छत्तीसगढ़

रमन के गोठ का प्रसारण आज !!
Posted Date : 10-Jun-2018 4:01:00 am

रमन के गोठ का प्रसारण आज !!

रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मासिक रेडियो वार्ता रमन के गोठ का प्रसारण रविवार 10 जून को सुबह 10ः45 बजे से 11ः05 बजे तक आकाशवाणी के रायपुर केंद्र से किया जाएगा। राज्य में स्थित आकाशवाणी के सभी केंद्रों से इस कार्यक्रम का एकसाथ प्रसारण होगा। इसके अलावा आकाशवाणी के जगदलपुर केंद्र से बस्तर अंचल की प्रमुख संपर्क बोली हल्बी में और अंबिकापुर (सरगुजा) केंद्र से सरगुजिहा बोली में रात आठ बजे भी रमन के गोठ का प्रसारण होगा। अगले दिन सोमवार 11 जून को दूरदर्शन के रायपुर केंद्र से दोपहर 3ः30 बजे इसका प्रसारण किया जाएगा।

बीएसपी के डीजीएम के घर पर दस लाख की चोरी के मामले का खुलासा
Posted Date : 10-Jun-2018 3:58:22 am

बीएसपी के डीजीएम के घर पर दस लाख की चोरी के मामले का खुलासा

भिलाई। बीएसपी के डीजीएम के घर पर दस लाख की चोरी के मामले का खुलासा हो गया है। हवाई यात्रा और आलीशान होटलों में ठहरने के शौकीन चोर ने अपने जेल में बने दोस्त के साथ वारदात को अंजाम दिया था। दोनों आरोपी जेल में बंद डीजीएम के बेटे का संदेश लेकर उनके घर पहुंचे थे। डीजीएम के घर की शान शौकत देखकर चोरी करने की साजिश रच डाली। मौका पाते ही घर से जेवर, नकदी पर हाथ साफ कर दिया। सेक्टर 10 एवन्यु ए2 में डीजीएम डीके जाधव के आवास पर चोरी की वारदात का मुख्य आरोपी मुंबई का इमरान खान है। उसने सेक्टर 11 जोन 2 खुर्सीपार निवासी अब्दुल मनान (20) के साथ मिलकर चोरी की थी। पुलिस ने अब्दुल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके कब्जे से 1 लाख रुपए नकद और एक कटर बरामद कर लिया है। इमरान फरार हो गया है, उसकी तलाश में पुलिस टीम मुंबई रवाना हुई है। पुलिस ने धारा 380, 457 के तहत जुर्म दर्ज किया है। वारदात को अंजाम देने वाले इमरान और अब्दुल जब रायपुर केंद्रीय जेल में थे तब वहां डीजीएम का बेटा रजत जाधव भी बंद था। उसने जमानत कराने में इन दोनों से मदद मांगी और उनके वकील के बारे में पिता को बताने कहा। इमरान और अब्दुल ने जेल में ही जाधव के घर चोरी का इरादा कर लिया था। दोनों जेल से छूटे तब अब्दुल भिलाई आ गया। उसने डीजीएम के घर की रैकी की और इमरान को बताया। इमरान फ्लाइट से बनारस गया और अब्दुल टे्रन से वहां पहुंचा। वहां चोरी की प्लानिंग की। फिर रायपुर आए और होटल में ठहरे। वहां से भिलाई पहुंचे और दोबारा रैकी की। जे ल से रिहा होने के 26 दिन के बाद रैकी कर सूने मकान में हाथ साफ कर दिया।
इमरान और अब्दुल ने रजत के पिता को वकील का नम्बर दिया। उन्हें दुर्ग जाकर मिलने को कहा। जैसे ही जाधव दुर्ग के लिए निकले दोनों आरोपियों ने घर पर धावा बोल दिया। कटर से दरवाजे की कुंडी काटी और घर में दाखिल हो गए। यहां से सोने के जेवर और नकदी लेकर रफूचक्कर हो गए। पुलिस अधीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने चोरी और नकबजनी की वारदात रोकने और अपराधियों को पकडऩे के लिए पुलिस अधिकारियों की बैठक की। इसमें एएसपी शशिमोहन के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच प्रभारी भावेश साव को बड़ी चोरी की वारदात सुलझाने का जिम्मा दिया। इनकी टीम ने सबसे पहले डीके जाधव के घर चोरी करने वाले आरोपियों को पकडऩे का एक्शन प्लान बनाया। पुलिस ने जेल से हाल में छूटे चोरों की सूची तैयार कराई। इसमें अब्दुल और इमरान का नाम भी था। सभी चोरों की मोबाइल लोकेशन ट्रेस की गई तो इन दोनों की लोकेशन वारदात के दो घंटे बाद घटनास्थल की थी। पुलिस ने इनके पीछे मुखबिर लगाए। तस्दीक होने पर पुलिस ने अब्दुल को दबोच लिया। पूछताछ में उसने वारदात को अंजाम देना कबूल किया। मुंबई का रहने वाला इमरान शातिर चोर है। उसे दुर्ग में चोरी के मामले में पहले भी गिरफ्तार किया जा चुका है। वह चोरी के पैसों को अय्याशी में उड़ाता है। फ्लाइट में सफर करना और महंगे होटल में ठहरने का शौक है। डीजीएम के यहां की चोरी करने के बाद वह गहने लेकर मुंबई चला गया। वहां से उसने अब्दुल के भाई जावे अंसारी उर्फ राजा के खाते में एक लाख रुपए जमा किए थे। पुलिस ने रुपए बरामद कर लिए हैं।

स्टेशन पर खड़े ट्रेन के 3 नए कोच के कांच पत्थर मारकर फोड़े
Posted Date : 10-Jun-2018 3:46:20 am

स्टेशन पर खड़े ट्रेन के 3 नए कोच के कांच पत्थर मारकर फोड़े

दुर्ग। रेलवे स्टेशन पर खड़े ट्रेन के नए रैक के तीन डिब्बों के कांच अज्ञात व्यक्तियों ने तोड़ दिए हैं। इस रैक का उपयोग दुर्ग से भोपाल जाने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस में करने की तैयारी है। बताया जाता है कि आरआरआई कैबिन के सामने करीब 9 एलएचबी कोच खड़े हैं। इसी तरह कोचिंग कॉम्प्लेक्स के सामने भी 12 बोगियां रखी गई हैं, लेकिन इसके सुरक्षा के यहां पर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। इसी वजह से बोगी की खिड़की पर लगे कांच पर किसी ने पत्थर मार दिया है। पत्थर लगने से नए डिब्बों के कांच टूट गए। पहले भी हो चुकी है घटना: इससे पहले हमसफर एक्सप्रेस के लिए आए रैक को मरोदा में रखा गया था। उसकी बोगियों पर भी पथराव करके कांच फोड़ दिया गया था। करीब एक हफ्ता पहले आरपीएफ बैरक के सामने खड़े तीन एलएचबी एसी कोच पर पथराव करके भी कांच तोड़ दिया गया था।
इन बोगियों का होता है
यहां पर उपयोग
इन बोगियों को दुर्ग स्टेशन से छूटने वाली ट्रेनों में यदि कोई कोच खराब हो जाता है, तो उनकेे स्थान पर लगाया जाता है। इसके अलावा जब ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगाए जाते हैं तब भी इन्हें उपयोग किया जाता है।
आरपीएफ नहीं पकड़ पाई
आरोपियों को
बोगियों को नुकसान पहुंचाने वालों को अभी तक आरपीएफ के जवान पकड़ नहीं पाए हैं। स्टेशन मे अवांछित तत्वों की कारगुजारी बढ़ती जा रही है। इससे रेलवे को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

स्टेशन पर खड़े ट्रेन के 3 नए कोच के कांच पत्थर मारकर फोड़े
Posted Date : 10-Jun-2018 3:46:16 am

स्टेशन पर खड़े ट्रेन के 3 नए कोच के कांच पत्थर मारकर फोड़े

दुर्ग। रेलवे स्टेशन पर खड़े ट्रेन के नए रैक के तीन डिब्बों के कांच अज्ञात व्यक्तियों ने तोड़ दिए हैं। इस रैक का उपयोग दुर्ग से भोपाल जाने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस में करने की तैयारी है। बताया जाता है कि आरआरआई कैबिन के सामने करीब 9 एलएचबी कोच खड़े हैं। इसी तरह कोचिंग कॉम्प्लेक्स के सामने भी 12 बोगियां रखी गई हैं, लेकिन इसके सुरक्षा के यहां पर कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। इसी वजह से बोगी की खिड़की पर लगे कांच पर किसी ने पत्थर मार दिया है। पत्थर लगने से नए डिब्बों के कांच टूट गए। पहले भी हो चुकी है घटना: इससे पहले हमसफर एक्सप्रेस के लिए आए रैक को मरोदा में रखा गया था। उसकी बोगियों पर भी पथराव करके कांच फोड़ दिया गया था। करीब एक हफ्ता पहले आरपीएफ बैरक के सामने खड़े तीन एलएचबी एसी कोच पर पथराव करके भी कांच तोड़ दिया गया था।
इन बोगियों का होता है
यहां पर उपयोग
इन बोगियों को दुर्ग स्टेशन से छूटने वाली ट्रेनों में यदि कोई कोच खराब हो जाता है, तो उनकेे स्थान पर लगाया जाता है। इसके अलावा जब ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगाए जाते हैं तब भी इन्हें उपयोग किया जाता है।
आरपीएफ नहीं पकड़ पाई
आरोपियों को
बोगियों को नुकसान पहुंचाने वालों को अभी तक आरपीएफ के जवान पकड़ नहीं पाए हैं। स्टेशन मे अवांछित तत्वों की कारगुजारी बढ़ती जा रही है। इससे रेलवे को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

प्रशासन बताये केलो में डुबकी कहाँ लगाए ? आशीष ताम्रकार
Posted Date : 09-Jun-2018 4:05:18 pm

प्रशासन बताये केलो में डुबकी कहाँ लगाए ? आशीष ताम्रकार

पचधारी पर प्रतिबंध जनआस्था का अपमान रायगढ़ :- पचधारी के निकट केलो पर डुबकी लगाए जाने पर प्रतिबंध को जनआस्था का अपमान बताते हुए जिला भाजपा मंन्त्री आशीष ताम्रकार ने कहा कि केलो मईया से लोगो को आस्था जुड़ी हुई है. पेयजल हेतु इंटक के नीचे झरने नुमा पानी का लुत्फ शहरवासी लेते रहे है. नहाने पर प्रतिबंध लगाए जाने की जानकारी से केलो के प्रति जनभावनाएं आहत हुई है. जीवनदायिनी केलो से आम जनता की भवनाये जुड़ी हुई है. समय समय पर केलो की आरती व पूजा के जरिये शहरवासियों ने अपनी माँ के प्रति अगाध प्रेम की अभिव्यक्ति की है. नहाने पर प्रतिबंध माँ के प्रेमपूर्वक आँचल से वंचित करने जैसा कदम है. गत वर्ष पेयजल को गंदगी से बचाने इंटकवेल के निकट नहाने पर प्रतिबंध लगाया गया था लेकिन इंटक वेल के नीचे झरने के रूप में प्रवाहित पानी मे जिले भर की महिलाएं बच्चे युवा नहाकर पुण्य के भागी बनते है. कुछ दिनों के पश्चात मानसून का आगमन होने पर पानी का प्रवाह तेज होने पर नहाना का कार्य स्वयं ही स्थगित हो जाता है. इस स्थल को पिकनिक के रूप में विकसित करने के लिए पार्क बनाने सहित अनेक प्रयास किये जा रहे है जिन पर तेजी से कार्य चल रहा है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से वहाँ पुलिस जवानों के ड्यूटी की मांग भी की की गई है. इसके अलावा पचधारी पहुंच मार्ग जर्जर था जिसका सुधार कार्य करवाया गया है. सुरक्षा के दृष्टि से यहाँ गार्ड की नियुक्ति की मांग के अलावा महिलाओ के लिये शौचालय की मांग रखी गई थी. जनभावना का सम्मान करते हुए इंटकवेल के नीचे नहाने के अनुमति दी जाए. नहाने पर पानी के प्रदूषित होने की जानकारी भी जनता को ठेस पहुंचाने वाली है. सही मायने में नहाने की बजाय उद्योगों का अपशिष्ठ व फ्लाई ऐश केलो मिलने की वजह से पानी प्रदूषित हो रहा है. केलो को प्रदूषण से बचाने वाटर ट्रीटमेंट प्लान्ट की मांग भी की गई थी. केलो में डुबकी लगाना जन आस्था का विषय है. कुम्भ स्नान में करोड़ो लोगो के एक साथ स्नान करते है इस हेतु प्रसाशन समुचित व्यवस्था करता है. इस तर्ज पर यहां भी प्रतिबंध की बजाय सुरक्षा के साधन मुहैया कराते हुए प्रतिबंध हटा जनभावना का सम्मान करें.
बस्तर: नक्सल इलाके में CRPF और DF के जवानों 12 दिनों में खड़ा कर दिया, जमकर हुई तारीफ
Posted Date : 09-Jun-2018 3:04:03 pm

बस्तर: नक्सल इलाके में CRPF और DF के जवानों 12 दिनों में खड़ा कर दिया, जमकर हुई तारीफ

सुकमा- जिले के मुरकाम गांव में जवानों ने वो कर दिखाया है जिसकी तारीफ इलाके का हर आदमी तो कर ही रहा है साथ ही जिला कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य भी उनकी सराहना करते नहीं थक रहे हैं। दरअसल जवानों ने नक्सलियों द्वारा ध्वस्त किए एक पुल के बगल में ही महज 12 दिनों में दूसरा पुल खड़ा कर दिया। पुल निर्माण में जिला बल और सीआरपीफ के जवानों की संयुक्त भगीदारी रही। बता दें मुरकाम सुकमा जिले का वह इलाका है जहां नक्सलियों का जमवाड़ा आए दिन लगता है। गौरतलब है कि चिंतलनार और जगरगुंडा को जोड़ने वाले मुरकाम पुल को बीते दिनों नक्सलियों ने ध्वस्त कर दिया था। आगामी कुछ ​ही दिनों मानसून छत्तीसगढ़ में दस्तक देगी। बारिश के दिनों में नदी में पानी रहने से लोगों का आवागमन इस पुल के सहारे ही होता है, लेकिन नक्सलियों के उड़ा देने से आस-पास के दर्जनों पंचायत से संपर्क टूट जाता और ग्रामीण अपने दैनिक उपयोग की चीजों के लिए परेशान हो जाते। जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरपीएफ और जिला बल को एजेंसी बनाकर पुल निर्माण जिम्मा दिया। दोनों सेना के जवानों ने भी इस काम को बखूबी कर दिखाया जिसकी तारिफ आज इलाके का हर आदमी कर रहा है।