छत्तीसगढ़

 शादीशुदा महिला ने स्वयं को अविवाहित बताकर किया दुबारा शादी
Posted Date : 05-Nov-2020 1:16:25 pm

शादीशुदा महिला ने स्वयं को अविवाहित बताकर किया दुबारा शादी

  • शादी के तीन वर्ष बाद पूर्व पति के साथ ससुराल से भागी,420 का मामला दर्ज 
  • पूर्व पति पहले से ही है शादीशुदा

रायपुर। शादी शुदा महिला ने सामाजिक पत्रिका में विवाह का प्रकाशन कराकर पुन:समाजिक रीति रिवाजों से शादी कर लिया। घटना की जानकारी मिलने पर पति ने करायी रिपोर्ट दर्ज। आरंग पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम मर्रा पाटन जिला दुर्ग निवासी विद्यासागर विक्रम देशलहरे 34 वर्ष पिता मनराखन देशलहरे ने रिपोर्ट दर्ज करायी है कि प्रार्थी पेशे से शिक्षाकर्मी है। समाजिक पत्रिका में विवाह के लिये दिये गए फोटों व बायोडाटा देखकर पत्रिका में दर्ज मोबाईल नंबर पर संपर्क करने के बाद  सुशितमा डहरिया पिता स्व.सोनेचंद डहरिया गा्रम कागदेही पोस्ट समोदा आरंग रायुपर से 10 मार्च 2019 को समाजिक रीति रिवाजों के अनुसार शादी हुआ। 
शादी के कुछ दिनों बाद पता चला कि जगत खंडेलवाल जो बेरोजगार है,उसकी पत्नी का संबंध है व 04.10.2016  को आर्य समाज मंदिर बैजनाथ पारा रायपुर में शादी पीडि़त की पत्नी पहले भी शादी कर चुकी है। पत्रिका में सुशितमा ने स्वयं को कागदेही निवासी बताया था,लेकिन बाद में पता चला की वह हरदीडीह में रहती है। वहीं जगत खंडेवाल पहले से ही शादी शुदा है व उसकी पत्नी व बच्चे तथा नाती भी है व परिवार सहित बहानाकाड़ी में रहता है। सुशितमा डहरिया शासकीय प्राथमिक शाला जुनवानी विकासखंड पलारी जिला बलौदाबाजार में सहायक शिक्षिका पंचायत के पद पर पदस्थ होने के चलते बहाना बनाकर शादी के बाद से ही अपने मायके में मां के साथ रह रही थी वही विद्यासागर विक्रम शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मोहरा विकासखंड गुरुर जिला बालोद में शिक्षक पंचायत के पद पर पदस्थ है होने की वजह से दोनों एक साथ नही रह पा रहे थे। पीडि़त छुट्टियों में ही उसके घर जा पाता था। शादी के बाद से ही सुशितमा उसके साथ दुरव्यवहार करने लगी,जिसके बाद शंक होने पर अपने साथ चलने कहने पर पति के साथ जाने से इंकार कर रही थी। परिवार वालों के समझाने पर ससुराल जाने के बाद भी वह जगत खंडेवाल के साथ व्हाटसएप्प पर मैसेज करती थी व कॉल करती थी,पति द्वारा इसका विरोध करने पर वह  20 मई 2020 को  जगत खंडेवाल के साथ भाग गई। घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने महिला व जगत खंडेवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। 

कम्बाईण्ड डिफेन्स सर्विस परीक्षा 8 को
Posted Date : 05-Nov-2020 1:15:44 pm

कम्बाईण्ड डिफेन्स सर्विस परीक्षा 8 को

रायपुर। संघ लोक सेवा आयोग, नई दिल्ली द्वारा कम्बाईण्ड डिफेन्स सर्विस परीक्षा 8 नवम्बर को आयोजित की गई है। यह परीक्षा रायपुर शहर के 8 परीक्षा केन्द्रों में तीन पालियों में परीक्षा संचालित होगी। प्रथम पाली सुबह 9 से 11 बजे, द्वितीय पाली दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक एवं तृतीय पाली दोपहर 3 से शाम 5 तक होगी। परीक्षा के सफल संचालन हेतु कलेक्टर कार्यालय के कक्ष क्रमांक 6 में कंट्रोल रूम बनाया गया है।

 जिला योजना समिति के निर्वाचन के लिए सदस्यों की संख्या निर्धारित
Posted Date : 05-Nov-2020 1:15:29 pm

जिला योजना समिति के निर्वाचन के लिए सदस्यों की संख्या निर्धारित

रायपुर। छत्तीसगढ़ जिला योजना समिति निर्वाचन अधिनियम 1995 के अनुसरण में तथा संशोधित अधिनियम 2001 के द्वारा रायपुर जिला के जिला योजना समिति के लिए निर्धारित सदस्यों की संख्या में से 15 सदस्यों का निर्वाचन जिले के नगरीय निकय एवं जिला पंचायत के निर्वाचित सदस्यों द्वारा किए जाने हेतु सदस्यों की संख्या 15 निर्धारित की गई है। कलेक्टर रायपुर डॉ एस.भारतीदासन ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर बताया है कि जिला पंचायत (ग्रामीण) के सात, नगर पालिका निगम रायपुर के सात तथा नगर पालिका परिषद गोबरा नवापारा, तिल्दा-नेवरा एवं आंरग के एक सदस्य शामिल है।

व्यवहार न्यायाधीश प्रांरभिक परीक्षा 10 को
Posted Date : 05-Nov-2020 1:15:06 pm

व्यवहार न्यायाधीश प्रांरभिक परीक्षा 10 को

रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा व्यवहार न्यायाधीश (प्रवेश स्तर) की प्रांरभिक परीक्षा 2020 की लिखित परीक्षा 10 नवम्बर को आयोजित है। यह परीक्षा रायपुर शहर के 30 परीक्षा केन्द्रों में सुबह 10 से 12 बजे तक होगी। परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए डिप्टी कलेक्टर श्रीमती पूनम शर्मा को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

कृषि विश्वविद्यालय में गैर शिक्षकीय वर्ग के 29 कर्मचारी पदोन्नत
Posted Date : 05-Nov-2020 1:14:41 pm

कृषि विश्वविद्यालय में गैर शिक्षकीय वर्ग के 29 कर्मचारी पदोन्नत

रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में गैर शिक्षकीय वर्ग के 29 कर्मचारियों को पदोन्नत किया गया है। विश्वविद्यालय द्वरा पदोन्नत किये गये कर्मचारियों में 2 कर्मचारियों को स्टोनोग्राफर-3 से वरिष्ठ शीघ्रलेखक के पद पर, एक कर्मचारियों को स्टेनोटायपिस्ट से स्टेनोग्राफर-3 के पद पर, 9 कर्मचारियों को सहायक वर्ग-1 से शाखा अधिकारी के पद पर तथा 17 कर्मचारियों को सहायक वर्ग-2 से सहायक वर्ग-1 के पद पर पदोन्नत किया गया है।
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के कुलसचिव कार्यालय द्वारा जारी किये गये आदेश के अनुसार  एस.व्ही.व्ही. सोमशेखर एवं  रवि सिंह ठाकुर को वरिष्ठ शीघ्रलेखक के पद पर पदोन्नत किया गया है। स्टेनोग्राफर-3 के पद पर श्रीमती विजय लक्ष्मी वास्तव को पदोन्नत किया गया है। शाखा अधिकारी के पद पर  राज कुमार पाण्डेय,  जेकब जार्ज,  अजय अग्रवाल,  रमेश कुमार वास्तव,  सतीश कुमार अग्रवाल, सु लता यादव,  सैययद जावेद अली,  महेन्द्र बहपगारिया एवं  गुहनलाल साहू को पदोन्नत किया गया है। इसी प्रकार  गिरधारी यादव,  नीलू निर्मलकर,  काल्विन कुमार ठाकुर,  लखन लाल यादव,  रामनाथ देवांगन,  पोखन लाल सिन्हा,  मुक्ता नंद नायक, मति भानू प्रभा वास्तव,  अमिताभ शर्मा,  राकेश बघेल,  अशोक कुमार खरे, मति प्रिया नागवंशी,  लुकेश कुमार महानंद,  रामदेव राम,  प्रवीण कुमार ध्रुव,  कोमल प्रसाद गॉवरे तथा  अब्दुल वकील को सहायक वर्ग-1 के पद पर पदोन्नत किया गया है। 

 कृषि विरोधी कानून एवं फसल के न्यूनतम मूल्य को लेकर छग किसान मजदूर महासंघ ने हाईवे पर चक्कजाम किया
Posted Date : 05-Nov-2020 1:13:56 pm

कृषि विरोधी कानून एवं फसल के न्यूनतम मूल्य को लेकर छग किसान मजदूर महासंघ ने हाईवे पर चक्कजाम किया

मौके पर एडीएम, एएसपी ने संभाला मोर्चा
रायपुर। केन्द्र सरकार द्वारा कृषि विरोधी काले कानून एवं फसल के न्यूनतम मूल्य निर्धारण की मांग को लेकर सेरीखेड़ी मुख्य हाईवे पर छग किसान मजदूर महासंघ ने जमकर चक्काजाम किया। मौके पर तैनाल पुलिस बल के साथ एडीएम और एएसपी ने मोर्चा संभालकर किसानों के प्रदर्शन को नियंत्रित किया। मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश भर के किसान कृषि विधेयक के खिलाफ आज प्रदेश भर में मुख्य मार्गों पर चक्काजाम कर किसानों के हितों के विरोध में लागू कानून का विरोध धरना प्रदर्शन कर किए। वहीं राजधानी में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के समक्ष किसानों ने महाप्रदर्शन के दौरान 50 से अधिक जनसंगठनों के साथ लंबे समय तक चक्काजाम किया। संचालक मंडल के सदस्यों ने तेज राम विद्रोही, रूपन चन्द्राकर, जागेश्वर चन्द्राकर, डॉ. संकेत ठाकुर ने आयोजित धरने का नेतृत्व किया। उक्त धरने में 50 संगठनों के किसान बड़ी संख्या में हिस्सा लेकर केन्द्र सरकार के काले कृषि कानून को लागू करने के विरोध में नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार से फसलों का न्यूनतम मूल्य तत्काल तय करने की मांग किए हैं।