छत्तीसगढ़

मकर संक्रांति एवं पोन्गल पर्व 14 एवं 15 को मनाया जायेगा धूमधाम से
Posted Date : 13-Jan-2019 11:17:50 am

मकर संक्रांति एवं पोन्गल पर्व 14 एवं 15 को मनाया जायेगा धूमधाम से

0 सूर्य के उतरायण प्रवेश करते ही भीष्मपितामह ने शरीर त्यागा था
रायपुर, 13 जनवरी । प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मकर संक्रांति एवं पोन्गल का पर्व 14 एवं 15 जनवरी को धूमधाम से मनाने की तैयारियां श्रध्दालुओं द्वारा की जा रही है। मकर संक्रांति के अवसर पर सुबह से ही खारुन तट पर श्रध्दालु पहुंचकर स्नानकर भगवान की पूजा अर्चना मंदिरों में करेंगे। धार्मिक मान्यता के अनुसार संक्रांति पर तिल दान अक्षय सुखों की प्राप्ति का साधन है। मकर संक्रांति के अवसर पर उत्तर प्रदेश एवं बिहार में खिचड़ी पर्व के रुप में मनाया जाता है। इस दिन खिचड़ी व दही चुड़ा, तिलकुट, तिल का भगवान विष्णु और शंकर को  भोग लगाया जाता है। उसके पश्चात साधु संतों को यथायोग्य स्वर्ण दान  आदि किया जाता है।  पौराणिक मान्यता के अनुसार मकर संक्रांति एवं पोन्गल के पर्व का धार्मिक महत्व निम्नानुसार है।  सूर्य जब अपने पुत्र शनि की राशि मकर में जाते हैं तो वह संक्रांति, मकर संक्रांति कहलाती है। इस दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। खरमास समाप्त हो जाते हैं। समस्त मांगलिक कार्य आरंभ हो जाते हैं। इसी दिन माता गंगा भगीरथ के पीछे चलकर गंगासागर में मिली थीं। भीष्म पितामह ने इसी दिन अपने शरीर का त्याग किया था। इस महापर्व पर विष्णु जी ने असुरों की समाप्ति कर युद्ध समाप्ति की घोषणा की थी। ज्योतिषाचार्य सुजीत महाराज के अनुसार सूर्य एक राशि में एक माह रहते हैं। मकर संक्रांति किस दिन पड़ेगी और क्या है इसका शुभ मुहूर्त एंव महत्व इस प्रकार है। इस बार मकर संक्रांति पौष माह के शुक्ल पक्ष की नवमी को पड़ेगी।  14 को रात्रि में 02 बजकर 10 मिनट पर सूर्य मकर में प्रवेश करेंगे। 15 जनवरी को उदय तिथि पडऩे के कारण मकर संक्रांति 15 को ही मनाई जानी चाहिए। मकर संक्रांति का पुण्य काल 15 जनवरी प्रात:काल से सूर्यास्त तक रहेगा। पूरे दिन पर्व का शुभ मुहूर्त है।
इस दिन प्रात: उठकर पवित्र नदी में स्नान करके भगवान भास्कर को जल अर्पित किया जाता है। श्री आदित्यहृदयस्तोत्र का तीन बार पाठ करने से भगवान सूर्य के आर्शिवाद से जातक की बाधाओं एवं समस्याओं का अंत होता है।  मकर संक्रांति के दिन गुरु गोरखनाथ महाराज को खिचड़ी चढ़ाई जाती है। हर घरों में खिचड़ी बनाई जाती है तथा लोग खिचड़ी ही खाते हैं। तिल के लड्डू का प्रयोग भी होता है।
गरीबों में खिचड़ी, कम्बल तथा ऊनी वस्त्र बाटें 
इस महापर्व पर दान का बहुत महत्व है। गरीबों में ऊनी वस्त्र का दान करें।कम्बल का वितरण करें। जगह जगह गरीब जनों को खिचड़ी खिलाएं।  मकर संक्रांति पर दान करने से सूर्य तथा शनि दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
करें सूर्य तथा शनि के बीज मंत्र का जाप
मकर संक्रांति के दिन भगवान भास्कर अपने पुत्र शनि के घर में जाते हैं। यह एक महान पुण्य प्राप्ति का अवसर है। इस दिन सूर्य तथा शनि दोनों की पूजा करने से एक साथ दोनों ग्रहों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। संपूर्ण देश में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। पंजाब, हरियाणा में यह पर्व लोहड़ी के रूप में मनाया जाता है। वहीं आसाम, पश्चिम बंगाल, उत्तपूर्वी राज्यों में वहां की लोक परंपराओं के अनुसार मकर संक्रांति मनाई जाती है। दक्षिण राज्यों में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू , केरल, कर्नाटक आदि राज्यों में मकर संक्रांति पर्व को पोन्गल पर्व के रुप में मनाये जाने की परंपरा है। इस बार रायपुर में अय्यपा मंदिर टाटीबंध में एक लाख दीयों से भगवान अय्यपा की महाआरती उतारने का आयोजन विधिविधान से किया जा रहा है। 

धान बेचने वाले सभी किसानों को प्रदान करें टोकन : कलेक्टर
Posted Date : 12-Jan-2019 11:38:05 am

धान बेचने वाले सभी किसानों को प्रदान करें टोकन : कलेक्टर

0-दूसरे के खाते से धान बेचते पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई के दिए निर्देश
0-निर्धारित रकबे से अधिक की खरीदी करने वाली समितियों से की जाएगी वसूली

रायपुर, 12 जनवरी ।  कलेक्टर डॉ. बसवराजु एस. ने कहा है कि खरीफ विपणन वर्ष में 2018-19 के तहत आगामी 31 जनवरी तक सहकारी समितियों के माध्यम से धान खरीदी का कार्य किया जाएगा। जिले में अब तक करीब 85 प्रतिशत धान की खरीदी हो चुकी है शेष खरीदी के लिए धान बेचने वाले बचे पंजीकृत किसानों को अभी से समितियों द्वारा टोकन प्रदान कर दिया जाए ताकि आखिरी तिथि में किसानों को धान बेचने में परेशानी का सामना न करना पड़े।
कलेक्टर डॉ. बसवराजु एस. आज यहां जिला कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रॉस सभाकक्ष में जिले में अब तक समर्थन मूल्य पर की गई धान खरीदी की समिति व उपार्जन केन्द्रवार समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि किसानों को धान बेचने में किसी भी तरह की परेशानी न हो। वास्तविक किसानों को इसका समुचित लाभ मिले पर किसी भी परिस्थिति में बाहर से आने वाले धान की खरीदी न हो यह सुनिश्चित किया जाए, यदि कोई किसी दूसरे के खाते में धान बेचते पाया जाता है तो संबंधितों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर ने खरीदी केन्द्रों से धान के परिवहन की धीमी गति पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिन समितियों में बफर लिमिट से अधिक धान संग्रहण हो गया है वहां से शीघ्र धान का उठाव कराने के निर्देश जिला विपणन अधिकारी को दिए है। कलेक्टर ने कहा कि जिन समितियों में 80 प्रतिशत से अधिक खरीदी हो गई है वहां खाद्य, सहकारी बैंक और सहकारिता विभाग के जिला व विकासखण्ड स्तरीय अधिकारियों का दल बनाकर जांच कर रिर्पोट प्रस्तुत किया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में जिला स्तरीय अधिकारियों को भी समितियों में धान खरीदी की जांच की निगरानी के लिए तैनात किया जाएगा ताकि अंतिम दिनों में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके। कलेक्टर ने उपार्जन केन्द्रों में बारदानों की उपलब्धता आदि की भी समीक्षा की।
खाद्य नियंत्रक जी.एस. राठौर ने बताया कि जिले में 125 धान उपार्जन केन्द्रों में सहकारी समितियों के माध्यम से धान खरीदी की जा रही है। वर्ष 2016-17 की तुलना में अभी तक जिले में 85 प्रतिशत धान की खरीदी की जा चुकी है।

परीक्षा शुल्क बढ़ोतरी के विरोध में अभाविप ने विवि प्रबंधन का पुतला फंूका
Posted Date : 12-Jan-2019 11:37:14 am

परीक्षा शुल्क बढ़ोतरी के विरोध में अभाविप ने विवि प्रबंधन का पुतला फंूका

जगदलपुर, 12 जनवरी ।  बस्तर विश्वविद्यालय में परीक्षा शुल्क में बढ़ोतरी का विरोध करते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन का पुतला फूंका। भानपुरी कॉलेज के सामने अभाविप कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। इसके साथ ही फीस कम करने की मांग को लेकर कुलपति के नाम संस्था के प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पिछली बार की अपेक्षा इस बार तीन गुना फीस में बढ़ोतरी कर दी गई है, जिसके चलते कई छात्र पढ़ाई छोडऩे मजबूर हो रहे हैं। इसके साथ ही छात्रनेताओं ने विवि प्रबंधन के कांग्रेस की सरकार के इशारे पर काम करने का आरोप भी लगाया है। वहीं उन्होंने बड़ी हुई फीस वापस नहीं लेने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है। इस दौरान परिषद के कार्यकर्ता रामप्रसाद मौर्य, कमलेश दीवान, टिकेश्वर मौर्य, लखेश्वर वैध, पितेश्वर बघेल मौजूद थे। 

नाबालिग का अपहरण और मानव तस्करी के आरोपियों को 7-7 साल की कैद
Posted Date : 12-Jan-2019 11:36:09 am

नाबालिग का अपहरण और मानव तस्करी के आरोपियों को 7-7 साल की कैद

कोंडागांव, 12 जनवरी ।  नाबालिग समेत दो लोगों का अपहरण और मानव तस्करी के आरोप में दोष सिद्ध पाकर सत्र न्यायालय ने तीन आरोपियों को 7-7 साल के कारावास की सजा सुनाई। इनमें से एक आरोपी गुजरात के कच्छ का रहने वाला है जो राजनांदगांव जिले के मानपुर इलाके में रहकर दोनों अपहृतों से भेड़ बकरियां चरवा रहा था। 
अपर लोक अभियोजक अशोक चौहान के मुताबिक माकड़ी थाना क्षेत्र से एक नाबालिग और एक अन्य युवक 25 जुलाई 2016 की शाम अचानक घर से गायब हो गए थे। एक युवक के पिता ने पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच के दौरान भानपुरी थाना क्षेत्र के खंडसरा निवासी तुलाराम को पकडक़र उससे पूछताछ की जिसके बाद उसने दोनों लडक़ों को अपने ही गांव के फरसूराम मंडावी को सौंपने की बात कही। जिसके बाद इन्होंने दोनों को गुजरात के कच्छ जिले के श्याम रब्बारी जो राजनांदगांव जिले के मोहला थाना क्षेत्र के गोटाटोला में रह रहा था, को 1500-1500 रुपए में बेच दिया था। श्याम इनसे वहां भेड़ बकरियां चरवा रहा था। पुलिस ने उसके पास से दोनों लडक़ों को बरामद किया और तीनों आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में अभियोग पत्र पेश किया। सत्र न्यायाधीश ओंकार प्रसाद गुप्ता ने मामले के विचारण के बाद तीनों आरोपियों को 7-7 वर्ष के कारावास और 2-2 सौ रुपए के अर्थदंड की सजा सुनाई है। 

जिला शिक्षा अधिकारी के औचक निरीक्षण में 3 शराबी शिक्षक हुए निलम्बित
Posted Date : 12-Jan-2019 11:35:19 am

जिला शिक्षा अधिकारी के औचक निरीक्षण में 3 शराबी शिक्षक हुए निलम्बित

गरियाबंद, 12 जनवरी ।  प्रदेश में गरियाबंद जिला शिक्षा अधिकारी ने देवभोग विकासखंड में आकस्मिक निरिक्षण किया। निरिक्षण करने के दौरान स्कूलों में भारी अनियमितताओं का उजागर हुआ है।
जिला शिक्षा अधिकारी एस. एस. ओगरे ने कुल 17 स्कूलों का निरीक्षण किया। जिसमें से 14 स्कूलों में अनियमितताएं पाई गईं। साथ ही इस दौरान कई बड़ी कार्रवाई को भी अंजाम दिया। हद तो तब हो गई जब 3 शिक्षक ऑन ड्यूटी पर ही नशे की हालत में पाए गए।
जिला शिक्षा अधिकारी ने तीनों शिक्षकों को तत्काल निलंबित कर दिया। वहीं एक शिक्षक के 10 दिन से बिना कोई सूचना दिए नदारद रहने की जानकारी मिलने पर उसे भी तत्काल निलंबित कर दिया है। इसके अलावा हाजरी लगाकर गायब मिले 4 शिक्षकों के वेतन काटने के निर्देश दिए हैं।
जिला शिक्षा अधिकारी के इस आकस्मिक निरीक्षण से देवभोग क्षेत्र के सभी स्कूलों में हडक़ंप मच गया है। अधिकारी ने कहा कि निरीक्षण निरंतर जारी रहेगी। साथ ही अब वे हर हफ्ते यहां की रिपोर्ट लेंगे। मामले में सबसे अहम बात यह है कि विकासखंड स्तर पर पहले ही मॉनिटरिंग कमेटी काम कर रही है। आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कमेटी की नजर में क्यों नहीं आई।

एके-47 लेकर फरार सीआईएसएफ का जवान हुआ बिलासपुर में गिरफ्तार
Posted Date : 12-Jan-2019 11:30:32 am

एके-47 लेकर फरार सीआईएसएफ का जवान हुआ बिलासपुर में गिरफ्तार

० बचेली थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई थी।
बिलासपुर, 12 जनवरी ।  बचेली में एनएमडीसी की लौह अयस्क खदान में सुरक्षा पर तैनात सीआईएसएफ जवानों की एक एके 47 रायफल और 30 राउंड कारतूस शुक्रवार को चोरी  हो गए थे। पुलिस की तफ्तीश में अरोपी 24 घंटे के अंदर पकड़ा गया। हथियार चुराने वाला यह शख्स सुरक्षा में तैनात इन्हीं जवानों का साथी निकला। उसे गिरफ्तार किया गया है। जवान मूल रूप से तमिलनाडु का रहने वाला था। उससे हथियार और कारतूस बरामद कर लिए गए हैं। इसी के साथ इस जवान के बारे में और भी कई खुलासे हुए हैं। 
ऐसे पकड़ में आया आरोपी जवान
दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि घटना की सूचना मिलने के बाद सभी सीसीटीवी फूटेज को स्कैन किया गया। इस दौरान एक फूटेज में चार जवान सामान लेकर बाहर जाते नजर आए। यह जवान छुट्टी पर जा रहे हैं, ऐसा बताया गया। इन जवानों से पूछताछ की गई।
कॉन्स्टेबल पनीशरण के बैग की जब तलाशी ली गई तो उसमें गन का ऑयल और कपड़ा मिला। इसके बाद उससे सख्ती से पूछताछ करने पर उसने गन चुराना स्वीकार कर लिया। पहले उसने बताया कि वह गन बिलासपुर में एक ठेकेदार को बेच चुका है। 
पारिवारिक दुश्मनी में करना चाहता था हत्या
इसके बाद जब और ज्यादा पूछताछ हुई तो उसने बताया कि बिलासपुर में एनटीपीसी सीपत के अहाते के बाहर घनी झाडिय़ों में उसने गन छिपाई है। उसने बताया कि वह इस गन को लेकर तमिलनाडु जाना चाहता था। जहां कुछ लोगों से उसकी पारिवारिक दुश्मनी थी। वह उनकी हत्या करना चाहता थ पहले बीएसएफ हो चुका है बर्खास
आरोपी जवान के सर्विस रिकॉर्ड खंगालने पर पता चला कि साल 2011 में नियम विरुद्ध कार्यशैली की वजह से उसे बीएसएफ से नौकरी से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उसने इस बात को छिपाते हुए साल 2012 में सीआईएसएफ में नौकरी ज्वाइन कर ली। उसके फोन खंगालने पर कई महिलाओं और लड़कियों से बातचीत के रिकॉर्ड मिले हैं। इसके साथ ही उसके नाम से कई बैंक खाते हैं और आय से कहीं अधिक खर्च का रिकॉर्ड मिला है।