रायपुर, 27 नवंबर । छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों के लिए मतदान संपन्न होने के बाद अब मतगणना के लिए युवाओं को बेसब्री से इंतजार है ।
प्रदेश के कोने-कोने में अपनी नई सरकार को लेकर चुनावी चौपाल सुबह-सुबह लगती नजर आ रही है। चाय की दुकानों में चुनावी परिणाम को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है।
युवाओं का मत :
राजेश फरिकार का कहना है कि सरकार किसी की भी बने विकास होना चाहिए। विकास की गति में किसी प्रकार की रूकावट नहीं आनी चाहिए।
निष्ठा गुप्ता का कहना है कि युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने चाहिए वहीं स्किल डेव्लपमेंट पर आगामी सरकार के मंत्रीमंडल को विशेष फोकस डालना चाहिए।
0-गतौरा, बिलासपुर के मध्य नॉन इंटरलॉकिंग के चलते रहेगा ब्लॉक
रायपुर, 27 नवंबर । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर रेल मंडल के अंतर्गत आने बिलासपुर-गतौरा रेलवे स्टेशन के बीच 7-8 दिसंबर को नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के चलते 6 से अधिक यात्री टे्रनों का परिचालन प्रभावित होने वाला है।
रेलवे सूत्रों ने बताया कि 7 और 8 दिसंबर को बिलासपुर और इससे लगे गतौरा रेलवे स्टेशन के मध्य नॉन इंटरलॉकिंग का कार्य किया जाएगा। इस ब्लॉक के चलते 7 दिसंबर को रायगढ़ से छूटने वाली बिलासपुर-रायगढ़ मेमू लोकल, बिलासपुर से छूटने वाली रायगढ़ मेमू, गेवरारोड-बिलासपुर मेमू और बिलासपुर-गेवरारोड के मध्य अप और डाउन में चलने वाली 5 लोकल टे्रनें, झारसुगुड़ा-गोंदिया-झारसुगुड़ा पैसेंजर 7 एवं 8 दिसंबर को, रायपुर-गेवरारोड-रायपुर पैसेंजर केवल बिलासपुर तक चलेगी। यह टे्रन गेवरारोड रेलवे स्टेशन और बिलासपुर के मध्य रद्द रहेगी। इन टे्रनों के रद्द होने से गेवरारोड, कोरबा, चांपा, जांजगीर, बिलासपुर और रायगढ़ के साथ ही झारसुगुड़ा से बिलासपुर के मध्य दैनिक यात्रा करने वाले हजारों यात्रियों को परेशानी होगी। ज्ञात हो कि बिलासपुर से रायगढ़ और बिलासपुर से कोरबा के मध्य हजारों कर्मचारी आना-जाना करते हैं। इसी तरह रायगढ़ रूट पर रहने वाले यात्री इन्हीं टे्रनों के सहारे बिलासपुर तक पहुंचते थे। दो दिनों तक इन टे्रनों के रद्द होने से मुसाफिरों के पास केवल एक्सप्रेस और मेल टे्रनों का ही सहारा बचा है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए खेद जताया है।
० नैला, जांजगीर, चांपा रोड में किराए व जुगाड़ के भवन में संचालित हैं कार्यालय
जांजगीर-चांपा, 27 नवंबर । जिला बने 20 साल होने के बाद भी यहां के सरकारी कार्यालय व्यवस्थित नहीं है। इसके चलते दर्जन भर कार्यालय इधर-उधर संचालित हो रहे हैं। कई कार्यालय निजी मकान में तो कई कार्यालय दूसरे विभाग के भवन में संचालित हो रहे हैं। अलग-अलग दिशा में कार्यालय होने से लोगों को कार्यालय खोजना पड़ जाता है वहीं विभिन्न कार्यो के लिए आए लोगों को कार्यालय तक पहुंचने में परेशानी भी होती है। जिला मुख्यालय में दफ्तरों का जहां-तहां संचालन लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया है, वहीं किराए के नाम पर शासन को भी हर महीने बड़ी राशि देनी पड़ रही है। वर्तमान में जिले के दर्जन भर से अधिक विभाग किराए के मकान में चल रहे है तो इससे कहीं ज्यादा दफ्तर जनपद के पुराने भवनों में संचालित हैं। वर्तमान में परिवहन विभाग, वाणिज्यकर, सहायक अभियंता यांत्रिकी, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम, विपणन संघ, आबकारी वृृत्त, उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, जिला आयुर्वेद कार्यालय सहित अन्य विभाग के कार्यालय किराए के मकान में लग रहे हैं, जिनका किराया प्रतिमाह 5 से 15 हजार रुपए तक है। इसके अलावा यहां सुविधाओं की भी कमी है। परिवहन कार्यालय के सामने राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोज भीड़ लगती है इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसी प्रकार उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं, अंत्याव्यवसायी, श्रम पदाधिकारी जैसे कई दफ्तर जुगाड़ के अन्य भवनों में लग रहे हैं, जिसके कारण यहां आने-जाने वालों को बेवजह परेशानी होती है। उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय में लगभग सभी कार्यालय कलेक्टोरेट से संबंधित होते हैं, जिसके कारण कलेक्टोरेट आने वाले लोगों को संबंधित कार्यालयों में अथवा वहां से फिर कलेक्टोरेट आना ही पड़ता है। ऐसे में इन कार्यालयों के बीच की दूरी लोगों के लिए समस्या बन जाती है। स्वयं के साधन में आने वाले लोगों को संबंधित जगह पर आसानी से पहुंच जाते हैं लेकिन गांव देहात से आने वालों की परेशानी बढ़ जाती है।
सुकमा, 27 नवंबर । बस्तर के वनांचल क्षेत्र सुकमा में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को आज जिला मुख्यालय में श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद जवानों के पार्थिव शरीर को उनके गृहग्राम भेजा गया। इस मौके पर बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा सहित जिला पुलिस बल के आला अफसर मौजूद रहे।
कल सुकमा के सकलेर के जंगल में नक्सलियों और जवानों के बची मुठभेड़ हो गई थी। इस घटना में जवानों ने 9 नक्सलियों को मार गिराया था। वहीं, दो जवान भी शहीद हो गए थे।
धमतरी, 27 नवंबर । गंगरेल को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने संबंधी बैठक 28 नवंबर को आहूत की गई है। दोपहर 12 बजे से गंगरेल रेस्टहाउस में आयोजित इस बैठक में कलेक्टर डॉ. सी.आर. प्रसन्ना ने पालन-प्रतिवेदन के साथ उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।
जगदलपुर, 27 नवंबर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में आज दोपहर नक्सलियों ने एक कांग्रेस नेता दीपक फरसा की धारदार हथियार से निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी। इस घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक जांगला थाना क्षेत्र के ग्राम इनगुम निवासी 24 वर्षीय कांग्रेस नेता दीपक फरसा को विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रचार-प्रसार के चलते मौत के घाट उतारा गया है। बताया जा रहा है कि दीपक आज दोपहर खाना खाकर अपने घर पर आराम कर रहे थे, तभी अचानक उनके घर पर 10-15 हथियार बंद वर्दीधारी नक्सली आ धमके। नक्सली बंदूक की नोक पर उसे अगवा कर जंगल की ओर ले गए। एक घंटे बाद गांव के बाहर सडक़ पर उसका शव बरामद हुआ। दीपक से बुरी तरह मारपीट के बाद कुल्हाड़ी से गला रेतकर हत्या की गयी है।
गौरतलब है कि नक्सलियों ने चुनाव पूर्व ही राजनीतिज्ञों को विधानसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लेने की धमकी दी थी, लेकिन दीपक ने चुनाव प्रचार में बढ़-चढकऱ हिस्सा लिया था।
हालांकि ये घटना रविवार को ही हुई थी, लेकिन इसकी सूचना आज पुलिस को मिली है। पुलिस ने आज सुबह मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया है। पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।