छत्तीसगढ़

बाइक चोर  गिरोह का पर्दाफाश,दो आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
Posted Date : 28-Apr-2019 12:29:08 pm

बाइक चोर गिरोह का पर्दाफाश,दो आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे

रायगढ़। शहर के अलग-अलग इलाकों में मोटर सायकल के अलावा घरों में घुसकर चोरी की घटना करने वाले दो चोरों को कोतरा रोड़ पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है इनके पास से चोरी की पांच मोटर सायकल, एक फ्रिज, दो कम्प्यूटर के अलावा गैस सिलेंडर तथा अन्य कई सामान बरामद किए है जिनकी कीमत लगभग 4 लाख रूपए आंकी गई है। 
कोतरा रोड़ थाने की टीम ने इन चोरों को शहर के ही एक मोहल्ले से गिरफ्तार किया है और पहले से ही इनमें से एक चोर के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। पकड़े गए चोर अपने साथी के साथ चोरी की घटनाओं को अंजाम देकर चोरी का सामान बडी आसानी से खपाते आ रहे थे और हाल ही में इन लोगों ने मोटर सायकल चोरी की घटना को भी अंजाम दिया था तब पुलिस ने इनकी तलाश तेज कर दी थी और आज सुबह इन दोनों चोरों को गिरफ्तार करके लाखो रूपए का सामान बरामद किया है। नगर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों चोरों से पूछताछ जारी है और इन दोनों चोरों ने कई चोरियों की बात कबूली है।

 

छग के मंत्री रविन्द्र चौबे को लखनऊ में आया हार्ट अटैक, हालत नाजुक
Posted Date : 27-Apr-2019 1:20:11 pm

छग के मंत्री रविन्द्र चौबे को लखनऊ में आया हार्ट अटैक, हालत नाजुक

> मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अस्पताल पहुंचकर मंत्री के स्वास्थ्य की ली जानकारी
रायपुर । लखनऊ प्रवास पर गए छत्तीसगढ़ के संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे का स्वास्थ्य अचानक खराब हो गया। वे बेहोश होकर गिर पड़े, जिसके उन्हें तत्काल स्थानीय एक निजी हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। खबर के अनुसार उन्हें हार्ट अटैक आया है, और उनकी हालत नाजुक बतायी जा रही है। इधर इसकी जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तत्काल अस्पताल पहुंचकर चौबे के स्वास्थ्य के बारे में वहां के डाक्टरों से बातचीत की।  मुख्यमंत्री ने चौबे की चिंता करते हुए प्रमुख सचिव को जल्द से जल्द मेदांता में भर्ती कराने के निर्देश दिए है। 
ज्ञात हो कि संसदीय कार्यमंत्री एवं स्टार प्रचारक रविन्द्र चौबे चुनावी दौरे रायबरेली व लखनऊ गए हुए है। शुक्रवार को दिनभर रायबरेली में चुनावी कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ लखनऊ पहुंचे थे। वे यहां एक निजी होटल में ठहरे हुए थे। बताय जा रहा है कि कल देर शाम से ही रविन्द्र चौबे की तबीयत ठीक नहीं लग रही थी, वहीं आज तडक़े बेहोश हो गए। इसके बाद तत्काल उन्हें स्थानीय एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उन्हें आईसीयू में रखा गया है। ऐसी जानकारी मिल रही है कि उन्हेें हार्ट अटैक आया है। इधर चौबे की तबीयत बिगडऩे की खबर सुनते ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी तुरंत अस्पताल पहुंचे और वहां डाक्टरों से बातचीत करने के बाद उन्होंने प्रमुख सचिव को जल्द से जल्द चौबे को मेदांता में भर्ती कराने के निर्देश दिए।  मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद चौबे को एयर एंबुलेंस से दिल्ली के मेदांता ले जाने की तैयारी चल रही है। फिलहाल उनकी हालत नाजुक बतायी जा रही है।
मंत्री चौबे के स्वास्थ्य खराब होने की जानकारी मिलते ही छत्तीसगढ़ के अन्य मंत्रियों टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, कवासी लखमा, मो. अकबर आदि भी जो चुनावी दौरे पर दूसरे राज्य गए हुए है वे भी अब चौबे को देखने के लिए वहां से निकल चुके है। 

 

अपहरणकर्ता आज कोर्ट में होंगे पेश, बिहार में छुपा है मास्टरमाइंड
Posted Date : 27-Apr-2019 1:19:42 pm

अपहरणकर्ता आज कोर्ट में होंगे पेश, बिहार में छुपा है मास्टरमाइंड

बिलासपुर। विराट अपहरणकांड के मास्टरमाइंड की बिहार में पुलिस तलाश कर रही है। इसके लिए दो टीम बिहार व झारखंड इलाके में कैम्प की हुई है। शुक्रवार की सुबह विराट की सकुशल वापसी के साथ ही पुलिस ने तीन अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ जारी है। इन सभी आरोपितों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। फिर उन्हें पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा। पुलिस इस मामले से जुड़ी संदेही विराट की बड़ी मां से पूछताछ कर रही है। शुक्रवार की सुबह विराट के परिजन के लिए खुशखबरी के लेकर आई।
पूरे दिन शहर में इस बहुचर्चित अपहरणकांड की चर्चा होती रही। पुलिस ने इस मामले के तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। अपहरणकर्ता विराट को जरहाभाठा मिनिबस्ती के पन्नानगर नगर स्थित मकान में छिपाकर रखे थे। इस मामले में युवती व महिला को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है।
आरोपितों ने 6 करोड़ रुपए की फिरौती के लिए अपहरण किया था, लेकिन पुलिस की सक्रियता ने उनके मनसूबों पर पानी फेर दिया। प्रकरण में पुलिस की जांच चल रही है और रहस्यों से पर्दा उठना बाकी है।
अपहरणकर्ता ने मोबाइल से फिरौती की मांग करने के साथ ही पुलिस की सक्रियता का जिक्र किया था। साथ ही होशियारी करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। फिर भी विराट के पिता ने पुलिस पर भरोसा किया और जांच में पुलिस का सहयोग भी किया। अंतिम तक उन्होंने धैर्य नहीं खोया।

 

नया रायपुर में बिछ गई 75 फीसदी पटरी, स्टेशन के भवन का मॉडल भी पास
Posted Date : 27-Apr-2019 1:19:18 pm

नया रायपुर में बिछ गई 75 फीसदी पटरी, स्टेशन के भवन का मॉडल भी पास

रायपुर। नया रायपुर में रेलवे ने 15 किलोमीटर तक पटरी बिछा ली है। महज पांच किलोमीटर में पटरी बिछाने का काम बाकी है। इसे भी जल्द पूरा करने का लक्ष्?य रखा गया है। नया रायपुर रेलवे स्टेशन के मॉडल को रेलवे ने अप्रूव कर दिया है। स्टेशन बनाने का काम एनआरडीए जल्द शुरू करेगा। तीन अन्य स्टेशनों का मॉडल अप्रूव नहीं हुआ है। अप्रूव होने पर भवन बनाने का काम तेजी से किया जाएगा। रेलवे ने नया रायपुर में 2021 तक ट्रेन दौड़ाने का लक्ष्य रखा है। रेलवे के अधिकारी का कहना है कि पटरी बिछाने का काम तेजी से चल रहा है।
नया रायपुर में बनने वाले चारों स्टेशनों के भवनों पर 180 करोड़, पटरी बिछाने पर 170 करोड़ खर्च होगा। बीस किलोमीटर की दूरी पर करीब एक ओवर ब्रिज और आठ अंडर ब्रिज का निर्माण कार्य किया जाना है। इनमें से एक ओवर ब्रिज और पांच अंडर ब्रिज का काम पूरा कर लिया गया है।
अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज बनाने का काम रेलवे कर रहा है। अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज के निर्माण के लिए एनआरडीए ने रेलवे को अब तक 32 करोड़ रुपये दे दिया है। अभी 28 करोड़ रुपये और देगा, जिसके बाद बचे हुए अंडर ब्रिज और ओवर ब्रिज का काम रेलवे द्वारा किया जाएगा।
नया रायपुर में मंत्रालय होने की वजह से वहां पर धीरे-धीरे बसाहट बढ़ रही है। वर्तमान में नया रायपुर जाने के लिए सीटी बस या निजी वाहन का ही इस्तेमाल पब्लिक कर रही है। नया रायपुर की बसाहट को देखते हुए रेलवे प्रशासन रेल परिवहन पर जोर दे रहा है। इसलिए वहां चार स्टेशन बनाए जा रहे हैं।
स्टेशन से सडक़ तक स्काईवॉक
नया रायपुर में बनने वाले स्टेशनों को मेट्रो शहरों की तर्ज पर कॉमर्शियल बनाया जाएगा, ताकि लोगों को रोजगार मिल सके और रेलवे के राजस्व में भी इजाफा हो। चारों स्टेशन मल्टी मॉडल होंगे। इनमें सार्वजनिक परिवहन के साथ ही व्यावसायिक सुविधाएं भी होंगी।
प्रशासनिक, व्यावसायिक और पर्यटन के लिहाज से आने वाले लोगों के मद्देनजर स्टेशन परिसर में ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध कराया जाएगा। इनमें बीआरटीएस बस, सिटी बस और ई-रिक्शा आदि शामिल हैं। हर स्टेशन में ऐसे स्काई वॉक बनाए जाएंगे जो यात्री को स्टेशन से सीधे सबसे नजदीक की मेन रोड पर उतारे।
इनको मिलेगा रोजगार
नया रायपुर में बनने वाले स्टेशनों की जद में करीब 20 से 25 गांव आएंगे। स्टेशन बनने से आवागमन तेजी से शुरू होगा। इससे आसपास के लोगों को रोजगार मिलेगा।

 

निर्माणाधीन रेलवे लाइन से की जा रही थी छड़ की चोरी, कर्मचारियों ने दौड़ाया तो स्कूटी छोडक़र भागे चोर
Posted Date : 27-Apr-2019 1:13:23 pm

निर्माणाधीन रेलवे लाइन से की जा रही थी छड़ की चोरी, कर्मचारियों ने दौड़ाया तो स्कूटी छोडक़र भागे चोर

- घरघोड़ा में बाइपास रोड के पास रेलवे लाइन बिछाने का काम चल रहा है
न्याय साक्षी/रायगढ़। घरघोड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत अज्ञात चोरों ने निर्माणाधीन रेलवे लाइन से एक बंडल छड़ को पार कर दिया। कंपनी के कर्मचारियों ने जब चोरों को देखा तो वे मौके पर अपनी स्कूटी छोड़ कर फरार हो गए हैं। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। मामले की विवेचना की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी चन्द्रशेखर सिहिज एसआरसी कंपनी इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है कि इनकी कंपनी रेलवे पुल बनाने का काम करती है। वर्तमान में घरघोड़ा में बाइपास रोड के पास रेलवे लाइन बिछाने का काम चल रहा है। जिसमें इनकी कंपनी पुल निर्माण का कार्य कर रही है।
पुल निर्माण के लिए कंपनी द्वारा मौके पर छड़ रखवाया गया है। 25 अप्रैल की रात डेढ़ बजे निर्माण वाले स्थान पर कुछ लोग छड़ चोरी करने आए थे। जिसे कंपनी के लोगों ने देख लिया और दौड़ाया तो आरोपी मौके पर अपनी बिना नंबर का सोल्ड लिखा हुआ स्कूटी को छोड़ कर फरार हो गए। कंपनी के कर्मचारियों ने वहां पर रखे छड़ को देखा तो उसमें से 12 एमएम का एक बंडल छड़ नहीं था। जिसे उक्त चोरों ने पार कर दिया था। चोरी हुए छड़ की कीमत 50 हजार रुपए बताई जा रही है। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।

 

सारंगढ़ रेंज बन रहा वन्यप्राणियों के लिए कब्रगाह
Posted Date : 27-Apr-2019 1:13:06 pm

सारंगढ़ रेंज बन रहा वन्यप्राणियों के लिए कब्रगाह

न्याय साक्षी/रायगढ़। करीब तीन दिन पहले सारंगढ़ रेंज के सुअरगुड़ा बीट क्षेत्र में दो बायसनों की मौत हुई थी। यहां शिकारियों ने छोटे वन्यप्राणियों के लिए करंट तार बिछाया था, लेकिन उनका शिकार बायसन बन गए। एक साथ दो बायसनों की मौत से विभाग के अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और ऐसे में मामले को छिपाते हुए आनन-फानन में विभागीय अधिकारियों ने तत्काल उसका पीएम कराकर उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया, लेकिन मामले की जानकारी जब जिला सेव फारेस्ट समिति के पदाधिकारियों को हुई, तो तत्काल अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल व सचिव और उनके टीम केसदस्य मौके पर पहुंचे। यहां पूछताछ में पता चला कि लगातार यहां वन्यप्राणियों का शिकार हो रहा है और विभाग के अधिकारी मामले को दबा देते हैं।
सारंगढ़ रेंज में दो बायसनों की मौत के बाद उनकी मौत से जुड़े मामलों को जानने के लिए सेव फारेस्ट समिति के अध्यक्ष गोपाल, सचिव मोहसिन खान व उनकी टीम मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि काफी लंबी दूरी तक करंट तार बिछाया गया था और वहां तार बिछाने के साक्ष्य मौजूद थे। इसके अलावा यहां जिस स्थान पर बायसनों का अंतिम संस्कार किया गया। उससे कुछ दूरी पर और भी बड़े जानवरों के हड्डी देखे गए। ऐसे में जब वहां मौजूद एक ग्रामीण से पूछा गया, तो उसका भी कहना था कि यह बायसन का ही हड्डी अवशेष है और तीन दिन पहले एक साथ दो बायसनों की मौत ने स्पष्ट कर दिया कि सारंगढ़ रेंज में शिकारी सक्रिय हैं और धड़ल्ले से शिकार को अंजाम दे रहे हैं। 

वहीं क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग के कर्मचारियों को भी बायसनों की मौत के बारे में पता ही नहीं था। उसे भी सुबह चार बिनने वाले ग्रामीणों ने देखा और मामले की जानकारी वन अमला को दी। इससे यह भी स्पष्ट होते जा रहा है कि सारंगढ़ रेंज भगवान भरोसे संचालित हो रहा है और यहां भी जंगल भ्रमण वनकर्मियों के द्वारा नहीं किया जाता है।
अगर जंगल भ्रमण निरंतर रूप से वनकर्मियों के द्वारा किया जाता, तो रात भर जंगल में शिकारी बड़े ही आसानी से करंट तार बिछाने व शिकार करने में कामयाब नहीं होते, लेकिन इसके बाद भी विभाग के बड़े अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं है और लगातार सारंगढ़ रेंज वन्यप्राणियों के लिए कब्रगाह बनते जा रहा है।
अभ्यारण्य में निगरानी, बाकी बेलगाम
तीन दिन पहले जिस स्थान पर दो बायसन की मौत हुई है, वह क्षेत्र अभ्यारण्य सीमा से लगा हुआ है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि अभ्यारण्य में कुछ काफी हद तक वन्यप्राणियों के सुरक्षा लिए निगरानी की जाती है, लेकिन अभ्यारण्य सीमा के बाहर सारंगढ़ सामान्य रेंज में वन अमला बेलगाम है और इस कारण जब वन्यप्राणी पानी व खाने की तालाश में अभ्यारण्य की सीमा से बाहर आते हैं, तो शिकारी उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं।
स्थानीय कर्मचारी सब से बड़ी समस्या
विभागीय सूत्रों ने बताया कि सारंगढ़ के गोमर्डा अभ्यारण्य क्षेत्र में अधिकांश स्थानीय वनकर्मी पदस्थ हैं। ऐसे में उनके द्वारा पूरी तरह सांठगांठ कर शिकारियों को सरंक्षण दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पूर्व में यहां वन्यप्राणियों के मांस की बिक्री की भी कई खबरे आ चुकी है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि स्थानीय कर्मचारियों को यहां से हटा देना ही एक बेहतर विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।