स्वास्थ्य विभाग कर रहा है इनकी नियमित मॉनिटरिंग
न्याय साक्षी/रायगढ़। कोरोना वायरस के लिए जारी दिशा निर्देशों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा विदेशों तथा अन्य प्रदेशों की यात्रा से लौटे हुए लोगों को नियमित रूप से ट्रेस कर रहा है। जिसके पश्चात उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें होम आइसोलेशन तथा सेल्फ क्वारेंटीन में रखा जा रहा है। जिसकी स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित मॉनिटरिंग भी की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़े अनुसार 1 जनवरी से 6 अप्रैल 2020 तक विदेश से कुल 141 यात्री जिले में आये। जिनमें जनवरी माह में 5, फरवरी तक 37 यात्री एवं मार्च 2020 तक 99 यात्री विदेश की यात्रा कर जिले में लौटे थे। होम आइसोलेशन तथा होम क्वारेंटीन के लिए जारी नये दिशा-निर्देशानुसार होम आइसोलेशन तथा होम क्वारेंटीन की अवधि को 14 दिनों से बढ़ाकर 28 दिनों तक कर दिया गया है। जिसके अनुसार विदेश से लौटे कुल यात्रियों में 97 लोग 28 दिनों से ज्यादा होम आइसोलेशन में बिता चुके है। जिनमें 44 लोगों को क्वारेंटीन में रखा गया है। इसी प्रकार 6 अप्रैल तक कुल 5842 व्यक्ति अन्य राज्यों की यात्रा कर जिले में लौटे है। जिनकी स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्क्रीनिंग कर होम आइसोलेशन में रखा गया है। कुल 5842 लोगों में 159 लोगों ने होम आइसोलेशन में 28 दिन से ज्यादा पूर्ण कर लिया है तथा उनमें कोई लक्षण नही है। शेष 5683 लोग वर्तमान में होम आइसोलेशन की 28 दिनों की अवधि के तहत अपने-अपने घरों में है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन यात्रियों के घर पहुंचकर नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जा रही है। अभी तक जिले में कुल 112 व्यक्तियों के ब्लड सेम्पल टेस्ट के लिए भेजा गया है जिसमें 98 व्यक्तियों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है और इन सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव है। 14 व्यक्तियों की रिपोर्ट प्राप्त होना शेष है।जिले में कुल 19 अस्पतालों में 27 आईसोलेशन वार्डों में कुल 138 बेड रखे गये है। रायगढ़ शहर में तीन जगहों पर क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है जिनमें ईडन गार्डन विजयपुर रोड, जलसा मैरीज गार्डन बोईरदादर रोड एवं बंशीवट कौहाकुण्डा शामिल है। इसी प्रकार जिले में विकासखण्डवार 25 स्थानों पर कुल 898 लोगों की क्षमता का क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है।
न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर यशवंत कुमार सारंगढ़ पहुंचकर कोरोना वायरस के संबंध में विभागीय तैयारियों का जायजा लिया। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह एवं जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी भी साथ निरीक्षण मेें पहुंचे। कलेक्टर यशवंत कुमार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारंगढ़ में पहुंचकर विभाग की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण कर कोरोना आईसोलेशन वार्ड, ओपीडी, मेल वार्ड, ऑपरेशन थियेटर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने इलाज के लिए पहुंचे मरीजों से बातकर उनका फीडबैक लिया व मेडिकल स्टाफ को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने दवाईयों का स्टॉक भी देखा तथा बीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि अस्पताल में दवाईयों तथा मेडिकल किट की पर्याप्त व्यवस्था रखे। जिन दवाईयों की उपलब्धता कम हो रही है उन्हें समय से खरीद लिया जावे, जिससे किसी मरीज को परेशानी न हो। इस दौरान जनऔषधि केन्द्र में कुछ स्टॉफ एन 95 मॉस्क पहने दिखे, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि यह मॉस्क कोरोना पीडि़त या संदिग्ध के इलाज करने व सेम्पल लेने के समय ही पहनने के निर्देश है। ऐसे में इस प्रकार सामान्य परिस्थितियों में इनका उपयोग न हो यह निर्देश बीएमओ सारंगढ़ को दिए।
कलेक्टर यशवंत कुमार इसके पूर्व खेलभांठा में बनाये गये सब्जी बाजार को देखने पहुंचे। जहां उन्होंने सब्जी विक्रेताओं के पसरे मैदान के चारो ओर दूर-दूर लगवाने के निर्देश एसडीएम सारंगढ़ को दिए। जिससे भीड़ बंटे तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को कहा कि इन पसरों के साथ-साथ शहर की हर खुलने वाली दुकान के सामने सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार सुरक्षा घेरे बनवाएं और साथ ही शहर में सडक़ों, नालों की सफाई भी दुरुस्त रखें। उन्होंने यह भी कहा कि शहर में निवासरत ऐसे लोग जिनके पास रहने की जगह नही है, उन्हें रैन बसेरों में ठहराया जाये। सीईओ जनपद पंचायत को मनरेगा के लिए जारी नये गाइडलाइन्स के अनुसार निजी भूमि पर कार्य करवाने कहा और साथ ही पंचायतों में जरूरतमंद को सूखे राशन का वितरण, हितग्राहियों तक रेडी टू ईट पोषण आहार पहुंचना सुनिश्चित हो ऐसे निर्देश भी दिए। इसके पश्चात अधिकारीगण सारंगढ़ में बनाये गये 100 बेडेड क्वारेंटाईन सेंटर के निरीक्षण में पहुंचे, जहां उन्होंने आइसोलेशन में लोगों को रखने के लिए की गई व्यवस्था को देखा। उन्होंने क्वारेंनटाईन सेंटर में लोगों के रूकने तथा खाने-पीने के उचित प्रबंध रखने के निर्देश अधिकारियों को दिया। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने एसडीओपी सारंगढ़ को लॉक डाउन का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी के साथ ग्रामीण इलाकों में भी लोगों से इसे गंभीरता से पालन करवाना सुनिश्चित करें। दोपहिया वाहनों के साथ-साथ चार पहिया वाहनों की भी सघन जांच की जाए कि लॉक डाउन की छूट की अवधि में कही लोग अकारण तो नहीं घूम रहे है। इस दौरान लोगों की आवाजाही पर भी नजर रखी जाए कि कोई व्यक्ति शासन के दिशा-निर्देशों के विपरीत मूवमेंट या गतिविधि तो नहीं कर रहा है। उल्लंघन करने वालों पर तत्काल कार्यवाही भी करें। इस दौरान एसडीएम सारंगढ़ चंद्रकांत वर्मा, एसडीओपी जितेन्द्र खूंटे सहित अनुविभागीय स्तर के विभिन्न अधिकारी गण उपस्थित रहे।
पूर्व में अपने एक महीने का वेतन भी कर चुके हैं दान
न्याय साक्षी/रायगढ़। कोरोना आपदा से निपटने के लिए उच्च शिक्षामंत्री उमेश पटेल ने विधायक निधि से 20 लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में जमा करवाया है। इस चुनौतीपूर्ण समय में सरकार नागरिकों की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। शासन स्तर पर इसके लिए आवश्यक निर्णय लेते हुए लोगों के सहयोग के लिए व्यापक प्रबंध किए जा रहे है। मंत्री पटेल ने जनसहयोग के लिए पूर्व में ही अपने एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान कर चुके है। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए फिर से उन्होंने विपदा की इस घड़ी में कोरोना संक्रमण के रोकथाम एवं आवश्यक सामग्रीक्रय करने के उद्देश्य से अपने विधायक निधि से 20 लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिये है। यह राशि सरकार की तरफ से चलायी जा रही मुहिम पर खर्च होंगे।
उमेश पटेल के सार्थक पहल से बहुतों को मिली प्रेरणा
उच्च शिक्षामंत्री उमेश पटेल ने जैसे ही सहयोग के लिए मुख्यमंत्री सहायता कोष में अपने एक महीने का वेतन दान दिया तो इससे प्रेरित होकर राज्य स्तर पर उनके अनेक समर्थक व दानदाता मानवीय मूल्यों के आधार पर यभासंभव सहयोग प्रदान कर रहे है। जिससे कोरोना के खिलाफ सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को बल मिलेगा।
नागरिकों की परेशानी दूर करने हेतु लगातार कर रहें हैं प्रयास
इस राष्ट्रव्यापी विपदा की स्थिति में आर्थिक सहयोग के साथ मानसिक संबल भी आवश्यक है। इस मुश्किल घड़ी में मंत्री उमेश पटेल प्रशासनिक समन्वय के साथ लगातार लोगों की समस्याओं एवं परेशानियों को दूर करने में लगे हुए है। अधिकारियों के साथ निरंतर चर्चा कर हालात पर नजर बनाये हुए है और आवश्यक निर्देश भी दे रहे है, जिससे लोगों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जा सके।
न्याय साक्षी/रायगढ़। पुलिस अधीक्षक रायगढ़ संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन पर पूरे जिले में लाक डाउन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। वहीं एसडीओपी खरसिया पितांबर पटेल के नेतृत्व में पूरे खरसिया सब डिविजन में इन दिनों रहवासियों द्वारा लॉक डॉन का स्वयं पालन करते नजर आ रहे हैं ज्यादातर लोग घरों में बने हुए हैं निर्धारित समय में खरीदारी के वक्त निकलते हैं। इस दौरान पुलिस की चौक चौबंद व्यवस्था से लोग सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कर रहे हैं, अनावश्यक घूमते लोगों को पाइंड ड्यूटी में लगे स्टॉफ के समझाइस देते हैं जिससे स्थिति काफी बेहतर है। दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना, चौकी प्रभारियों को अपने क्षेत्र के समाजसेवी संगठन, समाजसेवी व्यक्तियों एवं एवं संचालित कंपनियों से सहयोग लेकर हर एक जरूरतमंदों की अधिक से अधिक मदद करने कहा गया है जिसका पालन सभी थाना क्षेत्रों में बेहतर तरीके से किया जा रहा है। इसीक्रम में एसडीओपी पीतांबर पटेल एवं थाना प्रभारी खरसिया निरीक्षक एस.आर. साहु, छाल थाना प्रभारी निरीक्षक ए के खान एवं भूपदेवपुर थाना प्रभारी निरीक्षक मारकण्डे ध्रुव द्वारा क्षेत्र के विभिन्न समाजसेवी संगठनों एवं समाजसेवियों से चर्चा कर अब तक उनके क्षेत्र के करीब 4500 जरूरतमंदों में ड्राई राशन वितरण कराया गया है। चौकी प्रभारी खरसिया द्वारा प्रतिदिन खरसिया शहर के झुग्गी बस्तियों में भोजन पैकेट का वितरण पेट्रोलिंग द्वारा किया जा रहा है। साथ ही खरसिया पुलिस द्वारा लोगों को स्वच्छता एवं सोशल डिस्टेंसिंग के लिए जागरूक करते हुए गली, मोहल्लों एवं गांव में मास्क व सैनिटाइजर का भी वितरण किया गया है। प्रतिदिन सुबह लोगों की खरीदारी करते समय एसडीओपी खरसिया प्रत्येक चौक चौराहों में व्यवस्था देखते हैं। उसके बाद प्रतिदिन अपने डिवीजन के थाना, चौकी प्रभारी के साथ जरूरतमंदों की मदद में निकल जाते हैं। इसी तरह आज भी फूड पैकेट वितरण के लिए भूपदेवपुर क्षेत्र थाना प्रभारी खरसिया की टीम के साथ निकले थे। फूड पैकेट जरूरतमंद व्यक्तियों को वितरण किया जाना था किंतु रास्ते में राम झरना के पास इक_े हुए बंदर दिखे, एसडीओपी खरसिया को लगा कि फूड पैकेट की जरूरत इन बेजुबानों को भी है। तब पूरे स्टाफ द्वारा एक-एक कर सभी फूड पैकेट्स का वितरण उन बेजुबानों को किया गया। उसके बाद कुछ और फूड पैकेट की व्यवस्था थाना प्रभारी भूपदेवपुर द्वारा की गई जिनका वितरण जरूरतमंद लोगों में किया गया है ?साथ ही रामझरना के बंदरों के लिए भी नियमित रूप से भोजन कि व्यवस्था किया गया है।
न्याय साक्षी/रायगढ़। लॉक डाउन के दौरान बेवजह घूम रहे लोगों पर पुलिस सख्ती से पेश आती है परंतु ऐसा नहीं है कि इस दौरान घर से बाहर निकला हर व्यक्ति मजे सैर सपाटा के लिए घूम रहा है। पेट्रोलिंग तथा फिक्स पॉइंट में लगे पुलिस के जवान आने-जाने वाले लोगों को तथा गली, मोहल्लों में घूम रहे व्यक्तियों को समझाइश देतें हैं कि घरों में रहें, इस दौरान अनावश्यक बाहर निकले व्यक्तियों पर ही सख्ती की आवश्यकता होती है। ऐसा ही देखने को मिला जब लाक डाउन दौरान सडक़ पर दिखे व्यक्ति से सख्ती से पेश न आकर उसकी परेशानी को समझकर उसे उसके घर पहुंचाया गया। दिनांक 05.04.2020 के दोपहर एक इवेंट से लौट रहे पुसौर श्वङ्कक्र रायनो स्टाफ को पुसौर मेन एक रोड़ किनारे एक वृद्ध व्यक्ति दिखा। आरक्षक ने वाहन को रुकवाया और उस व्यक्ति को बोले कि बाहर क्यों घूम रहे हो, जाओ अपने घर। तब वह व्यक्ति कुछ गड़बड़ आने लगा। जिससे आरक्षकों को लगा कि व्यक्ति दिमागी रूप से कमजोर है और भूखा भी जिसे आरक्षक जगजीवन खूंटे तथा श्वक्रङ्क के चालक सुभाष खूंटे ने बिस्किट और पानी दिए। उसके बाद पूछताछ से पता चला कि वह भटक कर पुसौर आ गया है तथा उसका नाम सम्मेलाल मराठा निवासी हमालपारा खरसिया है। तब आरक्षक ने सेल्फ इवेंट डायल 112 को देकर उसे छोडऩे खरसिया गए, आधे रास्ते मे खरसिया राइनो के आरक्षक रामकृष्ण रात्रे व ईआरवी चालक संदीप दर्शन उसे लेने आ रहे थे। पुसौर राइनो द्वारा खरसिया रायनो को व्यक्ति के घर का पता बताये जिससे खरसिया रायनो स्टाफ उसे हमालपारा खरसिया उसके घर छोड़ आई। उस व्यक्ति घर वालों ने बताया कि वह दिमागी रूप से कमजोर है अचानक घर से निकल गया था जिसे खोजबीन कर रहे थे ।
पांच दुकानों व नगरी की गैस एजेंसी में की गई छापामार कार्रवाई
धमतरी । कोविद-19 कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण से बचाव हेतु जिले में तालाबंदी (लॉक डाउन) जारी होने के साथ-साथ प्रशासनिक नियंत्रण के लिए कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी रजत बंसल ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। जिलान्तर्गत संचालित आवश्यक वस्तुओं की दुकानों में मूल्य नियंत्रण करने तथा मुनाफाखोरी को रोकने कलेक्टर ने टीम गठित कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत राजस्व, खाद्य नापतौल, नगर निगम, मण्डी तथा खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम ने 16 दुकानों व एजेंसी में छापामार कार्रवाई की। शासन के नियमों का उल्लंघन करने वाले दुकान/एजेंसी संचालकों से कुल 33 हजार 500 रूपए की राशि जुर्माने के तौर पर वसूली गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थानीय रत्नाबांधा स्थित ओम देव किरान स्टोर्स, ग्राम मुजगहन के जय अम्बे किराना स्टोर्स, सेमरा बी. के साहू किराना स्टोस, ग्राम भुसरेंगा की बसंत किराना दुकानों में आलू, प्याज, दाल, शक्कर सहित अन्य आवश्यक खाद्य सामग्रियों का विक्रय अधिक मूल्य पर किया जा रहा था। उक्त दुकानदारों पर कार्रवाई करते हुए पंचायत सचिव के द्वारा साढ़े छह हजार रूपए की जुर्माना राशि आरोपित कर वसूल की गई। इसी तरह नगरी के एमजी एचपी गैस एजेंसी में तथा लखन ट्रेडिंग कंपनी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर नगर पंचायत के द्वारा 27 हजार रूपए की जुर्माना राशि अर्थदण्ड के तौर पर ली गई। एसडीएम नगरी एस.के. शर्मा ने बताया कि गैस वितरकों को गैस की होम डिलीवरी करने के निर्देश दिए गए थे, जिससे अप्रत्याशित ढंग से भीड़ जुटने ना पाए। इसके बावजूद एमजी एच.पी. गैस एजेंसी के संचालक के द्वारा शासन के सोशल डिस्टेंस के निर्देशों की अवहेलना की जिसके चलते उन पर अर्थदण्ड आरोपित किया गया।