रायपुर, 16 मई । छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण और रोकथाम के लिए 13 लाख 78 हजार 045 संदिग्ध मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाईयों की किट वितरित की गई है। विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण के लक्षण वाले व्यक्तियों के त्वरित इलाज और उन्हें गंभीर स्थिति में पहुंचने से बचाने के लिए मितानिनों एवं सर्विलेंस टीमों द्वारा दवाईयों की किट उपलब्ध कराई जा रही है। इस किट में आइवरमेक्टिन, डॉक्सीसाइक्लिन, पैरासिटामॉल, विटामिन-सी और जिंक की टैबलेट शामिल हैं। कोविड-19 के संदिग्ध मरीजों को दवा किट उपलब्ध कराने के अच्छे परिणाम आए हैं। इससे पूरे प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार को रोकने में मदद मिली है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेश में अब तक (15 मई तक) कोरोना के लक्षण वाले पांच लाख 82 हजार 993 लोगों को दवा किट उपलब्ध कराई गई है। जांच केंद्रों और अस्पतालों में कोरोना जांच के लिए पहुंच रहे इसके लक्षण वाले पांच लाख 80 हजार 547 लोगों को भी दवा किट मुहैया कराया गया है। मितानिनों और सर्विलेंस टीमों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों व कन्टेनमेंट जोनों में एक्टिव सर्विलेंस के दौरान मिले दो लाख 14 हजार 505 व्यक्तियों को भी कोरोना के इलाज और बचाव के लिए दवाईयां दी गई हैं।
0 प्रदेश स्तरीय साहू समाज के वेबिनार में शामिल हुए गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू
रायपुर, 16 मई । कोरोना महामारी से लडऩे और कोरोना प्रभावितों की हर संभव मदद के लिए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने साहू समाज से आग्रह किया है।
गृहमंत्री साहू आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश स्तरीय साहू समाज के पदाधिकारियों की वेबिनार में शामिल हुए। उन्होंने समाजिक पदाधिकारियों से कहा कि हमें पिछले वर्ष की अनुभव के आधार पर इस वर्ष भी कोरोना महामारी से लड़ाई लडऩी है और जरूरतमंद लोगों की मदद करनी है। उन्होंने समाज प्रमुखों से कहा कि वे कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अपने जिलों में अधिक से अधिक लोगों को मास्क वितरण करें और वेक्सिनेशन के लिए जागरूक करें। उन्होंने जरूरतमंदों को सूखा राशन वितरण करने का भी आग्रह किया। गृह मंत्री ने कहा कि हमारे सभी सामाजिक साथी पूरे प्रदेश में समन्वय बनाकर मानवसेवा का कार्य करते रहें। हर तहसील एवं परिक्षेत्र में कोरोना से दिवंगत हुए लोगों के परिजनों की हर संभव सहायता मुहैया कराई जाए।
गृह मंत्री ने साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष हिरवानी एवं उनकी टीम और चिकित्सा प्रकोष्ठ के सभी साथियों को कोरोना काल में किये गए सेवा कार्यों के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने समाज के उन सभी लोगों को जो कोरोना काल में मानव सेवा के लिए तन-मन-धन से लगे हुए उनकी सराहना की।
० जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की कार्ययोजना तैयार करने के दिए निर्देश: कहा संसाधनों की नहीं होगी कोई कमी
० मुख्यमंत्री ने कोविड-19 प्रबंधन के लिए जिले में किया 7 नवीन कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन
० इन सेंटरों के 508 बिस्तरों में 214 बेड ऑक्सीजन की सुविधा वाले
रायपुर, 16 मई । मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि आने वाले समय में जांजगीर-चांपा जिला स्वास्थ्य सुविधाओं और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में सम्पन्न जिला बनेगा। इसके लिए राज्य शासन के स्तर से संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। जिला प्रशासन जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए कार्ययोजना तैयार कर शासन स्तर पर भेजे इस कार्ययोजना को मंजूरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह प्रयास होगा कि जांजगीर-चांपा जिले के लोगों को इलाज के लिए बाहर न जाना पड़े। मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कार्यक्रम में जांजगीर-चांपा जिले में कोविड-19 प्रबंधन के लिए 7 नवीन कोविड केयर सेंटरों का उद्घाटन किया। इन सेंटरों में कुल 508 बिस्तर उपलब्ध हैं। जिनमें 214 ऑक्सीजन बेड और 294 सामान्य बेड हैं।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, सांसद श्री गुहराम अजगले, विधायक श्री रामकुमार यादव, श्री नारायण चन्देल और श्रीमती इंदू बंजारे, राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत श्री रामसुन्दर दास सहित जिले के अनेक जनप्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने कार्यक्रम में जांजगीर-चांपा जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की जरूरत बताई थी।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जांजगीर-चांपा जिले में साहस के साथ कोरोना की चुनौतियों का सामना किया। जिससे कोरोना का नियंत्रित करने में सफलता मिली है। उद्योगों से लेकर धार्मिक संस्थाओं तक सभी ने कंधे से कंधा मिलाकर इस लड़ाई को लड़ा और एकजुटता की अनूठी मिसाल प्रस्तुत की। इसके परिणाम स्वरूप ही जिले में कोरोना के उपचार के लिए संसाधनों का तेजी से विस्तार हो पाया है। चंद्रहासिनी ट्रस्ट चंद्रपुर से 13, दूधाधारी मठ शिवरीनारायण से 07 और अन्य संस्थाओं से 66 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर प्राप्त हुए हैं। छत्तीसगढ़ में भी बेहतर रणनीति से कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने में काफी हद तक सफलता मिली है। प्रदेश में संक्रमण की दर लगातार कम हो रही है। 15 मई की स्थिति में संक्रमण दर 30 से घटकर मात्र 11 प्रतिशत रह गई है। प्रदेश में टेस्टिंग सुविधाओं का भी लगातार विस्तार किया जा रहा है। पहले जहां 30 से 40 हजार टेस्ट रोज किए जाते थें, वही अब प्रतिदिन 70 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं। राज्य में ऑक्सीजन, दवाईयों और बिस्तरों की कोई कमी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश और प्रदेश अभी कोविड-19 की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। हमें तीसरी लहर की चुनौती का सफलता पूर्वक मुकाबला करने के लिए तैयारी रखनी होगी। इसके लिए हमें अभी से जुटना होगा, आईसीयू बेड, सिटी स्केन सुविधा, वेंटिलेटर्स और चिकित्सा विशेषज्ञों की जरूरत होगी। स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए जो भी जरूरी होगा किया जाएगा। संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट का सामना करने के लिए जो व्यवस्थाएं लागू की गई हैं, उनकी पूरे देश में सराहना की जा रही है। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान गरीबों की दिक्कतों का ध्यान रखने और उन्हें राहत पहुंचाने की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. महंत ने जिले में वायरोलॉजी लैब की स्थापना, टेस्टिंग बढ़ाए जाने, कोविड केयर सेंटरों में संसाधन बढ़ाने के लिए राशि की व्यवस्था और सेंटरों में लोगों के मनोरंजन के लिए व्यवस्था करने की आवश्यकता बतायी। स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने कोविड केयर सेंटरों में सुविधाएं बढ़ाने के लिए निजी क्षेत्र, जनप्रतिनिधियों द्वारा किए गए सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर श्री यशवंत कुमार ने जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बतायाकि जिल के औद्योगिक संस्थानों के 248 और जन सहयोग से 92 ऑक्सीजन सिलेण्डर प्राप्त हुए हैं। सीएसआर मद से 100 और डीएमएफ मद से 150 तथा अन्य संस्थाओं से 86 ऑक्सीजन कंसनट्रेटर प्राप्त हुए हैं। डीएमएफ से 18 वेंटिलेटर्स की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने जांजगीर-चांपा जिले में जिन नवीन कोविड अस्पतालों का शुभारंभ किया उनमें से कोविड केयर सेंटर मड़वा में कुल 100 बिस्तर उपलब्ध हैं, जिनमें से 70 ऑक्सीजन बेड हैं, इसी तरह कोविड केयर केंद्र पामगढ़ में 150 बिस्तरों में 50 बिस्तर ऑक्सीजन बैड हैं, कोविड केयर केंद्र पुलिस लाइन जांजगीर में उपलब्ध कुल 18 बेड में 8 ऑक्सीजन बेड, कोविड केयर केंद्र कुलीपोटा में उपलब्ध 150 बेड में 50 बेड ऑक्सीजन बेड वाले, कोविड केयर केंद्र पीआईएल में उपलब्ध 50 बिस्तरों में 5 बिस्तर ऑक्सीजन बेड, कोविड केयर केंद्र नवागढ़ के सभी 10 बिस्तर ऑक्सीजन बेड और कोविड केयर केंद्र जिला चिकित्सालय जांजगीर में उपलब्ध 30 बेड में 21 ऑक्सीजन बेड हैं।
दंतेवाड़ा, 16 मई । जिले में लगातार विगत सप्ताह से हो रही बारिश से बारसूर वन परिक्षेत्र के तेंदूपत्ता सुखाने नदी किनारे संग्राहकों ने जमा कर रखा था, बारिश से नदी का जलस्तर बढऩे के कारण तेंदूपत्ता बंडल नदी में तैरते चले गए। इससे कितना नुकसान हुआ इसकी जानकारी नही मिल पाई है।
ज्ञात हो कि तेंदूपत्ता बंडल को नदी के किनारे रेत में सुखाया जाता है, मैदानों में तेंदूपत्ता बंडल सुखाने से दीमक लग जाता है, इसीलिए तेंदूपत्ता बंडल को नदी के किनारे रेत में सुखाया जाता है।
वन रक्षक सीमा नाग ने बताया कि कोशलनार फड़ में लक्ष्य 69 हजार बंडल रखा गया था जिसे पूरा कर लिया गया है। संग्राहकों ने भुगतान प्राप्त कर लिया था।
० मुख्यमंत्री ने कहा केन्द्र के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन कर रहा छत्तीसगढ़
० राज्य में टेस्टिंग की संख्या बढ़ी, ट्रेसिंग में भी तेजी
० पॉजिटिविटी रेट में निरंतर कमी, मरीजों की संख्या घट रही
० ग्रामीण क्षेत्रों में टीमें तैनात कर दिया जा रहा विशेष ध्यान
० अस्तपालों में बेड की उपलब्धता की गई है आनलाइन
० राज्य में आक्सीजन की कमी नहीं
० वैक्सीनेशन की कमी को दूर करने का अनुरोध
० आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता को देखते हुए उद्योगों को 80:20 के अनुपात में आक्सीजन उपलब्ध कराने का भी अनुरोध
० प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री की दोनों मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का दिया आश्वासन
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज दूरभाष पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश में कोविड-19 के संबंध में विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री भूपेश बघले ने प्रधानमंत्री से कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए उनके और केन्द्र सरकार द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों का छत्तीसगढ़ द्वारा पूरा पालन किया जा रहा है। राज्य में टेस्टिंग की संख्या में बढ़ोतरी की गई है। ट्रेसिंग में भी तेजी आई है। पॉजिटिविटी दर में निरंतर कमी आ रही है, मरीजों की संख्या घट रही है।
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिन इलाकों में अभी भी केस बढ़ रहे हैं वहां अतिरिक्त टीमें लगायी गई हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को यह भी जानकारी दी कि प्रदेश में शासकीय और निजी कोविड अस्पतालों और केयर सेंटरों के बेडों की पूरी जानकारी को आनलाईन किया गया है ताकि कोई भी व्यक्ति आसानी से इनका लाभ ले सके। मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री का राज्य में वैक्सीनेशन की कमी की ओर ध्यान आकृष्ट करते हुए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी अनुरोध किया कि चूकि वर्तमान में आक्सीजन की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है कि अत: 80 प्रतिशत अस्पतालों को और 20 प्रतिशत छोटे-मोटे उद्योगों को उपलब्ध कराने की मंजूरी दी जाए ताकि ये उद्योग भी अपना काम प्रारंभ कर सके। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उक्त दोनो मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है।
रायपुर, 16 मई । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में बिलासपुर में 93 करोड़ 70 लाख रूपये की लागत के अरपा उत्थान एवं तट संवर्धन कार्य का शिलान्यास किया।
बिलासपुर में जिला प्रशासन और बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा आयोजित अरपा उत्थान एवं तट संवर्धन कार्य के शिलान्यास कार्यक्रम की अध्यक्षता गृहमंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया वर्चुअल रूप से जुड़ें। बिलासपुर में जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में अतिथि के रूप में सांसद अरूण साव,संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह,महापौर रामशरण यादव, विधायक शैलेश पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान,निगम के सभापति शेख नजीरूद्दीन तथा अटल वास्तव, कमिश्नर बिलासपुर संजय अलंग, कलेक्टर सारांश मित्तर मौजूद थे। इस कार्यक्रम में अरपा तट संवर्धन पर एक वीडियो प्रस्तुतिकरण दिया गया।