जगदलपुर, 10 जनवरी । भारत स्काउट एंड गाइड के पचमढ़ी स्थित नेशनल ट्रेनिंग सेंटर (एनटीसी) में 2 से 8 फरवरी तक सात दिनों का शिविर लगाया गया। इसमें बस्तर संभाग के तीन जिलों बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा के 321 बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान अलग-अलग गतिविधियों में भी उन्होंने हिस्सा लिया। यहां बच्चों ने एडवेंचर स्पोर्ट्स में फ्लाइंग फॉक्स, वॉल क्लाइंबिंग सहित अन्य खेलों का आयोजन भी किया गया। इसके साथ ही एनटीसी के सहायक निदेशक एसएस राय ने बताया कि बस्तर जिले से 128, दंतेवाड़ा से 128 और सुकमा में 65 बच्चे शामिल हुए हैं। इस दौरान ग्रैंड कैंप फायर का आयोजन भी किया गया, जिसमें स्काउट-गाइड की राज्य उपाध्यक्ष दीपिका शोरी बतौर विशेष अतिथि मौजूद रहीं। कैंप के दौरान एनटीसी के संयुक्त संचालक एमएस कुरैशी, सहित अन्य मौजूद थे।
रायपुर, 10 जनवरी । खिडक़ी तोडक़र अस्पताल में घुसकर आलमारी में से सुुगर मशीन व नगदी रुपये की चोरी होने की रिपोर्ट गुढिय़ारी थाने में दर्ज करायी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गुढिय़ारी निवासी विकाश अग्रवाल 41 वर्ष पिता विरेन्द्र अग्रवाल ने रिपोर्ट दर्ज करायी है कि मदन सदावर्त धर्मशाला ट्रस्ट हास्पिटल पडाव गुढिय़ारी में खिडक़ी का दरवाजा तोडक़र अस्पताल में घुसकर आलमारी में रखी सुगर मशीन व नगदी 1 हजार 2 सौ 80 अस्सी रुपये किसी अज्ञात ने चोरी कर लिया है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 457,380 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर जांच में लिया है।
बिलासपुर, 10 जनवरी । न्यायधानी बिलासपुर से रायपुर तक 126 किलोमीटर की यात्रा के लिए अब यात्रियों को दो बार टोल टैक्स अदा करना होगा। नेशनल हाईवे अर्थारिटी ऑफ इंडिया ने टोल प्लाजा के लिए एजेंसी तय करने नोटिफिकेशन तैयार कर लिया है। सडक़ का कार्य कंप्लीट होने के बाद यहां से गुजरने वाहनों से टोल टैक्स वसूल किया जाएगा। नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया ने बिलासपुर से रायपुर के बीच तीन फेज में 126 किलोमीटर लंबे फोरलेन और सिक्स लेन निर्माण कार्य का ठेका दिया है। पहले फेज में बिलासपुर से सरगांव तक 35.50 किलोमीटर फोरलेन का काम 413. 18 करोड़ में दिया गया है।
वहीं दूसरे फेज में सरगांव से सिमगा तक 42.45 किलोमीटर फोरलेन का काम 478.43 करोड़ रुपए में और सिमगा से रायपुर तक 48.58 किलोमीटर सिक्स लेन का ठेका 586.66 करोड़ रुपए में दिया गया है। तीनों कार्य 2 साल के कार्यपूर्णता की अवधि पर गत अप्रैल-मई 2016 को निर्माण संस्थाओं को दिया गया है परंतु तीनों के कार्य अभी तक अधूरे हैं। हालंाकि बिलासपुर से सरगांव तक के कार्य होने का कंप्लीटेशन सर्टिफिकेट विभाग ने जारी कर दिया है। सडक़ का निर्माण अभी पूरा हुआ नहीं है लेकिन टोल प्लाजा के सजावट का कार्य जारी है। इस सडक़ पर बिल्हा भोजपुरी और दूसरा टोल प्लाजा सिमगा के 16 किलोमीटर आगे धरसींवा में तैयार कराया जा रहा है। सडक़ के निर्माण का कार्य पूरा होने के बाद बिलासपुर से रायपुर तक जाने के लिए वाहन धारकों को दो जगह टोल टैक्स अदा करना होगा। लोक निर्माण विभाग ने टोल प्लाजा तैयार कराकर इसके लिए नोटिफिकेशन तैयार करा लिया है। नोटिफिकेशन जारी करने के बाद एजेंसी तय करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया की जाएगी।
एजेंसी तय होने के बाद लिया टोल
टैक्स जाएगा : बिलासपुर से रायपुर के बीच दो जगह टोल प्लाजा होगा जहां वाहन धारकों से टोल टैक्स लिया जाएगा। इसके लिए नोटिफिकेशर तैयार कर लिया गया है सडक़ का निर्माण पूरा होने के बाद नोटिफिकेशन कराकर एजेंसी तय की जाएगी इसके बाद टोल टैक्स लिया जाएगा।
रोहिताश शर्मा, डायरेक्टर एनएचएआई
पांडेय/अभिनेष त्रिपाठी
रायपुर, 10 जनवरी । विधानसभा में आज सत्ता पक्ष के सदस्य दीपक बैस ने कहा कि भाजपा सरकार 3 बार प्रदेश की जनता से झूठ बोल बोलकर सरकार में बैठी रही।
दीपक बैस आज राज्यपाल के अभिभाषण चर्चा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसान पुत्र है और मुख्यमंत्री बने है उन्होंने किसानों से किया वादे को 3 घण्टे के अंदर पूरा किया। उन्होने कहा कि पिछली सरकार छोटे छोटे काम करके सिर्फ त्यौहार मनाते रहे जबकि किसानों का कर्ज माफ करने के बाद भी हमने त्यौहार नही मनाया। पिछली सरकार ने आदिवासियों की जमीनें अधिग्रहित करने का काम किया जबकि हमारी सरकार आदिवासियों को उनकी जमीनें लौटाने का काम किया है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री श्री बघेल का धन्यवाद देता हूं।
झीरम घटना पर उन्होंने कहा कि इस दिन को काला दिवस के रूप में कभी भूला नही जा सकता है। इस घटना की जांच से कोई सन्तुष्ट नही है। अब जाकर न्याय की उम्मीद लोगो में जागी है। कांग्रेस सरकार ने इसकी जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। विपक्ष को अब इससे भी तकलीफ हो रही है कि इस मामले की जांच फिर हो रही है। उन्होंने कहा कि इस जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
रायपुर, 10 जनवरी । विधानसभा में आज राज्यपाल के अभिभाषण चर्चा में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सदस्य देवव्रत सिंह ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण पूरी तरह कृषि पर समर्पित है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने प्रदेश के किसानों की चिंता की। साथ ही कहा कि प्रदेश के सभी किसानों का कर्ज माफ किया जाना चाहिये।
देवव्रत सिंह ने कहा कि राज्यपाल का अभीभाषण ब्लू प्रिंट की तरह है। उन्होंने कहा कि जिन घोषणाओं के साथ कांग्रेस आज सरकार में है उन घोषणाओं के वादों को पूरा करने के लिए सरकार लंम्बा समय ले लेकिन वे पिछली सरकार के रास्ते पर न चले। उन्होने कहा कि मुझे लगता है कि पिछली सरकार की तरह यह सरकार भी रास्ते से भटकते नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या नक्सल समस्या है। राज्यपाल के अभिभाषण में नक्सल समस्या पर गंभीरता दिखाई नही दी क्योकि भाषण में 32वे नम्बर पर नक्सल समस्या पर बाते रखी गई है।
जगदलपुर, 10 जनवरी । जिला मुख्यालय के लोहंडीगुड़ा विखं के मिचनार क्षेत्र में मौजूद एक प्राकृतिक गुफा घने जंगलों और हिंसक जानवरों के चलते सैलानियों से दूर है तथा इस गुफा के बारे में लोग बहुत कम जानते हैं। इस गुफा के पास प्रतिवर्ष शिवरात्रि का मेला लगता है जिससे यहां के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी प्राप्त होती है और इस मेले में ग्रामीणों की उपस्थिति ही अधिक होती है।
जानकारी के अनुसार इस मेले के बाद ग्रामीण स्वयं ही इस गुफा की ओर जाना नहीं चाहते। इसका कारण स्पष्ट करते हुए ग्रामीणों ने बताया कि गुफा के आसपास मरे हुए जानवरों की हड्डियां आदि प्राप्त होती है और अकेले में दिन के समय भी इस ओर आना भय का कारण रहता है। अभी हाल ही में दंडक दल के कुछ युवकों ने इस गुफा का अवलोकन कर बताया कि इस गुफा में जिस पहाड़ी पर यह स्थित है, उस पहाड़ी में लगभग पांच मार्गों से प्रवेश किया जा सकता है। ग्रामीणों को इस गुफा के बारे में पहले उतनी जानकारी नहीं थी लेकिन धीरे धीरे उन्हें यहां गुफा होने का आभास हुआ। उसके बाद भी यहां डर के कारण वे आने में हिचकते हैं।
इस गुफा को पास से देखने पर युवकों ने बताया कि इस गुफा में स्टेग्लोटाईट और स्टेग्लोमाईट से बनी कई कलाकृतियां हैं और इसकी गहराई में काफी अधिक है। इस गुफा में जाने के लिए सैलानियों को रस्सी अथवा अन्य साधनों का सहारा लेकर ही जाना होगा। इस पहाड़ी पर बने गुफा की यह विशेषता है कि यह पहाड़ी पर ही मौजूद है। जबकि बस्तर के अन्य गुफाओं में नीचे उतरकर जाना पड़ता है।