वाहनों की जाँच करने की बजाये सडक़ किनारे खड़े थे जवान, एसएसपी की कार्यवाही
रायपुर। काम में लापरवाही बरतने पर एसएसपी ने पांच आरक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। लॉक डाउन में वाहनों की चेकिंग करने अलग अलग पॉइंट पर पुलिस की ड्यूटी लगाई है जिसमे पांच आरक्षकों को काम में लापरवाही पर एसएसपी आरिफ शेख ने सस्पेंड कर दिया है।
पुलिस ने अनुपम नगर चौक में तेलीबांधा यातायात थाना और देबेन्द्र नगर थाना के पांच आरक्षकों की ड्यूटी लगाई गई थी। पुलिस के अनुसार वे वाहनों की जाँच करने के बजाये सडक़ किनारे खड़े पाए गए। जिसे एसएसपी ने आदेशों की अवहेलना और कर्तव्यहीनता ठहराते हुए आरक्षकों को दूजराम कश्यप, राजनारायण ध्रुव, एरनुस तिर्की, रामशरण क्षत्रिय और मोतीलाल साहू को सस्पेंड करते हुए रक्षित केंद्र में अटैच किया है।
जिसके बाद से पुलिस में हडक़ंप मचा हुआ है। पुलिस की कार्यवाही नियमो के पालन के लिए जरुरी है पर लगातार काम करने के वाले जवानो का मनोबल इससे गिरता है।
रायपुर। नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के प्रबंधन में छत्तीसगढ़ देश के टॉप 10 राज्यों में है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व और निर्देशन में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस दिशा में उठाए गए प्रभावी कदमों उठाए गए है।
भारत सरकार के केबिनेट सचिव राजीव गौबा द्वारा आज सभी राज्यों के मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सचिव, पुलिस महानिदेशक तथा देश के 730 जिलों के कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक, आयुक्त नगर निगम, सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से कोविड-19 वायरस की रोकथाम तथा नियंत्रण की रणनीति के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गई। छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल, सचिव स्वास्थ्य श्रीमती निहारिका बारिक सिंह तथा सचिव सामान्य प्रशासन विभाग कमलप्रीत सिंह ने इस वीडियो कांफ्रेसिंग में हिस्सा लिया।
मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल ने बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में कोविड-19 महामारी के नियंत्रण तथा रोकथाम हेतु भारत सरकार द्वारा जारी गाईड लाईन का पालन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में अभी तक 1590 लोगों के टेस्ट किए गए है। जिसमें 10 केश पॉजिटिव पाए गए है इसमें 7 को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्यूपेंट (पी.पी.ई.) किट्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। केबिनेट सचिव द्वारा लॉकडाउन का कड़ाई से पालन किए जाने की आवश्यकता बतायी गई तथा यदि कोई इसका उल्लंघन करता है तो सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। तबलीगी जमात मरकज निजामुद्दीन दिल्ली से भारत के विभिन्न राज्यों और जिलों में गए तबलीगी जमात के व्यक्तियों पर ध्यान देने पर जोर दिया गया। कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम एवं ईलाज हेतु अधिक से अधिक संख्या में डेडीकेटेड हॉस्पिटल/यूनिट बनाने के निर्देश भी दिए गए है। क्वारंटिन की सुविधा बढ़ाने तथा सोशल डिस्टेसिंग पर भी जोर दिया गया। भारत सरकार के गृह मंत्रालय द्वारा डिजास्टर मेनेजमेंट एक्ट-2005 के अंतर्गत जारी दिशा-निर्देश का पालन करने के निर्देश दिए गए। केबिनेट सचिव द्वारा इस महामारी के नियंत्रण हेतु 15 दिन और अच्छे से कार्य किए जाने की आश्यकता बतायी गई । कोविड-19 वायरस के संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण हेतु किए गए उपायों में छत्तीसगढ़ देश में टॉप-10 में रहा।
रायपुर। राज्य शासन के गृह (पुलिस) विभाग ने प्रगशिक्षण उपरांत 13 उप पुलिस अधीक्षकों की नई पदस्थापना सूची जारी कर दी है।
राज्य शासन के गृह (पुलिस) विभाग से जारी आदेशानुसार राज्य पुलिस सेवा के 13 उप पुलिस अधीक्षकों को प्रशिक्षण उपरांत नई पोस्टिंग दे दी गई है। इनमें प्रभात पटेल महासमुंद को पुलिस अनुविभागीय अधिकारी जिला नारायणपुर भेजा गया है। इसी तरह सुश्री आशा कुमार सेन बिलासपुर को सुकमा, अभिनव उपाध्याय बिलासपुर को नारायणपुर, लोकेश कुमार देवांगन रायपुर को नारायणपुर, कुमारी उन्नति ठाकुर दुर्ग को नारायणपुर, कुमारी कल्पना वर्मा रायपुर को बीजापुर, अभिषेक कुमार केसरी दुर्ग को बीजापुर, कुमारी आशा सोनी राजनांदगांव को दंतेवाड़ा, भावेश कुमार समरथ जगदलपुर को डीआरजी बीजापुर, जितेंद्र कुमार चंद्रवंशी रायगढ़ को बीजापुर, अमरनाथ सिदार बालोद को दंतेवाड़ा तथा भूपत सिंह धनेश्री कोरबा को दंतेवाड़ा भेजा गया है।
रायपुर। राज्य शासन ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पखांजूर जिला कांकेर राजेंद्र कुमार जायसवाल को प्रशासनिक आधार पर अस्थाई रूप से आगामी आदेश पर्यंत तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा के पद पर तत्काल प्रभाव से पदस्थ किया गया है। उक्त आदेश गृह (पुलिस) विभाग के अवर सचिव डीपी कौशल के आदेशा से जारी किया गया है।
प्रशासन ने दोनों को भेजा क़वारेंटाइन में
राजनांदगांव । वैश्विक महामारी कोरोना के चलते दुनिया भर में हज़ारो लोगो की जान जा चुकी हैं। भारत मे भी यह आंकड़ा चिंताजनक है। देश मे कोरोना महामारी के आकड़ो में अचानक बढ़ती ग्राफ के लिए दिल्ली से निकलने वाले तकीलीफि जामती पाजेटिव आकड़ो में कई फीसदी इज़ाफ़ा के लिए जिम्मेदार है। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जद्दोजहद जारी है। शनिवार को लखोली जनता कॉलोनी से निजामुद्दीन मरकज से लौटे दो संदिग्धों को स्वास्थ्य विभाग ने चिन्हित किया है। इन्हें शासकीय क्वारंटाइन केंद्र में रखा गया है। दोनों संदिग्ध लोगों का सैंपल लेकर रायपुर जांच के लिए भेजा जा चुका है। यदि इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो राजनांदगांव के लिए एक बार फिर खतरे की घंटी बज जाएगी। अब स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके साथ मिले लोगों को भी ट्रेस करने में जुट गई है। ये लोग वहां से लौटने के बाद घर पर ही दुबक कर बैठे हुए थे। इस घटना के बाद लखोली जनता कॉलोनी के रहवासियों में दहशत का माहौल है।
सर्वे में संदिग्धों को नकारा था
ज्ञात हो कि जब स्वास्थ्य विभाग से राजनांदगांव में संदिग्ध होने की जानकारी आई थी, तो जिला प्रशासन के सर्वे में कोई संदिग्ध नहीं होने की जानकारी दी थी। लेकिन जिस तरह से शहर में दो लोगों को शनिवार देर रात को उठाया गया है। जिले में 118 लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा ट्रेस किया गया हैं, जिनका सैंपल जांच के लिए रायपुर भेजा जाना है। जिले में एक ही सर्विलेंस ऑफिसर के भरोसे स्क्रीनिंग का कार्य चलने के कारण सैंपल लेने की गति बेहद धीमी है। शनिवार को भी 8 संदिग्धों का सैंपल लिया गया है। इससे पहले शुक्रवार को तीन लोगों का सैंपल लिया गया था। 118 में से 52 सैंपल लिया जा चुका है। वहीं 48 लोगों का अब भी सैंपल लेना बाकी है।
रायपुर। आज पूरा देश कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है और देश का हर राज्य कोरोना को खत्म करने में लगा हुआ है। लेकिन जिस तरह से छत्तीसगढ़ राज्य में भूपेश सरकार द्वारा कोरोना से जंग लड़ जा रहा है उससे अब लगने लगा है कि जल्द ही प्रदेश ना केवल कोरोना मुक्त होगा, बल्कि कोरोना को खत्म करने वाला देश का पहला राज्य भी छत्तीसगढ़ बनेगा। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के दस्तक से पहले ही यहां के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना वायरस के प्रदेश में रोकथाम के लिए कई सराहनीय कदम उठाये। कोरोना को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाये गये इन्हीं कदमों के कारण प्रदेश में अभी तक कोरोना से संक्रमित सिर्फ 10 मरीज ही मिले है, जबकि देश के अन्य राज्यों में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों में 04 पॉजीटिव मरीज पहले ही ठीक हो गए है, वहीं आज और तीन मरीज भी पूरी तरह स्वस्थ हो गए है। इस तरह अब तक कुल 07 पॉजीटिव मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके है जो अपने-अपने घर भी लौट गए है। हालांकि ठीक हुए लोगों को सावधानियां बतरने की सलाह देते हुए उन्हें अभी घर पर ही रहने की सलाह दी गई है। ठीक हुए मरीजों में राजधानी रायपुर के 04 लोग शामिल है, जिसके बाद रायपुर में अब कोरोना संक्रमित एक भी मरीज शेष नहीं है। प्रदेश में जिस तरह से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को स्वस्थ करते हुए उनकी संख्या कम की जा रही है उससे लगने लगा है कि कोरोना वायरस से जंग जीतने की ओर छत्तीसगढ़ ने कदम बढ़ा लिया है। संभावना जताया जा रहा है कि प्रदेश जल्द ही कोरोना मुक्त भी हो जाएगा। ऐसा हुआ तो छत्तीसगढ़ देश में कोरोना को खत्म करने वाला पहला राज्य बन जाएगा, जिसका पूरा श्रेय यहां की सरकार को जाएगा।