रायपुर। आरंग थाने से मिली जानकारी के अनुसार रामनाथ साहू आयु 47 वर्ष पिता मोदीराम साहू तीन अन्य समोदा तालाब पास आरंग में साथियों के साथ जुआ खेल रहा था। मौके पर आरंग थाने के स्टाफ ने जुआरियों से 460 रुपये की राशि जब्त की। वहीं साहू पारा आरंग से हेमराम साहू आयु 27 वर्ष पिता कृपाराम साहू एवं उसके दो साथियों से तालाब पार 330 रुपये जुआ खेलते वक्त जब्त किया गया। दोनों ही मामलों में आरंग थाने को आरोपियों से कुल 790रुपये की राशि जब्त करने में सफलता मिली। थाने ने आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट 13 के तहत मामला कायम किया है।
रायपुर। तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण नहीं होने के कारण सडक़ दुर्घटनाओं में आये दिन वृद्धि हो रही है। राजेंद्र नगर थाने से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी अज्ञात कार चालक कार क्रमांक सीजी 07 बीएस 0866 द्वारा महावीर नगर रिंग रोड चौक से गुजर रहे मकान नंबर 22 कैलाश नगर भिलाई निवासी बलजीत सिंह आयु 30 वर्ष पिता बलविंदर सिंह को कार से टक्कर मारकर घायल कर दिया। उक्त मामले में थाने ने अज्ञात कार चालक के खिलाफ आईपीसी की धारा 279, 337 के तहत मामला कायम किया है।
लॉकडाउन का पुलिस करा रही सख्ती से पालन
रायपुर । राजधानी में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर पुलिस द्वारा शुरू की गई सख्ती का असर अब दिखने लगा है। शहर में कफ्र्यू जैसा माहौल बन गया है, इससे सडक़ों पर बेवजह घूमने वालों पर भी लगाम लगा है । इसे देखते हुए पुलिस व जिला प्रशासन के अफसरों ने राहत की सांस ली है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सुरक्षा के लिहाज से देश भर में लागू लॉकडाउन के आज 13वें दिन राजधानी रायपुर में कफ्र्यू जैसा माहौल देखने को मिल रहा है। शनिवार शाम से ही पुलिस प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी थी। इसका असर यह हुआ कि सडक़ों पर बेवजह घूमने वालों पर सीधे लगाम कस दिया गया। सडक़ों पर पुलिस जवानों की सतत पेट्रोलिंग और चौक-चौराहों पर तगड़ी मोर्चाबंदी से घरों से निकलने वालों के मन में पुलिस की कार्यवाही का भय बैठ गया है। शहर के कई इलाकों में पुलिस ने बेवजह सडक़ों पर घूमने वालों को जोरदार सबक भी सिखाया है। इसके चलते अब शहर में सर्वत्र शांति छा गई है। शहर के सभी गली-मोहल्लों में बेवजह घरों से बाहर निकलने वालों के मन में भी पुलिस कार्यवाही का डर साफ दिखने लगा है। शहर के गली-मोहल्लों और खासकर सघन आबादी वाले इलाकों में लोग लाक डाउन की परवाह किए बगैर मोहल्लों में ही घूमते नजर आ रहे थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। संबंधित थाना क्षेत्र की पुलिस ऐसे गली-मोहल्लों में भी घूसने लगी है, जहां पुलिस कभी नहीं गई थी। पुलिस के जवान बाइक से भी पेट्रोलिंग कर रहे हैं। इससे मोहल्लों में घूमने वालों पर भी लगाम कसा है। कुल मिलाकर लॉकडाउन का अब सख्ती से पालन कराया जा रहा है।
कोरोना से बचाव के संबंध में जारी दिशा-निर्देशों का करना होगा पालन
न्याय साक्षी/रायगढ़। कोरोना वायरस (कोविड-19)के संक्रमण से बचाव हेतु पूरे विश्व में 21 दिनों के लिए लॉक डाउन किया गया है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा लॉकडाउन की अवधि में अत्यावश्यक सेवाओं को मुक्त रखा गया है। राज्य में वन तथा सीमा क्षेत्रों से इमली, महुआ फूल, चिरौंजी आदि खाद्य योग्य वनोपज हर्रा, बहेड़ा आदि औषधि योग्य वनोपज संग्रहण सीजन चालू है। ग्रामीण एवं आदिवासियों द्वारा अपनी निजी क्षेत्र तथा वन क्षेत्र से संग्रहण कर शासन द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर ग्राम स्तर, स्व-सहायता समूहों को विक्रय करने हेतु छ.ग.राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। अत: ग्रामीणों एवं संग्राहकों को उक्त वनोपज संग्रहण करने तथा ग्राम स्तर पर स्व-सहायता समूहों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विक्रय करने हेतु शर्ताे के अधीन व्यवस्था की जा रही है ताकि उक्त खाद्य एवं औषधि महत्व के वनोपज के संग्रहण, परिवहन भंडारण करने से ग्रामीणों को मेहनत का फल मिल सके।
छत्तीसगढ़ राज्य में लॉक डाउन अवधि में जिन कार्यों को संपादित किए जाने छूट प्रदान की गई है। इनमें लघु वनोपज संग्रहण, लाख पालन आदि में श्रमिकों व संग्राहकों कार्य करने एवं संग्रहित वनोपज को ग्राम स्तर पर स्व-सहायता समूहों को विक्रय करने हेतु छूट प्रदान की गई है। इसी तरह समूहों द्वारा क्रय लघु वनोपज को उपयुक्त स्थानों पर शर्तों या भारत शासन द्वारा जारी आदेशानुसार प्रसंस्करण करने, उक्त वनोपज उपयुक्त वाहन द्वारा गोदाम या कोल्ड स्टोरेज परिवहन करने, भंडारण करने एवं उचित रखरखाव करने एवं भंडारित वनोपज का अन्य राज्यों हेतु खाद्य एवं औषधि उत्पादन केन्द्रों हेतु परिवहन करने छूट प्रदान की गई है।
न्यूनतम समर्थन मूल्य योजना अंतर्गत लघु वनोपज संग्रहण दर प्रति किलो ग्राम अनुसार निर्धारित की गई है। जिनमें सालबीज 20 रुपये, हर्रा-15, इमली बीज सहित 31, चिरौंजी गुठली-109, महुआ बीज-25, कुसुमी लाख 225, रंगीनी लाख-150, कालमेघ-33, बहेड़ा-17, नागरमोथा-27, कुल्लू गोंद-120 पुवाड़-14, बेलगुदा-27, शहद-195, फूल झाडू-30, महुआ फूल (सूखा)-17, जामुन बीज (सूखा)-36, कौंच बीज-18, धावई फूल (सूखा)-32, करंज बीज-19, वायवडिंग-81 एवं आंवला (बीज सहित)-45 रुपए निर्धारित है।
लघु वनोपज के संग्रहण के दौरान कोरोना वायरस से बचाव के संबंध में जारी सुरक्षात्मक उपायों का पालन करना होगा। ग्रामीण लघु वनोपज के संग्रहण के समय एक दूसरे से कम से कम 3 मीटर की दूरी बनाये रखेंगे। स्व-सहायता समूह के द्वारा लघु वनोपज संग्राहकों से क्रय हॉट-बाजार में नहीं किया जाएगा, बल्कि गांव स्तर पर उनके द्वारा घरों से ही लघु वनोपज क्रय किया जाएगा। स्व-सहायता समूह के सदस्यों के द्वारा अनिवार्य रूप से मॉस्क का उपयोग किया जाएगा। घरों से क्रय करते समय 2 सदस्य से अधिक स्व-सहायता समूह के सदस्य उपस्थित नहीं होंगे। अति आवश्यक स्थिति में अगर किसी वनोपज के प्राथमिक प्रसंस्करण की आवश्यकता हो तो प्रसंस्करण केन्द्र में 20 से अधिक महिला सदस्यों की उपस्थिति न हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही सदस्यों द्वारा एक दूसरे के बीच में कम से कम 3 मीटर की दूरी बनाया रखना अनिवार्य होगा तथा सदस्यों द्वारा हाथ में ग्लोब्स, सिर पर कैप तथा मॉस्क का अनिवार्य रूप से उपयोग किया जाएगा। संग्रहण एवं प्राथमिक प्रसंस्करण के दौरान प्रत्येक एक घंटे में स्व-सहायता समूह के सदस्यों एवं अन्य संबंधित व्यक्तियों के द्वारा अनिवार्य रूप से हाथ धोया जाएगा। इस कार्य में लगे किसी भी सदस्य में अगर कोई वायरस के लक्षण दिखते हो तो तत्काल समीप के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में संपर्क कर सकते है।
स्वास्थ्य विभाग कर रहा है इनकी नियमित मॉनिटरिंग
न्याय साक्षी/रायगढ़। कोरोना वायरस के लिए जारी दिशा निर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा विदेशों तथा अन्य प्रदेशों की यात्रा से लौटे हुए लोगों को नियमित रूप से ट्रेस कर रहा है। जिसके पश्चात उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें होम आइसोलेशन तथा सेल्फ क्वारेंटीन में रखा जा रहा है। जिसकी स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित मॉनिटरिंग भी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़े अनुसार 1 जनवरी से 4 अप्रैल 2020 तक विदेश से कुल 141 यात्री जिले में आये। जिनमें जनवरी माह में 5, फरवरी तक 37 यात्री एवं मार्च 2020 तक 99 यात्री विदेश की यात्रा कर जिले में लौटे थे। होम आइसोलेशन तथा होम क्वारेंटीन के लिए जारी नये दिशा-निर्देशानुसार होम आइसोलेशन तथा होम क्वारेंटीन की अवधि को 14 दिनों से बढ़ाकर 28 दिनों तक कर दिया गया है। जिसके अनुसार विदेश से लौटे कुल यात्रियों में 88 लोग 28 दिनों से ज्यादा होम आइसोलेशन में बिता चुके है। जिनमें 53 लोगों को क्वारेंटीन में रखा गया है। इसी प्रकार 4 अप्रैल तक कुल 5800 व्यक्ति अन्य राज्यों की यात्रा कर जिले में लौटे है। जिनकी स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्क्रीनिंग कर होम आइसोलेशन में रखा गया है। कुल 5800 लोगों में 126 लोगों ने होम आइसोलेशन में 28 दिन से ज्यादा पूर्ण कर लिया है तथा उनमें कोई लक्षण नही है। शेष 5674 लोग वर्तमान में होम आइसोलेशन की 28 दिनों की अवधि के तहत अपने-अपने घरों में है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन यात्रियों के घर पहुंचकर नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जा रही है।
मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में भर्ती मरीज की रिपोर्ट आयी नेगेटिव
चिकित्सकों की क्रिटिकल केयर मैनेजमेन्ट पर होने जा रही है टे्रनिंग
नोडल अधिकारी डॉ.विद गिल्ले ने बताया कि मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में भर्ती एक मरीज जिसे खांसी, श्वास फूलना एवं बुखार की समस्या होने पर भर्ती किया गया था। उसका सेम्पल लेकर टेस्ट के लिए भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आयी है। अत: उक्त मरीज को जिला अस्पताल में आगे के इलाज के लिए पुन: शिफ्ट किया गया है। मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में आइसोलेशन वार्ड में बिस्तरों की संख्या बढ़ाकर 100 कर ली गई है। आज मेडिकल कालेज के डीन डॉ.लुका तथा जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मिंज ने मातृ शिशु चिकित्सालय का निरीक्षण किया तथा आईसीयू सेटअप के संबंध में जरूरी निर्देश दिए। मेडिकल कालेज से स्पेयर में रखे वेन्टीलेटर को मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में शिफ्ट किया गया। इसके अलावा आगामी 7 तारीख को निजी चिकित्सकों की टे्रनिंग रखी गई है। जिसमें कोरोना मरीज के उपचार के लिए एक मॉड्यूल बनाया गया है जिसके आधार पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा आगामी 6, 7 एवं 8 अप्रैल को मातृ एवं शिशु चिकित्सालय के चिकित्सकों का कान्फ्रेंस टे्रनिंग क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट विषय पर विडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से फोर्टिस दिल्ली के चिकित्सकों के द्वारा टे्रनिंग दी जाएगी।