रायपुर। प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल 5 नवम्बर को दोपहर 1.30 बजे कोरबा से कार द्वारा रवाना होकर 3 बजे बिलासपुर आएंगे और वहां से सायं 4 बजे रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। श्री अग्रवाल शाम 5.30 बजे रायपुर पहुंचेंगे।
रायपुर। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार राज्य में धान और मक्का की समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए छूटे हुए किसानों के पंजीयन का कार्य अनवरत रूप से जारी है। इसके साथ ही किसानों के धान के रकबे का भी सत्यापन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद राज्य में धान और मक्का खरीदी के लिये किसानों के पंजीयन की अवधि दस दिन बढ़ा दी गयी है। अब खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के दौरान समर्थन मूल्य पर धान एवं मक्का बेचने वाले नये किसानों का पंजीयन दस नवम्बर तक किया जा सकेगा। पहले किसानों के पंजीयन की तिथि 31 अक्टूबर निर्धारित थी। नये किसानो को पंजीयन के लिए क्षेत्र की सहकारी समिति से आवेदन प्राप्त कर निर्धारित प्रारूप में आवेदन भरकर संबंधित दस्तावेजों के साथ तहसील कार्यालय में जमा करना होगा। आवेदन में उल्लेखित भूमि, धान-मक्का के रकबे एवं खसरे का पटवारी द्वारा राजस्व रिकॉर्ड के अनुसार सत्यापन किया जाएगा। सत्यापन के लिए राजस्व विभाग के भुईयां डाटा बेस का भी उपयोग किया जाएगा। संबंधित रिकॉर्ड को तहसीलदार के द्वारा परीक्षण करने के बाद नये किसान का पंजीयन किया जाएगा। पंजीयन के दौरान सभी किसानों का आधार नंबर उनकी सहमति से दर्ज किया जाएगा। आधार नंबर नहीं होने के कारण किसी भी किसान को पंजीयन से वंचित नहीं किया जाएगा।
धान एवं मक्का खरीदी के लिये जिन किसानों ने खरीफ वर्ष 2019-20 में पंजीयन करा लिया था, उन्हें नए पंजीयन की जरूरत नहीं है। पिछले सीजन में पंजीकृत किसानों की दर्ज भूमि, धान और मक्के के रकबे और खसरे को राजस्व विभाग द्वारा अद्यतन किया किया जा रहा है। खरीफ वर्ष 2020-21 में किसान पंजीयन के लिए पिछले वर्ष 2019-20 में पंजीकृत किसानों का डाटा कैरी-फॉरवर्ड किया गया है। धान और मक्का बेचने के इच्छुक नए किसान दस नवम्बर तक पंजीयन के लिए आवेदन कर सकते हैं। धान-मक्का बेचने वाले नए किसान पंजीयन के लिए संबंधित दस्तावेजों के साथ तहसील कार्यालय में आवेदन कर सकते हैं। पुराने पंजीकृत किसान अपने पंजीयन में संशोधन कराना चाहते हैं तो समिति मॉड्युल के माध्यम से संशोधन करने की सुविधा दी जा रही है।
रायपुर। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामंडलम् की पूरक परीक्षा के परिणामों की घोषणा की। संस्कृत विद्या मण्डलम् पूरक परीक्षा परिणाम में शामिल सभी 58 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इसमें पूर्व मध्यमा प्रथम वर्ष कक्षा 9वीं में 31, पूर्व मध्यमा द्वितीय वर्ष कक्षा 10वीं में 10, उत्तर मध्यमा प्रथम वर्ष कक्षा 11वीं में 12 और उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष कक्षा 12वीं में 5 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं।इस अवसर पर विद्यामंडलम् की सचिव महोदया श्रीमती पूर्णिमा पांडेय, सहायक संचालक श्री लक्ष्मण प्रसाद साहू, श्री दूधाधारी वैष्णव संस्कृत विद्यालय मठपारा के प्राचार्य श्री कृष्णवल्लभ शर्मा, स्टेनोग्राफर संतोष सिंह ठाकुर उपस्थित थे।
परीक्षा केन्द्रों में कोविड गाईड लाईन्स का पालन करने केन्द्राध्यक्षों को जारी की गई एसओपी
न्याय साक्षी/रायगढ़। प्रयास आवासीय विद्यालय के कक्षा 9 वीं में सत्र 2020-21 के लिये प्रवेश चयन परीक्षा 5 नवम्बर 2020 को प्रात:10.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक परीक्षा आयोजित की जा रही है। रायगढ़ जिले से 304 परीक्षार्थियों के लिए 5 विकासखण्ड मुख्यालयों में परीक्षा केन्द्र बनाये गये है। जिसमें कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिये विस्तृत रिवाइज्ड एसओपी भी केन्द्राध्यक्षों को जारी किया गया है।
परीक्षा संपादित करने के लिये विकासखण्ड वार अधिकारी एवं कर्मचारियों को नोडल अधिकारी एवं केन्द्राध्यक्षा का दायित्व सौंपा गया है। जिसमें विकासखण्ड धरमजयगढ़ अंतर्गत परीक्षा केन्द्र शासकीय बालक उ.मा.वि.धरमजयगढ़ में आश्रम अधीक्षक श्री बी.आर.टंडन को नोडल अधिकारी एवं प्राचार्य श्री एन.एस.एक्का को केन्द्राध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह विकासखण्ड लैलूंगा अंतर्गत परीक्षा केन्द्र शास.कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल लैलूंगा में छात्रावास अधीक्षक श्री भुवेनश्वर चन्द्रा को नोडल अधिकारी व प्राचार्य श्री टी.एस.भगत को केन्द्राध्यक्ष, विकासखण्ड घरघोड़ा अंतर्गत परीक्षा केन्द्र शास.कन्या उ.मा.वि.घरघोड़ा में सहायक शिक्षक पंचायत एलबी श्री सर्वेश मरावी को नोडल अधिकारी व प्राचार्य श्री जी.एस.राहा को केन्द्राध्यक्ष, विकासखण्ड तमनार अंतर्गत शास.हायर सेकेण्डरी स्कूल गोढ़ी में छात्रावास अधीक्षक श्री परिक्षित धनवार को नोडल अधिकारी व प्राचार्य श्रीमती मैथली बारिक को केन्द्राध्यक्ष तथा विकासखण्ड खरसिया अंतर्गत लाल बहादुर शास्त्री बालक उ.मा.वि.खरसिया में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी खरसिया श्री ए.के.भारद्वाज को नोडल अधिकारी एवं प्राचार्य श्री आर.एल.बंजारे को केन्द्राध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है।
न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर भीम सिंह ने कृषि विज्ञान व अनुसंधान केन्द्र के औचक निरीक्षण में पहुंचे। वहां उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुऋचा प्रकाश चौधरी भी मौजूद रही।
कलेक्टर सिंह ने कृषि विज्ञान केन्द्र में तैयार की गई आदर्श पोषण वाटिका का अवलोकन कर जानकारी ली। प्रभारी अधिकारी ने बताया कि पोषण वाटिका में दैनिक पोषक तत्वों की आवश्यकता की पूर्ति के लिये 7 प्रकार की पत्तेदार सब्जियां एक साथ उगाई जाती है। जिसमें पालक, मेथी, कुसुम, चौलाई, धनिया, लाल भाजी और मूली भाजी जैसे पत्तेदार सब्जियां शामिल है। इसके मेड़ में गाजर और मूली और साथ ही गोभी, टमाटर जैसी सब्जियां उगाई जाती है। कलेक्टर सिंह ने ऐसी पोषण वाटिका जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में तैयार करवाने के निर्देश दिये और कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र तथा महिला बाल विकास विभाग संयुक्त रूप से यह पोषण वाटिका तैयार करने के लिये कार्य करेगा। इसके लिये मिट्टी से संबंधित कार्य मनरेगा से करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि महिलाओं तथा बच्चों में एनीमिया व कुपोषण की समस्या होती है जिसे दूर करने में यह पत्तेदार सब्जियों वाली पोषण वाटिका कारगर सिद्ध होगी।
कलेक्टर सिंह ने इसके साथ ही कृषि अनुसंधान केन्द्र का भ्रमण कर वहां तैयार की जा रही फसलों की स्थानीय किस्मों की जानकारी ली। केन्द्र प्रभारी ने बताया कि वहां मसाले में हल्दी, धनिया तथा मूंगफली की वेरायटी विकसित की जा रही है। कलेक्टर सिंह ने जिले के किसानों को यहां तैयार वेरायटी के बीज उपलब्ध कराकर उत्पादन करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने अनुसंधान केन्द्र के फॉर्म एरिया का निरीक्षण कर वहां करवाये जाने वाले आवश्यक कार्यों का प्रपोजल प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर सिंह ने बीज निगम प्रक्रिया केन्द्र का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने बीज उत्पादन कार्यक्रम के तहत आधार व प्रमाणित बीजों के उत्पादन व वितरण की जानकारी ली। परिसर का भ्रमण कर वहां स्टेकिंग व ग्रेडर मशीन की कार्यप्रणाली देखी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर ही अधिक मात्रा में बीज उत्पादन की दिशा में कार्य करने के लिये कहा जिससे किसानों को समय पर बीज मिल सके। कलेक्टर सिंह ने फर्टिलाइजर क्वालिटी कंट्रोल के लिये निर्माणाधीन लैब का भी निरीक्षण किया और निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश उन्होंने दिये।