोदरा-391770 (ग्राम-मंजूसर)द्वारा निर्मित कीटनाशक लैम्बडा साइहेलोथ्रिन (Lambda cyhalothrin)4.9 %सीएस का नमूना जिता कृषि सेवा केन्द्र धरमजयगढ़ से लिया गया था, जिसका बैच नंबर एसपी 22एलएसबीओ 03 है इसके विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसी प्रकार निर्माता कंपनी शिवालिक क्रॉप साईंसेस प्रा.लिमिटेड द्वारा निर्मित कीटनाशक प्रोपीकोनाजोल (Propiconazol)10.7 % + ट्राइसाइक्लाजोल (Tricyclazol)34.2 % एसई का जिसका नमूना महिन्द्रा एग्रीटेक मालीडिपा, रायगढ़ से लिया गया था, जिसका बैच नंबर व्ही 123 है।
निर्माता कंपनी मोती इनसेक्टीसाईड्स प्रा.लिमिटेड करनाल द्वारा निर्मित प्रोफेनोफोस (Profenophos) 40%+साइपरमेथ्रिन (Cypermethr) 4% ईसी का नमूना सागर कृषि सेवा केन्द्र, राजपुर, लैलूंगा से लिया गया था, जिसका बैच नंबर एसएफ 2308010 है। कृषि विभाग द्वारा उक्त तीनों कीटनाशी के विक्रय को प्रतिबंधित किया गया है। उन्होंने जिले के किसानों को उक्त कीटनाशी के किसी दुकान पर प्राप्त होने पर उसे न खरीदने एवं इसकी सूचना कृषि विभाग से साझा करने हेतु आग्रह किया है।
रायगढ़। जिला प्रशासन एवं स्कूल शिक्षा विभाग के सहयोग से छात्रों के बेहतर भविष्य निर्माण के लिए जिले के स्कूलों में समर कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में उत्कर्ष : भविष्य की उड़ान के तहत शिक्षाप्रद फिल्म का प्रदर्शन 29 मई को प्रात: 9 बजे से ग्रैंड माल रायगढ़ में किया जाएगा।
जिला नोडल भुवनेश्वर पटेल ने कहा कि जिंदगी में इंस्पिरेशन हर किसी को चाहिए होती है। जिंदगी में कई बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं, जब सफल होने के बावजूद भी उचित अवसर नहीं मिलने पर हम भीतर से लो फील करते हैं। श्रीकांत मूवी हमें यही सिखाती है कि हमें कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए, अगर आपके सपने आपके विजन बड़े हैं तो मेहनत भी बड़ी होनी चाहिए, अपने सपनों को सच साबित करने के रास्ते में रुकावटें भी आएंगी मुश्किलें भी आएंगी, लेकिन उन रूकावटों और मुश्किलों को पार करके हम कैसे आगे बढ़ते हैं।
इसी इंस्पिरेशन के उद्देश्य से रायगढ़ जिले में संचालित समर कैंप 2024 के अंतर्गत स्कूली बच्चों को ग्रैंड मॉल में इंस्पायरिंग मूवी ‘श्रीकांत’ दिखाई जाएगी। विदित हो कि रायगढ़ के ग्रैंड सिनेमा में 29 मई 2024 को प्रात: 9 बजे से स्कूली बच्चों के लिए अलग से यह शो ऑर्गेनाइज किया जा रहा है, जिसमें जिले के विभिन्न शासकीय स्कूलों में उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले 80 बच्चे सम्मिलित होंगे। ताकि बच्चों को प्रेरणा मिल सके। इनके साथ स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों को प्रेरणा मिले और स्वयं आगामी परीक्षाओं में उच्चतम अंक प्राप्त करने का प्रयास करें।
सारंगढ़ बिलाईगढ़। जिला प्रशासन और खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा सारंगढ़ में विभिन्न खेलों का ग्रीष्मकालीन खेल प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिसमें कोच और पीटीआई के द्वारा फुटबॉल बैडमिंटन क्रिकेट एथलेटिक्स कराटे वॉलीबॉल जैसे खेलों का प्रशिक्षण निरंतर जारी है। बैडमिंटन खेल का प्रशिक्षण इनडोर स्टेडियम क्लब हाउस
सारंगढ़ में कोच और वरिष्ठ खिलाड़ियों के द्वारा नन्हे बच्चों से लेकर अंदर-19 के खिलाड़ियों को प्रतिदिन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के दरमियान नन्हे खिलाड़ियों की भीड़ और उनमें सीखने की ललक इस प्रशिक्षण शिविर की सफलता को बयां कर रही है। कोच जांगड़े ने बताया कि प्रशिक्षण शिविर में उम्मीद से अधिक बच्चे खिलाड़ी और राष्ट्रीय स्तर पर चयनित खिलाड़ी प्रतिदिन प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं। स्कूलों के लंबी छुट्टी में बच्चों के लिए यह एक अनुकरणीय पहल है। वरिष्ठ खिलाड़ी एवं सहायक प्रशिक्षक के रूप में खेल संघ सारंगढ़ अध्यक्ष गोल्डी नायक ने कहा कि प्रशासन की पहल खेल के क्षेत्र में निरंतर होनी चाहिए। जिले के लिए यह पहला मौका है। इससे बच्चों को सीखने का मौका तो मिलता है और वह खेल के प्रति प्रोत्साहित होते हैं साथ ही बच्चों में खेल भावना का विकास होता है। आपस में मैच खेलने और अभ्यास करना एक अलग बात है, लेकिन एक प्रशिक्षक के साथ प्रशिक्षण लेना खिलाड़ी के खेल स्तर को सुधार करता है। वरिष्ठ खिलाड़ी मोहम्मद खलील ने कहा कि जिला कलेक्टर धर्मेश साहू जी के द्वारा खिलाड़ी बच्चों को सीखने का शुभ अवसर मिला है। बैडमिंटन के खिलाड़ी जिला पुलिस कप्तान पुष्कर शर्मा और एसडीएम वासु जैन जी निरंतर अभ्यासरत है। इन्हें देखकर प्रशिक्षण में आ रहे खिलाड़ी बच्चे भी मोटिवेट हो रहे हैं। सारंगढ़ में बैडमिंटन का खेल स्तर उत्कृष्ट है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रभारी कौशल ठेठवार जी ने कहा कि जिस उद्देश्य से समर कैंप को प्रारंभ किया गया है, उसका प्रतिसाद प्राथमिकता से मिल रहा है। बच्चे खुद-ब-खुद जुड़ रहे हैं। अगले साल से इसे और ज्यादा प्रचार प्रसार कर वृहद रूप से आयोजित किया जाएगा। प्रशिक्षण शिविर में बचपन की छवि 5-6 वर्ष के बच्चों की उपस्थिति चहल पहल से सबसे ज्यादा प्रसन्नदायक है। प्रशिक्षण शिविर में खेल प्रशिक्षकों के साथ पालकों ने भी ध्यान दिया है। आशा है इस शिविर के माध्यम से बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास भी अच्छे से होगा।