छत्तीसगढ़

प्रधानमंत्री मोदी का रायपुर एयरपोर्ट पर छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन और विकास व श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने किया आत्मीय स्वागत
Posted Date : 08-Feb-2019 11:35:40 am

प्रधानमंत्री मोदी का रायपुर एयरपोर्ट पर छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन और विकास व श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने किया आत्मीय स्वागत

रायपुर, 08 फरवरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आज राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचने पर छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन और विकास व श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने पुष्प भेंट कर उनका आत्मीय स्वागत किया। 
    गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आज नई दिल्ली से  विशेष विमान द्वारा सुबह राजधानी रायपुर के माना स्थित स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पहुंचे और संक्षिप्त प्रवास के पश्चात् यहां से वायु सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा प्रदेश के रायगढ़ जिले के लिए रवाना हुए। प्रधानमंत्री दोपहर को हेलीकॉप्टर से रायपुर आकर यहां से विशेष विमान द्वारा पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होंगे। 
     इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक,अपर मुख्य सचिव सी. के. खेतान, पुलिस महानिदेशक डी.एम. अवस्थी, रायपुर संभाग के आयुक्त श्री जी.आर. चुरेन्द्र, रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक आनंद छावड़ा, कलेक्टर डॉ. बसवराजु एस., पुलिस अधीक्षक श्रीमती नीथू कमल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी प्रधानमंत्री  मोदी का एयरपोर्ट पर पुष्पभेंट कर स्वागत किया।

 छत्तीसगढ़ में सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बनेगा विशेष सेल : भूपेश बघेल
Posted Date : 08-Feb-2019 11:29:51 am

छत्तीसगढ़ में सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बनेगा विशेष सेल : भूपेश बघेल

0-मुख्यमंत्री शामिल हुए सतत विकास लक्ष्यों पर संवेदीकरण एवं उन्मुखीकरण कार्यशाला में 
रायपुर, 08 फ रवरी । राज्य योजना आयोग के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राजधानी रायपुर में पांचवीं विधानसभा में प्रथम बार निर्वाचित हुए विधायकों के लिए ’सतत विकास लक्ष्यों पर संवेदीकरण एवं उन्मुखीकरण’ कार्यशाला का दीप प्रज्जवलन कर शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन लक्ष्यों का उद्देश्य जनकल्याण है। विकास के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन पर भी ध्यान देने की जरूरत है। राज्य में सतत विकास हेतु निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ (सेल) का गठन किया जाएगा, जो कार्यक्रमों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के साथ ही इन कार्यों की निगरानी भी करेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मानव कल्याण के लिए जन घोषणा पत्र में 36 बिन्दु शामिल हैं, जिनकों प्राप्त करने के लिए शासन द्वारा कार्य योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है। इन बिन्दुओं में मानव जीवन, कृषि, पशुपालन, जल संरक्षण एवं संवर्धन, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, युवा एवं रोजगार आदि महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी- नरवा, गरूवा, घुरवा और बारी पर ध्यान देने के लिए कार्य योजना बनाई है। इस कार्य को संबंधित विभाग मिलकर पूरा करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जहां भूमिगत जल बहाव के चित्र सेटेलाइट के माध्यम से लिए गए हैं। सतही जल को रोकने के लिए वैज्ञानिक तरीके से कार्य करना है। ज्यादा से ज्यादा वाटर रिचार्जिंग हो, भूमिक्षरण रोका जा सके, इस दिशा में कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि एवं पशुपालन को आर्थिक रूप से लाभकारी बनाने के लिए मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था और गौठान की सुरक्षा का कार्य किया जाएगा। गरूवा अर्थात गाय जो दूध देने का काम करती है, उसे फिर से किसानों की आर्थिक ताकत बनाने के लिए प्रदेश की 20 हजार से अधिक पंचायतों में गौठान का चिन्हांकन और चारागाह की सुरक्षा के लिए स्थान चिन्हांकित करने की कार्रवाई शुरू हो गई है। इस कार्य से किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती मिलेगी। गोबर गैस प्लांट से मात्र 300 से 400 रूपए में भोजन पकाने की व्यवस्था होगी और कम्पोस्ट खाद के उपयोग से रासायनिक खाद पर निर्भरता कम होगी। भूमिक्षरण को रोकने जल संरक्षण का कार्य किया जाएगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि योजना विभाग जो कार्य योजना बनाता है, उसमें सभी का व्यापक हित सम्मिलित होता है। सतत विकास लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य के संसाधनों का संतुलित उपयोग हो और इसका प्रभावी असर लम्बे समय तक रहे। यह कार्यशाला लक्ष्यों के उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए प्रारंभिक पहल है। लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु सभी के सहयोग से नियोजित रूप से कार्य करते हुए बेहतर परिणाम प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव सी.के. खेतान ने अपने उद्बोधन में कहा कि सतत विकास वैश्विक अवधारणा है। सतत विकास लक्ष्य और ‘जन-घोषणा पत्र’ में शामिल बिन्दुओं में अनेक समानताएं है। सतत विकास लक्ष्य कुछ सीमा तक ‘अंतर्पीढिय़ समता’ अर्थात ‘इंटरजनरेशन इक्विटी’ के सिद्धांत पर आधारित है। इसका उद्देश्य है कि मानव कल्याण कार्य में कोई भी व्यक्ति विकास की धारा में ना छूटे। जन घोषणा पत्र में इन लक्ष्यों के निर्धारण में व्यक्ति की जन आकांक्षाओं को जनता से चर्चा करके तैयार किया गया है। इसके साथ ही पृथ्वी एवं पर्यावरण सुरक्षा के लिए ‘नरवा, गरूवा, घुरूवा और बारी’ की योजना का क्रियान्वयन और शांति स्थापित करने की दिशा में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। आर्थिक समृद्धि हेतु सभी का आर्थिक रूप से विकास हो तथा समुदाय के उन्नयन और विकास में सभी की सहभागिता हो, यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार राजेश तिवारी, मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऑक्सफेम इंडिया अमिताभ बेहार, यूनिसेफ छत्तीसगढ़ के योजना, अनुश्रवण एवं मूल्यांकन विशेषज्ञ डॉ. के.डी. मैटी सहित नवनिर्वाचित विधायक और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

लोकसभा निर्वाचन के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण करें : सुब्रत साहू
Posted Date : 08-Feb-2019 11:28:16 am

लोकसभा निर्वाचन के लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य निर्धारित समय पर पूर्ण करें : सुब्रत साहू

0-आगामी 12 व 13 फरवरी को रिटर्निंग ऑफिसरों सहित कलेक्टर्स और सहायक रिटर्निंग ऑफिसरों का सर्टिफि केशन कोर्स रायपुर में होगा 
0-मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से हर मतदाता तक पहुँचाने के निर्देश 
0-मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने वीडियो कॉन्फ ्रेंसिंग में निर्वाचन तैयारियों को लेकर दिए कई अहम निर्देश

रायपुर, 08 फ रवरी । लोकसभा निर्वाचन-2019 के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  सुब्रत साहू ने निर्वाचन कार्य में तेजी लाने सभी कलेक्टर्स एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सुगम, निष्पक्ष और स्वतंत्र निर्वाचन पूर्ण कराने के लिए निर्वाचन के हर पहलु को गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने आज यहाँ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के सभी कलेक्टर्स एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ लोकसभा निर्वाचन की तैयारियों की जानकारी लेकर उसकी समीक्षा भी की। वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग में बताया गया कि आगामी 12 व 13 फरवरी 2019 को राजधानी रायपुर में प्रदेश के सभी रिटर्निंग ऑफिसर सहित कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों और सहायक रिटर्निंग ऑफिसरों का दो-दिवसीय सर्टिफिकेशन कोर्स आयोजित किया जाएगा। इसके लिए इन अधिकारियों से कहा गया है, कि वे भारत निर्वाचन आयोग के मार्गदर्शी बिन्दुओं का अध्ययन कर ले। 
साहू ने मतदाता सूची पुनरीक्षण, वेब कॉस्टिंग के लिए मतदान केन्द्रों के चयन, वोटर हेल्पलाईन, मतदाता जागरूकता कार्यक्रम, विभिन्न निगरानी समितियों के गठन सहित अन्य विषयों पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिला स्तर पर गठित होने वाली विभिन्न निगरानी समितियों, सेक्टर अधिकारियों और दलों के गठन हेतु अधिकारियों का चयन कर, उन्हें प्रशिक्षण जल्द से जल्द दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि लोकसभा निर्वाचन के लिए आदर्श-आचार संहिता लागू होने के साथ ही सभी समितियां और दल अपना काम कुशलता से कर सकें, इसलिए टीम का गठन और उनका प्रशिक्षण तत्काल पूर्ण कर लिया जाए। 
सीईओ  साहू ने कहा कि विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम के तहत मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 22 फरवरी तक किया जाना है। ऐसे में नए मतदाताओं का नाम जोड़े जाने, नाम हटाने तथा संशोधन की प्रक्रिया को शेड्यूल अनुसार समय पर पूर्ण किया जाए। जिलों में वोटर अवेयरनेस फोरम का गठन किया गया है, जिनके सहयोग से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम तेजी से चलाया जाए। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारियों से मतदान और मतगणना केन्द्र में किसी भी प्रकार के परिवर्तन के लिए समय पर प्रक्रिया शुरू करने को कहा है। 
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि विधानसभा निर्वाचन के दौरान मतदान केन्द्रों से वेबकास्टिंग की गई थी, जो लोकसभा निर्वाचन के दौरान भी किया जाएगा। इस हेतु मतदान केन्द्रों का चयन कर सूची शीघ्र भेजे जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलों में स्थापित मतादाता सहायता केन्द्रों की गहन एवं सतत् निगरानी के लिए सभी जिला सम्पर्क केन्द्रों में सीसीटीव्ही कैमरे लगाने के निर्देश दिए।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  सुब्रत साहू ने बताया कि निर्वाचन पूर्व प्रदेश स्तर से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम जारी किया गया है। आगामी 11 फरवरी से शुरू हो रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान नोडल अधिकारियों, सेक्टर अधिकारियों, मीडिया मॉनिटरिंग कमेटी, मतदान दल से लेकर माइक्रो आब्जर्वर का प्रशिक्षण होगा। प्रशिक्षण 11 फरवरी से शुरू होकर लगातार चलेगा। 

रायपुर हॉफ मैराथन 24 को : देश-विदेश के करीब 25 हजार धावक लेंगे हिस्सा
Posted Date : 08-Feb-2019 11:26:31 am

रायपुर हॉफ मैराथन 24 को : देश-विदेश के करीब 25 हजार धावक लेंगे हिस्सा

0 कलेक्टर ने स्कूल व महाविद्यालयों की प्राचार्यो की बैठक लेकर अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करने को कहा 
रायपुर, 08 फरवरी । छत्तीसगढ़ शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा तीसरा रायपुर हॉफ मैराथन का आयोजन आगामी 24 फरवरी को सुबह 7:30 बजे किया जा रहा है। हॉफ मैराथन राजधानी रायपुर के अटलनगर स्थित शहीद वीरनारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के पास आयोजित की जाएगी। इसमें मैराथन में देश-विदेश के करीब 25 हजार धावकों के शामिल होने की उम्मीद है। कलेक्टर डॉ.बसवराजु एस. ने आज यहां जिला कलेक्टोरेट परिसर स्थित रेडक्रॉस सभाकक्ष में जिले के हाई व हायर सेकेण्डरी स्कूल और महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक लेकर इसमें अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करने को कहा है। कलेक्टर ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ  खेलकूद और अन्य साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियां बच्चों के संपूर्ण व्यक्त्वि विकास के लिए आवश्यक है, उन्होंनेे कहा कि मैराथन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों का 15 फरवरी तक ऑनलाईन पंजीयन सुनिश्चित हो जाए ताकि उन्हें स्कूलों के माध्यम से ही टी-शर्ट व चेस्ट नंबर प्रदान किए जा सके। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गौरव कुमार सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी ए.एन. बंजारा उपस्थित थे।
गौरतलब है कि लगातार तीसरी बार आयोजित हो रहे रायपुर हॉफ मैराथन में प्रथम पुरस्कार तीन लाख रूपए, द्वितीय दो लाख रूपए और तृतीय पुरस्कार एक लाख रूपए प्रदान किया जाएगा। हॉफ मैराथन में दिव्यांगजन एवं वरिष्ठ नागरिकों सहित 13 गु्रप में कुल 32 लाख रूपए का पुरस्कार विजेताओं को प्रदान किया जाएगा। रायपुर  हॉफ  मैराथन में भाग लेने के लिए प्रतिभागी गूगल प्ले स्टोर में जाकर रायपुर हॉफ मैराथन 2019 एप डाउनलोड कर अथवा बेव साईट पर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं, रजिस्टेऊशन आगामी 15 फरवरी तक किए जा सकेंगे।
इस मैराथन में न्यूनतम 10 वर्ष से 60 वर्ष के प्रतिभागी एवं दिव्यांग ट्राईसिकल व दृष्टिबाधित महिला-पुरूष प्रतिभागी सम्मिलित हो सकते है। न्यूनतम एक किलोमीटर से 21 किलोमीटर की रेस में विजेता प्रतिभागियों के लिए न्यूनतम 3 हजार रूपए एवं अधिकतम 3 लाख रूपए तक पुरस्कार राशि निर्धारित की गई है। रजिस्ट्रेशन में यदि कोई कठिनाई हो तो प्रतिभागी जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र रायपुर में मैराथन के लिए बनाए गए हेल्प डेस्क से संपर्क कर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं।

कर्ज माफ ी से किसानों में खुशी का माहौल : भूपेश बघेल
Posted Date : 08-Feb-2019 11:25:44 am

कर्ज माफ ी से किसानों में खुशी का माहौल : भूपेश बघेल

0-भिलाई-चरौदा नगर निगम के लिए 5 करोड़ रूपए की मंजूरी मुख्यमंत्री शामिल हुए नागरिक अभिनंदन समारोह में 
रायपुर, 08 फ रवरी । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कर्ज माफी से किसानों में उत्साह और खुशी का माहौल है। मुख्यमंत्री ने कर्जमाफी किए जाने के निर्णय के बाद मैं लगातार किसानों से मिला हूँ। हमारे किसानों ने कई सपने देखे थे, लेकिन वे अपने सपने कर्ज की वजह से पूरा नहीं कर पा रहे थे। इस निर्णय से लाखों किसानों की छोटी-छोटी खुशियां पूरी हुई हैं और उन्हें अपने खेती-किसानी को आगे बढ़ाने के लिए अवसर मिला।  मुख्यमंत्री ने दुर्ग जिले के भिलाई में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में बताया कि अर्जुन्दा के एक किसान उनके पास आया और ग्यारह हजार रुपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए प्रदान किया। उन्होंने कहा कि राज्य शासन की पहल से खेती-किसानी को संजीवनी मिली है। हम कर्ज के बोझ से बाहर हुए हैं तो किसान के रूप में मैंने भी अपना दायित्व समझते हुए मुख्यमंत्री सहायता कोष में यह सहायता राशि दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे छत्तीसगढ़ के अर्थव्यवस्था को भी संजीवनी मिली है, क्योंकि बाजार की ताकत किसान से है। किसान की आर्थिक स्थिति खराब होने का बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अभिनंदन समारोह में नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव डहरिया ने भी संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप भिलाई-चरौदा नगर निगम के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी। डॉ. डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढिय़ा माटी पुत्र मुख्यमंत्री बने हैं। अब हमारे पुरखों के सपने पूरे होंगे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि दुर्ग-भिलाई तथा किसानी और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में मुख्यमंत्री इतनी बातें जानते हैं कि कई बार मैं चकित हो जाता हूँ। यह लोगों से उनके गहरे जुड़ाव की वजह से ही संभव हो पाया है। उन्होंने किसानों की कर्जमाफी और 2500 रुपए धान का समर्थन मूल्य जैसे वायदे पूरे किए। नागरिक अभिनंदन में स्वागत भाषण  तुलसी साहू ने किया। मुख्यमंत्री ने दिवाकर बहनों का भी सम्मान किया।
कर्ज माफ ी से किसानों में खुशी का माहौल : भूपेश बघेल के लिए इमेज परिणाम

भिलाई-3 की गलियां गोकुल जैसी
समारोह में मुख्यमंत्री बघेल ने भिलाई-3 से जुड़े अपने बचपन की यादें भी साझा की। उन्होंने बताया कि इस जगह जहां सभा हो रही है वो खेले थे और अब बचपन की निशानी एक ईमली का पेड़ ही बचा है जो सामने दिख रहा है। भिलाई स्टील प्लांट बनने के बाद तेजी से यहां बसाहट हुई और आबादी इतनी ज्यादा बसी कि यहां काफी कम जगह सार्वजनिक कार्यों के लिए बची है। बघेल ने बताया कि किस तरह यहां पेयजल की दिक्कत दूर करने की पहल उन दिनों उन्होंने की थी। 
पहली बार मंत्री बने थे तो हर घर में चौक पूरे गए थे
बघेल ने कहा कि भिलाई-3 में मुझे बहुत स्नेह मिला। जब मैं पहली बार मंत्री बनकर यहां लौटा था तो पूरे यहां के हर घर में माताओं-बहनों ने चौक पूरे थे। मैं स्वागत से अभिभूत था। ऐसा अभूतपूर्व स्वागत मैंने जीवन में कहीं नहीं देखा था। 
महीने भर के भीतर प्रदेश में 10 हजार प्लाट की रजिस्ट्री
बघेल ने कहा कि लोग बहुत परेशान थे। छोटे प्लाट की रजिस्ट्री पर प्रतिबंध था। राज्य शासन द्वारा यह प्रतिबंध हटाया गया और दस हजार प्लाट की रजिस्ट्री हुई है। 
शिकायतें मुख्यमंत्री तक नहीं पहुंचना कलेक्टरों का लिटमस टेस्ट
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के गठन का उद्देश्य यह था कि लोगों को भोपाल तक न जाना पड़ा। उनकी समस्याएं स्थानीय मुख्यालय स्तर पर ही हल हों। हमने कलेक्टरों को यही कसौटी दी है कि किस कुशलता से वे जनता की समस्या का निराकरण करते हैं ताकि उन्हें मुख्यमंत्री के पास अपना आवेदन लेकर आने की जरूरत न पड़े। यह उनका लिटमस टेस्ट है।

रायपुर का गौरवशाली साइंस कॉलेज भविष्य में भी छुए नई ऊंचाई - भूपेश बघेल
Posted Date : 08-Feb-2019 11:24:33 am

रायपुर का गौरवशाली साइंस कॉलेज भविष्य में भी छुए नई ऊंचाई - भूपेश बघेल

0-मुख्यमंत्री शामिल हुए शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में
रायपुर, 08 फ रवरी । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजधानी रायपुर में शासकीय नागार्जुन स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि रायपुर के इस प्राचीन महाविद्यालय की अनेक महत्वपूर्ण एवं गौरवशाली उपलब्धियां रही हैं। इस महाविद्यालय के विद्यार्थी मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव सहित अनेक महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचे हैं। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि आने वाले भविष्य में भी महाविद्यालय के विद्यार्थी अपनी प्रतिभा, लगन और मेहनत से नई-नई ऊंचाईयों को छूने में सफल होंगे। बघेल ने महाविद्यालय की प्रगति के लिए राज्य शासन की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बघेल स्वयं भी रायपुर के साइंस कॉलेज के विद्यार्थी रहे हैं। उन्होंने अपने विद्यार्थी जीवन के पुराने दौर को याद करते हुए कहा कि उस समय भी विद्यार्थी वार्षिक सम्मेलन की तैयारियां जोर-शोर से करते थे। वही उत्साह आज के विद्यार्थियों में भी देखने को मिल रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने की। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डी.एन. वर्मा ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने बताया कि 1948 में इस कॉलेज की स्थापना हुई। 1985 में इसे आदर्श महाविद्यालय का दर्जा मिला और 1988 में यह स्वशासी महाविद्यालय बना। वर्तमान में यहां 2600 छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं। गौरव की बात है कि महाविद्यालय के 120 विद्यार्थियों ने पी.एच.डी. और डीलिट की उपाधि प्राप्त की है। वर्तमान में 25 विद्यार्थी शोध कार्य कर रहे हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी-कर्मचारी और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थे।