छत्तीसगढ़

स्कूटी की डिक्की में भरकर गांजा तस्करी करते तीन गिरफ्तार,2 किलों ग्राम मादक पदार्थ गांजा जब्त
Posted Date : 04-Nov-2020 1:20:12 pm

स्कूटी की डिक्की में भरकर गांजा तस्करी करते तीन गिरफ्तार,2 किलों ग्राम मादक पदार्थ गांजा जब्त

रायपुर। गांजा तस्करी की सूचना पर पुलिस ने एक बाईक सवार की घेराबंदी कर मोटरसाइकिल की डिक्की से 2 किलों गांजा मादक पदार्थ जब्त की है। 
मिली जानकारी के अनुसार खमतराई पुलिस ने मंगलवार को मुखबिर की सूचना मिली की तीन लड़के मादक पदार्थ गांजा स्कूटी डीयो क्रमांक सीजी 04 एनडी 8609 से लेकर गंगा नगर से ट्रांसपोर्ट नगर की तरफ जाने की सूचना पर घेराबंदी कर तीनों को गिरफ्तार करने पर स्कूटी की डिक्की में 2 किलों मादक पदार्थ गांजा मिला। पुछने पर आरोपियों ने बेचने के लिये ले जाना बताया। तीनों आरोपियों को बग्गा मशीनरी के सामने भनपुरी के पास मौके पर घेराबंदी कर पकड़ा गया। नाम पता पुछने पर उन्होंने अपना नाम सूरज साहु उम्र 20 वर्ष पिता भीम साहु निवासी गंगा नगर सरकारी स्कूल के पास थाना खमतराई रायपुर व रोहन दास मानिकपुरी उम्र 18 वर्ष पिता संतोष दास मानिकपुरी निवासी गंगा नगर सरकारी स्कूल के पास थाना खमतराई रायपुर एवं छगन निषाद उम्र 21 वर्ष पिता बजरंग निषाद निवासी बडा अशोकनगर थाना गुढिय़ारी के पास से मादक पदार्थ गांजा 02 किलों एवं एक होण्डा डियो स्कूटी जब्त की गई है। आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने एनडीपीएस की धारा 20 बी के तहत कानूनी कार्रवाही की गई है। 

मोबाईल शॉप का ताला तोड़कर अंदर रखे मोबाईल चोरी,मामला दर्ज
Posted Date : 04-Nov-2020 1:19:52 pm

मोबाईल शॉप का ताला तोड़कर अंदर रखे मोबाईल चोरी,मामला दर्ज

रायपुर। मोबाईल दुकान का ताला तोड़कर नया व पुराना मोबाईल चोरी कर लेने की रिपोर्ट आजाद चौक थाने में दर्ज की गई है। 
मिली जानकारी के अनुसार संकल्प वाटिका के सामने समता कालोनी निवासी महेश तिवारी 33 वर्ष रिपोर्ट दर्ज करायी है कि प्रार्थी का मोबाईल दीप मोबाईल शांप महोवाबाजार सरकारी स्कूल के सामने है, किसी 2 से 3 नवंबर की दरमियान मोबाईल शांप का ताला तोड़कर अंदर रखे नये व पुराना मोबाईल अनुमानित कीमत 18 हजार 782 रुपयें को चोरी कर लिया। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ धारा 380,457 का मामला दर्ज कर लिया है। 

पति की आयु में वृद्धि के लिए सुहागिनों ने रखा करवा चौथ का व्रत
Posted Date : 04-Nov-2020 1:19:24 pm

पति की आयु में वृद्धि के लिए सुहागिनों ने रखा करवा चौथ का व्रत

 सजने संवरने के लिए महिलाएं पहुंची ब्यूटी पार्लर 
रायपुर,। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर सुहागिन महिलाओं द्वारा अपनी पति की आयु में वृद्धि के लिए करवा चौथ का निर्जला व्रत कियाा। मिली जानकारी के अनुसार करवा चौथ का व्रत मुख्यत: उत्तर भारत के प्रदेशों में धूमधाम से मनाने की परंपरा रही है। करवा चौथ के शुभ अवसर पर शहर के ब्यूटी पार्लरों में महिलाओं द्वारा सजने संवरने के लिए जमकर भीड़ उमड़ी। करवा चौथ के पीछे पौराणिक कथा के अनुसार कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत करने का विधान है।  सौभाग्यवती महिलाएं इस दिन अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। इस व्रत की शुरुआत सरगी से होती है। इस दिन घर की बड़ी महिलाएं अपनी बहू को सरगी, साड़ी सुबह सवेरे देती हैं। सुबह चार बजे तक सरगी खाकर व्रत को शुरू किया जाता है,  सरगी में फैनी, म_ी आदि होती हैं। 
करवा चौथ की पूजा के ये हैं कुछ नियम, पढ़ें पूजा का शुभ मुहूर्त 
इस व्रत में पूरे दिन निर्जला रहा जाता है। व्रत में पूरा श्रृंगार किया जाता है। महिलाएं दोपहर में या शाम को कथा सुनती हैं। कथा के लिए पटरे पर चौकी में जलभरकर रख लें। थाली में रोली, गेंहू, चावल, मिट्टी का करवा, मिठाई, बायना का सामान आदि रखते हैं। प्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा से व्रत की शुरुआत की जाती है। गणेश जी विघ्नहर्ता हैं इसलिए हर पूजा में सबसे पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। इस बात का ध्यान रखें कि सभी करवों में रौली से सतियां बना लें। अंदर पानी और ऊपर ढ़क्कन में चावल या गेहूं भरें। 
यहां पढ़ें करवा चौथ व्रत की संपूर्ण कहानी
संध्या पूजा का शुभ मुहूर्त 4 नवंबर (बुधवार)- शाम 05 बजकर 34 मिनट से शाम 06 बजकर 52 मिनट तक।
इस व्रत में पूरे दिन निर्जला रहा जाता है। व्रत में पूरा श्रृंगार किया जाता है। महिलाएं दोपहर में या शाम को कथा सुनती हैं। कथा के लिए पटरे पर चौकी में जलभरकर रख लें। थाली में रोली, गेंहू, चावल, मिट्टी का करवा, मिठाई, बायना का सामान आदि रखते हैं। प्रथम पूज्य गणेश जी की पूजा से व्रत की शुरुआत की जाती है। गणेश जी विघ्नहर्ता हैं इसलिए हर पूजा में सबसे पहले गणेश जी की पूजा की जाती है। इसके बाद शिव परिवार का पूजन कर कथा सुननी चाहिए। करवे बदलकर बायना सास के पैर छूकर दे दें। रात में चंद्रमा के दर्शन करें। चंद्रमा को चलनी से देखना चाहिए। इसके बाद पति को चलनी से चंद्रमा को देखकर पैर छूकर व्रत पानी पीना चाहिए।

ग्राम तोरला में किसान आत्महत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच हो-कौशिक
Posted Date : 04-Nov-2020 1:18:27 pm

ग्राम तोरला में किसान आत्महत्या मामले की उच्च स्तरीय जांच हो-कौशिक

रायपुर। नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने  अभनुपर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम तोरला में किसान द्वारा किए गए आत्महत्या मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। साथ ही मृतक के परिजनों को मुआवजा और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है।
नेताप्रतिपक्ष श्री कौशिक ने जारी अपने बयान में कहा कि एक ओर प्रदेश में लगातार किसान आत्महत्या कर रहे है वहीं दूसरी ओर प्रशासन राजनीति करने में लगे हुए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक धनेन्द्र साहू के क्षेत्र के ग्राम तोला में एक किसान ने आत्महत्या कर ली। मृतक किसान ने अपनी फसल को बचाने का काफी प्रयास किया लेकिन नकली दवाई के चलन के कारण उसकी फसल बच नहीं पायी जिसके बाद उसने आत्महत्या कर ली। श्री कौशिक ने कहा कि बाजार में नकली दवाई का चलन है जिससे किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। एक ओर जहां नकली दवाई के कारण फसल बर्बाद हो रही है, वहीं दूसरी ओर सरकार ने किसानों का धान एक दिसंबर से खरीदने का निर्णय लिया है, जिसके चलते किसानों को धान की रखवाली करनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में 01 से 15 नवंबर तक धान की खरीदी की जाती थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने 01 दिसंबर से धान खरीदने का निर्णय लिया है इसका क्या कारण है? श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश के रायपुर और महासमुंद जिले में किसानों द्वारा आत्महत्या की घटनाएं लगातार हो रही है। किसान आत्महत्या ना करे इसके लिए सरकार को कोई कार्यवाही या प्रयास करना चाहिए। नेताप्रतिपक्ष ने आत्महत्या करने वाले किसान के परिजनों को मुआवजा राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग करने के साथ आत्महत्या के कारण का पता लगाने उच्च स्तरीय जांच की भी मांग की है। 
 स्पंज-आयरन एंड स्टील क्षेत्र में विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा
Posted Date : 04-Nov-2020 1:17:15 pm

स्पंज-आयरन एंड स्टील क्षेत्र में विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लिए गए दूरदर्शितापूर्ण निर्णयों से कोरोना संकट काल में भी छत्तीसगढ़ में औद्योगिक विकास को गति मिली है। छत्तीसगढ़ सरकार की नई औद्योगिक नीति के तहत अब इस्पात (स्पंज आयरन एण्ड स्टील) क्षेत्र के मेगा अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट में निवेश हेतु विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज देने का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा मेगा निवेशकों के लिए घोषित किए गए पैकेज में अधितम 500 करोड़ रूपए तक का निवेश प्रोत्साहन (बस्तर संभाग हेतु 1000 करोड़ तक) मान्य होगा। इसके लिए प्रस्तावित इकाईयों को 31 अक्टूबर 2024 को अथवा उसके पूर्व व्यावसायिक उत्पादन प्रारंभ करना जरूरी होगा। इसी तरह 100 करोड़ रूपए का स्थाई पूंजी निवेश मद में निवेश कर व्यावसायिक उत्पादन आरंभ करने वाली नवीन इकाईयों को आर्थिक निवेश प्रोत्साहन दिया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा कोर सेक्टर के उद्योगों को पूरे राज्य में विद्युत शुल्क छूट की पात्रता भी प्रदान की गई। बिजली में सब्सिडी मिलने से इस्पात सहित कोर सेक्टर के उद्योगों को नई संजीवनी मिली है। इससे इन कोर सेक्टर के उद्योगों को देश भर के मार्केट का लाभ मिलेगा। स्पंज आयरन एवं स्टील सेक्टर के उद्योगों के लिए बी-स्पोक पालिसी के तहत विशेष पैकेज घोषित करते हुए, क्षेत्रवार छूट की सीमा 60 प्रतिशत से 150 प्रतिशत तक कर दी गई है। लॉकडाउन की अवधि में राज्य के द्वारा 27 लाख टन का स्टील उत्पादन किया गया, जो भारत के अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक उत्पादन है। 

आपदा को अवसर में बदला दवा कंपनियों ने, दवाईयों के मूल्यों में अप्रत्याशित वृद्धि से मरीज परेशान
Posted Date : 04-Nov-2020 1:15:30 pm

आपदा को अवसर में बदला दवा कंपनियों ने, दवाईयों के मूल्यों में अप्रत्याशित वृद्धि से मरीज परेशान

  • कोरोना काल में दवाओं के व्यवसाय में अन्य लोग भी हो रहे शामिल 
  • शहर के चिकित्सकों ने भी महंगी दवा मिलने पर शासन को जिम्मेदार ठहराया 

रायपुर। कोरोना वायरस कोविड 19 वैश्विक महामारी के चलते देश एवं प्रदेश में अब तक कोरोना पाजीटिव संक्रमण से हजारों प्रभावितों की मौत हो चुकी है। देश में आए इस संकट का मल्टी इंटरनेशनल दवा कंपनियों द्वारा आपदा को अवसर में तब्दील कर दवाओं के मूल्य में जबर्दस्त वृद्धि के चलते अधिकांश मरीज परेशान है। वहीं निजी चिकित्सा संस्थानों में भी महंगी चिकित्सा एवं महंगी दवाओं ने मरीज एवं उसके परिजनों की स्थिति को जर्जर कर दिया है।  दवा बाजार सूत्रों के अनुसार कंपनियों द्वारा विक्रय की गई दवाएं मेडिकल स्टोर संचालकों को अधिक कीमत पर मिलती है जिसके चलते इसका सीधा भार मरीज एवं उनके परिजनों को उठाना पड़ रहा है। कई दवा कंपनियों के एरिया सेल्स मैनेजर एवं दवा प्रतिनिधियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया है कि अप्रत्याशित वृद्धि का विरोध करने पर कई कर्मियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। 
गौरतलब है कि नौ रुपये की लागत में बनने वाली ग्लूकोश की बोतल बाजार में दवा विक्रेताओं द्वारा 160-170 रुपये के दाम में प्रति बोतल बेची जा रही है वहीं पैरासिटामाल कंटेंट फार्मूले से निर्मित दवाओं के स्ट्रीप में भी 3 से 4 गुना वृद्धि यथा ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि की दवाएं भी इन दिनों महंगी बिक रही हैं। अल्ट्रासेट दर्द निवारक दवा जो कोरोनाकाल से पहले 160-150 रुपये में 15 गोली मिलती थी वह अब 201 मूल्य पर बेची जा रही है। वहीं दर्द निवारक रोजीवाक दवा दस टेबलेट 350 रुपये में बेची जा रही है जिसके चलते मरीजों की हालत दवा खरीदते खरीदते पस्त हो चुकी है। 
ज्ञातव्य है कि कोरोना काल में लंबे लाकडाउन के कारण कई व्यावसाय ठप्प होने के कारण वहां के सेठ भी दवा बाजार में जोर आजमाइश कर जमकर कमाई कर रहे हैं। आरटीआई कार्यकर्ता डॉ. चंद्रमणी तिवारी ने जीवनरक्षक दवाओं के मूल्यों में हुई एकाएक वृद्धि को जनहित के विपरीत करार दिया है वहीं उन्होंने केंद्र सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा मनमानी दरों पर बिक रही दवाओं पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए उक्त महंगी दवाओं के मूल्यों में कमी लाने की मांग की है। शहर के वरिष्ठ चिकित्सक एवं आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अशोक त्रिपाठी ने भी सोशल मीडिया पर 15 रुपये की स्ट्रीप 120 में बिकने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य विभाग के विशेष औषधि नियंत्रक केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार से जानना चाहा है कि उक्त दवाओं को महंगे मूल्यों पर बेचने की अनुमति कौन देता है एवं अच्छी दवाएं मरीजों की सर्वोत्तम चिकित्सा के लिए पर्ची पर लिखे जाने पर महंगी मिलने पर मरीज एवं उसके परिजन डॉक्टरों की कड़ी निंदा करते हैं जबकि दवा बनाने वाली कंपनियों पर डॉक्टरों का कोई अधिकार नहीं है वे केवल अपने अस्पताल में आने वाले मरीजों का इलाज करते हैं। शासन की जिम्मेदार एजेंसियां दवा विक्रेताओं एवं निर्माता कंपनियों पर अंकुश नहीं रख पा रही है यह उनकी लापरवाही है न की डॉक्टरों की।