छत्तीसगढ़

प्रयास आवासीय विद्यालयों में प्रवेश के लिए प्राक्चयन परीक्षा 9 जून को
Posted Date : 30-May-2024 12:28:14 pm

प्रयास आवासीय विद्यालयों में प्रवेश के लिए प्राक्चयन परीक्षा 9 जून को

  • सेंट टेरेसा कान्वेंट स्कूल बोईरदादर को बनाया गया परीक्षा केन्द्र  

रायगढ़।  प्रयास आवासीय विद्यालयों में प्रवेश हेतु प्राक्चयन परीक्षा का आयोजन 9 जून 2024 रविवार को प्रात: 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक परीक्षा केन्द्र सेंट टेरेसा कान्वेंट स्कूल बोईरदादर रायगढ़ में किया जाएगा। परीक्षा में कुल 354 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे।
कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशन में परीक्षा के सफल संचालन हेतु डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास रायगढ़ महेश शर्मा को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही सहायक संचालक आदिवासी विकास रायगढ़ आकांक्षा पटेल को पर्यवेक्षक तथा प्राचार्य सेंट टेरेसा कान्वेंट स्कूल बोईरदादर रायगढ़ को केन्द्राध्यक्ष नियुक्त किया गया है। परीक्षा से संबंधित समस्त तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। उक्त परीक्षा हेतु विद्यार्थियों का प्रवेश पत्र ऑनलाईन अपलोड कर दिया गया है। परीक्षार्थी विभागीय वेबसाईट https://eklavya.cg.nic.in/PRSMS/Student-admission-Detail से जानकारी प्राप्त कर सकते है।

 

सारंगढ़ में हुआ जिला स्तरीय सम्मान समारोह : सम्मान समारोह में अधिकारियों ने कैरियर की तैयारी के लिए दिए ज्ञान
Posted Date : 30-May-2024 12:27:58 pm

सारंगढ़ में हुआ जिला स्तरीय सम्मान समारोह : सम्मान समारोह में अधिकारियों ने कैरियर की तैयारी के लिए दिए ज्ञान

शादी और कैरियर में किसको पहले चुनें एक बालिका ने की सवाल

सारंगढ़-बिलाईगढ़। कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू के मुख्य आतिथ्य में जिले के शासकीय और निजी स्कूलों के कक्षा दसवी और बारहवी के सीजी और सीबीएसई कोर्स के टॉपर बच्चों का जिला स्तरीय सम्मान समारोह 2024 का आयोजन सारंगढ़ में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने सभी प्रतिभावान टॉपर बच्चों को क्रमवार सम्मानित किया और सामूहिक रूप से सभी टॉपर बच्चों के साथ सामूहिक छायाचित्र लिया गया। इस अवसर पर सभी बच्चों ने आईएएस, डॉक्टर, इनकम टैक्स अधिकारी, शिक्षक बनने की इच्छा बताई और जिज्ञासा के प्रश्न पूछे गए जिसमें बच्चों ने सिविल सेवा की तैयारी के लिए सवाल किए। इसमें एक बालिका ने बारहवीं के 3-4 साल बाद कैरियर और शादी दोनों का एक साथ समय अवधि में अवसर आता है तब क्या करना चाहिए। इन सभी के जवाब अधिकारियों ने क्रमशः दिए। कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों, टॉपर बच्चों और उनके अभिभावकों ने दोपहर का भोजन किए।
छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा के 2009 बैच के आईएएस एवं कलेक्टर धर्मेश कुमार साहू ने कहा कि दसवीं और बारहवीं में अच्छे स्थान पाने के लिए बधाई। इनके साथ-साथ अभिभावक, माता पिता और शिक्षक को भी बधाई। टॉप करने वाले स्कूल के प्रबंधन को भी बधाई। कक्षा 9 से कैरियर की फील्ड के हिसाब से तैयारी करना शुरू कर देना चाहिए। कैरियर का चयन विधार्थी के स्वयं का है। कैरियर चयन का निर्णय बच्चे का होना चाहिए। शिक्षक को ऐसे बच्चों के गाईड करना चाहिए। किसी भी पोस्ट के लिए संघर्ष (कंपीटिशन) तो हमेशा करना होगा। स्कूल की पढ़ाई जानने के लिए है। प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के समय पहली से बारहवीं तक सभी विषय को अच्छे से पढ़नी चाहिए। बेस मजबूत बनाना होगा। कंपीटिशन परीक्षा के लिए बार-बार किसी टॉपिक को अच्छे से पढ़ना चाहिए। आजकल वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं। किसी भी वस्तुनिष्ठ प्रश्न के लिए उत्तर खोजने की जरूरत नहीं होना चाहिए। उसके लिए पहले से पढ़े हुए को उत्तर याद होना चाहिए। यूपीएससी से आईएएस, आईपीएस और अन्य रेलवे, रेवेन्यू के अधिकारी चयनित होते हैं। आईएफएस से डीएफओ चयनित होते हैं। कैरियर निर्माण के लिए शादी अवरोध नहीं है, शादी के बाद भी महिलाएं सिविल सेवा में चयनित हुई हैं।
यूपीएससी से 2020 में ऑल इंडिया 67 रैंक के आईएएस और अनुविभागीय अधिकारी सारंगढ़ वासु जैन ने बच्चों को कहा कि जहां तक हो सके मोबाइल के सोशल मीडिया (फेसबुक, इंस्टा, व्हाटसअप, यूटयूब) का उपयोग कम से कम करें। अनुशासन में रहकर पढ़ाई के लिए दिनचर्या बनाएं। नियमित रूप से अखबार पढ़ने का आदत बनाएं। साथ ही अपने शरीर के स्वास्थ्य के लिए नियमित रूप से खेल से स्वस्थ रहें। अभी जिस स्कूल और कॉलेज में पढ़ने जा रहे हैं उसके कोर्स को ध्यान से पढ़िए उसके बाद सिविल सेवा की तैयारी करें।
सिविल सेवा की तैयारी के संबंध में यूपीएससी से 201 8 बैच के आईपीएस और एसपी पुष्कर शर्मा ने कहा कि सिविल सेवा की तैयारी के लिए तीन-चार लगता है। सिलेबस इतना बड़ा है कि एक साल में तैयारी करना मुश्किल है। स्कूल की फांउडेशन स्ट्रांग रहेगा तब अच्छा होगा। जब हम टॉपर रहते हैं तो कॉन्फीडेंस आता है। बारहवीं और कॉलेज की पढ़ाई अच्छे से करे लें। बारहवीं के बाद ग्रेजुएशन कोर्स के समय तैयारी के लिए सही समय है। आजकल प्राइवेट क्षेत्र में भी कई पद हैं। यदि आप मेहनती हैं तो रोजगार उपलब्ध होगा। माता-पिता (पेरेंटस) बालिकाओं के शादी के लिए परेशान न हो। उनको बालिकाओं के पढ़ाई और कैरियर पर ध्यान देना चाहिए।
परियोजना निदेशक हरिशंकर चौहान ने कहा कि टॉपर बच्चों के अधिकारी का उनका पद खाली रहता है। उसके लिए कैरियर का प्लान-बी की जरूरत नहीं है। लड़कों से ज्यादा कैरियर बनाने की जरूरत लड़कियों को है। दसवीं उत्तीर्ण करने के बाद ग्यारहवी में कौन सा विषय लेकर पढ़ाई करें। यह समस्या बच्चों को रहता है। इसके लिए चाहिए कि वे अपने रूचि और आवश्यकता के अनुसार कोर्स का चयन करें। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी एस.एन. भगत, बीईओ नरेश चौहान, रेशम लाल कोसले, सत्यनारायण साहू, एबीईओ मुकेश कुर्रे, किशोर पटेल, प्राचार्य सुदीप्त प्रधान, सारबिला अकादमी के समन्वयक सत्येन्द्र बसंत सहित बड़ी संख्या में टॉपर बच्चों के माता-पिता अभिभावक उपस्थित थे।

 

आबकारी के सारंगढ़ वृत्त की कार्यवाही : 105 लीटर महुआ शराब और 540 किलो लाहन जब्त
Posted Date : 30-May-2024 12:27:38 pm

आबकारी के सारंगढ़ वृत्त की कार्यवाही : 105 लीटर महुआ शराब और 540 किलो लाहन जब्त

  •  21 हजार के शराब और 27 हजार के लाहन कुल 48 हजार बाजार मूल्य के सामग्री जब्त

 सारंगढ़ बिलाईगढ़।  आबकारी आयुक्त सह सचिव आर संगीता के निर्देश के तारतम्य में कलेक्टर धर्मेश साहू एवं जिला आबकारी अधिकारी श्रीमति सोनल नेताम  के मार्गदर्शन में आबकारी विभाग के वृत्त सारंगढ़ को सूचना मिली की ग्राम भोजपुर थाना सारंगढ़ में तालाब किनारे भारी मात्रा में अवैध कच्ची महुआ शराब का निर्माण किया जाता है,  जिसे आसपास के क्षेत्रों में इसको विक्रय किया जाता है। सूचना की  पुष्टि होने पर टीम के साथ बताए गए स्थान पर पहुंचे और वहां पर 105 लीटर कच्ची महुआ शराब  तथा प्लास्टिक डिब्बों में भरा महुआ शराब बनाने के लिए महुआ लाहन जिसकी कुल मात्रा लगभग 540 किलोग्राम है, को जब्त किया गया। कच्ची महुआ शराब को कब्जा आबकारी कार्यालय में लिया गया एवम विधिवत रूप से महुआ लाहन का नष्टीकरण किया गया है l अज्ञात आरोपी के विरुद्ध छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम धारा 34(1)(क) (च)34(2) का , प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया है। आरोपियों की पतासाजी की जा रही है। इस  कार्यवाही में स.जि.आब.अधि. आनंद वर्मा आबकारी आरक्षक गणेश धीरज मोहनलाल चौहान नगर सैनिक उमा सिदार  का उल्लेखनीय योगदान रहाl

 

रेत के अवैध परिवहन में संलिप्त 02 ट्रैक्टर को खनिज टीम ने की जब्त
Posted Date : 30-May-2024 12:27:21 pm

रेत के अवैध परिवहन में संलिप्त 02 ट्रैक्टर को खनिज टीम ने की जब्त

सारंगढ़ बिलाईगढ़।  कलेक्टर धर्मेश साहू के निर्देश के परिपालन एवम खनि अधिकारी हीरादास भारद्वाज मार्गदर्शन में खनिज टीम द्वारा सारंगढ़ क्षेत्र का आकस्मिक निरीक्षण किया गया, जिसमें खनिज रेत अवैध परिवहन मे संलिप्त 02 ट्रैक्टर को जप्त कर  थाना प्रभारी कोसीर के सुपुर्दगी में दिया गया। इस कार्यवाही  में छ्त्तीसगढ़ गौण खनिज नियम 2015 एवम् ख़ान एवं खनिज विकास आधिनियम 1957 की धारा 21 के तहत की जाएगी।साथ ही अवैध उत्खनन परिवहन एवं भण्डारण की कार्यवाही आगे भी निरंतर कलेक्टर के निर्देश पर की जायेगी। खनिज टीम में दीपक पटेल अनुराग नंद आदि शामिल थे।

 

दक्षिण पश्चिम मानसून ने केरल में दी दस्तक
Posted Date : 30-May-2024 12:27:07 pm

दक्षिण पश्चिम मानसून ने केरल में दी दस्तक

रायपुर। देश में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच एक बड़ी राहत भरी खबर आ गई है। मौसम विभाग ने दक्षिण पश्चिम मानसून के केरल में प्रवेश करने की अधिकृत पुष्टि करते हुए मानसून आगमन की घोषणा कर दी है। मौसम विभाग ने पहले ही यह पूर्वानुमान जताया था कि इस बार दक्षिण पश्चिम मानसून अपने तय समय से एक-दो दिन पहले ही भारत में प्रवेश कर लेगा। 
मौसम विभाग के मुताबिक मानसून अब पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे बढऩे लगा है। चक्रवाती तूफान रेमल की वजह से पहले से ही पूर्वोत्तर भारत में बारिश हुई है, जो अब मानसून के पहुंचने पर बढऩे वाली है।मौसम विभाग ने बताया है कि मानसून इस बार समय से पहले ही केरल पहुंच गया है। इस वजह से केरल में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। दरअसल, कुछ दिन पहले ही चक्रवाती तूफान रेमल आया, जिसकी चलते मानसून का फ्लो तेजी के साथ बंगाल की खाड़ी तक पहुंच गया। यही वजह है कि अब पूर्वोत्तर की ओर भी बादल बढऩे लगा है।
इधर मौसम विभाग की माने तो दक्षिण पश्चिम मानसून 5 जून तक पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंचेगा। पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नगालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में मानसून के आगमन की सामान्य तिथि पांच जून है। आईएमडी ने कहा, इस अवधि के दौरान दक्षिण अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मालदीव, कोमोरिन, लक्षद्वीप के शेष हिस्सों, दक्षिण-पश्चिम और मध्य बंगाल की खाड़ी, उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढऩे के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
छत्तीसगढ़ में भी शुरू होगी प्री-मानसून की गतिविधियां 
इधर जानकारों की माने तो मानसून के तेजी से आगे बढऩे के साथ ही आंध्रप्रदेश तक पहुंचते ही छत्तीसगढ़ के मौसम पर भी इसका असर दिखना शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग ने हालांकि प्री-मानसूनी फुहारों की सटीक जानकारी नहीं दी है। फिर भी यह माना जा रहा है कि मई के प्रथम सप्ताह के खत्म होते-होते याने 7-8 मई से यहां प्री-मानसून शुरू हो सकता है। इस दौरान तेज आंधी-तूफान, गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। 

 

भोलेनाथ को 56 भोग की जरूरत नहीं मन कर्म सच्चे मन से एक लोटा जल चढ़ा दो-पंडित प्रदीप मिश्रा
Posted Date : 30-May-2024 12:26:42 pm

भोलेनाथ को 56 भोग की जरूरत नहीं मन कर्म सच्चे मन से एक लोटा जल चढ़ा दो-पंडित प्रदीप मिश्रा

रायपुर।   अम्लेश्वर नगर में चल रहे शिव महापुराण के तीसरे दिवस कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा की शिव बिंदु है ज्योतिरबिंद के रूप में विराजमान है। इसी बिंदु में पूरा ब्रम्हांड समाया है जो श्रृष्टि की रक्षा करता है,पालन करता है संहार करता है। शिव पर केवल हृदय से समर्पण हो जाओ वह सब दे देंगे,भोलेनाथ को 56 भोग की जरूरत नहीं मन कर्म सच्चे मन से एक लोटा जल चढ़ा दो वे आपको छप्पन भोग खाने जैसे फल देगा, भक्तो के हृदय में भगवान भोले नाथ विराजते है।
मनुष्य का देह पाने के बाद भगवान को पहचान लिया तो वह शिव की उदारता है। कलयुग में किसी की रोटी बड़ी, छोटी हो सकती है, वाहन बड़े छोटे हो सकते है लोग अमीर गरीब हो सकते है।विचार अलग हो सकते है लेकिन भगवान शंभू का वात्सल्य सब के लिए समान है। कथा वाचक ने मां का उदाहरण देते हुए कहा की एक मां के चार पुत्र है वह मां सभी का लालन पालन एक समान करती है शिक्षा भी देती है पर उन चारों शिक्षा कितना ग्रहण करते है वह उनके विवेक पर निर्भर है।उसी तरह भोले नाथ भी अपनी करूणा उदारता सम्पूर्ण सृष्टि पर एक समान भाव से बहाते है।
पंडित मिश्रा ने कहा की किसी को कम मिला किसी को ज्यादा मिला तो वह हमारे पूर्व जन्म का कर्म फल है जिसमे महादेव का कोई दोष नहीं है दोष है तो हमारे कर्मों का आज जो कर्म करेंगे उसके अनुसार ही हमे फल मिलेगा।
उन्होंने पूर्ण समर्पण एवम अधूरा समर्पण को विस्तार से समझाते हुए कहा की अपने मेहनत से कमाई गई वस्तु भगवान भोले पर अर्पण करते हो तो वह पूर्ण समर्पण है। यदि पड़ोसी के घर तोड़े गए फुल, किसी के द्वारा लाया गया जल को आप चढ़ाते हो तो वह अधूरा समर्पण है। जिसका फल भोले नाथ नहीं देते। मिश्रा ने कहा की शंकर जी ने यदि भाग्य में लिख दिया है तो जरूर मिलेगा भाग्य से ज्यादा भी नहीं मिलेगा।
जिसके भाग्य में लिखा था वही बना मुख्यमंत्री
उन्होंने दिसम्बर में संपन्न छत्तीसगढ़,राजस्थान,मध्यप्रदेश के चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा की कौन बनेगा मुखमंत्री की चर्चा चल रही लोग अनेक लोगो का नाम ले रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री वही बना जिसके ललाट में भोले नाथ ने लिख दिया था। शिव महापुराण की कथा कराने वाले बहुत है लेकिन अम्लेश्वर में महा पुराण उसी ने कराई जिसके मस्तक में भगवान ने लिख दिया , कथा वाचक ने पशुपति नाथ व्रत के नियम पालन के भी तरीके बताए।
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बिलासपुर जिले के कोटा के ग्राम लारीवार के निवासी पूर्णिमा पति राम भरोसा का 21 साल बाद संतान होने का उल्लेख करते हुए कह की बच्चे दानी में खराबी थी पर सच्चे मन से पशु पति नाथ का पूजन किया तो आज उनके गोद में एक बालक खेल रहा है।
रायपुर के मालती संतोष सिन्हा के 2019 दो बच्चे काल कलवित हो गए डाक्टरों ने असंभव बताया था कथा स्थल में जगह नही मिलने पर सडक़ में कथा सुनकर कथा स्थल की मिट्टी पेट में लगाई तो फिर से भगवान की कृपा से मां बन पाई।