छत्तीसगढ़

बलौदाबाजार हिंसा के मामले में अब तक अलग-अलग 7 एफ आईआर दर्ज, हिरासत में 200 से ज्यादा लोग
Posted Date : 12-Jun-2024 10:37:35 pm

बलौदाबाजार हिंसा के मामले में अब तक अलग-अलग 7 एफ आईआर दर्ज, हिरासत में 200 से ज्यादा लोग

  • ० प्रभारी सचिव और कमिश्नर ने स्थिति का लिया जायजा

बलौदाबाजार।  जिला मुख्यालय में सोमवार को हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद बलौदा बाजार में धारा 144 लागू कर दी गई है जो 16 जून तक जारी रहेगी. पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. सतनामी समाज के प्रदर्शन के बाद यहां के कलेक्?टर और एसपी आफिस में तोडफ़ोड़ और आगजनी की गई थी. इस मामले में सीएम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट मांगी है. इसी कड़ी में आज स्कूल शिक्षा एवं बलौदा बाजार जिले के प्रभारी सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी और संभाग आयुक्त डॉ संजय अलंग ने जिला कलेक्टर और एसपी समेत उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति का जायदा लिया. इस दौरान कलेक्टर और एसपी ने सोमवार को हुए उत्पात को लेकर पूरी जानकारी दी.
कलेक्टर केएल चौहान ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में व्यवस्था बहाल करने के लिए निर्देश दिए हैं. कल से ही ऑफिस लगने लगेगी. वहीं एसपी सदानंद कुमार ने बताया कि निरीक्षण करने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अब तक 7 अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई है और 200 उपद्रवी हिरासत में लिए गए है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं, आरोपियों की पहचान की जा रही है.

15 और 16 मई की दरमियानी रात कुछ असामाजिक तत्वों ने गिरौधपुरी धाम में सतनामी समाज के धार्मिक स्थल के पूज्य जैतखाम में तोडफ़ोड़ की थी. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था. पुलिस की इस कार्रवाई से समाज के लोग असंतुष्ट थे और न्यायिक जांच की मांग कर रहे थे. इस बीच सोमवार को गृहमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की. वहीं जैतखाम में तोडफ़ोड़ के विरोध में हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास एकत्र हुए और जमकर हंगामा किया. जहां प्रदर्शन हिंसक हो गया. जिसके बाद उपद्रवियों ने तांडव मचाते हुए कलेक्टर और एसपी कार्यालय को आग के हवाले कर दिया. इस घटना में वहां मौजूद 20-30 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं, जिनमें से गंभीर घायल पुलिस कर्मियों को रायपुर रेफर किया गया है.
 फिलहाल, शहर में स्थिति सामान्य है.

 

 बलौदाबाजार हिंसा पर सरकार का बड़ा एक्शन.. हटाएँ गए जिले के कलेक्टर और एसपी, नए अफसरों को कमान, आदेश जारी
Posted Date : 12-Jun-2024 10:36:57 pm

बलौदाबाजार हिंसा पर सरकार का बड़ा एक्शन.. हटाएँ गए जिले के कलेक्टर और एसपी, नए अफसरों को कमान, आदेश जारी

रायपुर। बलौदाबाजार में हुई हिंसा के बाद अब बलौदाबाजार जिले के कलेक्टर कुमार लाल चौहान को हटा दिया गया है। अब उनके जगह 2011 बैच के आईएएस अधिकारी दीपक सोनी को पदस्थ किया गया है। अब दीपक सोनी जिले के कलेक्टर की जिम्मेदारी संभालेंगे।
इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिया है। वहीं जिले के एसपी को भी हटा दिया गया है। सदानंद कुमार की जगह अब विजय अग्रवाल को जिले का एसपी बनाया गया है। इस सम्बन्ध में सामान्य प्रशासन विभाग और गृह विभाग की तरफ से औपचारिक आदेश जारी कर दिया गया हैं।

 

दो पत्नियों के बीच विवाद: कोटवार पति ने कुल्हाड़ी मारकर पत्नी और पुत्री को किया घायल
Posted Date : 12-Jun-2024 10:36:17 pm

दो पत्नियों के बीच विवाद: कोटवार पति ने कुल्हाड़ी मारकर पत्नी और पुत्री को किया घायल

कोरबा। बहुपत्नी विवाह की परंपरा काफी समय से बनी हुई है और इसके कारण समाज में समस्याएं भी आती रही है। समय के साथ ऐसे मामलों में कमी आई लेकिन अभी भी कई क्षेत्रों में नमूने मौजूद हैं और अलग-अलग कारण से मारपीट के साथ विघटन जैसी परिस्थितियां भी निर्मित हो जाती है। रामपुर गांव में दो पत्नी से संबंध रखना कोटवार पति को काफी तकलीफदेह हो गया। विवाद बढने पर उसने एक पत्नी पर हमला कर दिया। बचाने के दौरान पुत्री भी जख्मी हो गई। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज किया है।
करतला थाना अंतर्गत रामपुर गांव में यह घटना हुई है। बुधवार की सुबह सात बजे यह घटना हुई। बताया जा रहा है,कि क्षेत्र का कोटवार शरददास महंत की दो पत्नियां हैं। पहली पत्नी का नाम टीका बाई है जिससे उसकी एक पुत्री पिंकी 22 वर्ष भी है। दूसरी पत्नी के चक्कर में शरद् का पहली पत्नी से अक्सर विवाद होता था,जिसका मामला कोर्ट में विचाराधीन है। पहली पत्नी का तर्क है,कि पति उसे घर खर्च नहीं देता,जिसके कारण उसका जीना दुश्वार हो गया है। इस मामले को लेकर कोर्ट ने भी उसे फटकार लगाई है। बस इसी बात को लेकर शरद का पत्नी से विवाद हुआ और हिंसक घटना घट गई। बताया जा रहा है,कि पति-पत्नी के बीच वाद-विवाद से परिवार के अन्य लोग चिंतित हो गए। इस दौरान पति के द्वारा धारदार कुल्हाड़ी से हमला करने पर टीकाबाई बेहोश होकर गिर पड़ी और वह लहूलुहान हो गई। मां की स्थिति ने उसकी पुत्री को बेचैन कर दिया। वह अपने स्तर पर हस्तक्षेप करने के लिए आगे आई तो पिता ने उस पर भी कुल्हाड़ी चला दी। हिंसक हमले में पत्नी अपनी अंतिम सांसे गिन रही है,जबकि पुत्री की स्थिती गंभीर बनी हुई है। करतला पुलिस ने आरोपी के विरूद्ध हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। उधर दोनों पीडितों को आनन-फानन में करतला के सरकारी हास्पिटल ले जाया गया। डॉक्टर ने प्राथमिक चिकित्सा देने के साथ पीडितों को उनकी स्थिति के आधार पर कोरबा के मेडिकल कॉलेज हास्पिटल रेफर कर दिया है।

 

आयुष्मान कार्ड निर्माण मिशन मोड में करें पूरा-कलेक्टर कार्तिकेया गोयल
Posted Date : 11-Jun-2024 9:53:44 pm

आयुष्मान कार्ड निर्माण मिशन मोड में करें पूरा-कलेक्टर कार्तिकेया गोयल

  • अवैध खनिज परिवहन व मादक पदार्थों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही के निर्देश  
  • बारिश के पूर्व अस्पतालों में मौसमी बीमारियों की दवाओं के पर्याप्त स्टॉक रखने के निर्देश
  • आंगनबाड़ी के रिक्त पदों पर जल्द होगी भर्ती
  • शाला प्रवेशोत्सव का होगा गरिमामय आयोजन, अधिकारियों को छात्रावास- आश्रमों के निरीक्षण का दिया गया जिम्मा
  • कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने ली समय-सीमा की बैठक

रायगढ़।  कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने सभी जिला अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि अपने विभाग की योजनाओं और निर्देशों के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन और प्रगति की स्वयं मॉनिटरिंग करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर गोयल आज समय सीमा की बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
कलेक्टर गोयल ने आयुष्मान कार्ड के निर्माण की ब्लॉकवार समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहरी इलाकों में कार्ड निर्माण में विशेष रूप से तेजी लाने की जरूरत है। पूरे जिले में यह काम मिशन मोड में एक मुहिम के रूप में होना चाहिए। सभी एसडीएम इसके लिए संबंधित निकाय के अधिकारियों के साथ कार्ययोजना तैयार कर रोजाना की प्रगति की समीक्षा करें। उन्होंने सीएमएचओ से कहा कि अस्पतालों की ओपीडी में आने वाले लोगों की स्कु्रटनी कर ऐसे लोगों की पहचान की जा सकती है जिनके आयुष्मान कार्ड नहीं बने हैं। जिससे वहीं उनके कार्ड बनाने की प्रक्रिया की जा सकती है। कलेक्टर गोयल ने इसके साथ ही पांच सहकारी समितियों में जन औषधि केन्द्र खोले जाने के संबंध में प्राप्त निर्देश के अनुरूप कार्यवाही जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर गोयल ने शाला प्रवेशोत्सव की तैयारी के बारे में जिला शिक्षाधिकारी से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्कूलों में इस सत्र के प्रवेशोत्सव का गरिमामयी आयोजन किया जाए। उन्होंने स्कूलों में गणवेश वितरण की तैयारियों के बारे में भी जानकारी ली। कलेक्टर गोयल ने कहा कि स्कूल खुलने के साथ ही आश्रम छात्रावासों के संचालन भी शुरू हो जाएंगे। इसके पूर्व छात्रावासों के निरीक्षण के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जिन्हें हॉस्टल और आश्रम का निरीक्षण कर तैयारियों के संबंध में अपना प्रतिवेदन देना है।
कलेक्टर गोयल ने अवैध खनिज परिवहन पर कार्यवाही के संबंध में उप संचालक खनिज विभाग से जानकारी ली। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि लगातार अवैध परिवहन पर कार्यवाही होनी चाहिए। आबकारी विभाग को भी सभी मादक पदार्थों पर कार्यवाही को लेकर निर्देशित किया। कलेक्टर गोयल ने इस मानसून में विभागों द्वारा किए जाने वाले वृक्षारोपण के तैयारियों की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने वृक्षारोपण के लिए स्थल चयन, पौधे तैयार करने, तिथिवार वृक्षारोपण के शेड्यूल के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मनरेगा के साथ ही दूसरे संबंधित विभागों द्वारा तैयारियों को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए। कलेक्टर गोयल ने इसके साथ ही उद्योग परिसरों में पौधरोपण के निर्देश दिए हैं, जिसके लिए उद्योगों को पौधे उपलब्ध करवाने और जरूरी कार्यवाही के लिए पर्यावरण और खनिज विभाग अधिकारियों को निर्देश दिए।
कलेक्टर गोयल ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यों की भी समीक्षा की। जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा के दौरान कई स्थानों पर काम में अपेक्षानुरूप प्रगति नहीं होने पर गहरी नाराजगी जतायी। उन्होंने ईई पीएचई से कहा कि जहां समस्या आ रही है वहां अन्य विभागों से समन्वय करते हुए उसका निदान करें, फिल्ड पर काम में तेजी दिखनी चाहिए। उन्होंने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में पानी के टंकियों की नियमित सफाई के निर्देश दिए। कलेक्टर गोयल ने जल संसाधन विभाग के कामों की समीक्षा की। उन्होंने मनरेगा अंतर्गत किए जाने वाले कामों के प्रस्ताव नहीं दिए जाने को लेकर गहरी नाराजगी जतायी और तत्काल प्रस्ताव देने के निर्देश दिए, जिससे उन्हें स्वीकृति प्रदान कर कार्य शुरू कराया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने जल शक्ति अभियान और भू-जल सर्वेक्षण के कार्यों में भी गति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर गोयल ने सहायक श्रमायुक्त को निर्देशित करते हुए कहा कि श्रमिकों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर लगाये जाये। उन्होंने इसमें ईएसआईसी हॉस्पिटल का सहयोग लेने के भी निर्देश दिए।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, एडीएम संतन देवी जांगड़े, अपर कलेक्टर राजीव कुमार पाण्डेय सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
बारिश के पूर्व अस्पतालों में मौसमी बीमारियों की दवाओं का रखें पर्याप्त स्टॉक
कलेक्टर गोयल ने सीएमएचओ डॉ.बी.के.चंद्रवंशी से कहा कि बारिश के पूर्व सभी अस्पतालों में उल्टी डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों के दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखें। अस्पतालों में एंटी स्नेक वेनम भी रखें। उन्होंने पिछले सालों में जिन इलाकों में मौसमी बीमारियों की ज्यादा शिकायत थी उसकी मैपिंग कर वहां विशेष ध्यान देने के लिए कहा।
आंगनबाड़ी के रिक्त पदों पर जल्द भर्ती करें पूरी
कलेक्टर गोयल ने आंगनबाडिय़ों में रिक्तियों को भरे जाने के संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी से जानकारी ली। बताया गया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विकासखण्ड वार विज्ञापन जारी किए जा रहे है। कलेक्टर गोयल ने कहा कि शीघ्र सारी प्रक्रिया पूरी करते हुए भर्तियां पूर्ण कर ली जाए।

 

कलेक्टर जनदर्शन पुन: प्रारंभ, जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे जनसामान्य
Posted Date : 11-Jun-2024 9:53:08 pm

कलेक्टर जनदर्शन पुन: प्रारंभ, जिले के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे जनसामान्य

  • ग्रामीणों ने बतायी अपनी समस्याएं, कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों को दिए त्वरित निराकरण के निर्देश

रायगढ़।  कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देशन में आज सृजन सभाकक्ष में जनसामान्य के समस्याओं को निराकरण करने हेतु कलेक्टर जनदर्शन पुन: प्रारंभ किया गया। इस दौरान कलेक्टर गोयल ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए ग्रामीणों से उनकी समस्याओं को सुनते हुए विभागीय अधिकारियों को आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया। इस अवसर पर एडीएम संतन देवी जांगड़े, अपर कलेक्टर राजीव कुमार पाण्डेय सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
आयोजित जनदर्शन में जनपद पंचायत तमनार के ग्राम आमगांव की महिलाओं ने पीडीएस वितरण में अनियमितता की शिकायत लेकर पहुंची थी। महिलाओं ने कलेक्टर गोयल को बताया कि ग्राम पंचायत सचिव द्वारा विगत कई साल से पीडीएस संचालन किया जा रहा है। जिनके द्वारा नियमित रूप से राशन वितरण नहीं किया जाता। इसके साथ ही सभी लोगों को पर्याप्त राशन नहीं मिल पाता। जिससे ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कलेक्टर से नियमित राशन प्रदान करवाने का आग्रह किया। कलेक्टर गोयल ने आवेदन पर खाद्य अधिकारी को प्रकरण की जांच एवं कार्यवाही के निर्देश दिए। इसी प्रकार जनपद पंचायत पुसौर के ग्राम पंचायत कौवाताल कुधरीडीपा के ग्रामीणों ने शासकीय बोर का घर में खनन से पेयजल समस्या की शिकायत लेकर पहुंचे थे, उन्होंने बताया की जनसामान्य के जल समस्या निदान हेतु शासकीय बोर स्वीकृत किया गया था, लेकिन बोर को सामुहिक न करके ग्राम के पंच द्वारा अपने घर में करवाने से लोगों को पेयजल की समस्या हो रही है। कलेक्टर गोयल ने एसडीएम को स्थल निरीक्षण कर उचित कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।
जनपद पंचायत धरमजयगढ़ के ग्राम छाल के ग्रामीण मुक्ति धाम से अवैध कब्जा हटवाने की मांग लेकर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि एसईसीएल द्वारा ग्रामीणों के लिए शासकीय जमीन में मुक्तिधाम बना कर दिया गया था, जिसे ग्राम के व्यक्ति द्वारा अवैध रुप से कब्जा कर, जेसीबी से खेत बना कर आने जाने के रास्ता को बंद कर दिया गया है। जिससे गांव में किसी व्यक्ति के मृत्यु पश्चात दाह संस्कार करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर गोयल ने ग्रामीणों की मांग पर तहसीलदार छाल को उचित कार्यवाही के निर्देश दिए।
ग्राम पंचायत बायंग के केनाडीपा मोहल्लेवासी आंगनबाड़ी क्रमांक 5 में कार्यकर्ता के रिक्त खाली पद को भरे जाने की मांग को लेकर जनदर्शन में पहुंचे थे। उन्होंने बताया की पिछले साल से पद खाली है, जिसको भरने के मांग विगत कई माह से किया जा रहा है लेकिन आज तक नही भरा गया है। जिस पर कलेक्टर गोयल ने डीपीओ महिला एवं बाल विकास को विधिनुसार कार्यवाही के निर्देश दिए। इसी प्रकार ग्राम पंचायत गेरवानी के सरपंच एवं ग्रामीण शासकीय प्राथमिक शाला गेरवानी तथा शिवपुरी प्राथमिक शाला के जर्जर भवन की जानकारी देने एवं भवन व्यवस्था की मांग को लेकर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि दोनों स्कूल अत्यंत जर्जर हो चुके हैं। जिसकी मांग विगत कई वर्षों से की जा रही है, लेकिन आज तक समस्या का समाधान नहीं किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बारिश के दिनों में प्लास्टर गिरने की आशंका बनी रहती है, जिससे पालकों में भय व्याप्त है। कलेक्टर गोयल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी को प्राथमिकता से उचित कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
तहसील छाल निवासी सददाम खान अपने पुत्र के इलाज के लिए आर्थिक सहयोग की मांग को लेकर पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि उनके पुत्र के मल द्वार से संबंधित परेशानी है। जिसका पूर्व मेंं ऑपरेशन भी किया गया था। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण आगे के इलाज में परेशानी हो रही है। कलेक्टर गोयल ने स्वास्थ्य विभाग को व्यक्तिगत रूप से संबंधित के उचित इलाज में सहायता के निर्देश दिए।

 

धान की सीधी बुवाई करके कम लागत में प्राप्त कर सकते है अधिक उत्पादन -डॉ.के.डी.महंत
Posted Date : 11-Jun-2024 9:52:09 pm

धान की सीधी बुवाई करके कम लागत में प्राप्त कर सकते है अधिक उत्पादन -डॉ.के.डी.महंत

रायगढ़।  मृदा वैज्ञानिक डॉ.के.डी.महंत ने जलवायु अनुकूल धान की डीसीआर (धान की सीधी बुवाई) तकनीक के संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि धान की खेती में बढ़ती लागत चिंता का विषय बनी हुई है। एक तरफ  मजदूर न मिलने से धान की रोपाई में बहुत परेशानी होती है, तो वहीं महंगी होती मजदूरी से खेती की लागत भी काफी बढ़ जाती है, जिससे किसानों को धान की खेती करने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं धान की खेती करने में किसानों को कई तरह के कार्य करने होते हैं, यह कार्य काफी मेहनत भरा होता है। मसलन, धान की खेती के लिए नर्सरी तैयार करना, रोपाई करना, रोपाई के खेत की तैयारी जैसे काम करने होते हैं, जो किसानों की लागत को बढ़ाते ही हैं साथ ही उनका समय भी खराब करते हैं।
प्रधान अन्वेषक डॉ.राजपूत, सह अन्वेषक डॉ.के.डी.महंत एवं वरिष्ठ अनुसंधान सहायक डॉ.मनोज साहू द्वारा समय अनुसार कृषि एडवाइजरी जारी किया जाता है। कृषि विज्ञान केंद्र रायगढ़ में संचालित निकरा परियोजना अंतर्गत जलवायु लचीला प्रौद्योगिकी के माध्यम से किसानों को जरुरी सलाह दी जा रही है। मृदा वैज्ञानिक डॉ.महंत ने किसानों को जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम अपनाने की सलाह देते हुए कहा कि किसान धान की सीधी बुवाई करके कम लागत से अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। डीएसआर तकनीक से धान की बुआई करने पर धान की फसल रोपाई करके लगाई गई धान की फसल की तुलना में 7 से 10 दिन पहले पक कर तैयार हो जाती है। जिससे धान की फसल के बाद लगने वाली फसलों को समय पर लगाया जा सकता है। मृदा विशेषज्ञ डॉ.महंत ने कहा कि इस मशीन से धान की खेती करने के लिए किसानों को धान की नर्सरी तैयार करने की आवश्यकता नहीं होती है। डीएसआर मशीन के माध्यम से किसान धान की बीजों से सीधे खेत में बुवाई कर सकते हैं, इससे बुवाई करने पर श्रमिकों तथा पानी की कम आवश्यकता होती है। साथ ही अधिक क्षेत्र में कम समय के अंदर बुआई को पूरा किया जा सकता है। डॉ महंत ने बताया कि डीएसआर मशीन का पूरा नाम डायरेक्ट सीडेड राइस मशीन है। यह मशीन धान की परंपरागत रोपाई से हटकर कार्य करती है। इस मशीन से बुवाई करने से पहले खेत को लेजर लैंड लेवलर से समतल कराने की जरूरत होती है। उसके बाद डीएसआर मशीन के द्वारा बुवाई की प्रक्रिया को किया जाता है। इसके बाद इस मशीन से खाद और बीज को एक साथ बोया जाता है। यह मशीन बुआई करते समय खेत की भूमि में पतली लाइन चढ़ाती है। मशीन के साथ लगी दो अलग-अलग पाइप से उर्वरक और बीज अलग-अलग गिरता है, जिससे धान की बीज की बुआई होती है।