न्याय साक्षी/रायगढ़। तमनार क्षेत्र केलो नदी अवैध रेत उत्खनन के लिए सुरक्षित जगह बन गया है, जहां विभागीय उदासिनता के कारण हर दिन बड़ी मात्रा में रेत निकालने का काम किया जा रहा है. क्षेत्र में तेजी से फलफूल रहे रेत उत्खन्न पर कार्रवाई को लेकर घरघोड़ा एसडीएम से कार्रवाई की मांग की गई है.
खनिज विभाग और स्थानीय तहसीलदार की उदासीन रवैय्ये के कारण तमनार क्षेत्र में केलो नदी से तमनार और आसपास के क्षेत्र के टै:क्टर मालिकों द्वारा हर दिन अवैध रूप से रेत उत्खनन कर उन्हें मकान निर्माण करनेवालों लोगों को बेचा जा रहा है. जिसमें शासन को किसी प्रकार की रॉयल्टी भी नहीं मिल रही है और शासन को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. देवगांव क्षेत्र के आसपास हो रहे इस रेत उत्खनन को लेकर बताया गया कि तमनार तहसीलदार के पास भी शिकायत की गई थी, लेकिन उनके द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई.
एसडीएम से कार्रवाई की मांग
मामले में घरघोड़ा अनुविभागीय अधिकारी से कार्रवाई की मांग की गई है. एसडीएम ने बताया कि फिलहाल उनके पास ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन अगर अवैध रूप से रेत उत्खनन का काम किया जा रहा है, तो वह इसकी जांच कराएंगे और जो लोग भी अवैध उत्खनन में लिप्त होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
न्याय साक्षी/रायगढ़। रायगढ़ के रामनिवास टॉकीज चौक पर युवक का शव मिला है। मृतक की शिनाख्त बापू पारा निवासी सुखनाथ के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भिजवा दिया है।
रामनिवास टॉकीज चौक के समीप युवक का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने से सनसनी फैल गई। लोगों की सूचना पर कोतवाली पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भिजवाया गया। इस शव की पहचान बाबू पारा निवासी सुखनाथ उम्र 30 साल के रूप में हुई है। प्रारंभिक तौर पर यह माना जा रहा है कि युवक की मौत अत्यधिक शराब सेवन की वजह से हुई लेकिन ऐसा ही है या मौत की कोई अन्य वजह है इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा । हालांकि परिजनों की ओर से किसी भी व्यक्ति के ऊपर में कोई संदेह व्यक्त नहीं किया गया है।
प्रभारी और सहायक ऑपरेटर हुए चोटिल
न्याय साक्षी/रायगढ़। पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में बने शिकायत सेल के रिकार्ड रूम की सिलिंग टूटकर गिर गया. जिसमें सेल के प्रभारी और सहायक ऑपरेटर चोटिल हो गए, जिन्हें ईलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया.
घटना शुक्रवार दोपहर लगभग 12 बजे के आसपास की है, जब एसपी कार्यालय परिसर में बने शिकायत सेल के रिकार्ड रूम में बना सिलिग टूट कर कर गिर गया. लकड़ी के बना सिलिंग कंक्रीट के बने भारी छत का दबाव नहीं सह पाया. इस दौरान कमरे में सेल के प्रभारी एसआई एलपी तिवारी और ऑपरेटर अनिल जायसवाल मौजूद थे. इस हादसे में दोनों के सिर में गंभीर चोटे आई हैं.
एसपी ने भेजवाया अस्पताल
घटना की जानकारी मिलने के बाद कार्यालय में मौजूद पुलिस अधीक्षक ने तत्काल दोनों घायलों को अस्पताल ले जाने के निर्देश दिए. लेकिन अस्पताल पहुंचने के बाद जानकारी के अभाव में घायलों को ईलाज नहीं मिल सका और वह सभी प्राइवेट अस्पताल में चले गए, जिसको लेकर सोशल मीडिया में यह जानकारी दी गई कि अस्पताल में डॉक्टर मौजूद नहीं थे.
तीन दशक पुरानी ईमारत
बताया गया कि जिस भवन में शुक्रवार को यह हादसा हुआ वह तीन दशक से भी ज्यादा पुराना है. जिसके रखरखाव के नाम पर सिर्फ बाहरी दीवार के मैटनेंस का काम किया जाता रहा. जबकि छत पर रिसाव के कारण वह लगातार कमजोर होता जा रहा था. शुक्रवार को सिलिंग का टूटना उसी रिसाव के कारण बताया गया है. घटना के दौरान टेबल पर दस किलो से ज्यादा का भारी सिलिंग टूटकर पड़ा हुआ था. जो किसी के सिर पर गिरता तो निश्चित रूप से चोट ज्यादा गंभीर हो सकती थी.
कोरबा । प्रेम को साबित करने के लिए कई बार अग्नि परीक्षा के दौर से भी गुजरना पड़ता है। युवा पीढ़ी हाथों में ब्लेड चलाकर अपनी प्रेम का इजहार करते पहले भी देखे गए हैं। इससे जुदा एक मामला सामने आया है। चारित्रिक संदेह की वजह से बीवी पति को छोडक़र अपने पीहर चली गयी थी। इधर पत्नी के वियोग में डूबा पति लगातार उससे घर लौट आने की मिन्नते करता रहा। आखिरकार जब पत्नी को मनाने में नाकाम रहा तो उसने अपने हाथ की उंगली काट ली और फिर उन्हें डिब्बे में रखकर लहूलुहान हालत में सायकिल चलाते ससुराल पहुंच गया।
खुद को नुकसान पहुंचाने और पत्नी को मनाने का यह अनोखा मामला करतला थाने के औराई गांव का है, जहां का रहने वाला मुकुंद अगरिया अपनी पत्नी ज्योति से बेहद प्रेम करता है। इस बात की तस्दीक इससे भी होती है की उसने अपने शरीर के कई जगहों पर अपनी पत्नी का नाम गुदवा रखा है। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले आवेश में आकर मुकुंद ने अपनी पत्नी ज्योति की पिटाई कर दी थी, इस मारपीट से ज्योति जख्मी हो गयी थी। इसके बाद वह रूठकर अपने मायके बासिनखार आ गयी थी। पत्नी के रूठकर चले जाने से मुकुंद का गुजारा मुश्किल हो गया था। जबकि उनके दो बच्चे भी है वह लगातार गुस्साई बीवी को मनाने और वापिस लौट आने की गुजारिश करता रहा पर बात नही बनी।
बात नही बनती देख मुकुंद ने भी अपने प्यार के सच्चाई को सामने रखने का सोचा और पत्नी को विश्वास दिलाने के लिए उसने अपने बाएं पंजे की उंगली टंगिये से काटकर अलग कर लिया। लहूलुहान मुकुंद ने कटी हुई उंगली एक डिब्बे में रखा और फिर सायकिल पर सवार होकर सीधे 60 किमी दूर बासिनखार जा पहुंचा। पति को लहूलुहान देख पत्नी ज्योति और उसके ससुराली घबरा गए, वह पहले मुकुंद को लेकर सीधे रजगामार चौकी पहुंचे और फिर वहां से मुकुंद को अस्पताल रवाना किया जहां उसका उपचार जारी है। मुकुंद के इस पागलपन पर चौकी प्रभारी ने भी उसे फ टकार लगाई जबकि उसकी पत्नी अपने पति के इस कदम से फिर एक बार गुस्से में है। हालांकि मुकुंद अपने प्रेम को साबित करने में सफ ल रहा भले ही उसने इसके लिए गलत कदम उठाया।
> मुख्यमंत्री दिल्ली में बैठकर पल-पल की लेते रहे जानकारी
> पुलिस महानिदेशक को बुलाकर दिए निर्देश
रायपुर । छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के करला इलाके से एक बच्चे का फिल्मी स्टाईल में अपहरण होने की घटना होने के बाद हरकत में आई पुलिस ने अपहरणकर्ताओं के चंगूल से बच्चे को सुरक्षित छुड़ाकर उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। बच्चे के घर लौटते ही उसके परिवार में खुशियां भी लौट आई।
उल्लेखनीय है कि कल दोपहर उत्तरप्रदेश के चुनावी दौरे से मात्र 6 घण्टे के लिए रायपुर पहुचने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के पुलिस महानिदेशक डी एम अवस्थी को बुलाकर इस संबंध में जानकारी ली थी और पुलिस को पूरी तत्परता एवं संवेदनशीलता से कार्यवाही करने के सख्त निर्देश दिये थे।मुख्यमंत्री ने इसके बाद भी रात को नई दिल्ली से इस घटना के संबंध में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से घटना के संबंध में पल पल की जानकारी लेते रहे, आज सुबह बच्चे के सकुशल वापसी की जानकारी मिलने पर उन्होंने चैन की नींद ली।
गौतलब है कि 20 अप्रैल को मासूम विराट का अपहरण कर लिया था। बिलासपुर के भाजपा कार्यालय के सामने की गली नंबर 6-7 से विराट का अपहरण हुआ था।
इस घटना के बाद हरकत में आई पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में थी। आज अल-सुबह पुलिस को विराट को ढूंढने में कामयाब मिली। पुलिस ने बच्चे को अपहरणकर्ताओं के चंगूल से छुड़ा लिया। बताया जा रहा है कि बच्चे का अपहरण बिहार के एक गैंग ने किया था, जिसका खुलासा पुलिस प्रेस कांफ्रेंस मेें करेगी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस अपहरण कांड में शामिल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
इधर पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बताया कि सामान्य तौर पर जब भी किसी बच्चे का अपहरण होता है तो पुलिस को काफी ऐहतियात के साथ अपनी कार्रवाई करनी होती है. अपहरणकर्ता पांच करोड़ की फिरौती के चक्कर में थे जो घटते-घटते ढाई-तीन करोड़ तक आ गई थीं। विराट को जहां रखा गया था वहां बड़ी संख्या में झोपडिय़ां थी, जहां से उसे निकालना बेहद कठिन था। अपहरणकर्ता खुद को बचाने के लिए बच्चे की जान के साथ खेल सकते थे, लेकिन पुलिस ने काफी सूझबूझ के साथ अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया और गैंग के सदस्यों को धर-दबोचा। विराट की बरामदगी के लिए बिलासपुर के एसपी के साथ-साथ दुर्ग और बालोद के एसपी भी विशेष रुप से तैनात किए गए थे। विराट का अपहरण गैंग के किन सदस्यों ने किया था। उनकी मंशा क्या थी इसका खुलासा आज प्रेस कांफ्रेंस में होगा।