बीजापुर । छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में कल देर शाम नक्सली हमले में डीआरजी के दो जवान शहीद हो गए। मुठभेड़ में हुयी क्रास फायरिंग में एक ग्रामीण भी जख्मी हुआ, जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गयी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार छत्तीसगढ़ तेलंगाना सीमा पर स्थित तोंगगुड़ा कैम्प के जवान कल देर शाम किसी आवश्यक कार्य से कैम्प से बाहर निकले हुए थे, तभी घात लगाए नक्सलियों की स्माल एक्सम टीम ने गोलीबारी कर दी। गोलीबारी में दो जवान घायल हो गए थे, जिनकी बाद में नक्सलियों ने गला रेतकर हत्या कर दी। नक्सली गोलीबारी में डीआरजी के दो जवान आरक्षक अरविंद मिंज निवासी जशपुर व सहायक आरक्षक सुक्खू हपका निवासी गुमड़ा जिला बीजापुर शहीद हो गए। क्रास फायरिंग में घायल ग्रामीण कवासी आयता को उपचार के लिए आंध्रप्रदेश के भद्राचलम ले जाया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी सांसें थम गयीं।
आज सुबह बीजापुर जिला मुख्यालय में शहीद जवानों की पार्थिव काया को ससम्मान सलामी देने के बाद, गृह ग्राम के लिए रवाना किया गया।
जशपुर-रायपुर । बीजाघाट में मिट्टी खदान धसकने से एक ग्रामीण की मौत हो गई है, वहीं तीन गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों को मेडिकल कालेेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सूत्रों से मिली जानकाारी के अनुसार हादसा बगीचा विकासखंड के ग्राम पंचायत मुढ़ी के आश्रित ग्राम बीजाघाट की है। यहां मिट्टी खदान में मिट्टी निकालने पहुंचे चार ग्रामीण अचानक खदान धसकने से मिट्टी के ढेर में दब गए। बताया जाता है कि तत्काल ग्रामीणों को बाहर निकालने का जतन शुरू किया गया, लेकिन इस बीच एक ग्रामीण मत्थू राम 39 वर्ष की मौत हो गई थी। घायल तीन ग्रामीणों को मेडिकल कालेज अस्पताल भेजा गया है।
रायगढ़। कलेक्टर यशवंत कुमार के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी के मार्गदर्शन में विश्व मलेरिया दिवस का आयोजन 25 अप्रैल को किया गया। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. टी.जी. कुलवेदी ने बताया कि राज्य शासन के निर्देश पर राज्य के सभी 27 जिलों में विश्व मलेरिया दिवस मनाने एवं आम जनमानस को मलेरिया से बचाव व रोकथाम हेतु जागरूक करते हुए जागरूकता फैलाने का निर्देश प्राप्त हुआ है। इस वर्ष 25 अप्रैल 2019 को ''जीरो मलेरिया स्टार्ट विथ मी’’ के थीम के साथ जन समुदाय को जागरूक करना है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. टी.जी. कुलवेदी ने सभाकक्ष में उपस्थित समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों को अवगत कराते हुए बताया कि सन 1953 में नेशनल मलेरिया कन्ट्रोल प्रोग्राम प्रारंभ किया गया। उस वक्त देश में 75 मिलियन केश मलेरिया से पीडित पाये गये थे। फिर 1958 में प्रोग्राम को परिवर्तन करते हुए नेशनल मलेरिया इरिडिकेशन प्रोग्राम लॉच किया, जिसमें मलेरिया के केशों के अचानक रिडक्षन हुआ 2 मिलियन केश रिकार्ड हुए। इस प्रकार 2004 से नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीस कन्ट्रोल प्रोग्राम (एनव्हीबीडीसीपी) चल रहा है।
एन.व्ही.बी.डी.सी.पी. कन्ट्रोल प्रोग्राम के अन्तर्गत 6 मुख्य वेक्टर जनित बीमारी का उल्लेख होता है जिससे मलेरिया मुख्य रूप से जाना जाता है। विगत तीन वर्षो के आकडों पर प्रकाश डालने पर यह देखने को मिला कि रायगढ जिला पूरे छत्तीसगढ में मलेरिया सूचकांक में मलेरिया नियंत्रण के स्थिति में उच्च स्तर पर रहा। जिले के बेहतर काम को सराहा गया है। आम जनता भी जागरूक होकर मच्छरों से बच रहे है। नियमित रूप से घर व आस-पास स्वच्छता के प्रति ध्यान दिये जाने से काफी हद तक मच्छरों से निजात मिल सकता है। विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी, डी.एच.ओ. डॉ. के.डी. पासवान, जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. टी.के. टोण्डर, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. भानू पटेल, डी.पी.एम. श्री गणपत नायक, सी.पी.एम. डॉ. राकेश वर्मा और अन्य समस्त स्टाफ उपस्थित थे।
रायगढ़ । 30 वर्षीय युवक रेलगाड़ी की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया। रेलगाड़ी में उठाकर उसे राबर्टसन स्टेशन पहुंचाया गया। जब तक उसे अस्पताल पहुंचाया जाता उसने दम तोड़ दिया।बहरहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर के मामले की छानबीन शुरू कर दी है। मृतक की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 27 अप्रैल की सुबह खरसिया राबर्टसन स्टेशन के बीच डाउनलाइन क्रमांक 613/ 20 के नजदीक अचानक लगभग तीस वर्षीय युवक ट्रेन के सामने आ गया। जिससे ठोकर खाकर वह बुरी तरह घायल हो गया ट्रेन ड्राइवर ने जब यह नजारा देखा तो ट्रेन को रोक दिया तब तक युवक जीवित था। लोकों पायलट और गार्ड रेल गाड़ी में लोड कर राबर्टसन रेलवे स्टेशन ले आये लेकिन एंबुलेंस के आते तक वहां मृत हो गया। बाहर हाल पुलिस ने जाब्ता फौजदारी की धारा 174 के तहत मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरू कर दी है। लोको पायलट के अनुसार मृतक रेल पटरी के साथ साथ चल रहा था। युवक ने आत्महत्या की या वह किसी हादसे का शिकार हुआ, इसका खुलासा पुलिस जांच के पश्चात ही लग पाएगा। मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। उसकी पहचान के लिए आसपास के गांव में पुलिस ने सूचना भेज दी है।
जिले में 92 हजार उपभोक्ताओं को मिला फायदा
रायगढ़। छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल अपने उपभोक्ताओं को सरकार की घोषणा के अनुसार बिजली बिल में छूट का लाभ शुरू कर चुका है, और अब तक 92 हजार लोगों को इसका लाभ दिया जा चुका है। अकेले रायगढ़ सर्किल में 2 लाख 40 हजार से भी अधिक उपभोक्ता हैं जिन्हें मार्च 2019 से 4 सौ यूनिट का लाभ मिलना शुरू हुआ है। घरेलू उपभोक्ताओं के उपर 7 करोड़ से भी अधिक बकाया है। इसके अलावा शासकीय विभाग के उपर 38 करोड़ रूपए बकाया निकल रहा है। विभाग के अधिकारी की मानें तो छत्तीसगढ़ की सरकार की घोषणा के अ नुसार उपभोक्ताओं को बिजली बिल में छूट का लाभ देना शुरू किया जा चुका है और यह छूट उन उपभोक्ताओं को दी जा रही है जो अपना बिल लगातार जमा करते आ रहे हैं और जिन उपभोक्ताओं ने अपना बकाया जमा नही किया है उन्हें इसका लाभ नही मिल पा रहा है। उनका कहना है कि अभी तक 92 हजार लोगों को छूट का लाभ देकर उपभोक्ताओं को फायदा पहुंचाया है। शेष बचे उपभोक्ताओं से यह अपील की जा रही है वे अपना पुराना बकाया जमा करते हैं तो उन्हें भी उनकी यूनिट खपत से छूट मिलेगी।