परीक्षा केन्द्रों में कोविड गाईड लाईन्स का पालन करने केन्द्राध्यक्षों को जारी की गई एसओपी
न्याय साक्षी/रायगढ़। प्रयास आवासीय विद्यालय के कक्षा 9 वीं में सत्र 2020-21 के लिये प्रवेश चयन परीक्षा 5 नवम्बर 2020 को प्रात:10.30 बजे से दोपहर 1 बजे तक परीक्षा आयोजित की जा रही है। रायगढ़ जिले से 304 परीक्षार्थियों के लिए 5 विकासखण्ड मुख्यालयों में परीक्षा केन्द्र बनाये गये है। जिसमें कोविड-19 के निर्देशों का पालन करते हुए परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिये विस्तृत रिवाइज्ड एसओपी भी केन्द्राध्यक्षों को जारी किया गया है।
परीक्षा संपादित करने के लिये विकासखण्ड वार अधिकारी एवं कर्मचारियों को नोडल अधिकारी एवं केन्द्राध्यक्षा का दायित्व सौंपा गया है। जिसमें विकासखण्ड धरमजयगढ़ अंतर्गत परीक्षा केन्द्र शासकीय बालक उ.मा.वि.धरमजयगढ़ में आश्रम अधीक्षक श्री बी.आर.टंडन को नोडल अधिकारी एवं प्राचार्य श्री एन.एस.एक्का को केन्द्राध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है। इसी तरह विकासखण्ड लैलूंगा अंतर्गत परीक्षा केन्द्र शास.कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल लैलूंगा में छात्रावास अधीक्षक श्री भुवेनश्वर चन्द्रा को नोडल अधिकारी व प्राचार्य श्री टी.एस.भगत को केन्द्राध्यक्ष, विकासखण्ड घरघोड़ा अंतर्गत परीक्षा केन्द्र शास.कन्या उ.मा.वि.घरघोड़ा में सहायक शिक्षक पंचायत एलबी श्री सर्वेश मरावी को नोडल अधिकारी व प्राचार्य श्री जी.एस.राहा को केन्द्राध्यक्ष, विकासखण्ड तमनार अंतर्गत शास.हायर सेकेण्डरी स्कूल गोढ़ी में छात्रावास अधीक्षक श्री परिक्षित धनवार को नोडल अधिकारी व प्राचार्य श्रीमती मैथली बारिक को केन्द्राध्यक्ष तथा विकासखण्ड खरसिया अंतर्गत लाल बहादुर शास्त्री बालक उ.मा.वि.खरसिया में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी खरसिया श्री ए.के.भारद्वाज को नोडल अधिकारी एवं प्राचार्य श्री आर.एल.बंजारे को केन्द्राध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है।
न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर भीम सिंह ने कृषि विज्ञान व अनुसंधान केन्द्र के औचक निरीक्षण में पहुंचे। वहां उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सुऋचा प्रकाश चौधरी भी मौजूद रही।
कलेक्टर सिंह ने कृषि विज्ञान केन्द्र में तैयार की गई आदर्श पोषण वाटिका का अवलोकन कर जानकारी ली। प्रभारी अधिकारी ने बताया कि पोषण वाटिका में दैनिक पोषक तत्वों की आवश्यकता की पूर्ति के लिये 7 प्रकार की पत्तेदार सब्जियां एक साथ उगाई जाती है। जिसमें पालक, मेथी, कुसुम, चौलाई, धनिया, लाल भाजी और मूली भाजी जैसे पत्तेदार सब्जियां शामिल है। इसके मेड़ में गाजर और मूली और साथ ही गोभी, टमाटर जैसी सब्जियां उगाई जाती है। कलेक्टर सिंह ने ऐसी पोषण वाटिका जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में तैयार करवाने के निर्देश दिये और कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र तथा महिला बाल विकास विभाग संयुक्त रूप से यह पोषण वाटिका तैयार करने के लिये कार्य करेगा। इसके लिये मिट्टी से संबंधित कार्य मनरेगा से करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि महिलाओं तथा बच्चों में एनीमिया व कुपोषण की समस्या होती है जिसे दूर करने में यह पत्तेदार सब्जियों वाली पोषण वाटिका कारगर सिद्ध होगी।
कलेक्टर सिंह ने इसके साथ ही कृषि अनुसंधान केन्द्र का भ्रमण कर वहां तैयार की जा रही फसलों की स्थानीय किस्मों की जानकारी ली। केन्द्र प्रभारी ने बताया कि वहां मसाले में हल्दी, धनिया तथा मूंगफली की वेरायटी विकसित की जा रही है। कलेक्टर सिंह ने जिले के किसानों को यहां तैयार वेरायटी के बीज उपलब्ध कराकर उत्पादन करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने अनुसंधान केन्द्र के फॉर्म एरिया का निरीक्षण कर वहां करवाये जाने वाले आवश्यक कार्यों का प्रपोजल प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर सिंह ने बीज निगम प्रक्रिया केन्द्र का भी निरीक्षण किया। यहां उन्होंने बीज उत्पादन कार्यक्रम के तहत आधार व प्रमाणित बीजों के उत्पादन व वितरण की जानकारी ली। परिसर का भ्रमण कर वहां स्टेकिंग व ग्रेडर मशीन की कार्यप्रणाली देखी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को स्थानीय स्तर पर ही अधिक मात्रा में बीज उत्पादन की दिशा में कार्य करने के लिये कहा जिससे किसानों को समय पर बीज मिल सके। कलेक्टर सिंह ने फर्टिलाइजर क्वालिटी कंट्रोल के लिये निर्माणाधीन लैब का भी निरीक्षण किया और निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने के निर्देश उन्होंने दिये।
न्याय साक्षी/रायगढ़। जिला प्रशासन को यह जानकारी प्राप्त हो रही है कि कुछ व्यवसायी और सामान्य व्यक्ति 01 रूपये एवं 10 रुपये के सिक्कों के लेनदेन से मना कर रहे है। इस संबंध में लीड बैंक (भारतीय स्टेट बैंक)के प्रबंधक ने बताया कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अथवा भारत सरकार द्वारा 01 रुपये और 10 रूपये के सिक्कों के लेनदेन पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं लगाया गया है और सभी सिक्के प्रचलन में है। अत: इन सिक्कों के लेनदेन से कोई भी व्यक्ति अथवा व्यवसायी मना नहीं कर सकता। भारतीय मुद्रा का अपमान और 01 रुपये तथा 10 रुपये के सिक्कों के लेनदेन से मना करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर भीम सिंह ने संबलपुरी में तैयार किये जा रहे गौठान का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने गौठान की फेंसिंग के लिये चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया। ठेकेदार से अब तक हुये कार्य की जानकारी ली और काम को अगले 20 दिनों में पूरा करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने गौठान में शेड और चबूतरा निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने के लिये कहा। गौठान में चारागाह विकसित करने के साथ ही पशुओं के लिये आगामी कुछ माह के लिये पर्याप्त सूखा चारा व पैरा की व्यवस्था, पशुओं के पानी पीने के लिये कोठना बनवाने के निर्देश नगर निगम आयुक्त और उप संचालक कृषि को दिये। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य पूर्ण होने पर गायों को गौठान में लाना प्रारंभ किया जाये।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि संबलपुरी गौठान को एनिमल केयर सेंटर के रूप में विकसित किया जाना है। यहां पशुओं की देखभाल के साथ ही उनसे मिलने वाले उपयोगी उत्पाद से जुड़ी रोजगार मूलक गतिविधियां भी चलायी जायेंगी। यहां शहरी क्षेत्र में लावारिस घूमने वाले पशुओं के साथ ही पास के गांवो के पशुओं को भी रखा जायेगा। उन्होंने गौठान क्षेत्र के समीप डॉग हाऊस भी बनवाने के लिये कहा। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत सु ऋचा प्रकाश चौधरी, नगर निगम आयुक्त आशुतोष पाण्डेय, उप संचालक कृषि एल.एम.भगत मौजूद रहे।
मालूम हो कि संबलपुरी में 19 एकड़ में वृहत गौठान को गौ-अभ्यारण्य के रूप में तैयार किया जा रहा है। गौठान के चारों ओर 1700 मीटर लम्बी बाउण्ड्री व फेसिंग का कार्य किया जा रहा है। यहां रायगढ़ शहरी क्षेत्र तथा पास के गांवों के लगभग 1600 से 1700 पशुओं को रखा जायेगा। इसके लिये नगर निगम को एजेंसी बनाया गया है।
आईटीआई के निरीक्षण में पहुंचे कलेक्टर सिंह ने पास आऊट छात्रों के लिये प्लेटसमेंट कैम्प लगाने के दिए निर्देश
न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर भीम सिंह बोईरदादर स्थित आईटीआई संस्थानों के निरीक्षण में पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि रायगढ़ प्रदेश का एक प्रमुख औद्योगिक जिला है। जिससे यहां रोजगार के भी काफी मौके उपलब्ध है। इसका लाभ आईटीआई के छात्रों को मिलना चाहिये। इसके लिये यहां के उद्योगों में काम के लिये जरूरी तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकतानुसार कोर्सेस आईटीआई में प्रारंभ करवायें। उन्होंने इस सत्र पास आऊट होने वाले छात्रों के लिये प्लेसमेंट कैंप लगाने के निर्देश भी दिये। आईटीआई में अप्रेंन्टिशिप के लिये इंडस्ट्री पार्टनर के लिये उद्योगों से समन्वय करने के लिये कहा। जिससे छात्रों को कोर्स के दौरान ही इंडस्ट्री में काम करने का मौका मिल सके। कलेक्टर सिंह ने महिला व पुरूष आईटीआई में करवाये जा रहे कोर्सेस व वहां से पूर्व में निकले छात्रों प्लेसमेंट की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जिन टे्रड के लिये मान्यता नहीं मिली है और उन्हें प्रारंभ करना है उसके लिये मान्यता की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाइये। उन्होंने आईटीआई कोर्सेस के लैब एवं वर्क शॉप में उपलब्ध मशीनों और छात्रों की दी जाने वाली टे्रनिंग के बारे में स्टॉफ से विस्तार से जानकारी ली।
कलेक्टर सिंह ने कहा कि आईटीआई के कोर्सेस में थ्योरी से ज्यादा लैब में प्रैक्टिकल बहुत जरूरी है। इसके लिये जिन स्टुडेंट्स को प्रेक्टिकल करना है उनको बुलाकर कोविड प्रोटोकाल के साथ प्रेक्टिकल टे्रनिंग दें। इसके लिये स्टुडेन्ट को बैचेस या शिफ्ट में बांट सकते है। इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग व सेनेटाईजेशन का पूरा ध्यान रखा जाये।
कलेक्टर सिंह ने अपने निरीक्षण के दौरान उन्होंने आईटीआई भवनों और प्रयोगशालाओं का निरीक्षण किया। वहां गंदगी दिखाई देने पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताई। आईटीआई प्रिसिंपल और स्टॉफ को अगले तीन दिन में कमरे और बरामदों और लैब की पूरी साफ-सफाई करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ सु ऋचा प्रकाश चौधरी व आईटीआई कालेज के स्टॉफ मौजूद थे।