छत्तीसगढ़

चावल कटौती पर सीएम नाराज : लिखा केन्द्रीय खाद्य मंत्री को पत्र
Posted Date : 03-Apr-2019 12:26:36 pm

चावल कटौती पर सीएम नाराज : लिखा केन्द्रीय खाद्य मंत्री को पत्र

0-कहा, ऐसे निर्णय का क्या अर्थ जिससे लाखों प्रभावित हो रहे हों
रायपुर, 03 अप्रैल । केन्द्र सरकार से मिलने वाले सरकारी चांवल का आवंटन रोके जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने केन्द्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान को लिखे पत्र में बताया कि इस निर्णय से राज्य सरकार से अनुदान प्राप्त 471 संस्थाओं के लिए करीब 43640 लोग जिनमें अजा, जजा, अपिव के छात्र, वृद्ध, निराश्रित, निशक्त, कुष्ठरोगी और अनाथ शामिल हैं, बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। 
केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि राज्य सरकार से अनुदान प्राप्त 471 संस्थाओं के लिए करीब 43640 लोग इस निर्णय से बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं। पूर्व के निर्णय से जहां 128 दाल-भात केन्द्र बंद हो गए हैं तो वहीं शासकीय और अनुदान प्राप्त लाभान्वितों की संख्या करीब साढ़े तीन लाख के आसपास है। आवंटन नहीं होने से ये सभी प्रभावित हो रहे हैं। राज्य को कम से कम 4960 टन टावल की जरूरत है, जिसका आवंटन किया जाना जरूरी है। श्री बघेल ने पत्र में लिखा है कि इस तरह के निर्णय से जहां लाखों लोग बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हों, ऐसा निर्णय मत किजिए। ऐसे फैसलों का क्या मायने हैं, जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हों। 

नक्सल इलाके में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी
Posted Date : 03-Apr-2019 12:24:23 pm

नक्सल इलाके में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी

सुकमा-रायपुर, 03 अप्रैल । लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अब मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी स्वयं मैदान में उतर गए हैं। इसी क्रम में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू आज सुकमा पहुंचे। यहां वे सुरक्षा व्यवस्थाा को लेकर नक्सल ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों-जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं। बैठक पश्चात वे नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्रों का निरीक्षण पर निकल जाएंगे। 
सूत्रों ने बताया कि राज्य के मुख्य निवार्चन पदाधिकारी सुब्रत साहू आज अपनी टीम के साथ सुकमा पहुंचे हैं। यहां वे सबसे पहले सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। कलेक्टोरेट में चल रहे बैठक में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री साहू नक्सल अभियान से जुड़े समस्त अधिकारियों के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों से सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी ले रहे हैं। बताया जाता है कि बैठक पश्चात श्री साहू पूरी टीम के साथ नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्रों के निरीक्षण के लिए रवाना हो जाएंगेे। निरीक्षण में उन्हें जो भी खामियां नजर आएंगी उसे दूर करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे। 

 पीएल पुनिया से मिलने पहुंचे सीएम भूपेश बघेल
Posted Date : 03-Apr-2019 12:22:58 pm

पीएल पुनिया से मिलने पहुंचे सीएम भूपेश बघेल

0-मुलाकात के बाद सभी नेता कांग्रेस मुख्यालय रवाना
रायपुर, 03 अप्रैल । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया के राजधानी आगमन के पश्चात आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उनसे मिलने पहुंचे। 
ज्ञात हो कि लोकसकभा चुनाव के मद्देनजर एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी श्री पुनिया कल शाम को ही राजधानी पहुंच गए थे। आज मुख्यंत्री भूपेश बघेल, संचार विभागाध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी आज श्री पुनिया से मिलने पहुंचे। मुलाकात के बाद सभी कांग्रेस नेेता कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन के लिए रवाना हो गए हैं। 
पीसीसी सूत्रों ने बताया कि श्री पुनिया कल नियमित विमानसेवा से शाम 7.15 बजे रायपुर पहुंचें।  श्री पुनिया से मुलाकात करने के लिए मंत्री रूद्र कुमार गुरू भी पहुंचे। संक्षिप्त चर्चा के बाद सभी कांग्रेसी नेता राजीव भवन के लिए रवाना हुए। ज्ञात हो कि श्री पुनिया आज 03 अपै्रल और कल 04 अपै्रल को पार्टी मुख्यालय राजीव भवन में रहकर चुनावी गतिविधियों की जानकारी लेंगे तथा सभी वरिष्ठ नेताओं व लोकसभा के पार्टी उम्मीदवारों से चर्चा करेंगे। इसके अलावा वे पार्टी के सभी मोर्चा, प्रकोष्ठों व संगठन के सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा भी करेंगे। श्री पुनिया कल 4 अपै्रल को दोपहर 12 बजे कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद दुबे के नामांकन रैली में शामिल होगे और दोपहर 1.45 बजे दुर्ग में आयोजित नामांकन रैली में शामिल होंगे। दुर्ग से लौटकर वे कुछ समय के लिए रायपुर में रूकेंगे और शाम की फ्लाइट से दिल्ली रवाना हो जाएंगे। 

जंगल में जलसंकट, गांवों में आ रहे वन्य प्राणी
Posted Date : 03-Apr-2019 12:21:21 pm

जंगल में जलसंकट, गांवों में आ रहे वन्य प्राणी

० तापमान बढ़ते ही जलस्तर भी घट रहा
महासमुंद, 03 अप्रैल ।  जंगल में जल संकट के कारण जंगली जानवर बेहाल हो गए हैं। पानी और भोजन की तलाश में गांवों की ओर रूख कर रहे हैं। जंगलों में जानवरों की प्यास बुझाने के लिए तालाब भी हैं, पर पानी बूंदभर नहीं। इस कारण जंगली जानवर आबादी इलाकों में घुसकर हमलावर हो गए हैं। 
मंगलवार को भी भालू ने सिरपुर क्षेत्र के ग्राम अचानकरपुर में एक वृद्ध पर फिर से हमला कर घालय कर दिया। वहीं आवारा कुत्तों ने भी एक हिरण पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। वनमंडलाधिकारी आलोक तिवारी ने बताया कि जंगलों के अंदर वन विभाग ने वन्य प्राणियों के लिए ७२ से अधिक जगहों पर पेयजल की व्यवस्था की है, लेकिन लेकिन गर्मी के दिनों में पानी कम हो जाता है। विभाग लगातार वन्य प्राणियों की व्यवस्था के लिए प्रयास कर रहा है। गौरतलब है कि वन्य प्राणियों के पेयजल के लिए जंगलों में तालाब का निर्माण हुआ है। गर्मी के पूर्व ही ये तालाब सूखने लगते हैं। अप्रैल से जून दो महीने पेयजल के लिए वन्यप्राणी जंगलों में भटकते रहते हैं। फिर पानी और भोजन की तलाश में शहर और गांवों की ओर कूच करते हैं। 
दरवाजे पर खड़ा था बुजुर्ग, भालू ने किया हमला
सिरपुर क्षेत्र के ग्राम अचानकपुर के हीराराम पटेल पिता राम (७०) पर भालू ने हमला कर दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रामीणों ने उसे प्राथमिक उपचार के लिए तुमगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जहां, उसे रायपुर रेफर कर दिया गया। जानकारी के अनुसार घायल हीराराम पटेल सुबह पांच बजे अपने घर के बाहर खड़ा हुआ था। तभी भालू ने उस पर हमला कर दिया। शोरगुल की आवाज सुनकर ग्रामीण एकत्रित हुए और भालू को जंगल की ओर खदेड़ा गया। घटना की सूचना मिलते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी मनोज चंद्राकर मौके पर पहुंच घायल को तात्कालिक सहायता राशि दो हजार रुपए नकद प्रदान की।

 जिनका दामाद है कई दिनों से फरार, बताओ जरा कौन है वो ऐसा चौकीदार : भूपेश बघेल
Posted Date : 03-Apr-2019 12:18:54 pm

जिनका दामाद है कई दिनों से फरार, बताओ जरा कौन है वो ऐसा चौकीदार : भूपेश बघेल

0-सीएम श्री बघेल ने नाम लिए बगैर साधा पूर्व सीएम पर निशाना 
रायपुर, 03 अप्रैल । केन्द्र सरकार पर लगातार शब्दबाण छोडऩे वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ताजा ट्वीट में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधा है। श्री बघेल ने चौकीदार शब्द को लेकर एक बार फिर से शब्दबाण छोड़ा है। 
देश में जहां चौकीदार शब्द को लेकर नेताओं में जमकर बयानबाजी चल रही है। भाजपा नेता अपने आप को चौकीदार बताने से नहीं चूक रहे हैं। वहीं कांग्रेस नेता ऐसे चौकीदारों के कर्तव्यनिष्ठा को लेकर लगातार सवाल उठाते आ रहे हैं। इसी क्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चौकीदारों के कर्तव्यनिष्ठा को लेकर जोरदार प्रहार किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ट्वीट में लिखा है-जिनकी मैडल का नाम नान घोटाले में आता, जिनके पुत्र ने खोल रखा हो विदेश में खाता, जिनका दामाद है कई दिनों से फरार, बताओ जरा कौन है वो ऐसा चौकीदार। सीएम श्री बघेल ने ईशारों ही ईशारों में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह का नाम लिए बगैर ही जोरदार शब्दबाण छोड़ दिया है। ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार केन्द्र सरकार पर निशाना साधते आ रहे हैं। उन्होंने अपने ताजा ट्वीट में पूर्व सीएम पर निशाना साधते हुए भाजपा पर जोरदार हमला बोला है। 

बस्तर में ऑटिज्म नामक बीमारी ने दी दस्तक
Posted Date : 03-Apr-2019 12:16:51 pm

बस्तर में ऑटिज्म नामक बीमारी ने दी दस्तक

० अपने आप में खोया है बच्चा तो पालक हो जायें सावधान 
जगदलपुर, 03 अप्रैल । आपका बच्चा यदि अपने आप में खोया हुआ रहता है और किसी से संपर्क नहीं करता तो उसे ऑटिज्म नामक बच्चों की एक गंभीर बीमारी हो सकती है। इस बीमारी मेें बच्चों का मानसिक विकास प्रभावित होने सहित उसके शरीर की वृद्धि पर भी सबसे ज्यादा खतरा होता है। बस्तर में यह रोग फिलहाल अभी-अभी ही शुरू हुआ है। इस ऑटिज्म रोग से अभी भी बस्तर के लोग परिचित नहीं हुये हैं। अब बस्तर में भी इसके मामले सामने आ रहे हैं, विडंबना यह है कि ऑटिज्म से पीडि़त बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। 
उल्लेखनीय है कि यह ऑटिज्म रोग के लक्षण है कि ऑटिज्म से पीडि़त बच्चा अपने काम में ही लीन रहता है और अपने आप में गुमशुम बच्चा न तो किसी की बात सही तरीके से सुन पाता है और न ही उसका उत्तर ही दे पाता है। अपने आपको सामाजिक रूप से अलग रखते हुए ये बच्चे किसी से घुलते-मिलते नहीं हैं और दूसरों से बात करने में भी हिचकिचाते हैं। यह बीमारी बच्चे के मानसिक विकास को रोक देती है। ये बीमारी बच्चे के सेंट्रल नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाती है, जिससे बच्चे में ये दिक्कत होती है। कई बार गर्भावस्था के दौरान खानपान सहीं न होने से भी बच्चे को ऑटिज्म का खतरा हो सकता है। स्थानीय महारानी अस्पताल स्थित स्पर्श क्लीनिक में रोजाना 1 दर्जन से ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं, जिसमें से 3 से 4 बच्चे शामिल हैं। 
इस संबंध में राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. ऋ षभ साव ने जानकारी दी कि पालक ऐसे लक्षणों की पहचान कर अपने बच्चों को अवश्य ही उपचार के लिए स्पर्श क्लीनिक में लेकर आयें।