छत्तीसगढ़

फेक न्यूज को लेकर राज्य सरकार ने गठित की टीम
Posted Date : 31-Mar-2019 12:13:01 pm

फेक न्यूज को लेकर राज्य सरकार ने गठित की टीम

रायपुर । फेक  न्यूज को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने नियंत्रण एवं मानिटरिंग स्पेशल सेल गठित की है। रायपुर रेज के आईजी आनंद छाबड़ा की अध्यक्षता में स्टेट लेवल फेक न्यूज नियंत्रण और स्पेशल मॉनिटरिंग सेल की पहली बैठक शनिवार को हुई। जिसमें फेक न्यूज पर कंट्रोल और इसके प्रचार-प्रसार करने वाले के खिलाफ समीक्षा किया गया।  फेक न्यूज पर कंट्रोल के लिए रायपुर रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। इसमें समिति के सचिव जनसंपर्वक के संयुक्त सचिव उमेश मिश्रा होंगे, वहीं कमेटी मेंबर में स्स्क्क आरिफ शेख,  शासकीय अधिवक्ता आनंद मोहन ठाकुर, देव सेनापति सीईओ चिप्स, पत्रकार आवेश तिवारी और रश्मि मिश्रा शामिल हैं।
शनिवार को कमेटी की पहली बैठक हुई, जिसमें फेक न्यूज के नियंत्रण पर कड़ी कार्रवाई को लेकर विचार किया गया। वहीं शिकायतों पर कानून कार्यवाही के सरलीकरण पर भी विचार किया गया। शिकायतों के लिए समिति की तरफ से एक ई-मेल आईडी भी जारी किया गया।

सर्चिंग पर निकले वनरक्षक पर तीर से हमला, गंभीर हालत में रायपुर रेफर
Posted Date : 31-Mar-2019 12:12:46 pm

सर्चिंग पर निकले वनरक्षक पर तीर से हमला, गंभीर हालत में रायपुर रेफर

अवैध शिकारी फरार
महासमुंद । पिथौरा के बार अभयारण्य में सर्चिंग पर निकले वन विभाग के कर्मचारियों पर आज अज्ञात लोगों ने तीर कमान से हमला कर दिया. हमले में वन रक्षक गंभीर रूप से घायल हो गया. अन्य साथियों ने उन्हें तत्काल पिथौरा सामुदायिक केंद्र में भर्ती कराया. जहां उनका प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर किया गया।
पुलिस ने बताया कि बार अभयारण्य में दोपहर वन अमला के वन रक्षक यागेशवर प्रसाद व वन चौकीदार राम चौहान जंगल के भीतर पैदल गस्त कर रहे थे. जंगली जानवरों के शिकार के लिए कुछ लोग पहले से मौजूद थे. वन हमले ने पूछताछ के लिए उनके पास पहुंचे तो भागने लगे, जब पीछा किया तो तीर से हमला कर दिया, जो वन रक्षक के पीठ पर जाकर लगी. लहूलुहान हालत में वन रक्षक को बार अभयारण्य से सीधा पिथौरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने बताया कि बार अभयारण्य के कक्ष क्रमांक 123 चरौदा के पास की घटना है. तीर चलाने के बाद अज्ञात लोग वहां से फरार हो गए हैं. वन विभाग के सर्चिंग दल सहित बया पुलिस खोजबिन कर रही है। पुलिस ने बताया कि वनरक्षक योगेश्वर सोनवानी को शिकारियों ने तीर धनुष से चरौदा बीट में शिकारी को पकडऩे चाकीदार रामजी चौहान के साथ पीछा किया. आरोपी लगभग आधा किमी भाग कर साजा झाड़ के पास छिप गया और वनरक्षक पर तीर चला दिया. तीर वनरक्षक सोनवानी के कमर के पास लगी. हमले के बद वनरक्षक ने चौकीदार राम को तीर मारने की जानकारी दी. तत्काल बार से जीप्सी मंगाकर शासकीय अस्पताल पिथौरा लाया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्हें संजीवनी 108 से रायपुर रेफर किया गया।

बस्तर के 70 हजार उपभोक्ताओं को नहीं मिलेगी बिजली बिल में छूट
Posted Date : 31-Mar-2019 12:12:23 pm

बस्तर के 70 हजार उपभोक्ताओं को नहीं मिलेगी बिजली बिल में छूट

जगदलपुर । जिन उपभोक्ताओं का बिजली का उपभोग 400 यूनिट तक सीमित है, ऐसे सभी घरेलू कनेक्शन वाले सभी वर्ग के बिजली के बिल में आधे की  छूट के साथ राहत मिलने लगेगी। जानकारी के अनुसार जिन उपभोक्ताओं के चार सौ यूनिट से ऊपर जितनी भी खपत होगी उन पर पहले से निर्धारित दरों के अनुसार बिल का भुगतान करना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि 30 मार्च की स्थिति में बस्तर जिले के घरेलू कनेक्शन वाले 70 हजार उपभोक्ताओं पर 5 करोड़ 6 लाख रुपए बिलों की राशि बकाया है। बकाया राशि वाले उपभोक्ताओं को इस योजना से राहत नहीं मिलेगी। विद्युत वितरण कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ऐसे उपभोक्ताओं को छूट तो नहीं प्राप्त होगी वरन विद्युत वितरण कंपनी उनके बिजली कनेक्शन काटने की कार्रवाई करेगी।
इस संबंध में यह विशेष तथ्य है कि बिजली बिल हाफ की छूट लेना इतना आसान नहीं रहेगा। कई बार कुछ उपभोक्ता बिल जमा करने के लिए निर्धारित तारीख के दो या 4 दिन बाद देरी से बिल जमा करते हैं। ऐसी स्थिति में नियम यह है कि जो उपभोक्ता तय तारीख निकलने के बाद बिल जमा करेंगे उन्हें भी आधे बिजली बिल की राहत नहीं मिल पायेगी। इसका तात्पर्य यह है कि यदि छूट का फायदा लेना है तो बिजली के बिल तय समय के अंदर ही जमा करने होंगे।
 इस संबंध में विद्युत वितरण कंपनी के डिविजनल इंजीनियर नवीन पोयाम ने जानकारी दी कि शासन की इच्छा के अनुसार उपभोक्ताओं को निर्धारित नियमों के तहत बिजली बिल हाफ की छूट देने की तैयारी हो चुकी है। अब जो बिल लोगों को मिलेंगे उसमें उन्हें सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। 

महुआ एकत्र करने जंगल में लगायी गयी आग से हो रही भारी क्षति
Posted Date : 31-Mar-2019 12:11:59 pm

महुआ एकत्र करने जंगल में लगायी गयी आग से हो रही भारी क्षति

जगदलपुर । गर्मी का मौसम आते ही ग्रामीण जंगलों में महुआ बीनना शुरू हो जाता है, लेकिन आश्चर्यजनक बात ये है कि ग्रामीण महुआ के फूलों को बीनने के चलते जंगलों में आग लगा रहे हैं, जिससे नगर सेना के जवानों के अलावा अन्य सुरक्षा बलों के जवानों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है। पखवाड़े भर में 6 जगहों पर ऐसे ही आगजनी के मामले देखने को मिले, जहां जवानों ने कड़ी मशक्कत करके आग पर काबू पाया।
आगजनी के मामले में नगर सेना सेनानी एस मार्बल ने बताया कि अब तक आगजनी के 6 मामले देखने को मिले हैं, जिसमें सबसे पहले 11 मार्च को मारेगा के डोंगरीपारा काजू प्लाट में आगजनी, 14 मार्च को मनीराम व मंगतूराम के ग्राम छोटे परदा के पैरावट, 18 मार्च को बस्तर परिवहन संघ के सामने जंगल, 19 मार्च को करणपुर सीआरपीएफ कैंप के सामने जंगल, वहीं 4 दिन पहले कुरंदी के एक प्लाईवुड फैक्ट्री में आगजनी के अलावा आज गीदम रोड स्थित पांचवी बटालियन के पीछे सागौन के जंगल में आगजनी हुई।
मार्बल ने बताया कि जंगलों में आग लगने का कारण ग्रामीण महुआ बीनने के लिए जंगलों में आग लगा देते हैं, जिससे जंगल में आग फैल जाती है, कई बार आगजनी जिन स्थानों पर होती है वहां फायर बिग्रेड वाहन नहीं पहुंच पाता है। 
ऐसे में जवानों को मोटरसाइकिल लेकर अंदर जाना पड़ता है, जहां वाहन में भरे 60 लीटर पानी का ही उपयोग कर पाते हैं। बात करें अभी कुछ दिन पहले की तो कुरंदी के प्लाईवुड फैक्ट्री में जो आगजनी हुई थी, उसमें सुबह 5-30 बजे से रात 9 बजे तक आग को बुझाने का काम किया गया था। इस आग को बुझाने के लिए एनएमडीसी कि वाहन के साथ ही नगर सेना की वाहन भी उपयोग किया गया था। आग को बुझाने के लिए जवानों को 32 टैंकर वाहन, जिसमें करीब 9000 लीटर पानी का उपयोग इस आग को बुझाने में लगा। वही आग अंदर से लगी होने के कारण दो जेसीबी के माध्यम से प्लाईवुड को हटाने का काम किया जा रहा था।

छत्तीसगढिय़ा भोला जरूर होता है, पर कमजोर नहीं : भूपेश बघेल
Posted Date : 30-Mar-2019 1:14:21 pm

छत्तीसगढिय़ा भोला जरूर होता है, पर कमजोर नहीं : भूपेश बघेल

0-सीएम ने फिर साधा पीएम पर निशाना 
रायपुर, 30 मार्च । राज्य भर में दाल-भात सेंटरों के बंद होने की खबर पर सिसायत तेज हो गई हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने एक ट्वीट में कहा कि छत्तीसगढिय़ा भोला जरूर होता है पर कमजोर नहीं। 
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ताजा ट्वीट में एक बार फिर से प्रधानमंत्री पर निशाना साधा है। अपने ट्वीट में श्री बघेल ने लिखा है-2014 में मोदी जी ने पीएम बनते ही छत्तीसगढ़ के किसानों का धान बोनस रोक दिया था और अब दाल-भरत सेंटर को खाद्यान्न देने से मना कर दिया है। छत्तीसगढिय़ा भोला जरूरत होता है, पर कमजोर नहीं। छत्तीसगढ़ विरोधी मानसिकता वाले नरेन्द्र मोदी और उनकी पार्टी का प्रदेश की जनता ईंट से ईंट बजा देगी। 
ज्ञात हो कि प्रदेश भर में संचालित हो रहे अन्नपूर्णा दाल-भात सेंटर बंद होने के कगार पर हैं। भाजपा शासनकाल में शुरू हुई इस योजना से जरूरतमंदों को 5 से 10 रूपए में भरपेट भोजन मिलता था। अब इस केन्द्र को खाद्यान्न नहीं मिलने से सेंटर अपने आप ही बंद हो जाएगा। इधर राज्य खाद्य विभाग के संचालक ने प्रदेश के सभी खाद्य नियंत्रकों को पत्र जारी करते हुए कहा कि कभारत शासन उपभोक्ता मामले खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग के पत्र के अनुसार आश्रम, छात्रावास एवं कक्ल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत आगामी वित्त वर्ष 2019-20 में खाद्यान्न आवंटन केवल शासकीय स्वामित्व वाली संस्थाओं को ही प्रदान करने का आदेश जारी हुआ है। प्रदेश भर में चल रहे अन्नपूर्णा दाल-भात केन्द्र इस श्रेणी में नहीं आते, लिहाजा उन्हें खाद्यान्न का आवंटन नहीं होगा। 

भंसाली के बाद जोगी कांग्रेस के दो और नेताओं के कांग्रेस प्रवेश की अटकलें तेज
Posted Date : 30-Mar-2019 1:13:15 pm

भंसाली के बाद जोगी कांग्रेस के दो और नेताओं के कांग्रेस प्रवेश की अटकलें तेज

रायपुर, 30 मार्च । जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी) पार्टी में पड़ी दरार अब धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। पार्टी से जिस तरह से पदाधिकारी, कार्यकर्ता धीरे-धीरे बाहर निकल रहे हैं, उससे जोगी कांग्रेस को बड़ा झटका लग रहा है। जनता कांग्रेस के प्रवक्ता नितिन भंसाली के कांग्रेस प्रवेश करने के बाद अब जोगी कांग्रेस के दो और बड़े नेताओं के कांग्रेस प्रवेश की सुगबुगाहट तेज हो गई है। 
छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) की पार्टी में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले ही फूट पड़ गई थी। संगठन में उपेक्षा का आरोप लगाकर कई नेता पहले ही पार्टी से बाहर हो गए हैं, इसके बाद प्रमुख पदााधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारियों से किनारा करते हुए जोगी कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। हाल ही में बस्तर क्षेत्र के कुछ और प्रमुख कार्यकर्ताओं ने पार्टी का साथ छोडक़र कांग्रेस में प्रवेश कर लिया। इसमें जोगी कांग्रेस के प्रदेश स्तर पर पदाधिकारी रह चुके करीब 24 लोगों ने मंत्री कवासी लखमा की उपस्थिति में कांग्रेस का दामन थाम लिया था। संगठन को मिला यह झटका कम नहीं हुआ था कि अब संगठन के प्रमुख प्रवक्ता नितिन भंसाली ने भी जोगी कांग्रेस का साथ छोडक़र कांग्रेस का दामन थाम लिया है। इधर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के करीबी माने जाने वाले दो और प्रमुख नेताओं के कांग्रेस प्रवेश की अटकलें तेज हो गई हैं। बताया जाता है कि ये दोनों नेता भी जल्द ही कांग्रेस का दामन थामने वाले हैं।