न्याय साक्षी/रायगढ़ कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाये गये लॉक डाउन में जहां इसके प्रसार की संभावना को क्षीण किया है और बहुत से लोगों को असहज स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। दैनिक मजदूर, श्रमिक, रोज व्यवसाय लगाने वाले, फेरी वाले निराश्रित यह शहरी इलाकों के वे तबके है जिनके सामने गुजर-बसर की समस्या आन पड़ी है। इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर फंंसे कामगार व श्रमिक भी है जो लॉक डाउन में अपने घरों से दूर राहत शिविरों में रूके हुए है। कलेक्टर यशवंत कुमार के कुशल नेतृत्व में जिला प्रशासन लगातार ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन तक राहत पहुंचाने का कार्य कर रहा है। शहरी इलाकों में जहां नगरीय निकाय के अधिकारियों व राजस्व विभाग ने कमान संभाली हुई है, तो ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी राजस्व, जनपद तथा महिला बाल-विकास विभाग के साथ-साथ अन्य कर्मचारी भी मैदान में है। सारी गतिविधियों की नियमित मॉनिटरिंग जिला स्तर पर शीर्षस्थ अधिकारियों द्वारा लगातार की जा रही है। लोगों को खाने की समस्या न हो इसके लिए उनकी आवश्यकतानुसार सूखा राशन या पका खाना लोगों के घरों तक पहुंचाकर दिया जा रहा है। ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा रियूजेबल कॉटन मॉस्क सिल कर वितरित किया जा रहा है। ताजा आंकड़ोंं के अनुसार जिले में लॉक डाउन के दौरान अब तक शासन स्तर पर 1387 लोगों को पका भोजन उपलब्ध करवाया गया है, 9621 को नि:शुल्क राशन दिया गया है, स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा प्राप्त भोजन व खाद्यान्न 12132 लोगों तक पहुंचाया गया है। इसके अलावा 39000 मॉस्क एवं 400 लीटर सेनेटाईजर भी बांटा गया है।
न्याय साक्षी/रायगढ़। ड्यूटी में तैनात पुलिस अधिकारी और थाना कोतवाली में अनावश्यक बहस करने पर नितिन बेरीवाल निवासी रायगढ़ को थाने में बैठाया गया।
न्याय साक्षी/रायगढ़। सुबह चेकिंग के दौरान फर्जी आई डी के साथ एक युवक दीपक दास वैष्णव निवासी जूटमिल , कोतवाली पुलिस को मिला , पूछताछ में बताया की गुरूपाल भल्ला के यंहा काम करता है और उसे आईकार्ड उसी ने दिया है।युवक को कोतवाली थाने में बैठाया गया है।
न्याय साक्षी/रायगढ़। लॉक डाउन में लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस विभाग रायगढ़ ने अनोखा तरीका अपनाया। कोरोना वायरस वेश धरे हुए पुलिस के दो जवान आज शहर में घूम-घूम कर लॉक डाउन का पालन नही करने वाले, लापरवाही पूर्वक बिना कारण बाहर घूम रहे लोगों को संदेश दिया कि कोरोना आपसे व आपके घर से तब तक दूर रहेगा जब तक आप उसे खुद लेने घर से बाहर नही निकलेंगे। मतलब घर के बाहर निकलने से कोरोना वायरस से संक्रमित होने की संभावनाएं हर जगह मौजूद हो सकती है। यदि लोग लॉक डाउन में लापरवाही बरतेंगे, बाहर घूमेंगे, भीड़ लगायेंगे, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही करेंगे, नियमित हाथ की सफाई नही करेंगे, तो कोरोना वायरस के संपर्क में आ सकते हैं। जिससे खुद तो संक्रमित होंगे ही, अपने घर परिवार, मोहल्ले में भी इस संक्रमण को फैलाएंगे। जो बहुत घातक सिद्ध हो सकता है। इससे बचने का सबसे बढिय़ा तरीका है अपने-अपने घरों पर बने रहें। शासन-प्रसाशन के दिशा निर्देशों का पालन करें। नियमित हाथ धोते रहें। सजग रहें, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें। राक्षस बने युवक बेवजह रोड पर घूम रहे लोगों को डराए भी। उल्लेखनीय है कि प्रशासन और पुलिस विभाग कोरोना वायरस को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने लगातार मुहिम चला रहा है। लॉक डाउन का पालन करवाने स्वयं पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह, एएसपी अभिषेक वर्मा व सीएसपी अविनाश ठाकुर मोर्चा संभाले हुए हैं। वर्तमान परिदृश्य में लॉक डाउन का पालन करना क्यों इतना महत्वपूर्ण है के संबंध में लोगों को समझाईश भी दी जा रही है। इसका उल्लंघन करने पर संबंधित लोगों के ऊपर कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
न्याय साक्षी/रायगढ़। लाक डाउन दौरान मेडिकल सुविधा को आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में रखा गया है जिससे कोई भी अस्वस्थ व्यक्ति एंबुलेंस या निजी वाहन से आवागमन की सुविधा ले सकता है किंतु कुछ गरीब तबके के लोग स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों से अनजान हैं तथा वे राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाएं की जानकारी भी नहीं रखते हैं और इसी कारण उन्हें भटकना पड़ता है ऐसा ही एक मामला थाना चक्रधरनगर अंतर्गत अंबेडकर चौक के बगल में निर्माणाधीन कॉलोनी में निवासरत महिला मजदूर के साथ हो रहा था। महिला मजदूर सीमा भाई पति जितेंद्र कोई उम्र 26 वर्ष निवासी पुसौर जो गर्भवती है। सोनोग्राफी सेंटर जाने के लिए भटक रही गर्भवती महिला को जब टी.आई. चक्रधरनगर विवेक पाटले चौक पर देखकर पूछताछ किए तो महिला ने अंबेडकर चौक पर मजदूरी करना और वहीं रहना बताई तथा सोनोग्राफी के लिए डॉक्टर के पास जाना बताकर टीआई पाटले से ही पूछ बैठी की अभी डॉक्टर चेकअप में ज्यादा पैसे थोड़ी ले रहे हैं तब उन्हें टी.आई. पाटले द्वारा सरकार की योजनाओं का लाभ लेने के संबंध में बताये। तो महिला और उसका पति अनभिज्ञता जाहिर किए तब टीआई पाटले द्वारा स्वयं गायनिक चिकित्सक से महिला के इलाज के लिए मोबाइल पर चर्चा किए और अपने पेट्रोलिंग वाहन को वही बुलाकर पेट्रोलिंग पार्टी को सोनोग्राफी सेंटर महिला को छोडऩे के लिए बोले तथा महिला के पति को बोले कि अभी अन्य कोई परेशानी होगी तो मोबाइल नंबर पर या थाने आकर बता सकते हैं इसके पूर्व भी थाना प्रभारी चक्रधरनगर द्वारा थाना क्षेत्र में किराए मकान में रहने वाले तथा हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं के बीच जाकर उन्हें आर्थिक मदद पहुंचाए थे तथा प्रतिदिन अपने पेट्रोलिंग वाहन से जरूरतमंदों को फूड पैकेट व सूखा राशन का वितरण उनके द्वारा कराया जा रहा है ।