रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके ने गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा सिंह मरकाम के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। राज्यपाल ने कहा है कि मरकाम ने जनजातीय समाज में जागरूकता फैलाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति पहुंची है। राज्यपाल ने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है और उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
सार्वजनिक समारोहों का नहीं होगा आयोजन, घरों में होगी पूजा
रायपुर। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शरद पूर्णिमा का आयोजन 30 एवं 31 अक्टूबर को होगा। ज्योतिषी मान्यता के अनुसार इस वर्ष 30 एवं 31 को शरद पूर्णिमा उत्सव कोजागरी पूर्णिमा एवं स्नानदान पूर्णिमा के रूप में श्रद्धालु मनाएंगे।
पौराणिक मान्यता के अनुसार पूर्णिमा में शरद पूर्णिमा का प्रथम एवं बड़ा स्थान है। उक्त दिवस को आयुर्वेदिक मान्यता के अनुसार अस्थमा के मरीजों को आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा रात भर चंद्रमा की चांदनी में खुले में खीर रखकर औषधियुक्त का सेवन दूसरे दिन कराया जाता है जिसके चलते अस्थमा के मरीजों को स्वास्थ्य लाभ मिलता है। इस वर्ष कोरोना वायरस महामारी कोविड 19 के कारण सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन सामूहिक रूप से नहीं किये जाएंगे। भक्त अपने घरों में नारायण एवं लक्ष्मी की पूजा संपन्न कर अपने परिवार एवं प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य लाभ एवं समृद्धि की कामना करेंगे।
कलेक्टर भीम सिंह ने जारी किया आदेश
न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर भीम सिंह ने राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 200 (रायगढ़ बाईपास चपले से अमलीभौना)मार्ग पर निर्माण कार्य के चलते भारी वाहनों के आवागमन को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि इस मार्ग पर कुछ जगहों पर पॉवर ग्रिड व ट्रांसमिशन लाईन के टावर सड़क के मध्य में स्थित है एवं हाईटेंशन लाईनें भी कम ऊंचाई पर स्थित है। जिसे स्थानांतरित करने का कार्य प्रगति पर है इस परस्थिति में उक्त मार्ग पर भारी वाहनों का आवागमन असुरक्षित है। हाईटेंशन लाईन के नीचे मार्ग अवरूद्ध रहने से छोटे वाहन परिवर्तित मार्ग छोड़कर प्रतिबंधित (असुरक्षित)मार्ग से गुजरते है जहां पर तार की ऊंचाई बहुत ही कम है और दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। अत: उक्त मार्ग पर निर्माण कार्य पूर्ण होने तक भारी वाहनों को आवागमन को तत्काल प्रभाव से प्रतिबंधित किया गया है।
न्याय साक्षी/रायगढ़। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा 31 अक्टूबर को राज्य के समस्त जिलों में ई-मेगा कैम्प का आयोजन किया जायेगा। यह ई-मेगा कैम्प जिला प्रशासन एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया जायेगा। जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक विधिक सेवा प्राधिकरण रमाशंकर प्रसाद तथा कलेक्टर एवं पदेन सदस्य भीम सिंह के दिशा-निर्देश एवं उनके नेतृत्व में अधिकाधिक संख्या में लाभार्थियों को उस दिन लाभ पहुॅचाने हेतु आवश्यक तैयारियॉ सुनिश्चित किये जाने के लिये संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं जिला न्यायालय में पदस्थ न्यायाधीशगणों की जिला स्तरीय बैठक 26 अक्टूबर 2020 आयोजित की गई थी तथा आज पुन: 28 अक्टूबर 2020 को एक बैठक कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, जनपद पंचायत अतिरिक्त सी.ई.ओ., अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा विभाग, श्रम विभाग एवं अभियोजन सहित अन्य सम्बद्ध विभागों के अधिकारियों एवं उनके प्रतिनिधियों के साथ जिला न्यायालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित किया गया।
दिनांक 31 अक्टूबर 2020 को आयोजित ई-मेगा कैम्प का प्रात: 10.30 बजे उद्घाटन माननीय उच्च न्यायालय के न्यायाधीश तथा कार्यपालक अध्यक्ष, राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण प्रशान्त कुमार मिश्रा के द्वारा तथा अन्य न्यायमूर्ति मनीन्द्र मोहन वास्तव एवं गौतम भादुड़ी की गरिमामय उपस्थिति में विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा, जिसका सीधा प्रसारण जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सोशल मिडिया एकाउन्ट पर होगा।
आयोजित बैठक में कलेक्टर भीम सिंह ने बताया कि उन्होंने सभी 09 ब्लाकों के नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारियों को इस शिविर के जरिये आम लोगों को अधिकाधिक संख्या में लाभ पहुॅचाने हेतु प्रकरणों की सूची तैयार किये जाने तथा शिविर के दिन लाभार्थियों को विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोड़े जाने के साथ उनके आसानी से बैठने हेतु स्थान का चयन, टेक्निकल स्टॉफ एवं संबंधित विभाग से कार्यकर्ता नियुक्त किये जाने के लिये निर्देशित किया है। जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष रमाशंकर प्रसाद द्वारा चर्चा में यह बताया कि लाभार्थियों को असुविधा न हो इसके लिये पैरालीगल वालिंटियर्स की सहायता भी ली जा सकती है, जिसके संबंध में प्रत्येक जनपद पंचायत के सी.ई.ओ. को पृथक से अवगत कराया जाएगा। बैठक में कोविड- 19 के संक्रमण को देखते हुए, जिला एवं ब्लाक स्तरीय जनपद पंचायत के माध्यम से उपस्थित होने वाले लाभार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए, उन्हें मास्क वितरण एवं सेनेटाईजर की उपयुक्त व्यवस्था कराये जाने के संबंध में भी चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त वक्ताओं के सम्बोधन को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के यू-ट्यूब चेनल एवं फेसबुक पेज पर लाईव स्ट्रीम किये जाने, ताकि कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन के बीच पहुॅच सके, इस पर भी विचार-विमर्श किया गया। आमजन तथा लाभार्थियों के मध्य नालसा की 10 योजनाओं एवं विभाग से संबंधित योजनाओं को प्रचारित एवं प्रसारित करने हेतु आवश्यकतानुसार बैनर एवं पाम्पलेट बनवाये जाने पर भी चर्चा की गई।
जिला मुख्यालय के 09 विकासखण्डों जिनमें रायगढ, पुसौर, सारंगढ, बरमकेला, खरसिया, घरघोडा, तमनार, लैलूंगा एवं धरमजयगढ से इलेक्ट्रानिक/वर्चुअल माध्यम से जिलेभर के विधिक सेवाओं तथा शासन की जनकल्याणकारी विभागीय योजनाओं से संबंधित आवेदनों का निराकरण किया जाएगा। जिसमें श्रम विभाग, समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, श्रम कौशल विभाग सुसंगत होंगे।
ई-मेगा कैम्प का संचालन कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में एन.आई.सी. के माध्यम से किये जाने का निर्णय बैठक में लिया गया है। केैम्प के सफल संचालन हेतु जिला स्तर पर नोडल अधिकारी सु सीमा पात्रे, डिप्टी कलेक्टर एवं सहायक नोडल अधिकारी सागर सिंह, मुख्य काय्र्रपालन अधिकारी जनपद पंचायत रायगढ को नियुक्त किया गया है इसके अतिरिक्त अन्य 08 ब्लाक से तहसीलदार एवं सी.ई.ओ. जनपद पंचायत जिनमें क्रमश: पुसौर से सु माया अंचल एवं नितेश कुमार उपाध्याय, सारंगढ़ से जगतराम शतरंज एवं अभिषेक बनर्जी, बरमकेला से राकेश वर्मा एवं नीलाराम पटेल, खरसिया से विवेक कुमार पटेल एवं आर.डी. साहू, घरघोडा से हितेश कुमार साहू एवं सी.एल.सिदार, तमनार से तिरथराम कश्यप एवं बी.आर. साहू, लैलूंगा से अनूज पटेल एवं भजनसाय तथा धरमजयगढ़ से सु नीतू भगत एवं आज्ञामणी पटेल को नियुक्त किया गया है।
नालसा द्वारा संचालित 10 योजनाओं सहित श्रमिक अधिकार, महिलाओं के अधिकार, बच्चों की शिक्षा सम्बन्धी एवं अन्य अधिकार, घरेलू हिंसा, मानव/बाल तस्करी, वरिष्ठजनों के अधिकार से आमजन को अवगत कराने एवं उनकी समस्याओं को संकलित करने के पश्चात प्राप्त आवेदनों को न्याय एप्प/हेल्पलाईन 15100 में अपलोड करने हेतु पैरालीगल वालिंटियर्स की गठित टीम के द्वारा संबंधित पंचायतों से समन्वय स्थापित किया जा रहा है।
4020 मितानिनघर-घर करेंगी सर्वे
संक्रमण की कड़ी को तोडऩा कार्यक्रम का लक्ष्य
न्याय साक्षी/रायगढ़। डोर-टू डोर-सघन जाँच सप्ताह के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत जिले में समस्त ग्रामीण एवं शहरी 4020 मितानिनों को स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान सर्वे का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। आज 28 अक्टूबर से जिले की सभी मीता निन अपने-अपने गांव-पारे में घर-घर सर्वे कर कोरोना के लक्षणात्मक मरीजों की पहचान कर उन्हें संबंधित पीएचसी-सीएचसी में जाँच कराने के लिए रेफर करेंगी। 31 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान में सप्ताह के प्रत्येक बुधवार एवं गुरूवार को मितानिन घर-घर जाकर सर्वे करेंगी। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं स्क्रीनिंग सेंटर में कोरोना जांच की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गई है।
घर पर डॉक्टर न बनें
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोरोना के कई लक्षणों वाले मरीजों ने समय रहते अस्पताल का रूख नहीं किया और वह घर पर ही अपना खुद से इलाज करने लगे और जब हालत बिगड़ी तो अस्पताल आए लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। इस कारण किसी भी व्यक्ति को इसके लक्षण दिखे जिसमें बुखार, सर्दी, खांसी, सांस लेने में परेशानी, सूंघने अथवा स्वाद की शक्ति में कमी होना, दस्त तथा उल्टी और शरीर में दर्द होना शामिल है वो तुरंत चिकित्सीय परामर्श लें या फिर अपनी जांच कराएं।
स्वास्थ्य सुरक्षा सर्वे के दौरान मितानिन सभी लोगों को मास्क का उपयोग, दूरी बनाकर रखना, बार-बार हाथ धोने की उपयोगिता को बता रही हैं।
सामान्य फ्लू न समझें
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि सर्वे के दौरान किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार का लक्षण दिखे तो मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता को जरूर बतायें ताकि समय में जाँच और इलाज हो सके।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक भावना महलवार बताती है कि कोरोना का संक्रमण अभी टला नहीं है लोगों ने इसका संक्रमण अभी भी जारी है7 समय के साथ लोग टेस्ट कराने से बच रहे हैं इस कारण यह स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है ताकि हम कोरोना के उन मरीजों की पहचान कर सकें जो लक्षण होने के बाद भी जांच नहीं करा रहे। त्यौहारी सीजन और ठंड के कारण सामान्य फ्लू तो होते ही है, लेकिन कोरोना के प्रारंभिक लक्षण भी सामान्य फ्लू की तरह ही होते हैं। स्वास्थ्य सुरक्षा कार्यक्रम के दौरान हमें ऐसे ही लोगों की पहचान करनी है।
संक्रमण की कड़ी को तोडऩा है : सीएमएचओ डॉ. केसरी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी बताते हैं राज्य स्तरीय सघन जांच अभियान का जिले में अच्छा प्रतिसाद मिला। इस दौरान पूरे राज्य में सबसे अधिक 16,000 टेस्ट जिले में हुए जिसके अच्छा परिणाम यह देखने को मिल रहा है कि एक समय कोरोना का आंकड़ा कुछ दिनों तक 300 के पार जा रहा रहा था उस पर अंकुश लगा। अभी भी स्थिति बेहतर नहीं हुई है हर दिन 200 के पार पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं इसलिए 31 दिसंबर तक स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान चलाने का निर्णय लिया है। कोरोना संक्रमण की कड़ी तोडऩे में यह कार्यक्रम मददगार साबित होगा।
इन वचनों का पालन कर कोरोना संक्रमण की करें रोकथाम
सतर्कता कोरोना से बचाव का बेहतर उपाय है। इसके लिए विशेष सावधानी एवं सतर्कता जरुरी है जैसे- मास्क लगाने व 2 गज की शारीरिक दूरी बनाए रखें, सार्वजनिक स्थल हो, किसी ऑफिस के कमरे में अन्य व्यक्तियों के साथ हों या फिर सर्दी, जुकाम हो तो बाहर निकलने से पहले मास्क जरूर लगाएं, छींकते या खांसने समय रूमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें, बहुत अधिक इस्तेमाल होने वाली सतहों दरवाजे के हैंडल, या ऐसी जगहों का नियमित सफाई जरूरी है, सार्वजनिक या खुले स्थानों पर नहीं थूकें, ऐसा करना दंडनीय अपराध है, बहुत जरूरी हो तभी यात्रा करें, कोविड़- 19 संक्रमित या उसके परिवार वालों से भेदभाव नहीं करें सहानुभूति से पेश आएं, अपने स्वास्थ्य की मॉनिटरिंग करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप का इस्तेमाल करें, कोविड-19 को लेकर होने वाली चिंताएं या मानसिक दबाव के लिए 08046110007 फ्री हेल्पलाइन नंबर पर बात कर मनोचिकित्सक से सलाह आवश्यक लें।