छत्तीसगढ़

बिल हाफ नहीं, बिजली ही साफ - भाजपा
Posted Date : 30-Apr-2019 1:36:40 pm

बिल हाफ नहीं, बिजली ही साफ - भाजपा

> अपनी अकर्मण्यता का दोष भाजपा पर मढ़ऩे का प्रयास कर रही है कांग्रेस

>  कांग्रेस ने स्वीकारा कि मोदी की सौभाग्य योजना के तहत गांव-गांव में पहुंची है बिजली
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के चुनावी वादे किसानों का कर्जा माफ , बिजली बिल हाफ की मौजूदा स्थिति पर कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि  भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता को धोखा देने के अलावा और कुछ नहीं किया है। किसानों को छला गया। बिजली बिल हाफ करने का वादा किया था तो छत्तीसगढ़ में बिजली बिल हाफ तो नहीं हुआ बल्कि बिजली की आपूर्ति आधी हो गई और कई जगह तो बिजली साफ ही हो गई। 
भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने  कहा कि कांग्रेसी अपनी अकर्मण्यता का दोष भाजपा पर मढऩे की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस चक्कर में वे यह भी स्वीकार कर रहे हैं कि भाजपा की सरकार ने मोदी सरकार की सौभाग्य योजना के तहत गांव-गांव बिजली पहुंचाई। जबकि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हालात यह हो गए हैं कि राजधानी रायपुर में ही 3 से 4 घंटे तक बिजली चली जाती है।  इससे यह सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में बाकी स्थानों पर बिजली आपूर्ति का हाल कितना बुरा होगा।
भाजपा प्रवक्ता सुंदरानी ने आरोप लगाया कि भूपेश सरकार प्रदेश में ट्रांसफर उद्योग चलाने के कारण अधिकारियों पर अपनी पकड़ खो चुकी है व मात्र 3 महीने के दौरान ही अधिकारी मनमानी पर उतर आए हैं वह अपने कामों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। भाजपा शासन काल में प्रदेश के दूर दराज तक के गांव, टोला, मजरा में बिजली की निर्बाध आपूर्ति की जाती थी। दुर्गम गांवों तक को अंधेरे से मुक्ति दिलाई गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सौभाग्य योजना के तहत उन पहुंच विहीन गांवों तक भी रौशनी पहुंची जहां कभी लोगों ने इसकी उम्मीद ही नहीं की थी, लेकिन छत्तीसगढ़ के ऐसे तमाम गांवों के लोगों से उजाले का यह सौभाग्य छीनने का काम कांग्रेस की सरकार कर रही है। बिजली बिल हाफ का वादा निभाते न निभाते लेकिन बिजली की आपूर्ति तो होना ही चाहिए। भीषण गर्मी के मौसम में जब बिजली चली जाती है तो लोगों को कितनी असुविधा का सामना करना पड़ता है, इसका अहसास सत्ता सुख में डूबे कांग्रेसियों  को नहीं है। 

 

मेकाहारा में चिकित्सक ऐसी में बैठकर मरीजों का कर रहे इलाज, मरीज के परिजन भीषण गर्मी सहने पर मजबूर
Posted Date : 30-Apr-2019 1:36:18 pm

मेकाहारा में चिकित्सक ऐसी में बैठकर मरीजों का कर रहे इलाज, मरीज के परिजन भीषण गर्मी सहने पर मजबूर

रायपुर । बैसाख मास में लगातार तापमान में वृद्धि होने के कारण इन दिनों शहर का तापमान 43-44 डिग्री से. रिकार्ड किया जा रहा है। प्रदेश के सरकारी क्षेत्र के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय (मेकाहारा) में ओपीडी एवं आईपीडी में मरीजों की भीड़ के चलते चिकित्सक जहां आराम से एसी रूम में बैठकर मरीजों का इलाज कर रहे है। वहीं मरीज एवं उनके परिजन भीषण गर्मी भोगने पर मजबूर है। मरीजों के अनुसार उनके परिजनों के लिए वार्ड के बाहर स्थित कारीडोर में अधिकांश स्थलों पर पंखा नहीं होने के कारण गर्मी के चलते परेशानी उठानी पड़ रही है। कारीडोर के बाहर स्थित बाउंडरीवाल पर गर्मी से बचने के लिए खस आदि का इंतजाम नहीं किया गया है। जिसके कारण पूरब-पश्चिम की धूप के चलते दोनों समय वार्डों में भर्ती मरीजों को तपिश का सामना करना पड़ रहा है। ज्ञातव्य है कि मेकाहारा प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल हैं यहां पर जिला चिकित्सालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में असाध्य बीमारी से ग्रस्त मरीजों को चिकित्सकों द्वारा रेफर किया जाता है। बावजूद इसके सुविधा नहीं होने के कारण मरीज एवं परिजन हर साल गर्मी में मई-जून में भीषण गर्मी सहन करते है। भर्ती मरीजों एवं ओपीडी में इलाज कराने आए मरीजों ने स्वास्थ्य मंत्री से बेहतर सुविधा के इंतजाम मेकाहारा में तत्काल करने के लिए अस्पताल अधीक्षक को निर्देश देने की मांग की है। 

घूसखोर नोडल अधिकारी अविनाश खरे गिरफ्तार
Posted Date : 30-Apr-2019 1:35:57 pm

घूसखोर नोडल अधिकारी अविनाश खरे गिरफ्तार

> रिश्वत के 50 हजार रूपये लेते रंगे हाथ पकड़ाया 
> सोनोग्राफी सेंटर में सिटी स्कैन मशीन चलाने की अनुमति देने के नाम पर मांगी थी रिश्वत

रायपुर । एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने सोमवार को एक घूसखोर नोडल अधिकारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी बिलासपुर सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ है। आरोपी सिटी स्कैन मशीन चलाने के नाम पर एक लाख रूपये रिश्वत मांगी थी। 
मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी राहुल जायसवाल ने बिलासपुर के सिम्स अस्पताल के सामने और पेंड्रा में सोनोग्राफी सेंटर में सिटी स्कैन मशीन चलाने की अनुमति देने की अर्जी लगाई गई थी। इसके एवज में नोडल अधिकारी अविनाश खरे ने एक लाख रुपए रिश्वत की मांगी थी जिसके लिए राहुल तैयार हो गया था। इसके बाद राहुल ने एक लाख रूपये में से 25 हजार रुपए आरोपी नोडल अधिकारी को दे चुका था। बाकी शेष राशि 75 हजार रूपये के लिए नोडल अधिकारी द्वारा राहुल पर दबाव बनाने लगा। राहुल द्वारा रिश्वत की बाकी रकम नहीं देने पर नोडल अधिकारी ने सोनोग्राफी सेंटर में विभिन्न प्रकार की खामियां बताकर नोटिस जारी कर दिया। जिसके बाद राहुल ने एंटी करप्शन ब्यूरो में इसकी शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने पर एसीबी ने उसका सत्यापन कराया और ट्रैप का आयोजन किया। इसके बाद टीम ने दो राजपत्रित अधिकारियों के सामने नोडल अधिकारी अविनाश को प्रार्थी से रिश्वत की 50 हजार रुपए राशि को लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। रिश्वत में ली गई राशि को भी जब्त कर लिया गया है। आरोपी के ड्डिखलाफ  धारा 7 पीसी एक्ट 1988 के तहत कार्रवाई की गई है। 

 भीषण गर्मी में भी लोगों की प्यास बुझा रहा है चित्रधारा जलप्रपात
Posted Date : 30-Apr-2019 1:35:38 pm

भीषण गर्मी में भी लोगों की प्यास बुझा रहा है चित्रधारा जलप्रपात

जगदलपुर ।  तोकपाल ब्लॉक के ग्राम रानसरगीपाल व पोटनार के सीमा पर स्थित चित्रधारा जलप्रपात भी गर्मी में भी सूखने जैसी स्थिति में नहीं है हालांकि वर्तमान में यहां पतली जलधारा ही पहाड़ी से निकल रही है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि ये पूरे गर्मी में ऐसा ही बना रहता है। रानसरगीपाल के कुछ परिवार चित्रधारा प्रपात में पाईप लगाकर पहाड़ी से निकलने वाले पानी को ही पीने से लेकर निस्तारी के लिए उपयोग करते हैं। गौरतबल है कि संभाग मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर चित्रकोट मार्ग पर स्थित पोटानार के समीप स्थित चित्रधारा जलप्रपात गर्मी के मौसम में भी शबाब पर रहता है। चित्रधारा जलप्रपात का जलस्त्रोत पहाड़ी से है और बरसात के मौसम में पहाड़ी का पानी चित्रधारा जलप्रपात में समाहित हो जाता है। ठण्ड के मौसम में भी चित्रधारा से पानी निकलता है, लेकिन गर्मी के मौसम में धार पतली हो जाती है। इन दिनों चित्रधारा जलप्रपात से निकलने वाली जलधारा काफी पतली हो गयी है। जिसके कारण जलप्रपात की सुंदरता कम हो गयी है।

 

सरकारी नौकरी का सपना देख रहे युवा वर्ग को बड़ा झटका
Posted Date : 30-Apr-2019 1:35:11 pm

सरकारी नौकरी का सपना देख रहे युवा वर्ग को बड़ा झटका

एक साल के लिए नई भर्तियों पर रोक 
रायपुर । शासकीय नौकरी की सपना देख रहे प्रदेश के युवाओं को एक बड़ा झटका लगा है। राज्य की खराब वित्तीय स्थितियों को देखते हुए नई सरकारी नौकरियों पर रोक लगा दी गई है। अनिवार्य होने पर पहले वित्त विभाग की अनुमति अनिवार्य कर दी गई है। 
राज्य के गंभीर वित्तीय संकट को देखते हुए आगामी एक वर्ष के लिए नई शासकीय नौकरियों की भर्तियों पर रोक लगा दी गई है। अनिवार्य होने पर भर्ती के पूर्व वित्त विभाग की अनुमति अनिवार्य कर दी गई है। वित्त विभाग के अपर सचिव सतीश पाण्डेय के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है कि वित्त विभाग के संदर्भ विज्ञापनों द्वारा लोक सेवा आयोग के माध्यम से भरे जाने वाले सीधी भर्ती के रिक्त पदों एवं अनुकंपा नियुक्ति के पदों को छोडक़र शेष सभी सीधी भर्ती के रिक्त पदों को भरने के पूर्व वित्त विभाग की अनुमति प्राप्त करना होगा। राज्य शासन द्वारा विचार के बाद यह निर्णय लिया गया है कि उक्त निर्देश आगामी एक वर्ष के लिए और प्रभावशाली रहेगा। ऐसी केंद्र योजनाएं जिनके अंतर्गत पद संरचना स्वीकृत है तथा जिन्हें केंद्रीय बजट 2019-20 में समाप्त कर दिया गया है उन योजनाओं में रिक्त पदों पर यदि वित्त विभाग द्वारा भर्ती की अनुमति पूर्व में दी गई है किंतु अभी तक भर्ती नहीं की गई है तो ऐसे रिक्त पदों को भरने की अनुमति पुन: वित्त विभाग से प्राप्त की जाए। 

 

विधानसभा अध्यक्ष सपत्नीक पंहुचे जगदीश मेहर के निवास पर
Posted Date : 30-Apr-2019 1:26:05 pm

विधानसभा अध्यक्ष सपत्नीक पंहुचे जगदीश मेहर के निवास पर

> जगन्नाथ धाम की यात्रा पर हैं महंत दम्पति
न्याय साक्षी/रायगढ़। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत सोमवार सुबह वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगदीश मेहर के नया गंज स्थित निवास पंहुचे व मेहर परिवार का आतिथ्य स्वीकार किया।  इस मौके पर डॉ. महंत के साथ उनकी धर्मपत्नी व कोरबा लोकसभा से कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती ज्योत्सना महंत व इकलौते सुपुत्र सूरज महंत भी मौजूद दिखे । जगदीश मेहर द्वारा सपरिवार महंत दम्पति का अभूतपूर्व स्वागत किया गया। करीब एक घंटे तक पारिवारिक माहौल के बीच जगदीश मेहर के घर के सभी सदस्यों से मेल - मुलाकात के बाद विधानसभा अध्यक्ष सपरिवार भगवान जगन्नाथ के दर्शनों की कामना लिये ओडिशा के पुरी के लिये रवाना हो गये। इससे पहले 29  अप्रैल को जगन्नाथ धाम की यात्रा के लिये अपने गृहग्राम सारागांव से निकलते हुये रायगढ़ की यात्रा के दौरान महंत दम्पति ने चंद्रपुर मे ठहराव लेकर देवी चंद्रहासिनी की पूजा अर्चना की। रायगढ़ मे अपने अभिन्न जगदीश मेहर के निवास पर सपरिवार दस्तक देकर डॉ. चरणदास महंत ने जितना मेहर परिवार को चौंकाया उतना ही जगदीश मेहर के भावपूर्ण स्वागत से पूरी महंत फेमिली गदगद भी दिखी। मेहर निवास पंहुचकर डॉ. महंत ने सर्वप्रथम आध्यात्मिक संस्था दिव्य जीवन संघ के मेहर निवास स्थित जिला कार्यालय मे दीप प्रज्वलित कर विश्व कल्याण की कामना की। चौंकाने वाली बात यह रही कि छत्तीसगढ़ के सबसे कद्दावर राजनेता के नगर मे पंहुचनें और मेहर परिवार से सरप्राइज मुलाकात की भनक शहर मे महंत समर्थकों को नहीं  लग सकी। हालांकि सारागांव से लेकर रायगढ के बीच कुछ स्थानों पर डॉ. महंत के शुभचिन्तकों द्वारा मार्ग रोककर महंत दम्पति के प्रति अपना लगाव प्रकट किया गया, लेकिन जिला मुख्यालय मे करीब दो घंटे के प्रवास के दौरान डॉ. चरणदास महंत व उनकी अर्द्धांगिनी श्रीमती ज्योत्सना महंत घरेलू मेलजोल के साथ मेहर निवास तक ही सीमित दिखे।यात्रा के दौरान डॉ. महंत के साथ कांग्रेसी नेता विष्णु तिवारी व गोपाल थवाईत भी साथ रहे।