छत्तीसगढ़

चक्रवाती तूफान फेनी को लेकर महासमुंद-बलौदाबाजार में अधिकारी अलर्ट
Posted Date : 03-May-2019 12:46:37 pm

चक्रवाती तूफान फेनी को लेकर महासमुंद-बलौदाबाजार में अधिकारी अलर्ट

रायपुर । चक्रवाती तूफान फेनी को लेकर मौसम विभाग से जारी अलर्ट के बाद राज्य के महासमुंद और बलौदाबाजार जिले के प्रशासनिक अधिकारी मुस्तैद हो गए हैं। 
मौसम विभाग की माने तो ओडिशा से सटे होने के कारण इन दोनों जिलों में चक्रवाती तूफान फेनी का असर पड़ सकता है, लिहाजा तूफान से होने वाली परेशानियों को देखते हुए पहले से ही अलर्ट जारी कर राहत एवं बचाव के सभी उपाय करने का निर्देश दिया गया है। दोनों ही जिलों के कलेेक्टर, तहसीलदार, एसडीएम के अलावा सभी जिम्मेदार अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। इसके अलावा प्रशासनिक अफसरों को अपनेे-अपने जिलों में नागरिकों को भी सचेत करने तथा जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बताया जाता है कि ओडिशा में यह तूफान आज अपने प्रचंड वेग के साथ टकरा गया है और इस समय ओडिशा में जमकर बारिश हो रही है, इसके अलावा यहां हवा की रफ्तार भी काफी अधिक है। हालांकि तूफान जैसे-जैसे तटीय इलाकों से होते हुए अंदरुनी इलाकों में पहुंचेगा, इसका वेग कम होते जाएगा, लेकिन फिर भी मौसम विभाग ने तूफान को लेकर पूरी तरह से मुस्तैद रहने का निर्देश जारी किया है। 

 

कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद रूकवाई गई शादी
Posted Date : 03-May-2019 12:45:45 pm

कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद रूकवाई गई शादी

न्याय साक्षी/रायगढ़।  परिवार न्यायालय रायगढ़ के हस्तक्षेप के बाद 1 मई को होने वाली पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी अंतत: रोकना पड़ गया। यह मामला रायगढ़ जिले के ग्रामीण अंचल का है। 
यह मामला  रायगढ़ जिला न्यायालय के परिवार न्यायालय में चल रही है ,वादी महिला हाल निवास मैका कदमघाट तहसील लखनपुर जिला झारसुगुडा ओडिसा  की शादी 12 -3-2015 को सामाजिक रीति रिवाज के तहत डूमरपाली, बनोरा जिला रायगढ़ के वृन्दावन सा के साथ हुई थी ।किन्तु दोनों में अनबन होने के कारण न्यायालय में मामला चली जिसमें उभय पक्ष में साथ साथ रहने का समझौता हुआ था किंतु कुछ साल रहने के बाद वृन्दावन ने पत्नी को घर से निकाल दिया था तथा  एक अन्य महिला से दूसरी शादी करने निमंत्रण पत्र वितरण कर एवं घर पर मेहमान बुलाकर बटमुल आश्रम बनोरा में 1 मई 2019 को शादी करने की पूरी तैयारी कर ली थी ।
इसी बीच पहली पत्नी को इसकी जानकारी प्राप्त होने पर उसके द्वारा वकील के मार्फत परिवार न्यायालय रायगढ़ में पहली पत्नी के रहते हुए उसे तलाक दिये बिना दूसरी महिला के साथ शादी की रस्म निभाने की पूरी  तैयारी कर ली थी । परिवार न्यायालय के विद्वान न्यायाधीश श्री जयदीप निमोडकर द्वारा आवेदिका के अधिवक्ता द्वारा प्रस्तुत तर्क एवं दस्तावेज की गंभीरता को देखते हुए आवेदिका द्वारा प्रस्तुत दावा को तुरंत पंजीयन कर हमदस्त नोटिस की तामीली स्पेशल मचकुरी के माध्यम से कराया जाकर अगले दिन प्रकरण सुनवाई अनावेदक गण की उपस्थिति हेतु रखी गई।  1 मई 2019 को अनावेदक वृन्दावन एवम देवकी के परिजन उपस्थित होकर अंडर टेकिंग दिये हैं कि आगामी पेशी तारीख 22 जून  तक शादी नहीं करेंगे ।

 

आदित्य  बने अंडर-13 कैटेगरी के चेस चैंपियन
Posted Date : 03-May-2019 12:44:48 pm

आदित्य बने अंडर-13 कैटेगरी के चेस चैंपियन

न्याय साक्षी/रायगढ़।    बिलासपुर में 27 अप्रैल से 01 मई तक आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय प्रथम ऑल इंडियाओपन  फीडे रेटिंग चेस टूर्नामेंट  में रायगढ़ के आदित्य अग्रवाल ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ते हुए प्रथम स्थान प्राप्तकर अंडर-13 कैटेगरी ट्रॉफी पर अपना कब्जा किया । उक्त टूर्नामेंट में देश भर के चैस खिलाडिय़ों ने भाग लिया था । 
प्रारंभ से ही मेधावी आदित्य अग्रवाल जिंदल स्कूल में अध्ययनरत हैं तथा वे पार्क एवेन्यू कॉलोनी में निवासरत सीए संजय अग्रवाल एवं श्रीमती विनीता अग्रवाल के सुपुत्र हैं । आदित्य अपनी इस सफलता का श्रेय अपने चैस कोच श्री कार्तिकेश्वर मैत्री, ईश्वर नेताम तथा अपने माता पिता को देते हैं।

 

जिला इंटक ने मनाया मजदूर दिवस
Posted Date : 03-May-2019 12:44:29 pm

जिला इंटक ने मनाया मजदूर दिवस

न्याय साक्षी/रायगढ़।   राष्ट्र की सबसे बडी मजदूर संगठन  राष्ट्रीय मजदूर कांगे्रस ने जहां पूरे देश में 1 मई मजदूर दिवस को बडे हर्षोल्लास के साथ मनाया वहीं जिला इंटक रायगढ़ की टीम ने शाहनवाज खान जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में संपूर्ण जिले में सुबह 7 बजे से लेकर रात 10 बजे तक समस्त औद्योगिक एवं खदान क्षेत्र में सभी मजदूर भाईयों के साथ श्रमिक पर्व को बडे ही जोर शोर से मनाया। शाहनवाज खान अपने समर्थकों और जिला इंटक की टीम के साथ चार पहिया वाहन के काफिले में संपूर्ण जिले का दौरा किया और अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत तराईमाल, पूंजीपथरा, बंजारी, एनटीपीसी समेत आसपास के सभी औद्योगिक श्रमिको की बडी बडी सभाए ली, जहां न केवल उन्होंने श्रमिकों को मजदूर दिवस की बधाई दी बल्कि उनको हौसला भी दिया कि 24 घंटे में कभी भी आपको मेरी जरूरत हो तो या मेरे लोगों की जरूरत हो तो मै मेरे लोग आपके लिए दिल से खड़े हैं और आपके साथ कोई भी शोषण या अन्याय नही होनें देंगे। किसी भी प्रकार की समस्या होनें पर आप सीधा मुझसे संपर्क कर सकते हैं। सभा में शाहनवाज खान ने उद्योगों को और वहां के ठेकेदारों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि किसी भी मजदूर के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही या शोषण बर्दाश्त नही किया जाएगा और यदि कोई भी उद्योग प्रबंधन या ठेकेदार मनमानी करता है व मजदूरों का शोषण करता है तो उसके खिलाफ तत्काल आंदोलनात्मक कार्रवाई करते हुए कडे रूख अपनाया जाएगा। उक्त कार्यक्रम में मुख्य रूप से शाहनवाज खान, सुखबिर सिंह, बलविंदर सिंह, जाहिद अली, सुरजीत सिंह, राजा खान, सुंदर गुप्ता, कमलेश, नकुल, फिरोज , जीतु समेत इंटक के सभी कार्यकर्ता मौजूद थे। साथ ही हर सभा में सैकड़ो की तादाद में लोग इकट्ठे हुए। 

 

फैनी तुफान के चलते कई एक्सपे्रस टे्रनें रद्द
Posted Date : 03-May-2019 12:44:08 pm

फैनी तुफान के चलते कई एक्सपे्रस टे्रनें रद्द

उत्कल एक्सप्रेस भी प्रभावित 
न्याय साक्षी/रायगढ़।  चक्रवाती तूफान फैनी के मद्देनजर छत्तीसगढ़ से होकर चलने वाली 5 एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसमें रायगढ़ से गुजरने वाली पुरी-उत्कल एक्सप्रेस भी शामिल हैं। हालांकि अन्य गाडिय़ां रायपुर से महासमुंद होकर ओडिशा पहुंचती है। गाड़ी संख्या 22973 गांधीधाम से पुरी के बीच चलने वाली ट्रेन गुरुवार को रायपुर जंक्शन नहीं आएगी। इस ट्रेन को गांधीधाम से ही नहीं चलाया गया। रायपुर जंक्शन से होकर पुरी जाने व आने वाली गाडिय़ों को 3 मई को 4 एक्सप्रेस ट्रेन नहीं चलाने का निर्णय लिया गया है। इनमें से गाड़ी संख्या 12843 पुरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस, गाड़ी नंबर 18477 पुरी-हरिद्वार उत्कल मेल, गाड़ी संख्या 18407 पुरी-साईं शिर्डी एक्सप्रेस व गाड़ी संख्या 18425 पुरी से दुर्ग इंटरसिटी एक्सप्रेस रद्द कर दी गई है। ओडिशा में तूफान फैनी के कारण गुरूवार शाम तक तटीय इलाकों से आठ लाख लोग अपने घरों को छोडकऱ राहत शिविरों में जा चुके हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, अति गंभीर तूफान फेनी के गोपालपुर और चांदबली के बीच से होते हुए पुरी के दक्षिण से गुजरने की संभावना है।

 

वज्रपात व आकाशीय बिजली व आंधी तूफान से बचाव व राहत व्यवस्था के संबंध में दिशा-निर्देश जारी
Posted Date : 03-May-2019 12:43:48 pm

वज्रपात व आकाशीय बिजली व आंधी तूफान से बचाव व राहत व्यवस्था के संबंध में दिशा-निर्देश जारी

न्याय साक्षी/रायगढ़।   छत्तीसगढ़ में आगामी जून माह से सितम्बर माह के बीच मानसून के दौरान वज्रपात एवं आकाशीय बिजली तथा आंधी-तूफान से जन-धन हानि होने की संभावना बनी रहती है। छत्तीसगढ़ राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जनसामान्य को वज्रपात एवं आकाशीय बिजली से बचने के संबंध में सावधानियां बरतने हेतु कहा है।
वज्रपात एवं आकाशीय बिजली के दौरान यदि घर में हो तो पानी का नल, फ्रिज, टेलीफोन आदि को न छुएं और उससे दूर रहे तथा बिजली से चलने वाली यंत्रों/ उपकरणों को बंद कर दें। यदि दो पहिया वाहन, साईकिल, ट्रक, खुले वाहन नौका आदि पर सवार हो तो तुरंत उतरकर सुरक्षित स्थानों पर चले जाए। वज्रपात एवं आकाशीय बिजली के दौरान वाहनों पर सवारी न करें। धातु की डंडी वाले छाते का उपयोग न करें। टेलीफोन व बिजली के पोल, खंभे तथा टेलीफोन टावर से दूर रहे। कपड़े सुखाने के लिए तार का प्रयोग न कर, जूट या सूत की रस्सी का उपयोग करें। बिजली की चमक देख तथा गडगड़़ाहट की आवाज सुनकर ऊंचे एवं एकल पेड़ां पर नहीं जाएं। यदि कोई व्यक्ति जंगल में हो तो वे छोटे एवं घने पेड़ों की शरण में चले जाए। वृक्षों दलदल वाले स्थलों तथा जल स्त्रोतों से यथा संभव दूर रहे परंतु खुले आकाश में रहने से अच्छा है कि, छोटे पेड़ों के नीचे रहे। खुले आकाश में रहने को बाध्य हो तो नीचे के स्थलों को चुने, एक साथ कई आदमी इक_े न हो, दो आदमी की दूरी कम से कम 15 फीट हो, तैराकी कर रहे लोग मछुवारे आदि अविलंब पानी से बाहर निकल जाए। गीले खेतों में हल चलाते, रोपनी या अन्य कार्य कर रहे किसानों तथा मजदूरों या तालाब में कार्य कर रहे व्यक्ति तुरंत सूखे एवं सुरक्षित स्थान पर जाए। धातु से बने कृषि यंत्र, डंडा आदि से अपने को दूर कर लें। यदि खेत-खलिहान में काम कर रहे हो तो तथा किसी सुरक्षित स्थान की शरण न ले पाए तो जहां है वहीं रहे, हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख ले। दोनों पैरों को आपस में सटा ले एवं दोनों हाथों को घुटनों पर रखकर अपने सिर को जमीन की तरफ यथा संभव झुका लें तथा सिर को जमीन से न छुआएं, जमीन पर कदापि न लेटे। अपने घरों तथा खेत-खलिहानों के आसपास कम ऊंचाई वाले उन्नत किस्म के फलदार वृक्ष समूह लाए। ऊंचे पेड़ के तनों व टहनियों में तांबे का एक तार स्थापित कर जमीन में काफी गहराई तक दबा दें ताकि पेड़ सुरक्षित हो जाए। मजबूत छत वाला पक्का मकान सबसे सुरक्षित स्थल है। यदि संभव हो तो अपने घरों में तडि़त चालक लगवा लें, यथासंभव खुले क्षेत्र में स्वयं को धात्विक संपर्क से बचाए रखे।