शहर में नागरिकों से हुए रूबरू
रायगढ़/ कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने आज सारंगढ़ बस स्टैण्ड का निरीक्षण किया। इस अवसर पर वे शहर के नागरिकों से रूबरू हुए और शहर की समस्याओं के संबंध में जानकारी ली और निराकरण का आश्वासन दिया। उन्होंने सीएमओ ने कहा कि बस स्टैण्ड की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि नालियों की सफाई प्रतिदिन होना चाहिए ताकि डेंगू के प्रकोप संभावना न हो। पानी के निकासी की भी समुचित व्यवस्था होना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर डोर टू डोर कचरा कलेक्शन भी होना चाहिए। उन्होंने स्थानीय दुकानदारों से कहा कि दुकान योजनाबद्ध तरीके से रोड के अंदर ऐसे स्थानों पर ले जहां पार्किंग की व्यवस्था हो। इस मौके पर शहर की स्वयसेवी संस्था के सदस्यों ने पार्क को विकसित करने में सहयोग करने में रूचि प्रदर्शित की। इस अवसर पर कलेक्टर ने सारंगढ़ बैडमिंटन स्पोर्ट्स क्लब का भी मुआयना किया। वहां उन्होंने गुणवत्ताविहीन भवन देखकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अभियंता के साथ मिलकर जांच करने के निर्देश एसडीएम को दिए। कलेक्टर ने इस मौके पर एसडीएम कार्यालय का भी निरीक्षण किया एवं वहां कोर्ट में पंजी का अवलोकन किया। इस अवसर पर एसडीएम श्री हितेश बघेल एवं अन्य अधिकारी एवं नागरिक मौजूद थे।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले बच्चों के लिए होगी कोचिंग की व्यवस्था-कलेक्टर ने सारंगढ़ के सामुदायिक भवन का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि भवन का उपयोग बच्चों की पढ़ाई के लिए कोचिंग क्लास के रूप में उपयोग करने के लिए उपयुक्त होगा। जो बच्चे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी चाहते है। उनके लिए यहां कोचिंग के रूप में पढ़ाई की व्यवस्था करने के निर्देश एसडीएम श्री हितेश बघेल को दिए। उन्होंने कहा कि नगर वासियों के सहयोग से यहां ग्रंथालय भी बनाया जा सकेगा।
०-10 ग्राम गांजा व चिलम पाये जाने पर एक गंजेड़ी गिरफ्तार
रायपुर,28 मार्च । सिविल लाईन व राजेन्द्रनगर थाना क्षेत्र में गांजा के साथ तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके पास से 26 किलो 7 सौ 10 ग्राम गांजा जप्त कर आरोपियों दो युवकों सहित एक लडक़ी को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार जडमंब पोष्ट अंकाडेली थाना मदूकुंड जिला कोरापुर उड़ीसा निवासी धनूरजय मण्डी 35 वर्ष पिता भगवान मण्डी व रायपडा हरिजन साही पोष्ट गोडीहंजन थाना मधुकुंछ कोरापुर उडिसा निवासी बलराम हतल 25 वर्ष पिता लेखन हतल को पण्डरी झण्डा चौक के पास पैदल जाते समय शक के आधार पर जांंच के दौरान पि_ू बैग मे रखे12 किलो गांजा मिलने पर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पण्डरी श्याम प्लाजा के पास पैदल जा रहे मधु कृष्णानी 28 वर्ष पिता सेामनाथ व समय खीमु 27 वर्ष पिता विश्वनाथ खीमु को 14 किलो 7 सौ गांजा पाये जाने पर पुलिस ने जांच के दौरान पकड़ा है। इसी तरह राजेन्द्रनगर थाना क्षेत्र में सुभाष नगर न्यु राजेंद्रनगर रायपुर निवासी सोनु दीप 26 वर्ष पिता चंद्रहास दीप को आरके ब्रिज गार्डन के पास 10 ग्राम गांजा व चिलम पाये जाने पर जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 20 बी एन.डी.पी.एस.एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
बीजापुर, 28 मार्च । नक्सली नेता विकास ने अपना आडियो रिकार्ड जारी करते हुए सुकमा जिले के करनगुड़ा मुठभेड़ में मारे गए साथियो को पीएलजीए का सदस्य बताते हुए सरकार पर दमनकारी होने का आरोप लगाया ।
नक्सली नेता विकास द्वारा जारी किए गए आडियो रिकार्डिंग बयान में मुठभेड़ में मारे गए साथियो की पहचान भी बताया , वही सुरक्षा बलों पर भिमावरम और दुम्मागुड़ा गांव में नक्सली केम्प को घेर कर अंधाधुंध फ ायरिंग करने और बाद में इसे फर्जी तरीके से मुठभेड़ होने का प्रचार करने का भी आरोप लगाया और इस घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग भी किया । वही कांग्रेस की भूपेश सरकार को दमनकारी बताते हुए पूर्व की भाजपा सरकार की तर्ज पर काम करने का आरोप लगाते हुए विधानसभा चुनाव के दौरान जनता झूठे वादे करने का आरोप भी लगाया ।
रायपुर, 28 मार्च । राज्य सरकार के मुखिया ने एक बार फिर से केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ताजा ट्वीट में कहा है गरीब से न्याय, गरीब को आय, अब होना है सिर्फ न्याय, फकीर जी हिमालय जाएं।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ठीक इसी तर्ज पर विधानसभा चुनाव के पूर्व भी केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा था। विधानसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त रहने के बाद भी पीसीसी प्रमुख होने के नाते उन्होंने केन्द्र सरकार की अधिकांश नीतियों से होने वाले दूरगामी परिणाम को भांपते हुए केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला था। अब देश में होने वाले आमचुनाव और राज्य की सभी 11 सीटों पर कांग्रेस के लिए जीत की राह आसान बनाने के लिए भी भूपेश बघेल ने कमर कस ली है। प्रदेश में लगातार दौरा कर रहे श्री बघेल मौका मिलते ही केन्द्र सरकार की नीतियों की आलोचना करने से नहीं चूक रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मिनिमम आय की योजना को जरूरतमंदों के लिए एक बेहतरीन प्रयास करार देेते हुए इन दिनों कांग्रेस के अधिकांश नेता इसका जोरदार प्रचार कर रहे हैं, साथ ही केन्द्र सरकार की नाकामियों को भी गिनाने से नहीं चूक रहे हैं।
० गर्मी में ८ करोड़ यूनिट होती है बिजली की खपत
महासमुंद, 28 मार्च । गर्मी आते ही बिजली की खपत बढ़ गई है। मार्च और अप्रैल में प्रतिवर्ष जिले में सबसे ज्यादा बिजली की खपत होती है। जनवरी महीने में लगभग साढ़े तीन करोड़ यूनिट की खपत हुई थी। मार्च महीने में 8 करोड़ यूनिट का अनुमान है। प्रति वर्ष खपत दोगुनी हो जाती है। जिले में 250 मेगावाट बिजली की खपत सामान्य महीनों में होती है।
तापमान बढऩे के साथ घरों में एसी और कूलर उपयोग होने लगा है। रबी फसल के लिए पंप भी खेतों में चल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक महासमुंद जिले में ५० हजार कृषि पंप हैं। महासमुंद विकासखंड में 26 हजार पंप है। इस वजह से खपत बढऩे के साथ बिजली की आंख-मिचौली भी शुरू हो जाती है। वर्तमान में बिजली कटौती होने से लोगों को परेशानी बढ़ गई है। विद्युत कंपनी के अधिकारियों के अनुसार शहर में बिजली की खपत प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है। मांग के अनुसार जगह-जगह क्षमतानुसार ट्रांसफार्मर लगाए जा रहे हैं। गांवों में कई ग्रामीण ट्रांसफार्मर लगाने की मांग भी कर चुके हैं। महासमुंद शहर में विद्युत पोलों की शिफ्टिंग का कार्य लगभग पूरा हो गया है। इस कारण मेन रोड के व्यापारियों को करीब एक महीने के बाद कटौती से राहत मिली है।
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गर्मी बढऩे का असर
शहर में अधिकतम तापमान 3८ डिग्री सेल्सियस के आस-पास चल रहा है। न्यूनतम तापमान २२ डिग्री सेल्सियस चल रहा है। इस वजह से लोगों के घरों में एसी, कूलर दिन-रात चल रहे हैं। आगामी दिनों में तापमान और बढ़ सकता है। हालांकि, बिजली विभाग का कहना है कि जो लोड मार्च और अप्रेल महीने में होता है, वो लोड मई व जून के महीने में नहीं होता है। क्योंकि इस महीने कृषि पंप ज्यादा नहीं चलते हैं। इस वजह से खपत भी कम होती है।
वर्सन
गर्मी के दिनों में बिजली की खपत दोगुनी हो जाती है। मार्च महीने में लगभग 8 करोड़ यूनिट खपत होती है। इसकी मुख्य वजह कृषि पंप व एसी हैं, जो ग्रामीण व शहरी क्षत्रों में ज्यादा चल रहे हैं।
सुनील कुमार साहू, डीई, कार्यपालन यंत्री
० सेंटर को ऑपरेट करने के लिए नहीं मिल रहे युवा
० आधार सहित अन्य काम के लिए भटक रहे लोग
महासमुंद, 28 मार्च । ग्राम पंचायतों में खुले डिजिटल कॉमन सर्विस सेंटर किसी काम के नहीं हैं। इंटरनेट की सुविधा तक नहीं है, सिर्फ सीएससी सेंटर के बोर्ड भवन के बाहर लटके देखे जा सकते हैं। वहीं १४ ग्राम पंचायतों में सेंटर की शुरुआत भी होनी है, पर इसके संचालन के लिए स्थानीय युवाओं में दिलचस्पी नहीं है।
हैरानी की बात यह है कि तीन ब्लॉक के ग्राम पंचायतों में खुले सीएससी सेंटर में इंटरनेट की सुविधा नहीं है। डोंगल के जरिए काम-काज हो रहा है। वहीं सिर्फ बागबाहरा और महासमुंद में ही इंटरनेट की सुविधा है। यहां भी युवाओं को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। गांव के लोगों को छोटे-मोटे काम के लिए शहर का रूख करना पड़ रहा है। आधार, पेन कार्ड, जाति, श्रम पंजीयन सहित अन्य कार्यों के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। जब सीएससी सेंटर की पड़ताल की गई, तो यही सच्चाई सामने आई। जानकारी के मुताबिक जिले के ५४५ ग्राम पंचायतों में कॉमन सर्विस सेंटर खोलने के लिए शासन ने मंजूरी थी है, लेकिन १४ ग्राम पंचायतों में अभी तक सीएससी नहीं खुल पाए हंै। इधर, अधिकारी का कहना है कि सीएससी सेंटर खोलने के लिए स्थानीय युवाओं को देने का प्रावधान है। इन ग्राम पंचायतों में सीएचसी खोलने के प्रयास किए गए, लेकिन स्थानीय युवा सीएससी सेंटर में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसके कारण सीएससी सेंटर खुल नहीं पा रहे हंै। इधर, जिन गांवों में डिजिटल कॉमन सर्विस सेंटर खुला है, वहां इंटरनेट की लचर व्यवस्था के कारण काम-काज नहीं हो पा रहा है। ग्राम पंचायतों में खुले डिजिटल कॉमन सर्विस सेंटर बंद पड़े हुए है। ग्रामीणों को अपने काम-काज के लिए शहर आने के लिए मजबूर हैं।
इन गांवों में नहीं है सुविधा
बसना ब्लॉक के बरबसपुर, पटियापाली, बुड़ेकेल व मेदनीपुर, पिथौरा के रंगमटिया, सपोस, लमकेनी, बागबाहरा में कलमीपदर, सोनापुटी, आमकोनी व सरायपाली में तोरेसिंहा व जगलबेड़ा और महासमुंद ब्लॉक में सोरिद ग्राम पंचायत में कॉमन सर्विस सेंटर नहीं है। इन गांवों के ग्रामीण अपने काम-काज के लिए शहर की ओर रूख करते हैं। वर्तमान में जिले में कुल ५३१ ग्राम पंचायतों में ही कॉमन सर्विस सेंटर संचालित है। पिथौरा में ११०, बसना में १०३, बागबाहरा में १०९, सरायपली में १०५ एवं महासमुंद में १०४ सेंटर हंै।
वर्जन
१४ ग्राम पंचायतों में सीएचसी सेंटर खोलने के लिए के स्थानीय लोग रूचि नहीं दिखा रहे हैं। इसलिए वहां सीएचसी सेंटर नहीं खुल पा रहा है।
भूपेन्द्र अंबिलकर, स्वाइन प्रभारी महासमुंद