छत्तीसगढ़

राजधानी में एक मोटरसाइकिल व एक सायकिल चोरी ,मामला दर्ज
Posted Date : 19-Oct-2020 3:41:13 pm

राजधानी में एक मोटरसाइकिल व एक सायकिल चोरी ,मामला दर्ज

रायपुर। घर के सामने खड़ी एक्टीवा मोपेड को किसी ने चोरी कर लिया। घटना की रिपोर्ट सरस्वतीनगर थाने में दर्ज की गई है।
 मिली जानकारी के अनुसार रामनगर कोटा निवासी आरिफ खान आयु 54 वर्ष ने रिपोर्ट दर्ज करायी है कि प्रार्थी ने वर्ष 2012 में अपनी पत्नी जहानारा बेगम के नाम से एक सफेद रंग की एक्टीवा क्रमांक सीजी 04 केडी 7383 को खरीदा था। 18 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे घर के बाहर खड़ी करके अंदर चला गया व वापस 7 बजे घर से बाहर निकलने पर एक्टीवा गतंव्य स्थान पर नही मिला। जिसके बाद आस-पास पता लगाने के बाद भी कुछ पता नही चला। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ चोरी का अपराध कायम कर मामला दर्ज कर लिया है। इसी तरह मौदहापारा थाने में सायकिल चोरी हो जाने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। मिली जानकारी के अनुसार भवानीनगर गुढिय़ारी निवासी गणेशराम पटेल 22 वर्ष ने रिपोर्ट दर्ज करायी है कि 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे प्रार्थी अपनी हीरो सायकिल मंजू ममता होटल के सामने खड़ी किया था किसी ने सायकिल को चोरी कर लिया। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ अपराध कायम कर मामला दर्ज कर लिया है। 

अवैध शराब बेचते एक गिरफ्तार,32 पौवा देशी प्लेन शराब जब्त
Posted Date : 19-Oct-2020 3:40:05 pm

अवैध शराब बेचते एक गिरफ्तार,32 पौवा देशी प्लेन शराब जब्त

रायपुर। अवैध शराब के साथ पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर उसके पास से 32 पौवा देशी शराब जब्त किया है। मिली जानकारी के अनुसार डीडीनगर पुलिस ने सोमवार को रात्रि 7.50 बजे मुखबिर की सूचना पर बताये गए हुलिये के अधार के अनुसार एक युवक को महादेवा तालाब के पास अवैध शराब बेचते देख घेराबंदी कर पकडऩे पर उसके पास से प्लास्टि के बोरी में 32 पौवा देशी प्लेन मदिरा जब्त किया है। पकड़े गए आरोपी का नाम पता पुछने पर अपना नाम टीपू उर्फ नारयण यादव 40 वर्ष पिता जयराम यादव निवासी बाजार चौक चंगोराभाठा बताया। आरोपी के पास से शराब बेचने के कोई वैध दस्तावेज नही मिलने पर उसके खिलाफ आबकारी एक्ट की धारा 34/2 के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया है। 

कोरोना काल में 1,271 महादानियों ने किया स्वैच्छिक रक्त दान
Posted Date : 19-Oct-2020 3:38:52 pm

कोरोना काल में 1,271 महादानियों ने किया स्वैच्छिक रक्त दान

रायपुर। राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान पखवाड़े में कोरोना काल में भी 1,271  महादानियों ने रक्तदान किया है । पखवाड़े के दौरान प्रदेश के 22 जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया 7 इस दौरान वैश्विक स्वास्थ्य संकट कोरोना को ध्यान में रखते हुए सभी दिशानिर्देशों का पालन किया गया।
एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक शिविर में एकत्रित रक्त को जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में संचित किया गया है । ब्लड बैंक से रक्त को जरुरतमंद लोगों की मदद के लिए उपयोग किया जाएगा । राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर में 20, बिलासपुर में 148, महासमुंद में 157, कोंडागांव में 102, दंतेवाड़ा में 33, जगदलपुर में 5, राजनांदगांव में 90, अंबिकापुर में 4, बालोद में 30, कांकेर में 30, कोरिया में 144, बलौदाबाजार में 77, मुंगेली में 34, कर्वधा में 138, कोरबा में 150, बेमेतरा में 3, जशपुर में 1, रायगढ़ में 20, सुकमा में 21 , जांजगीर चांपा में 1, गरियाबंद में 17 और बलरामपुर में 42 लोगों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान किया गया ।
एड्स कंट्रोल सोसायटी के अतिरिक्त परियोजना संचालक डॉ एसके बिंझवार ने बताया कोरोना संकट के बावजूद रक्तदाताओं ने रक्तदान पखवाड़े में रक्तदान किया। डॉ. बिंझवार ने कहा रक्तदान को समस्त विश्व में सबसे बड़ा दान माना गया है क्योंकि रक्तदान ही है, जो न केवल किसी जरूरतमंद का जीवन बचाता है बल्कि उसकी  जिंदगी बचाकर उस परिवार के जीवन में खुशियों के ढ़ेरों रंग भी भरता है। कल्पना कीजिए कि कोई व्यक्ति रक्त के अभाव में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है और आप एकाएक उम्मीद की किरण बनकर सामने आते हैं और आपके द्वारा किए गए रक्तदान से उसकी जिंदगी बच जाती है तो आपको कितनी खुशी होगी।
रक्तदान से आपात कालीन समय में रक्त के अभाव में असमय होने वाली मौतों के आंकड़ों को कम किया जा सकता है। डॉ. बिंझवार ने बताया, हर साल अक्टूबर महीने में दो सप्ताह तक सभी ब्लड बैंकों में रक्तदान शिविर आयोजित किए जाते  है। वर्ष 2019 में स्वैच्छिक रक्तदान पखवाड़े के दौरान 2,400 यूनिट रक्त संग्रहित किए गए थे। इस वर्ष कोराना वायरस के बावजूद भी 1,271  यूनिट यानी लगभग 50 फीसदी से ज्यादा रक्त संग्रह हुआ है। जबकि वर्ष 2019 में अक्टूबर महीने में 8,555 यूनिट रक्त संग्रह किए गए थे। उन्होंने कहा दरअसल रक्तदान के महत्व को लेकर किए जा रहे प्रचार-प्रसार के बावजूद आज भी बहुत से लोगों में कुछ गलत धारणाएं विद्यमान हैं, जैसे रक्तदान करने से संक्रमण का खतरा रहता है, शरीर में कमजोरी आती है, बीमारियां शरीर को जकड़ सकती हैं ।
जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता और जनपद पंचायत सदस्य उमेश प्रधान अब तक 33 वें बार रक्तदान किए हैं। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान करने के बाद उमेश ने कहा थोड़े से प्रयास से अगर किसी की जान बचती है। तो इससे अच्छा सहयोग और क्या होगा जिससे किसी जरुरतमंद परिवार की मुसिबत के घड़ी में चेहरे पर मुस्कान लौट जाए। उन्होंने कहा किसी की जीवन बचाने के लिए मानवता के खातिर रक्तदान करने के दौरान कोरोना संकट का डर नहीं लगता।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार देश में प्रतिवर्ष एक करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता पड़ती है।  छत्तीसगढ राज्य की कुल जनसंख्या 2.55 करोड़ के आधार पर 1 प्रतिशत रक्त की आवश्यकता होती है अर्थात 2.55 लाख यूनिट रक्त की प्रतिवर्ष जरूरत पड़ती है। रक्त की आवश्यकता की पूर्ति राज्य के कुल 94 ब्लड बैंकों (31 शासकीय और 63 गैर शासकीय ब्लड बैंक) के माध्यम से किया जाता है 7 वर्ष 2019-20 में ब्लड बैंकों द्वारा 90 प्रतिशत रक्त यानि कुल 2,31,054 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया। वहीं वर्ष 2020-21 (अप्रैल से अगस्त) तक ब्लड बैंकों द्वारा 30 प्रतिशत यानि कुल 67543 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया है । कोरोना काल में 1,271 महादानियों ने किया स्वैच्छिक रक्त दान
रायपुर, 19 अक्टूबर 2020। राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान पखवाड़े में कोरोना काल में भी 1,271  महादानियों ने रक्तदान किया है । पखवाड़े के दौरान प्रदेश के 22 जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया 7 इस दौरान वैश्विक स्वास्थ्य संकट कोरोना को ध्यान में रखते हुए सभी दिशानिर्देशों का पालन किया गया।
एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक शिविर में एकत्रित रक्त को जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में संचित किया गया है । ब्लड बैंक से रक्त को जरुरतमंद लोगों की मदद के लिए उपयोग किया जाएगा । राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी से मिली जानकारी के अनुसार रायपुर में 20, बिलासपुर में 148, महासमुंद में 157, कोंडागांव में 102, दंतेवाड़ा में 33, जगदलपुर में 5, राजनांदगांव में 90, अंबिकापुर में 4, बालोद में 30, कांकेर में 30, कोरिया में 144, बलौदाबाजार में 77, मुंगेली में 34, कर्वधा में 138, कोरबा में 150, बेमेतरा में 3, जशपुर में 1, रायगढ़ में 20, सुकमा में 21 , जांजगीर चांपा में 1, गरियाबंद में 17 और बलरामपुर में 42 लोगों द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान किया गया ।
एड्स कंट्रोल सोसायटी के अतिरिक्त परियोजना संचालक डॉ एसके बिंझवार ने बताया कोरोना संकट के बावजूद रक्तदाताओं ने रक्तदान पखवाड़े में रक्तदान किया। डॉ. बिंझवार ने कहा रक्तदान को समस्त विश्व में सबसे बड़ा दान माना गया है क्योंकि रक्तदान ही है, जो न केवल किसी जरूरतमंद का जीवन बचाता है बल्कि उसकी  जिंदगी बचाकर उस परिवार के जीवन में खुशियों के ढ़ेरों रंग भी भरता है। कल्पना कीजिए कि कोई व्यक्ति रक्त के अभाव में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहा है और आप एकाएक उम्मीद की किरण बनकर सामने आते हैं और आपके द्वारा किए गए रक्तदान से उसकी जिंदगी बच जाती है तो आपको कितनी खुशी होगी।
रक्तदान से आपात कालीन समय में रक्त के अभाव में असमय होने वाली मौतों के आंकड़ों को कम किया जा सकता है। डॉ. बिंझवार ने बताया, हर साल अक्टूबर महीने में दो सप्ताह तक सभी ब्लड बैंकों में रक्तदान शिविर आयोजित किए जाते  है। वर्ष 2019 में स्वैच्छिक रक्तदान पखवाड़े के दौरान 2,400 यूनिट रक्त संग्रहित किए गए थे। इस वर्ष कोराना वायरस के बावजूद भी 1,271  यूनिट यानी लगभग 50 फीसदी से ज्यादा रक्त संग्रह हुआ है। जबकि वर्ष 2019 में अक्टूबर महीने में 8,555 यूनिट रक्त संग्रह किए गए थे। उन्होंने कहा दरअसल रक्तदान के महत्व को लेकर किए जा रहे प्रचार-प्रसार के बावजूद आज भी बहुत से लोगों में कुछ गलत धारणाएं विद्यमान हैं, जैसे रक्तदान करने से संक्रमण का खतरा रहता है, शरीर में कमजोरी आती है, बीमारियां शरीर को जकड़ सकती हैं ।
जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ निवासी सामाजिक कार्यकर्ता और जनपद पंचायत सदस्य उमेश प्रधान अब तक 33 वें बार रक्तदान किए हैं। जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान करने के बाद उमेश ने कहा थोड़े से प्रयास से अगर किसी की जान बचती है। तो इससे अच्छा सहयोग और क्या होगा जिससे किसी जरुरतमंद परिवार की मुसिबत के घड़ी में चेहरे पर मुस्कान लौट जाए। उन्होंने कहा किसी की जीवन बचाने के लिए मानवता के खातिर रक्तदान करने के दौरान कोरोना संकट का डर नहीं लगता।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार देश में प्रतिवर्ष एक करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता पड़ती है।  छत्तीसगढ राज्य की कुल जनसंख्या 2.55 करोड़ के आधार पर 1 प्रतिशत रक्त की आवश्यकता होती है अर्थात 2.55 लाख यूनिट रक्त की प्रतिवर्ष जरूरत पड़ती है। रक्त की आवश्यकता की पूर्ति राज्य के कुल 94 ब्लड बैंकों (31 शासकीय और 63 गैर शासकीय ब्लड बैंक) के माध्यम से किया जाता है 7 वर्ष 2019-20 में ब्लड बैंकों द्वारा 90 प्रतिशत रक्त यानि कुल 2,31,054 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया। वहीं वर्ष 2020-21 (अप्रैल से अगस्त) तक ब्लड बैंकों द्वारा 30 प्रतिशत यानि कुल 67543 यूनिट रक्त संग्रहण किया गया है । 

 रायपुर जिले में अब तक 1081.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
Posted Date : 19-Oct-2020 3:37:37 pm

रायपुर जिले में अब तक 1081.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

रायपुर। चालू मानसून सत्र के दौरान रायपुर में एक जून से अब तक कुल 1081.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। कलेक्टर कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा के अधिकारियो ने आज यहा बताया कि 01 जून 2020 से अब तक रायपुर तहसील में 1321.0 मि.मी. और आरंग तहसील में 731.5 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है। इसी प्रकार अभनपुर तहसील में 907.9 मि.मी. एवं तिल्दा में 1366.4 मि.मी. वर्षा दर्ज की गई है।

जिला पंचायत की सामान्य सभा बैठक सम्पन्न
Posted Date : 19-Oct-2020 3:37:08 pm

जिला पंचायत की सामान्य सभा बैठक सम्पन्न

रायपुर। जिला पंचायत के सभाकक्ष में आज जिला पंचायत के सामान्य सभा की बैठक आयोजित हुई। बैठक में रायपुर के क्षेत्रांर्गत स्थित विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी से प्राप्त प्रस्ताव अनुसार  व्याख्याता (पं.) एवं शिक्षक (पं.) के प्रशिक्षित कर्मचारियों द्वारा परीवीक्षा अवधि संतोषप्रद रूप से पूर्ण किये जाने उपरांत नियमानुसार नियमितीकरण किया गया। इसी तरह अप्रशिक्षित शिक्षक (पं.) संवर्ग को नियमितीकरण का लाभ नहीं दिया जाना प्रस्तावित किया गया। जिनका नियमितीकरण नहीं हुआ है, उन्हें दो वर्ष का समय प्रशिक्षित होने के लिए दिया गया है। प्रशिक्षण उपरांत नियमतिकरण की कार्यवाही की जाएगी।  बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, उपाध्यक्ष श्री टंकराम वर्मा,सदस्यगण,जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ गौरव कुमार सिंह सहित संबांधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र 27और 28 को
Posted Date : 19-Oct-2020 3:36:46 pm

छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र 27और 28 को

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र आमंत्रित किया जाना प्रस्तावित है, इस हेतु अधिसूचना एक दो दिनों में जारी कर दिया जायेगा। इस दो दिवसीय विधानसभा सत्र में केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये कानून, जिसे छत्तीसगढ़ की सरकार जनविरोधी मान रही है, इन दोनों कानूनों, कृषि और श्रम में संशोधन करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार अपना विशेष बिल लेकर आ रही है और उस पर चर्चा करा कर विधानसभा से बिल पास कर दोनों मामले में छत्तीसगढ़ राज्य स्तर पर नया कानून बनाने के लिए यह सत्र आहूत किया गया है।