छत्तीसगढ़

झलमला में आयुष स्वास्थ्य मेला संपन्न
Posted Date : 01-Feb-2019 1:00:25 pm

झलमला में आयुष स्वास्थ्य मेला संपन्न

रायगढ़, 1 फरवरी 2019/ जिला आयुर्वेद विभाग द्वारा ग्राम झलमला में विकासखण्ड स्तरीय नि:शुल्क आयुष स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया था। जिसमें कुल 655 हितग्राही लाभान्वित हुए। इनमें आयुर्वेद पद्धति से 552 एवं होम्योपैथी पद्धति से 103 लोगों का नि:शुल्क उपचार किया गया। शिविर का शुभारंभ सरपंच श्रीमती सावित्री गुप्ता ने किया। 
शिविर में आयुर्वेद में वातरोग, चर्मरोग, उदररोग, अर्शरोग, श्वास, कास, ज्वर, स्त्रीरोग, दौर्बल्य के रोगी ज्यादातर पाये गए। इस मौके पर आयुर्वेद में दर्द का प्रबंधन दिनचर्या, ऋतुचर्या, स्नान से लाभ, डेंगू बुखार, शौचालय के उपयोग, स्वच्छता एवं योग संबंधी, घरेलू आयुर्वेद उपचार विभिन्न प्रकार के पाम्पलेट वितरित किया गया एवं लोगों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर डॉ.अजय नायक, डॉ.संतोष कुमार गुप्ता, डॉ. प्रशांत सक्सेना, डॉ. गजानंन पटेल, डॉ.कुणाल पटेल, डॉ. शेख सादिक, डॉ.मुकेश साहू, डॉ.संजीव पटेल एवं विभागीय कर्मचारी रविशंकर श्रीवास, कमलेश साहू, दुष्यंत श्रीवास, बोधराम सिदार, डोलनारायण सिदार, राजेश साव, मुकेश नायक सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।   
लोकसभा निर्वाचन हेतु ईव्हीएम की प्रथम स्तरीय जांच प्रारंभ
Posted Date : 01-Feb-2019 12:59:53 pm

लोकसभा निर्वाचन हेतु ईव्हीएम की प्रथम स्तरीय जांच प्रारंभ

रायगढ़, 1 फरवरी 2019/ भारत निर्वाचन आयोग द्वारा संसदीय निर्वाचन की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है। इस तारतम्य में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार 1 फरवरी से ईव्हीएम मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच प्रारंभ कर दी गई है। उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री संजय दीवान ने बताया कि रायगढ़ संसदीय क्षेत्रान्तर्गत पांच विधानसभा क्षेत्र लैलूंगा, रायगढ़, सारंगढ़, खरसिया एवं धरमजयगढ़ शामिल है। इनमें से लैलूंगा विधानसभा में उच्च न्यायालय में चुनाव याचिका लंबित होने के कारण शेष चार विधानसभा क्षेत्रों में पिछले निर्वाचन में प्रयुक्त ईव्हीएम मशीनों को आज राजनैतिक दल प्रतिनिधियों की उपस्थिति में रेंगालपाली रोड स्थित केन्द्रीय भण्डार गृह निगम स्थित स्ट्रांग रूम से निकाला गया तथा रायगढ़ तहसील कार्यालय स्थित जिला वेयर हाऊस में स्थानांतरित किया गया जहां ईसीआईएल हैदराबाद के इंजीनियरों द्वारा मशीनों का पुराना डाटा डिलीट कर एफएलसी की प्रक्रिया आगामी 15 फरवरी तक की जाएगी और मशीनों को आगामी लोकसभा निर्वाचन हेतु सुरक्षित रखा जाएगा।  
घुघवा में शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन के लिए 15 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित
Posted Date : 01-Feb-2019 12:59:19 pm

घुघवा में शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन के लिए 15 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित

रायगढ़, 1 फरवरी 2019/ विकासखण्ड पुसौर के ग्राम पंचायत घुघवा में शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालन हेतु 15 फरवरी तक आवेदन आमंत्रित किया गया है। इच्छुक प्राथमिक कृषि साख समिति, स्थानीय नगरीय निकाय, वन सुरक्षा समिति, अन्य सहकारी समिति, महिला स्व-सहायता समूह आवेदन पत्र के साथ समूह का पंजीयन प्रमाण पत्र, समूह का बायलॉज, बैंक खाता की छायाप्रति, ग्राम पंचायत के प्रस्ताव अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय, रायगढ़ में जमा कर सकते है। 
किशोर न्याय अधिनियम अंतर्गत संचालित बाल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
Posted Date : 01-Feb-2019 12:58:19 pm

किशोर न्याय अधिनियम अंतर्गत संचालित बाल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

रायगढ़/ प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्य.शाला जुर्डा में गत दिवस किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत संचालित एकीकृत बाल विकास संरक्षण योजना के प्रचार-प्रसार हेतु जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर स्कूल के बच्चों को अपराध से बचाने के तरीकों, उन पर होने वाले अपराध, लैगिक अपराध से बचाव के तरीके, बाल पीडि़तों को शासन द्वारा प्रदत्त उपचार, कानूनी आर्थिक मानसिक सहायता के बारे में तथा जिले में संचालित चाईल्ड लाइन 1098 परियोजना के विषय में जानकारी दी गई। चाईल्ड लाईन 1098 में कोई भी व्यक्ति अथवा बच्चा कॉल कर अपनी तथा किसी भी बच्चे की परेशानी, कष्ट तथा शोषण की जानकारी दे सकता है, जिस पर तत्काल कार्यवाही की जाती है। इस अवसर पर जिले में बच्चों के देखरेख एवं संरक्षण हेतु संस्थागत तथा गैर संस्थागत देखरेख सेवाओं की जानकारी दी गई। जिसके तहत बताया गया कि जिले में 6 बाल देखरेख संस्थाएं संचालित है जहां जरूरतमंद बच्चों को आश्रय एवं संरक्षण प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला जुर्डा के प्रधान पाठक श्री विजय कुमार कामडे, श्री नरेश सिदार, श्रीमती आरती सिंह, जिला बाल संरक्षण इकाई रायगढ़ के श्रीमती किरण मेहर, श्री दुबी श्याम खडिय़ा, श्री संतोष कुमार मस्तावर, श्रीमती उषा साहू एवं श्री छोटेलाल सिदार उपस्थित थे। 
जिले में बाल संरक्षण इकाई द्वारा स्कूलों में माह दिसम्बर 2018 से लगातार जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य समाज में बाल संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता, देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों का चिन्हांकन तथा उनका पुनर्वास कराना आदि के लिए चाईल्ड लाइन एवं पुलिस का भी सहयोग इस कार्य के लिए लिया जा रहा है। विभाग की योजना फरवरी माह से अधिक से अधिक स्कूलों एवं बच्चों तक बाल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने की है। 
कलेक्टर ने किया सखी वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण
Posted Date : 01-Feb-2019 12:56:20 pm

कलेक्टर ने किया सखी वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण

रायगढ़/ कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने आज केलो विहार स्थित सखी वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने घरेलू हिंसा, भटकती अवस्था, लापता एवं अन्य समस्याओं से संबंधित प्रकरणों एवं फाइल की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से कहा सभी प्रकरणों में फालोअप लेते रहें। बायोमीट्रिक व्यवस्था एवं कम्प्यूटर के लिए इंटरनेट कनेक्शन ठीक रखें। उन्होंने कम्प्यूटर में दर्ज प्रकरणों का अवलोकन किया और सेंटर में आश्रय कक्ष एवं काऊसिलिंग का भी निरीक्षण किया। 
कलेक्टर ने महिला संरक्षण श्रीमती चैताली राय विश्वास से न्यायालयीन एवं पुलिस कार्यवाही के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने पीडि़त महिलाओं के काऊंसिलिंग के संबंध में जानकारी ली। श्रीमती राय ने बताया कि भटकती अवस्था में मिलने वाली महिलाओं को 5 दिन आवश्यकतानुसार सखी वन स्टॉप सेंटर मेंं आश्रय दिया जाता है एवं उनका इलाज कर देशभर में पतासाजी कर परिवार वालों के सुपुर्द किया जाता है। जिनके परिजन नहीं है ऐसी पीडि़त महिलाओं नारी निकेतन भेजा जाता है। जो मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला होती हैं उनके चिकित्सकीय प्रमाण-पत्र के आधार पर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी (मजिस्ट्रेट) के आदेश पर मानसिक उपचार केन्द्र सेन्दरी बिलासपुर में भर्ती कराया जाता है। वहां ठीक हो जाने वाली महिलाओं का पुनर्वास कराया जाता है। श्रीमती राय ने बताया कि बच्चों से संबंधित प्रकरणों को बाल कल्याण समिति में भेज दिया जाता। इस अवसर पर कलेक्टर ने घरेलू हिंसा, मानव तस्करी, बाल यौन शोषण, बाल विवाह, मानसिक प्रताडऩा, भटकती अवस्था, गुमशुदगी, दहेज प्रताडऩा एवं अन्य समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। महिला संरक्षण अधिकारी ने बताया कि मार्च 2017 से 21 जनवरी 2019 तक कुल 652 प्रकरण दर्ज किए गए है जिनमें से 575 निराकरण किए गए है। सखी वन स्टाप सेंटर में अब तक 238 महिलाओं को तथा 71 बच्चों को आश्रय दिया जा चुका है। कलेक्टर ने सेंटर में किए जा रहे कार्यों सराहना की। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री टी.जाटवर उपस्थित थे। 
 बस्तर के 5300 किसानों को मिलेगा सिंचाई कर माफी का लाभ
Posted Date : 01-Feb-2019 12:41:07 pm

बस्तर के 5300 किसानों को मिलेगा सिंचाई कर माफी का लाभ

जगदलपुर, 01 फरवरी । किसानों का कर्ज माफ करने का सिलसिला और आगे बढ़ गया है। कुछ दिनों पहले जहां राज्य सरकार ने सहकारिता विभाग के माध्यम से बैकों से कर्ज लेने से हजारों किसानों को राहत देते हुए उनका कर्ज माफ कर दिया था, वहीं अब सालों से सिंचाई शुल्क जमा नहीं करने वाले किसानों को राहत दी है। पिछले 15 साल का बकाया कर सरकार ने माफ कर दिया है। पहली बार सिंचाई कर माफ किए जाने का फायदा बस्तर जिले के 5300 किसानों को मिलेगा। 
जानकारी के मुताबिक ये किसान पिछले डेढ़ दशक से सिंचाई शुल्क जमा नहीं कर रहे थे। शुल्क वसूली के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने कई बार किसानों को नोटिस देने की योजना बनाई लेकिन किसानों की माली हालत को देखते हुए इस काम को अंजाम नहीं दिया गया। किसानों को राहत देते हुए उनका 63 लाख रुपए का कर्ज माफ कर दिया गया है। इसका फायदा सबसे अधिक बस्तर और जगदलपुर ब्लाक के किसानों को मिलेगा। ज्ञात हो कि बस्तर जिले में इन दोनों ब्लाकों के किसान जल संसाधन विभाग के द्वारा बनाई गई सिंचाई परियोजनाओं का लाभ लेते हैं।  
उल्लेखनीय है कि किसानों को सबसे अधिक लाभ कोसारटेडा बांध से मिलता है। इस बांध से किसानों को हर साल सात हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में सिंचाई सुविधा दी जाती है। बांध के किनारे रहने वाले किसान सबसे अधिक धान व मक्का की खेती की जाती है। कृषि विभाग के मुताबिक बांध के पानी का उपयोग इस समय 800 हेक्टेयर में लगे मक्के की फसल के लिए किसान कर रहे हैं। इसके अलावा खरीफ सीजन में करीब दो हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में धान के लिए बांध के पानी का उपयोग किया जाता है। जानकारी के मुताबिक इस समय जिले में सिंचाई परियोजनाओं के नाम पर एक मध्यम परियोजना के साथ तालाब व उद्वहन सिंचाई योजना की आधा दर्जन परियोजनाएं चल रही हैं। इस बांध के पानी का उपयोग हर साल 6 हजार से अधिक किसानों के द्वारा किया जाता है। 
बांध और तालाब के साथ ही उद्वहन सिंचाई योजना के जरिए किसानों को दी जाने वाली सिंचाई सुविधा के लिए जल संसाधन विभाग ने अलग-अलग रेट तय किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक खरीफ के सीजन में जहां किसानों को 99 रुपए प्रति एकड़ के मान से किसानों से शुल्क लिया जाता है वही रबी सीजन में बढक़र यह 120 रुपए हो जाता है। आसानी से मिलने वाली इस सुविधा का उपयोग किसानों के द्वारा सालों से बिना किसी रोक टोक के किया जाता रहा है। लेकिन जब शुल्क जमा करने का समय आता है तो किसान इससे दूर हट जाते हैं। किसानों की लेटलतीफी के चलते जल संसाधन विभाग अब तक शुल्क की वसूली कभी भी 50 फीसदी तक नहीं कर पाया है। 
कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग पीजीएस राजपूत के मुताबिक किसानों को सिंचाई शुल्क माफ कर दिया गया है। इस माफी का फायदा बस्तर जिले के हजारों किसानों को मिलेगा। अब किसान बिना किसी परेशानी के एक बार फिर से अपनी आवश्यकता के अनुरूप सिंचाई संसाधनों का उपयोग कर सकेंगे।