जांजगीर चांपा, 19 नवंबर । छ.ग. में होने वाले विधानसभा चुनाव के दुसरे चरण में होने वाले मतदान के जिले जांजगीर चाम्पा के पाँलीटेक्निक कालेज से जिले के मतदान केन्द्रों के लिऐ आज मतदाल दल रवाना किऐ जा रहे है। जिले में जांजगीर के पाँलीटेक्निक कालेज से अकलतरा , पामगढ़ व जांजगीर चाम्पा विधानसभा के लिऐ मतदान दलों को मतदान सामग्री वितरित किया जा रहा है वही सक्ति के नन्देली भाटा से सक्ति, जैजैपुर व चन्द्रपुर विधानसभा के लिऐ सामग्री वितरण किया जा रहा है जिले में 1407 मतदान केन्द्रों के लिऐ 5600 मतदान कर्मी लगाऐ गऐ है। जिले में 387 मतदान केन्द्र संवेदनशील है , उनमें से 40 केन्द्रों की विडियों ग्राफी की भी व्यवस्था चुनाव आयोग ने की है।
चुनाव आयोग ने 29 सुरक्षा कंपनी को लगाया, जो मतदान केन्द्र पर एक चार के दल में रहेगे, मतदान कर्ता निडर हो कर अपने मतदान का उपयोग करें । जिले के 1407 मतदान केन्द्रों के लिऐ 5 हजार 6 सौ मतदान कर्मी को लगाया गया है जिसमें 24 महिलाओ को मतदान दल के साथ रवाना किया गया जबकि 30 महिला कर्मी को रिजर्व में रखा गया है।
० निर्वाचन आयोग की टीम ने दी दबिश
दुर्र्ग , 19 नवंबर । राज्य में विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार थम चुका है, चुनाव प्रचार-प्रसार थमने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग की कार्रवाई भी तेज हो गई है, दुर्ग ग्रामीण क्षेत्र में अवैध शराब पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई की है। एक निजी स्कूल में करीब 600 पेटी अवैध शराब जब्त की गई है, जिसकी अनुमानित लागत 06 लाख बताई जा रही है, दुर्ग जिले में शराब जब्ती के मामले में निवार्चन आयोग की टीम व पुलिस को दूसरी बड़ी सफलता मिली है इससे पहले पाटन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ता के यहाँ से हजार पेटी अवैध शराब जब्त की गई थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग लैंडमार्क पब्लिक स्कूल के परिसर में अवैध शराब पकड़ी है। बताया जा रहा है कि जिस स्कूल में अवैध शराब पकड़ी गई है, उस स्कूल का संचालक भाजपा का एक बड़ा नेता बताया जा रहा है, हालांकि इसको लेकर अभी तक कोई खुलासा नहीं किया गया है।
० पकड़ी गई शराब की कीमत लगभग 19 लाख रुपए
कोरिया, 19 नवंबर । राज्य में दूसरे चरण के विधानसभा में मतदान के लिए महज कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं। ऐसे में निर्वाचन आयोग की टीम ने 72 सीटों पर होने वाली दूसरे चरण के चुनाव को लेकर लगातार सख्ती बरत रही है। हर शहर, नगर, ब्लॉक, कस्बे तथा जिला मुख्यालयों को जोडऩे वाली मार्गों में अर्धसैनिक बलों की टुकडिय़ों के साथ बेरियर लगाकर वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही है।
बीती रात सरगुजा संभाग के कोरिया जिले के खडग़वां थाना क्षेत्र अंतर्गत बड़े साल्ही में आबकारी विभाग की टीम ने एक ट्रक की चेकिंग के दौरान करीब 700 पेटी अवैध शराब जब्त किया है। जब्ती की कार्रवाई के बाद आबकारी विभाग के आलाअधिकारियों की टीम आरोपी ट्रक चालक को पुलिस हिरासत में भेज दिया है। ट्रक चालक से पुलिस की टीम पूछताछ कर रही है।
कोरबा 19 नवम्बर । 21 नवंबर को ईद-ए मिलाद (मिलाद-उन-नबी) पर्व शांति पूर्वक मनाये जाने हेतु जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आज रविवार 18 नवंबर कलेक्टोरेट कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक् में कलेक्टर मो कैसर अब्दुल हक, पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव, अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, एस.एन.नैरोजी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश बढ़ई सहित मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई एवं अन्य समाज के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर मो.हक ने 13 दिसंबर तक आचार संहिता लागू होने की जानकारी देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के पूर्व लिखित में आयोजकों को अनुमति लेना आवश्यक है। बिना अनुमति के कार्यक्रम आयोजित करने पर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने आचार संहिता के साथ कोलाहल अधिनियम लागू होने की जानकारी देते हुए जुलूस, रैली आदि में डीजे चलाने पर प्रतिबंध होने की जानकारी दी। 20 नवंबर को मतदान दिवस के दिन किसी भी प्रकार का कार्यक्रम आयोजित करने के लिए संबंधित क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी से अनुमति लेना आवश्यक होगा। 21 नवंबर को ईद-ए मिलाद (मिलाद-उन-नबी) पर्व शांति पूर्वक मनाने की अपील करते हुए कलेक्टर ने निर्देशित किया कि जुलूस एवं रैली निकालते समय अन्य समाज के धार्मिक स्थलों, स्कूलों, अस्पतालों, न्यायालय आदि के कार्य में किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न हो इसका विशेष ध्यान रखें। उन्होंने पर्व की आड़ में झंडे, बैनर का उपयोग सार्वजनिक स्थानों में नहीं करने तथा राजनैतिक बैनर, होर्डिंग्स आदि का उपयोग धार्मिक स्थलों पर नहीं करने की अपील की।
बैठक में ईद-ए मिलाद (मिलाद-उन-नबी) पर्व पर मस्जिद परिसरों में यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने, वाहन पार्किंग व्यवस्थित करने के साथ ही नगर निगम को पानी आपूर्ति एवं साफ-सफाई की व्यवस्था करने तथा विद्युत विभाग को विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।बैठक में मो. साहिद, इसहाक खान, इकबाल खान, मकबूल खान, मुन्ना खान, सैयद नसीम, मिर्जा आशिफ बेग, आरिफ खान, हाजी मो. साकिर, साबिर अली, मकसूद मेमन, अब्दुल माजिद, हाजी शहादत खान, नौशाद अली, मो.यूनुस मेमन, संत सेवक गुप्ता, सुखदीप सिंह, रवि पी.सिंह, विक्टर मेनन, मयंक तिवारी, वी.के.शुक्ला, रेव्ह रवि बक्स आदि उपस्थित थे।
जगदलपुर, 19 नवंबर। ईस्ट-कोस्ट रेलवे के अंतर्गत केके रेल लाईन का दोहरीकरण के कार्य में और अधिक विलंब हो सकता है। इसे 2019 तक पूरा किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन वर्तमान में चल रहा धीमा कार्य यह आशंका व्यक्त कर रहा है कि इस कार्य को करने में समय सीमा से और ऊपर समय लगेगा।
जानकारी के अनुसार किरंदुल से लेकर कोरापुट तक इस रेल लाईन का दोहरीकरण का कार्य करीब 255 किमी का होना है और इस कार्य को गत् तीन वर्ष पूर्व शुरू किया गया था। लेकिन सर्वाधिक परेशानी जगदलपुर से किरदुंल तक के दोहरीकरण में आ रही है।
उल्लेखनीय है कि किरदुंल से लेकर जगदलपुर तक आने वाली रेल लाईन का दोहरीकरण इसलिए धीमा हो गया है कि यह समूचा क्षेत्र किरदुंल रेल सेक्शन के अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र है और इस क्षेत्र में बिना सुरक्षा के कार्य करना संभव नहीं हो पा रहा है। इस दोहरीकरण के कार्य पर नक्सलियों की पहली दृष्टि है तथा वे जब चाहे तब कार्य को रोकने के लिए अपने प्रयास करते रहते हैं। जबकि जगदलपुर रेल सेक्शन के अंतर्गत सिलकझोड़ी से आमागुड़ा तक करीब 60 किमी का दोहरीकरण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। इस संबंध में कमिश्रर रेल सेफ्टी ने मार्ग के दोहरीकरण का निरिक्षण कर अपनी रिपोर्ट रेलवे को सौंप दी है। इस दोहरीकरण के अंतर्गत बनी रेललाईन का इंटरलाकिंग का कार्य शीघ्र ही किया जायेगा जिससे अगले कुछ माह में इस रेल लाईन पर रेल चलने लगेेंगी।
जगदलपुर, 19 नवंबर । ओडि़शा से बहकर आने वाली बस्तर की जीवनदायनी इंद्रावती नदी में मात्र 35 फीसदी पानी ओडि़शा से बहकर आ रहा है और शेष 65 फीसदी पानी ओडि़शा के जोरा नाला में प्रवाहित हो रहा है। अभी बस्तर में शीत ऋतु की शुरूआत है और आने वाले दिनों में गर्मी का मौसम आयेगा, तब इंद्रावती में कितना पानी आयेगा यह कल्पना का विषय हो गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मानसून सीजन से पहले ओडि़शा क्षेत्र में इंद्रावती जोरा नाला संगम में कंट्रोल स्ट्रक्चर बनाया गया था। इसके बाद उम्मीद की गई थी कि समझौते के अनुसार 50-50 फीसदी पानी का दोनों राज्यों के मध्य बंटवारा होगा और बस्तर में आने वाली इंद्रावती की धारा में पर्याप्त पानी प्रवाहित होगा। कुछ माह तक यह सिलसिला तो चला, लेकिन डेढ़ से दो वर्ष पूर्व ओडि़शा द्वारा बनाये गये कंट्रोल स्ट्रक्चर के डाउन स्ट्रीम में इंद्रावती नदी के तटबंध की पिचिंग उखड़ी अब इस स्ट्रीम में भारी मात्रा में रेत के भराव से बस्तर आने वाला इंद्रावती का प्रवाह अवरूद्ध हो गया और जोरा नाला में जाने वाला पानी बढ़ गया। प्रदेश शासन ने इस संबंध में ओडि़शा को कहा, लेकिन ओडि़शा द्वारा आश्वासन देने के बाद भी इसे अभी तक सुधारा नहीं गया है और वह टाल-मटोल कर रहा है। इससे बस्तर में गर्मी के दिनों में पीने के पानी की बड़ी समस्या खड़ी हो जायेगी।