0-आरोपियों ने डरा-धमका कार के ट्रांसफर फार्म में कराया प्रार्थी से हस्ताक्षर
रायपुर, 04 मई । राजधानी में एक अनोखा मामला सामने आया है। सिंचाई विभाग के एक क्लर्क को क्राइम ब्रांच का भय दिखाकर उसी के विभाग की एक युवती ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर कार के ट्रांसफर फार्म में जबरदस्ती हस्ताक्षर कराकर कार लूटकर ले गये है। इस मामले की शिकायत पर पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध किया है। खबर है कि पुलिस ने मामले में युवती व उसके साथी युवको को हिरासत में ले लिया है। आरोपी युवकों में एक पुलिस आरक्षक भी बताया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिंचाई विभाग में क्लर्क के पद पर कार्यरत दिलीप कुमार कंवर निवासी मं.एच 10 सिचाई कालोनी शांतिनगर को 2 अप्रैल को देर शाम में करीब 7.30 बजे उसके विभाग में ही संविदा के पद पर कार्यरत युवती रेणुका साहू ने फोन कर मिलने के लिए बुलाया। इसके बाद दोनों कार से नया रायपुर गए, जहां घटना स्थल पर एक अन्य कार सवार दो युवक रंजित सिंह 38 वर्ष एवं सूरज यादव 23 वर्ष युवती के कहने पर प्रार्थी दिलीप कंवर को क्राइम ब्रांच का भय दिखाते हुए उससे उसकी मारूति सिप्ट कार क्रमांक सीजी04एम7773 का नाम ट्रांसपर कराने के लिए जबरन फार्म 29, 30 में हस्ताक्षर कराकर कर को लूटकर ले गये। कार की कीमत 5 लाख रूपये बतायी जा रही है। बताया जा रहा है कि कार लूटने वाले दो युवकों में एक पुलिस आरक्षक है। हालांकि इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पायी है। इधर घटना के बाद प्रार्थी की रिपोर्ट पर पुलिस ने युवती व उसके साथी दोनों युवकों को भी हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है ऐसी खबर आ रही है। संभवत: शाम तक पुलिस इस मामले का खुलासा कर सकती है।
० हाईकोर्ट ने इस प्रकरण से किया बरी
भिलाई , 04 मई । दुर्ग में जनशताब्दी एक्सप्रेस हाइजेक कांड में नया मोड़ आ गया है। इस मामले में उपेंद्र सिंह सहित 10 अन्य आरोपी थे। उन्हें रेलवे एक्ट 150 (1) बी में सेशन कोर्ट से उम्र कैद की सजा सुनाई गई। आरोपी पक्ष मामले को लेकर हाईकोर्ट गया। जहां से बुधवार को उक्त धारा के तहत दिए गए उम्रकैद से हाईकोर्ट की बैंच ने उन्हें बरी कर दिया।
न्यायाधीश मणिंद्र मोहन श्रीवास्तव व रजनी दुबे की बैंच ने यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने माना कि रेलवे एक्ट 150 (1)ब का अपराध नहीं बनता। आरोपी पक्ष के वकील बीपी सिंह ने तर्क रखा कि यह धारा रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाए जाने की दशा में लगती है। जबकि आरोपियों के तरफ से किसी प्रकार से संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया गया।
इस मामले में तीन अलग-अलग मामले बनाए गए। पहला मामला कार मालिक केशवर राव की शिकायत पर, जिसकी कार छीनकर आरोपी भागे थे। दूसरा मामला आरक्षक सचित कुमार की शिकायत पर और तीसरा रेलवे में ड्रायवर दीपक ठाकुर की शिकायत पर दर्ज किया गया। मामले में दुर्ग के एडीडे मंसूर अहमद के न्यायालय में सुनवाई हुई। आरोपियों पर दोष सिद्ध पाया गया।
उपेंद्र उर्फ कबरा जयचंद वैद्य अपहरण कांड का मुख्य आरोपी है। तत्कालीन एडीजे हेमंत अग्रवाल के न्यायालय में विचाराधीन मामले में उसे सुनवाई के लिए दुर्ग लाया गया था। शाम करीब 5.10 बजे वह बिलासपुर जेल जाने के लिए जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में आरक्षक सचित शर्मा, बीरेंद्र सिंह व सदाराम के सुरक्षा घेरे के बीच ट्रेन में चढ़ा। इस बीच जैसे ही ट्रेन कैवल्यधाम पहुंची, चैन पुलिंग कर दी गई। इस बीच उपेंद्र का पुत्र प्रीतम सिंह, दोस्त अनिल सिंह, शंकर राव, बिल्लू सहित अन्य मौके पर पहुंचे। उन्होंने सचित व बीरेंद्र पर मिर्ची पाउडर फेंका और कट्टे के बट से वार कर आरक्षकों को घायल कर दिया।
रायपुर, 04 मई । वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मंत्री रविन्द्र चोब्े के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है, इसके अलावा अब चिकित्सकों ने उन्हें चलने-फिरने की भी अनुमति दे दी है।
सूत्रों की माने तो वर्तमान में आईसीयू में भर्ती मंत्री चौबे के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है। बताया गया कि अब उन्हें सामान्य भोजन भी दिया जा रहा है, पूरी तरह से सचेत और शुभचिंतकों से लगातार बातचीत कर रहे चौबे के स्वास्थ्य में आ रहे सुधार से चिकित्सक और समर्थक दोनों खुश हैं। चिकित्सकों के अनुसार उनके शरीर के बाकी अंग सामान्य रूप से काम कर रहे हैं और उन्हें अब चलने-फिरने की भी अनुमति चिकित्सकों ने दी है, बताया जाता है कि उन्हें जल्द ही आईसीयू से सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया जा सकता है।
0 दूसरे कमरे में सो रहे अन्य लोगों ने छिपकर बचाई जान
कोरबा, 04 मई । गोल्हर क्षेत्र में हुई घटना की याद पिछली रात ताजा हो गई। यहां हाथी ने एक घर के कमरें में सो रहे ग्रामीण को सूड़ से खींचकर बाहर निकाला और फिर पटक दिया। ग्रामीण की तुरंत मौत हो गई। इस वाक्ये से दूसरे कमरें में सोए लोग भयभीत हो गए। उन्होंने किसी तरह छिपकर अपनी जान बचाई। घटनाक्रम से कुदमुरा व छाल रेंज के अनेक ग्रामों में डर का वातावरण बना हुआ है। इधर वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी है। कोरबा जिला मुख्यालय से 70 किमी दूर पिथरा गांव में यह घटना आज सुबह 04 बजे के लगभग हुई।
वन मण्डल कोरबा के कुदमुरा रेंज के सीमांत क्षेत्र में हुई घटना ने लोगों को बालकोनगर रेंज के गोल्हर फूटहामुड़ा में तीन महीने पहले हाथी द्वारा एक महिला और बच्चे को पटककर मार डालने की याद ताजा कर दी। यह घटना गांव के आंगनबाड़ी भवन में हुई थी, जहां हाथियों के हमले से बचाने वन विभाग ने लोगों को यहां ठहराया था। 04 मई को हुई घटना के बारे में विभागीय सूत्रों ने बताया कि छाल परिक्षेत्र में पिथरा गांव आता है, जहां के ग्रामीण इसदु लकड़ा 68 वर्ष की मौत हो गई। पिथरा में अनुसूचित जनजाति वर्ग की आबादी अधिक संख्या में है। मुख्य गांव से हटकर बाहरी क्षेत्र में एक्का-दुक्का मकान लोगों ने बना रखे हैं। जिन पर अक्सर जंगली जानवरों के हमले का डर बना रहता है। इसदु का मकान भी इसी क्षेत्र में स्थित है। नजदीक से ही घना जंगल लगा हुआ है। लकड़ा यहां पर पत्नी, बहू और बच्चों के साथ निवासरत था। बीती रात्रि सदस्यों ने भोजन किया और सो गए। सामने के कमरें में इसदु लकड़ा सोया हुआ था। आज तडक़े जंगल की तरफ से हाथी यहां पहुंचे। जिस तरह की जानकारी मिली, उसमें कहा गया कि हाथी ने कमरें के दरवाजे को तोडऩे के साथ ग्रामीण को सूड़ से बाहर खींच लिया और पटकने के साथ कुचल दिया। ग्रामीण की इस घटना में मौके पर ही मृत्यु हो गई। हाथी की आहट और इंसान की चीख सूनने के साथ परिवार के लोग अनहोनी से कांप उठे। उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए दूसरे कमरें में खुद को छिपाया। घटना की जानकारी आम होने पर कुछ घंटे बाद वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी यहां पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में शव का पंचनामा किया गया। उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। धरमजयगढ़ डीएफओ ने बताया कि मृतक के परिजनों को प्रारंभिक राहत राशि दी गई है। ऐसे प्रकरणों में 04 लाख रूपए की क्षतिपूर्ति दी जानी है। शेष राशि का भुगतान कागजी कार्रवाई के पश्चात किया जायेगा।
अंबिकापुर, 04 मई । अंबिकापुर पुलिस ने एक युवक को ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से करीब 6 लाख रूपये का ब्राउन शुगर जब्त किया है। आरोपी ब्राउन शुगर झारखंड से लाकर अंबिकापुर में खपाया करता था।
नगर पुलिस अधीक्षक आरएन यादव ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कोतवाली थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह को मुखबिर से सूचना मिली थी कि राजू नामदेव नामक व्यक्ति अपने पास बड़ी मात्रा में ब्राउन शुगर रखकर ब्राम्हणपारा के पास ग्राहक की तलाश कर रहा है। इस सूचना पर कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम तुरंत मौके पर पहुंचकर हुलिया बताए अनुसार मौजूद युवक को घेराबंदी कर धर-दबोचा। उसकी तलाशी लेने पर उसकेपास से 30.45 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद किया। बरामद ब्राउन शुगर की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 6 लाख रूपये आंकी गई है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह झारखंड से ब्राउन शुगर लाकर अंबिकापुर में खपाता था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह, उप निरीक्षक अमित गुप्ता, आरक्षक संजीव चौबे, लाल भुवन सिंह, मुकेश पांडे, सीनू फिरदौसी, साइबर क्राइम सेल प्रभारी मनीष यादव, आरक्षक भोजराज पासवान, जयदीप सिंह, दीनदयाल सिंह, अमृत सिंह, वीरेंद्र पैकरा व महिला आरक्षक स्मिता रागिनी शामिल थीं।