छत्तीसगढ़

कमजोरी अनुभव होने पर कोरोना जांच अवश्य करावें
Posted Date : 12-Nov-2020 3:45:52 pm

कमजोरी अनुभव होने पर कोरोना जांच अवश्य करावें

न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर  भीम सिंह द्वारा जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि और मरीजों की मृत्यु के कारणों की समीक्षा के दौरान मेडिकल कालेज के डीन डॉ.लुका ने कलेक्टर  सिंह को बताया कि अचानक शरीर में कमजोरी (वीकनेस)का अनुभव होने पर भी कोरोना जांच कराया जाना आवश्यक है। कोरोना संक्रमण के लक्षणों सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार होना, स्वाद तथा सुगंध नहीं ज्ञात नहीं होना (लॉस ऑफ स्मेल-लॉस आफ टेस्ट)के साथ-साथ कमजोरी (वीकनेस)और लॉस ऑफ हेपेटाइट के लक्षण भी कोरोना संक्रमण के संकेत हो सकते है अत: किसी भी व्यक्ति को ऐसा अनुभव होने पर उनका सेंपल लेकर कोरोना जांच किया जाना आवश्यक है।

 

खरसिया विकासखण्ड के गौठानों के निरीक्षण में पहुंचे कलेक्टर  भीम सिंह
Posted Date : 12-Nov-2020 3:45:30 pm

खरसिया विकासखण्ड के गौठानों के निरीक्षण में पहुंचे कलेक्टर भीम सिंह

न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर  भीम सिंह ने लोड़ाझर गौठान का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां कान्हा महिला स्व-सहायता समूह द्वारा तैयार किये जा रहे वर्मी कंपोस्ट को देखा तथा उसकी गुणवत्ता की सराहना की। महिलाओं ने बताया कि कंपोस्ट बिक्री के लिये तैयार है। कलेक्टर  सिंह ने उसकी पैकेजिंग करवाकर विक्रय करवाने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारियों को दिये।
कलेक्टर  सिंह ने वहां अब तक खरीदे गये गोबर तथा कंपोस्ट तैयार करने के लिये पिट में डाले गये मात्रा की जानकारी ली। वर्मी पिट स्वीकृति के पश्चात भी कार्य नहीं होने पर नाराजगी जताते हुये तत्काल वहां वर्मी बेड उपलब्ध करवाने के लिये कहा जिससे तेजी से वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जा सके।
कलेक्टर  सिंह ने कहा कि गोधन न्याय योजना पशुपालकों को लाभान्वित करने के साथ ग्रामीण स्तर पर रोजगार संवर्धन के लिये चलायी जा रही है जो अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, इसमें पशुपालकों से उनके पास उपलब्ध पशुओं के अनुपात में ही गोबर खरीदे जाये। उन्होंने बताया कि पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव का ही गोबर खरीदना है। उन्होंने आगे कहा कि योजना का उद्देश्य एक स्व पोषित मॉडल तैयार करना है जिसमें गौठान में निर्मित वर्मी कंपोस्ट के विक्रय से आय अर्जित करते हुये गोबर खरीदी का भुगतान किया जाना है। इसके साथ ही गौठान में गोबर के विभिन्न उत्पादों के साथ ही अन्य आजीविका मूलक कार्य भी किये जायेंगे। उन्होंने गौठान समिति द्वारा अपेक्षानुरूप कार्य नहीं किये जाने पर गौठान समिति के अध्यक्ष को हटाने के भी निर्देश दिये। गौठान में पौधरोपण को बढ़ाने तथा चारागाह विकसित करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर  सिंह ने पंडरीपानी गौठान में चारागाह का निरीक्षण किया। उन्होंने चारागाह का उपयुक्त प्रबंधन नहीं होने पर नाराजगी जताते हुये उक्त गौठान के लिये नियुक्त पशुपालन विभाग के नोडल अधिकारी को शो-काज नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने गौठान परिसर में के्रडा द्वारा इंस्टाल किये गये सोलर पंप का भी मुआयना किया। गौठान में आने वाले पशु तथा गोबर खरीदी की मात्रा की जानकारी ली। उन्होंने पिट तथा शेड निर्माण जल्द पूरा करने के निर्देश दिये। पिट निर्माण हेतु स्वीकृति तथा शेड निर्माण कार्य की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुये प्रोग्राम ऑफिसर को शो-काज नोटिस जारी करने तथा सचिव पर कार्यवाही के निर्देश दिये। उन्होंने पिट निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने के लिये निर्देशित किया। इस दौरान एसडीएम खरसिया  गिरीश रामटेके, सीईओ जनपद खरसिया  साहू, तहसीलदार खरसिया  पटेल सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

 

अस्पताल के कामों में लापरवाही नहीं की जायेगी बर्दाश्त-कलेक्टर  भीम सिंह
Posted Date : 12-Nov-2020 3:45:08 pm

अस्पताल के कामों में लापरवाही नहीं की जायेगी बर्दाश्त-कलेक्टर भीम सिंह

 

  • नर्सिंग स्टॉफ के ऊपर कार्यवाही के दिये निर्देश
  • कलेक्टर  सिंह ने सिविल अस्पताल खरसिया का किया औचक निरीक्षण

न्याय साक्षी/रायगढ़। कलेक्टर  भीम सिंह ने खरसिया सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अपने पिछले निरीक्षण के दौरान अस्पताल के मेन गेट के फिलिंग का कार्य करवाने के निर्देश दिए थे, उक्त कार्य पूर्ण नही होने पर उन्होंने गहरी नाराजगी जताते हुए एक दिन के भीतर काम को पूरा करने के निर्देश खंड चिकित्सा अधिकारी को देते हुए कहा कि दिए गए समय अवधि कार्य नही होने पर कार्यवाही की जाएगी। प्रभारी चिकित्सक ने बताया कि नर्सिंग स्टॉफ सिस्टर दिये गये निर्देशों को गंभीरता से नहीं लेते है तथा कार्य में लापरवाही बरतते है। उन्होंने मौके से ही संबंधित नर्सिंग स्टॉफ के ऊपर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। साथ ही प्रभारी चिकित्सक से कहा कि जो भी अपना काम गंभीरता से नहीं कर रहे है उनके ऊपर कार्यवाही का प्रस्ताव भेजिये। उन्होंने कहा कि अस्पताल में लोग अपना इलाज कराने उम्मीद से आते है यहां काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने बीएमओ को निरीक्षण के दौरान दिये गये निर्देशों को पूर्ण कराते हुये पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
तत्काल चालू करें ब्लड बैंक
कलेक्टर  सिंह ने सिविल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक को तत्काल ब्लड बैंक प्रारंभ करने के निर्देश दिये। उन्होंने सीएसआर मद से 50 लाख खर्च करवाये जाने प्रस्तावित कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि एक्स-रे मशीन का आर्डर दिया गया है उसे लगाने की तैयारी करें। उन्होंने वार्डों को पेंट करवाने व शौचालयों की मरम्मत कराकर साफ-सुथरा रखने के लिये निर्देशित किया। अस्पताल निरीक्षण के दौरान वार्डों में भर्ती मरीजों से चर्चा कर उनका हालचाल पूछा। मरीजों ने बताया कि उन्हें बेडशीट उपलब्ध नही करवायी गई है इस पर उन्होंने नर्सिंग स्टाफ  को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आने वाले मरीजों को अस्पताल से उपलब्ध करवायी जाने वाली सुविधाएं अवश्य उपलब्ध करवाएं। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही व कोताही न बरतें।
डेली ले अटेंडेंस, एसडीएम भी करें मॉनिटर
कलेक्टर  सिंह ने अस्पताल भवन में निर्माणाधीन एनआरसी केन्द्र का भी अवलोकन किया। ठेकेदार को सभी काम अगलेे 10-15 दिन के भीतर गुणवत्तापूर्ण तरीके से करने के लिये निर्देशित किया। उन्होंने यहां बच्चों को ध्यान में रखकर उनके मनोरंजन व खेलने के लिये भी सुविधायें जुटाने के लिये कहा। उन्होंने बीएमओ को निर्देशित किया कि सबकी ड्यूटी टाईम के अनुसार अटेंडेंस लिया जाये। एसडीएम को भी इसकी मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये।

 

37 लाख की लागत से कन्या आश्रम छाल का किया जा रहा है उन्नयन
Posted Date : 12-Nov-2020 3:44:25 pm

37 लाख की लागत से कन्या आश्रम छाल का किया जा रहा है उन्नयन

  • मॉडल आश्रम के रूप में किया जा रहा है विकसित
  • कलेक्टर  भीम सिंह ने निरीक्षण कर निर्माण कार्यों का लिया जायजा

न्याय साक्षी/रायगढ़। धरमजयगढ़ विकासखंड के छाल में कन्या आश्रम को एक मॉडल आश्रम के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके लिये कलेक्टर  भीम सिंह के पहल व मार्गदर्शन में खनिज न्यास निधि व मनरेगा के अंतर्गत 37 लाख 33 हजार रुपये की लागत से उन्नयन कार्य किया जा रहा है। जिसमें विभिन्न विभागों को कार्य सौंपे गये है। कलेक्टर  भीम सिंह ने निरीक्षण कर वहां चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया।
कलेक्टर  सिंह ने कहा कि बच्चियों के लिये एक बेहतर माहौल तैयार करने के उद्देश्य से यह मॉडल आश्रम तैयार किया जा रहा है। जहां बुनियादी सुविधाओं के स्तर में वृद्धि के साथ बच्चियों के शारीरिक व बौद्धिक विकास हेतु सुविधायें उपलब्ध करवायी जा रही है। यहां बच्चों के लिये कम्प्यूटर लैब, लाईब्रेरी, खेल-कूद के लिये व्यवस्थित मैदान तैयार किया जा रहा है।
कलेक्टर  सिंह ने आश्रम परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने आदिवासी विकास विभाग के अधिकारियों से किये गए कार्यों की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी कार्यों में लगने वाली सामग्री में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें। बच्चों के कमरों व क्लास रूम में प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था हो। खिड़कियों में मच्छर की जाली लगवाये। टाईलिंग के दौरान स्लोप और स्टेपिंग का ध्यान अवश्य रखें। कक्षाओं में अच्छी क्वालिटी का ब्लेक बोर्ड लगवाये। फर्नीचर बच्चों की सुविधानुसार ही रखे जायें। उन्होंने कमरों और रसोई में वेंटीलेशन अच्छा रखने के निर्देश दिये जिससे कमरा हवादार हो। आश्रम परिसर के बाहर हरियाली बढ़ाने के लिये पौधरोपण करवाने के लिये कहा। पीने के साफ पानी के लिये आरओ लगवाने के लिये कहा। खेल मैदान को भी व्यवस्थित करने के निर्देश दिये।
इस दौरान धरमजयगढ़ एसडीएम  संबित मिश्रा व सहायक आयुक्त आदिवासी विकास  जितेन्द्र गुप्ता सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी व आश्रम स्टॉफ उपस्थित रहे।

 

बाम्हनपाली में अब कोई बच्चा कुपोषित नहीं
Posted Date : 12-Nov-2020 3:43:58 pm

बाम्हनपाली में अब कोई बच्चा कुपोषित नहीं

  • जिले का पहला कुपोषण मुक्त गांव बना बाम्हनपाली, बच्चों से मिलने पहुंचे कलेक्टर  भीम सिंह
  • पंचायत को 10 हजार तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 5 हजार रुपये की मिलेगी प्रोत्साहन राशि

न्याय साक्षी/रायगढ़। खरसिया विकासखण्ड का बाम्हनपाली जिले का पहला कुपोषण मुक्त गांव बन गया है। यहां आज की स्थिति में कोई बच्चा कुपोषित नही है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में महिला बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और मितानिनों के साथ ग्राम पंचायत के प्रयासों से गांव ने यह उपलब्धि हासिल की है। कलेक्टर  भीम सिंह ने बाम्हनपाली पहुंचकर बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने इस उपलब्धि की सराहना करते हुए जिला प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायत को दस हजार रुपए तथा मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पांच हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की।
इस अवसर पर उन्होंने पिछले कुछ दिनों में कुपोषण मुक्त हुए बच्चों का उन्होंने वजन करवा कर देखा। उन बच्चों की माताओं से कहा कि आगे भी बच्चों का पूरा शारीरिक एवं मानसिक विकास हो इसके लिए आगे भी खानपान पर पूरा ध्यान दें और सही पोषणयुक्त खाना बच्चों को खिलाएं। बच्चों के हाईजिन का भी ध्यान रखें। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों का भी उत्साहवर्धन करते हुए आगे भी ऐसे काम करने की सलाह दी जिससे गांव के नाम और उपलब्धियां भी जुड़ सके।
कलेक्टर  सिंह ने कार्यकर्ताओं से गांव को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए किए गए कार्यों की जानकारी ली। आंगनबाड़ी पंचायत प्रतिनिधियों ने बताया कि विगत 2-3 वर्षो से लगातार कुपोषण दूर करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुपोषण योजना शुरू होने से कार्य को बल मिला और आज आंगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज 50 बच्चों में कोई भी कुपोषित नहीं है। इसके पीछे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और मितानिनों की मेहनत व लगन के साथ पालकों की जागरूकता काम आयी। सभी ने निर्देशों का बखूबी पालन करते हुये बच्चों को कुपोषण के चक्र से बाहर निकाल लिया। इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी  टी.के.जाटवर, एसडीएम खरसिया  गिरीश रामटेके सहित ग्राम पंचायत के सरपंच, उप सरपंच व जनप्रतिनिधि सहित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।

 

राज्य योजना आयोग लॉकडाउन के कारण प्रभावित कामगारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाली योजनाओं का करेगा अध्ययन
Posted Date : 12-Nov-2020 1:47:01 pm

राज्य योजना आयोग लॉकडाउन के कारण प्रभावित कामगारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाली योजनाओं का करेगा अध्ययन

  • विभिन्न जिलों के 9 विकासखण्डों में की जाएगी लेबर रिसोर्स सेंटर की स्थापना
  • योजना आयोग के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में निर्णय

 रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री अजय सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक मेें कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ के प्रवासी कामगारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाली योजनाओं का अध्ययन करने के संबंध में चर्चा की गई। राज्य योजना आयोग में यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम के सहयोग से कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों के बीच समस्याओं के समाधान के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। यह प्रकोष्ठ कामगारों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने वाली योजनाओं का अध्ययन करेगा एवं उन्हें अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए अपनी अनुशंसा प्रदान करेगा। यूएनडीपी के वित्तीय एवं तकनीकी सहयोग इस प्रकोष्ठ में छह विषय विशेषज्ञों की नियुक्ति भी की गई है।
    इस योजना के तहत पायलट के रूप में राज्य के बलरामपुर, जशपुर, कोरबा, बिलासपुर, जांजगीर चाम्पा, मुंगेली, राजनंदगांव, कांकेर एवं बस्तर जिले के नौ विकासखण्डों में लेबर रिसोर्स सेंटर की स्थापना की जायेगी। शुरुआती तौर पर इन केन्द्रों को स्थापित एवं संचालित करने के लिए यूएनडीपी ने समर्थन संस्था के नेतृत्व में एन जी ओ के एक समूह का चयन किया है। इस सेंटर के माध्यम से श्रमिकों को विभिन्न विभागों की सामाजिक सुरक्षा से सम्बंधित कार्यक्रमों की जानकारी दी जायेगी। यह सेंटर कामगारों का पंजीयन के साथ कौशल विकास में भी सहायता प्रदान करेगा। इस परियोजना के क्रियान्वयन के लिए योजना आयोग द्वारा आयोजित बैठक में योजना आयोग के अधिकारियों, सभी सम्बंधित विभागों एवं चयनित एन जी ओ के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।