न्याय साक्षी/रायगढ़। जिला स्तर पर सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने एवं दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए वर्ष 2020 में चिन्हांकित किए गए दुर्घटनाजन्य( ब्लैक स्पॉट ) क्रमश: छातामुड़ा चौक, काशीराम चौक, पटेलपाली, पतरापाली, ढिमरापुर चौक, जिंदल बैरियर का आज यातायात विभाग, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया गया। इन ब्लैक स्पॉट का निरीक्षण कर आवश्यक सुधार कार्य हेतु टीम द्वारा ज्वाइन रिपोर्ट तैयार की गई है , इन कार्यों के होने पर यहां सड़क दुर्घटनाओं में कम आवेगी। संयुक्त कलेक्टर रायगढ़ श्री सुमित अग्रवाल एवं यातायात के डीएसपी श्री पुष्पेंद्र सिंह बघेल के नेतृत्व वाली टीम द्वारा इन ब्लैक स्पॉट एरिया में रंबल स्ट्रीप, क्रास बेरियर, संकेतक, चेतावनी बोर्ड केट्स आईं, रोड मेकिंग व अन्य सुधारात्मक उपाय तथा उचित प्रकाश पर सहमति बनी है, जिस पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार किया गया है। इन ब्लैक स्पॉट पर नीचे दर्शित निम्न सुधार कार्य किए जाने निर्णय लिया गया
1 छातापुर चौक एवं काशीराम चौक: ट्रैफिक सिग्नल, केट आई, साइन बोर्ड एवं रिफ्लेक्टर जेबरा क्रॉसिंग बनाया जाएगा।
2 पटेलपाली: मुख्य मार्ग में जुडऩे वाली सहायक मार्ग में रंबल स्ट्रिप ब्रेकर, वाहन चालन को प्रभावित करने वाले झाडिय़ों की कटाई छटाई एवं साइन बोर्ड लगाया जाना।
3 ढिमरापुर चौक: सड़क के गड्ढों के सुधार कार्य, पेचिंग वर्क, साइन बोर्ड लगाया जाना।
4 पतरापाली: जिंदल पार्किंग के दोनों रोड में रंबल स्ट्रिप ब्रेकर हॉस्पिटल रोड में रंबल स्ट्रिप ब्रेकर एवं साइन बोर्ड लगाया जाना।
5 जिंदल बैरियर: मार्ग की सोल्डर पैकिंग वर्क, झाडिय़ों की कटाई-छटाई, सोल्डर क्रैश डिवाइडर एवं कॉन्वेक्स मिरर लगाया जाना।
संयुक्त निरीक्षण कार्यवाही में सुमित अग्रवाल संयुक्त कलेक्टर एवं जिला परिवहन अधिकारी रायगढ़ श्री पुष्पेंद्र सिंह बघेल उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायगढ़, बी. एस. भदौरिया राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग रायगढ़,श्री के.पी.राठौर लोक निर्माण विभाग रायगढ़ एवं अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।
न्याय साक्षी/रायगढ़।थाना सारंगढ़ के मर्ग क्रमांक 110/2020 धारा 174 जा.फौ. की मृतिका तिलमति कोसारिया पति लीलाम्बर कोसारिया उम्र 24 साल निवासी मधुबन थाना सारंगढ़ की जांच में मृतिका के वारिसानों के कथन से पाया गया कि मृतिका तिलमति को उसके पति लीलाम्बर कोसारिया द्वारा विवाह पश्चात रूपये की मांग कर मानसिक रूप से प्रताडित करता था जिससे दिनांक 25.09.2020 को तिलमति कोसारिया जहर सेवन कर स्वयं के ऊपर मिट्टी तेल डालकर आग लगा ली थी। जिसे ईलाज के लिये जिला अस्परताल रायगढ़ में भर्ती कराया गया था जहां दिनांक 30.09.2020 को तिलमति का निधन हो गया। मर्ग जांच पर तिलमति को उसके पति द्वारा आत्महत्या के लिये उत्प्रेरित करना पाये जाने पर दिनांक 09.11.2020 को अप.क्र. 740/2020 धारा 306 भादंवि दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
2 दिन पहले कवंलाझर से शराब लाते एक अन्य युवक से पकड़ा गया था 50 लीटर महुआ शराब
न्याय साक्षी/रायगढ़। सारंगढ़ पुलिस द्वारा आज दिनांक 09.11.2020 को कवंलाझर जंगल से अवैध बिक्री के लिये स्कूटी पर महुआ शराब लेकर आते हुये युवक को पकड़ा गया है। आरोपी से 40 लिटर महुआ शराब की जप्ती की गई है। 2 दिन पहले दिनांक 06. 11.2020 को सोल्ड अवेंजर मोटरसाइकिल पर शराब लेकर आते हुए महेंद्र कुमार सारथी, सारंगढ़ को 50 लीटर महुआ शराब के साथ पकड़ा गया था। थाना प्रभारी सारंगढ़ निरीक्षक आशीष वासनिक द्वारा माईनर एक्ट की कार्यवाही के लिये थाने के विवचकगण की अलग-अलग टीमें बनाई गई है। प्रतिदिन की तरह प्रधान आरक्षक धनेश्वर उरांव के नेतृत्व में स्टाफ माईनर एक्ट की कार्यवाही के लिये रवाना हुये थे जिनके द्वारा आज भी मुखबिर सूचना पर कवंलाझर नहरपार जाने के मार्ग रेंजरपारा के पास मूवी सूचना पर बताए हुलिए अनुसार स्कुटी पर आते युवक को रोककर पूछताछ किये। युवक अपना नाम विजय निषाद पिता हाडु निषाद उम्र 24 वर्ष साकिन बीडपारा सारंगढ़ का होना बताया , जिसके सोल्ड स्कुटी हीरो ड्यूट स्लेटी रंग के बीच में दो प्लास्टिक बोरी के अंदर प्लास्टिक पन्नी में भरा करीब 20-20 लीटर जुमला करीब 40 लिटर महुआ शराब रखा हुआ था। शराब के संबंध में पूछताछ करने पर कंवलाझर जंगल से बिक्री के लिये अपने घर लेकर जाना बताया। आरोपी से सोल्ड स्कूटी व अवैध महुआ शराब 40 लिटर कीमती 4,000 रूपये का जप्त कर आरोपी के विरूद्ध 34(2)59(क) आबकारी एक्ट की कार्यवाही की गई है।
अपराध जागरूकता के साथ शिकायतों का मौके पर निराकरण
न्याय साक्षी/रायगढ़। ग्राम सिसरिंगा के बाद धर्मजयगढ़ थाना प्रभारी अंजना केरकेट्टा द्वारा 08.11.2020 को ग्राम खम्हार में चलित थाना लगाया गया। थाना प्रभारी धर्मजयगढ़ द्वारा उपस्थित लोगों को अपराध से बचाव की जानकारी दी गई। विशेष तौर पर ठगी के बारे में थाना प्रभारी द्वारा विस्तार पूर्वक बताया गया व उनसे बचाने की हिदायत दी गई। ग्रामीणों को विवादों में न कर पुलिस सहायता लेने की हिदायत दी गई व सामाजिक अपराधों जैसे जुआ, सट्टा, शराब की सूचना थानों में देने को कहा गया है। नशाखोरी पर गांव की महिलाओं के साथ बृहद रूप से नशा मुक्ति पर कार्य करने के लिए थाना प्रभारी द्वारा चलित थाने से महिलाओं को प्रेरित किया गया। चलित थाना में कई ग्रामीणों द्वारा निराश्रित पेंशन नहीं मिलने की जानकारी दी गई जिस पर थाना प्रभारी द्वारा सरपंच व सचिव को शीघ्र निराश्रित पेंशनों का निराकरण करने के संबंध में हिदायत दिया गया है। चलित थाना में थाना धर्मजयगढ़ के स्टाफ के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण पंच सरपंच सचिव उपस्थित थे।
रायपुर। कृषि एवं जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे की अध्यक्षता में आज नवा रायपुर स्थित शिवनाथ भवन में आयोजित राज्य स्तरीय जल उपयोगिता समिति की बैठक में आगामी रबी सीजन में राज्य के सिंचाई बांधों एवं जलाशयों से 2 लाख 16 हजार 924 हेक्टेयर में जलापूर्ति का लक्ष्य को पूरा करने के लिए गहन विचार-विमर्श किया गया। जल संसाधन मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को इस लक्ष्य के पूर्ति के लिए एक्शन प्लान तैयार करने तथा संबंधित इलाकों के किसानों को इसकी जानकारी देने को कहा, ताकि किसान रबी फसल के लिए बीज, खाद के इंतजाम के साथ ही अन्य आवश्यक तैयारी कर सके। बैठक में संसदीय सचिव सुश्री शकुंतला साहू, वरिष्ठ विधायक श्री धनेन्द्र साहू, अपर मुख्य सचिव वित्त एवं जल संसाधन श्री अमिताभ जैन, सचिव जल संसाधन श्री अविनाश चम्पावत सहित जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता, मुख्य अभियंता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश, विधायक सर्वश्री दलेश्वर साहू, श्री ननकी राम कंवर, श्रीमती इंदू बंजारे, श्रीमती अनिता शर्मा सहित अन्य विधायकगणों से भी रबी सीजन में फसलों की सिंचाई के लिए जलापूर्ति के संबंध में चर्चा की और उनके सुझावों को कार्ययोजना में शामिल करने के निर्देश दिए। मंत्री श्री चौबे ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को नहर लाईनिंग के कामों को तेजी से पूरा कराने के साथ अभनपुर स्थित लिफ्ट एरीगेशन सिस्टम के पम्पों की मरम्मत कराए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में जानकारी दी गई कि इस साल रबी सीजन में राज्य की 9 वृहद सिंचाई परियोजना के माध्यम से 1 लाख 62 हजार 786, 36 मध्यम सिंचाई परियोजनाओं से 23 हजार 95 तथा 1641 लघु सिंचाई परियोजनाओं से 31 हजार 43 इस प्रकार कुल 2 लाख 16 हजार 924 हेक्टेयर में जलापूर्ति की जाएगी। महानदी परियोजना से 34 हजार हेक्टेयर, महानदी गोदावरी कछार परियोजना से 21 हजार हेक्टेयर, हसदेव बांगो परियोजना से 1 लाख 20 हजार 137 हेक्टेयर, हसदेव कछार परियोजना से 20 हजार 385 तथा हसदेव गंगा कछार परियोजना से 21 हजार 343 हेक्टेयर में रबी फसलों के लिए जलापूर्ति की योजना है। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि बीते वर्ष रबी सीजन में रबी फसलों की सिंचाई के लिए 1 लाख 38 हजार 689 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसमें इस वर्ष 78 हजार 235 हेक्टेयर की बढ़ोत्तरी कर 2 लाख 16 हजार 924 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है। गौरतलब है कि राज्य में बीते वर्षा मौसम में बेहतर बारिश होने की वजह से राज्य के अधिकांश बांध एवं जलाशय लबालब हो गए हैं। खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए जलापूर्ति के बाद भी अभी भी राज्य के सिंचाई बांधों एवं जलाशयों में औसतन 82.86 प्रतिशत जल भराव है। इससे रबी सीजन में सिंचाई हेतु जलापूर्ति सहजता से हो सकेगी।
राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस पर हुआ आयोजन
न्याय साक्षी/रायगढ़। जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायगढ़ श्री रमाशंकर प्रसाद के दिशा-निर्देशन में राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस 09 नवम्बर के अवसर पर, जिला रायगढ़ सहित तहसील सारंगढ़, घरघोड़ा, एवं खरसिया में वर्चुअल माध्यम से विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
वर्चुअल शिविर में सर्वप्रथम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एवं प्रभारी सचिव श्री दिग्विजय सिंह के द्वारा विधिक सेवा दिवस के बारे में यह बताया कि इसका उद्देश्य लोगों को कानूनी जानकारियॉ प्रदान करना है। आमजन तक कानून की जरूरतों को एवं उनकी समस्याओं को किस प्रकार से निराकृत किया जा सके तथा हमारे साथ जो संस्थाएॅ जुड़ी हुई हैं, वे किस प्रकार से उनके लिये सहायक सिद्ध होंगी, इस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण तकनीकी रूप से काम करती है। पहले भी प्राधिकरण के द्वारा 6-7 वर्चुअल क्लास लिया गया है, जिसमें करीब 4 से 5 हजार तक बच्चे जुड़े हैं। वर्तमान कोविड को दृष्टिगत रखते हुए यह पहल की गई थी।
अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री चन्द्र कुमार कश्यप के द्वारा बच्चों को यह बताया गया कि आज विधिक सेवा दिवस है। उनके द्वारा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण क्या है और यह कैसे काम करता है, इस पर विस्तार से बच्चों को जानकारी दी गई। साथ ही संविधान के अनुच्छेद 39-ए के अन्तर्गत न्याय से कोई भी व्यक्ति वंचित नहीं होगा, चाहे वह असहाय, कमजोर या गरीब ही क्यों न हो। गरीब व्यक्ति, जो न्यायालय जाने की स्थिति में नहीं रहता, उसके लिये राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में अधीनस्थ समस्त प्राधिकरण काम करती है। वर्ष 1995 में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 09 नवम्बर को राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के रूप में मनाया गया। न्यायाधीश श्री कश्यप के द्वारा विस्तार से कौन-कौन व्यक्ति विधिक सेवा एवं सलाह पाने के हकदार हैं तथा यह किन-किन रूपों में प्राप्त की जा सकती है, इसके लिये आवेदन कैसे करें, इस पर जानकारी दी गई तथा यह भी बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण नि:शुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराता है तथा राजीनामा योग्य मामलों के निराकरण हेतु लोक अदालतें भी आयोजित किया जाता है। आपदा के समय भी यह प्राधिकरण काम करता है। जैसा कि हाल ही में कोविड-19 के इस दौर में अप्रवासी श्रमिकों को जूता-चप्पल, छाता, कपड़े एवं खाद्यान्न का वितरण प्राधिकरण के द्वारा किया गया। इसी प्रकार किसी प्राकृतिक आपदा जैसे-बाढ़, सूखा आदि के संकट के समय प्राधिकरण राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा संचालित स्कीम के अन्तर्गत पीडि़त व्यक्तियों को राहत पहुॅचाने का कार्य करती है। अन्त में श्री कश्यप के द्वारा विधि के समक्ष समानता के अधिकार के पहलू पर चर्चा करते हुए, भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 एवं 21 के बारे में बच्चों को जानकारी दी तथा यह बताया कि अनुच्छेद 21-ए के दायित्व को प्राधिकरण पूरा करता है और उसका उद्देश्य न्याय को अन्तिम कोने-कोने तक के लोगों में सरलता से पहुॅचाना है। जिला न्यायाधीश श्री रमाशंकर प्रसाद के द्वारा बच्चों से यह कहा गया कि आज विधिक सेवा दिवस का यह बहुत अच्छा अवसर है, आज हम आपस में कुछ कानूनी मुद्दों पर बात करते हैं। जिम्मेदारी हमेशा अपने साथ कुछ दायित्व लेकर चलती है। यह दायित्व प्रत्येक नागरिक का है कि वह अपने आस-पास होने वाली उस हर घटना, जिसका कि वह साक्षी होता है, उसे न्यायालय तक या उस व्यक्ति के अधिकारों तक पहुॅचाने में सहायता प्रदान करें। आज गरीबी, किसी भी व्यक्ति के लिये न्याय से वंचित होने का कारण नहीं हेै। जैसा कि आप सभी जानते हैं और देखते भी आये हैं विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में गरीब बच्चों को छात्रवृत्ति मिलता है, किताबें, जूते, कपड़े, लेपटॉप, साइकिल आदि वितरित की जाती है, जो इसी का एक रूप है। यह सभी चीजें आपको कानून से जोडऩे का माध्यम है। आप जितना अधिक कानून को जानेंगे, उतना ही अधिक अच्छे नागरिक बनेंगे। यदि कोई व्यक्ति कानून का उल्लंघन करता है, तो तुरन्त इसकी सूचना देनी चाहिए। आपको यदि यह पता चलता है कि आपके आसपास कोई ऐसी महिला है, जिसके परिवार वाले या समाज वाले उसे वह अधिकार नहीं दे रहे हैं, जिसकी वह अधिकारी है या कोई विधवा है, जिसे उसके सास-ससुर द्वारा पति के घर में रहने का अधिकार, संपत्ति में अधिकार यह सभी नहीं दिया जा रहा है, तो आप कानून की जानकारी रखेंगे तो उन्हें कानूनी सहायता पहुॅचाकर उनकी मदद कर सकते हैं तथा उन्हें जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में नि:शुल्क विधिक सहायता एवं सलाह प्राप्त करने हेतु जाने के लिये भी बोल सकते हैं।
वर्चुअल शिविर के माध्यम से बच्चों द्वारा पूछे गये विभिन्न प्रश्नों का न्यायाधीश श्री रमाशंकर प्रसाद द्वारा समाधान किया गया। इसी प्रकार तहसील सारंगढ़, घरघोड़ा एवं खरसिया के न्यायाधीशगण श्री राकेश सोरी, श्रीमती शिवानी सिंह एवं तनुश्री गबेल द्वारा भी विधिक सेवा दिवस के अवसर पर अपने -अपने तहसील में वर्चुअल विधिक साक्षरता शिविर लगाकर बच्चों को विधिक अधिकारों एवं अन्य कानूनी जानकारियॉ प्रदान की गईं। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री देवेन्द्र कुमार आहूजा के द्वारा जिला जेल रायगढ़ एवं उपजेल सारंगढ़ में भी निरुद्ध अभिरक्षाधीन बंदियों की वर्चुअल विधिक सेवा शिविर के साथ उनके लम्बित एवं अपील प्रकरणों की जानकारी ली गई। न्यायाधीश श्री चन्द्र कुमार कश्यप द्वारा बालगृह नीलांचल एवं चक्रधर बाल सदन में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाकर बच्चों को विधिक जानकारियॉ प्रदान की गई। उक्त शिविर आयोजन में जिला एवं तहसील के पैरालीगल वालिंटियर्स द्वारा भरपूर सहयोग किया गया। पैरालीगल वालिंटियर्स के द्वारा ग्राम पंचायतों में जगह-जगह चौक चौराहे, पंचायत एवं सामुदायिक भवन में कैम्प लगाकर विधिक सेवा दिवस के अवसर पर लोगों को कानूनी जानकारी प्रदान की गई।