रायगढ़, 21 मई2021/ माननीय उच्चतम न्यायालय के जेलों में कोविड-19 वायरस के पुन: संक्रमण के मामलों को स्वत: संज्ञान में लेते हुए रिट याचिका के मामले में पारित आदेश अंतर्गत हाई पावर कमेटी की बैठक 12 मई 2021 में पारित संकल्पनुसार जिला जेल रायगढ़ एवं उप जेल सारंगढ़ में निरूद्ध विचाराधीन/रिमाण्ड प्रकरणों में बंदियों की सूची मंगायी गई थी। प्राप्त विचाराधीन बंदियों की सूची अनुसार विचाराधीन कैदियों की रिहाई के लिये हाई पावर कमेटी द्वारा तय किये गये मापदण्ड के आधार पर जिला न्यायालय रायगढ़ द्वारा 20 मई 2021 तक की स्थिति में कुल 91 बंदियों को अंतरिम जमानत/पेरोल का लाभ प्रदान किया जाकर छोड़ा गया है।
अंतरिम जमानत/पेरोल पर छोटे गये विचाराधीन बंदियों को उनके घर तक पहुंचाने की कार्यवाही कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायगढ़ द्वारा पैरालीगल वालिंटियर्स के सहयोग से सतत रूप से की जा रही है। अंतरिम जमानत/पेरोल पर विचाराधीन बंदियों को छोड़े जाने की कार्यवाही जिला जेल रायगढ़ एवं उप जेल सारंगढ़ से प्राप्त जानकारी के आधार पर समीक्षा उपरांत न्यायालय द्वारा आगामी दिवसों में भी की जायेगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने रायगढ़ विकासखंड के सरपंच और सचिवों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की चर्चा
रायगढ़, 21 मई2021/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रायगढ़ विकासखंड के सरपंचों व सचिवों की कोरोना प्रबंधन पर बैठक ली। सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल भी बैठक में सम्मिलित हुए। कलेक्टर श्री सिंह ने सरपंचों और सचिवों से गांवों में पाजिटिविटी तथा मृत्यु दर में कमी लाने के उपायों पर चर्चा की।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी सरपंचों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामले जिस तरह से रायगढ़ जिले में आये हैं। इसको देखते हुए विकासखंड वार जब पॉजिटिविटी रेट तथा मृत्यु दर का अध्ययन किया गया तो यह पाया गया कि रायगढ़ विकासखंड खासकर लोइंग के अंतर्गत आने वाले गांव में कोरोना संक्रमण दर काफी अधिक है। यह जिले के पाजिटिविटी दर से ज्यादा है। इसे नियंत्रित करना हम सब की पहली जिम्मेदारी है। जिला स्तर से इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। किन्तु गांव तथा जमीनी स्तर पर इसका क्रियान्वयन तभी सफल हो पाएगा जब संबंधित गांव के जनप्रतिनिधि इसमें अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे। इसके लिए आवश्यक है कि सभी अपने गांव के अंतर्गत होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज तथा उनके परिवार वालों से गाइडलाइन का अनिवार्य रूप से पालन करवाएं। उन्हें आवश्यकता का सामान उनके घर में पहुंचा कर दें। उनके द्वारा सार्वजनिक सुविधाओं के उपयोग को रोकें। उल्लंघन करने वालों की जानकारी तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को दें। जिससे उनके ऊपर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने गांव में सभी को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा। इस संबंध में कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि उनके घर के 10 से 12 स्टाफ पॉजिटिव आये जिनमें उनके ड्राइवर और गनमैन भी शामिल थे, किन्तु हमेशा मॉस्क लगाने के कारण मैं संक्रमण से बचा रहा। यह दिखाता है कि नियमित रूप से और सही तरीके से मॉस्क लगाने से संक्रमित होने से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि गांवों में मितानिनों को लक्षणात्मक मरीजों के लिए दवाई के किट और ऑक्सिमीटर दिए गए हैं। इसका उपयोग कर मरीजों के ऑक्सीजन लेवल मापते रहने के लिए कहा। जिससे मरीज की स्थिति पर नजर रखी जा सके। ऑक्सीजन लेवल 94 से नीचे जाने पर तत्काल उसे हॉस्पिटल में शिफ्ट करना है। इससे सही समय पर उसे ऑक्सीजन और इलाज मिल सके तथा मरीज को गंभीर अवस्था में जाने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि अधिकांश मामलों में मरीज ऑक्सीजन का लेवल काफी कम होने पर पहुंचते हैं। जिससे उन्हें बचा पाना मुश्किल होता है। कोरोना की इस लहर में युवा बड़ी संख्या में चपेट में आये हैं। ऐसे में सभी को अत्यंत सतर्क रहने की जरूरत है।
कलेक्टर श्री सिंह ने आगे कहा कि विकासखंड में कोविड संक्रमण के रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन करने में सरपंच सचिव महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वैक्सीनेशन में जिसका असर दिखा भी है। आज रायगढ़ जिला कोविड वैक्सीनेशन में दूसरे जिलों से कहीं आगे चल रहा है। 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के टीकाकरण के पहले डोज के मामले में रायगढ़ जिले में 1 माह पहले ही शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति कर ली है। यह ग्राम स्तर पर सरपंच और सचिवों की जागरूकता व सक्रियता से ही संभव हो सका है।
इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने विकासखंड के उन गांवों के सरपंचों से भी बात की जहां पिछले दिनों कोविड के मामले अधिक आये हैं। उन्होंने सरपंचों से उनके गांव में ज्यादा मामले आने के कारणों पर विस्तार से चर्चा की। अधिकांश लोगों ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्रों के समीप स्थित होने के कारण लोगों का काम के सिलसिले में आना जाना होता है। जिससे संक्रमण के मामले बढ़े हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने इन गांवों के जनप्रतिनिधियों को अपने स्तर पर ग्रामीणों के बीच कोविड से बचाव के लिए जागरूकता फैलाने, नियमों का सख्ती से पालन करने तथा अनिवार्य रूप से टीकाकरण करवाने के लिए कहा। जिससे तेजी से संक्रमण दर में कमी लायी जा सके। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को भी इन गांव में लगातार निरीक्षण करने व पुलिस के माध्यम से पेट्रोलिंग करवाने के निर्देश दिए।
जिला पंचायत सीईओ डॉ.रवि मित्तल ने इस दौरान कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए ग्रामीण स्तर पर स्व अनुशासन से गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। गांवों में मनरेगा के कार्य संचालित हैं इस दौरान भी नियमों के पालन में खास ध्यान देना होगा। इसके लिए सरपंच सचिवों को विशेष मॉनिटरिंग करनी होगी।
ऑनलाइन आयोजित इस बैठक में एसडीएम रायगढ़ श्री युगल किशोर उर्वशा, सीईओ जनपद पंचायत सागर सिंह राज, डीपीएम एनआरएलएम श्री अविक बासु सहित विकासखंड के 128 गांवों के सरपंच व सचिव शामिल हुए।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने स्वास्थ्य विभाग के समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
रायगढ़, 21 मई2021/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कोरोना संक्रमण को लेकर गत दिवस स्वास्थ्य विभाग तथा कोविड अस्पताल संचालकों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक ली। कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में कोरोना प्रबंधन से जुड़े विभिन्न मुद्दों की गहन समीक्षा की। उन्होंने सर्वप्रथम होम आईसोलेशन मॉनिटरिंग की समीक्षा करते हुये कहा कि स्वास्थ्य विभाग की गाईड लाईन के अनुसार ही होम आईसोलेशन दिया जाना है। जो मरीज क्राइटेरिया में नहीं आते उन्हें अस्पताल में शिफ्ट करके इलाज करना है। होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों का नियमित फालोअप करना है। जिससे मरीज का ऑक्सीजन लेवल गिरे या उसकी स्थिति बिगड़े तो तत्काल उसे अस्पताल शिफ्ट किया जा सके।
कलेक्टर श्री सिंह ने होम आईसोलेशन टीम से कहा कि आईसोलेशन में रह रहे मरीजों को नियमित रूप से ऑक्सीजन सेचुरेशन लेवल टेम्परेचर तथा पल्स रीडिग की दिन में चार बार रीडिंग लेकर जानकारी रखनी है तथा मरीज यदि अस्पताल शिफ्ट होता है तो यह जानकारी वाली शीट साथ में लेकर अस्पताल जाना है जिससे इलाज करने वाले चिकित्सक को मरीज की हिस्ट्री पता चल सके और उसके अनुसार मरीज का इलाज तय किया जा सके।
कलेक्टर श्री सिंह ने पोस्ट कोविड लक्षणों के उपचार के संबंध में पोस्ट कोविड ओपीडी तथा मेन्टल हेल्थ केयर ओपीडी जिला अस्पताल में चलाने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने इस दौरान जिले के कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध बेड की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने अस्पतालों में वेन्टीलेटर तथा बाईपेप मशीनों की उपलब्धता की भी जानकारी ली। उन्होंने विकासखण्ड स्तरीय कोविड केयर सेंटर में भी बाईपेप मशीन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। इसके ऑपरेशन संबंधी ट्रेनिंग भी संबंधित अस्पताल स्टाफ को देने के लिये कहा। उन्होंने सभी सीएचसी में 50 बेड हेतु ऑक्सीजन पाईप लाइन लगाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सिंह ने आने वाली लहर के मद्देनजर जरूरी तैयारी करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आने वाली लहर के बारे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे बच्चे भी प्रभावित होंगे। इसको ध्यान में रखते हुये उनके इलाज से जुड़े आवश्यक प्रबंध पहले से तैयारी रखनी है। इस संबंध में उन्होंने नियोनेटल आईसीयू स्थापित करने की दिशा में भी काम करने के लिये कहा।
कलेक्टर श्री सिंह ने सभी बीएमओ को टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर देने कहा। उन्होंने रिप्रजेन्टेटिव सेम्पल लेने के निर्देश दिये। सभी टेस्टिंग सेंटर में मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से वेरीफाई करने के लिये कहा। इस दौरान उन्होंने टेस्टिंग लैब में मंगायी गई नई मशीनों के इंस्टालेशन की जानकारी ली। उन्होंने लैब के लिये जरूरी सामग्री का पहले से आंकलन करके रखने के निर्देश दिये। उन्होंने तय समय के भीतर टेस्टिंग रिपोर्ट देने के लिये कहा।
इस दौरान एडीएम श्री राजेन्द्र कटारा, सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, अपर कलेक्टर श्री आर.ए.कुरूवंशी, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष पाण्डेय, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.पी.आदित्य सहित कोविड अस्पतालों के संचालक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बैठक में शामिल हुए।
स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ नही देने वाले अस्पतालों पर लगेगा 50 हजार जुर्माना
कलेक्टर श्री सिंह ने स्वास्थ्य योजनाओं के तहत कोविड उपचार में बेड आरक्षित नहीं करने वाले और हितग्राहियों को लाभ नही देने वाले अस्पतालों पर कड़ी नाराजगी जतायी। उन्होंने ऐसे अस्पतालों पर 50 हजार जुर्माना लगाने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
कोरोना मुक्त गांव अभियान
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि गांवों में संक्रमण की रोकथाम के लिये विशेष प्रयास करने होंगे। इसके लिये कोरोना मुक्त गांव अभियान चलाते हुये जहां केसेस कम है वहां विशेष प्रयास करते हुये गांव को कोरोना मुक्त करने की दिशा में काम करना है। साथ ही जिन गांवों में अधिक केसेस है वहां कंटेनमेंट तथा होम आईसोलेशन नियमों का सख्ती से पालन करते हुये संक्रमण विस्तार को रोकना है।
ब्लैक फंगस को लेकर बरतें एहतियात
बैठक के दौरान ब्लैक फंगस म्यूकरमाइकोसिस पर भी चर्चा की गई। इस संबंध में उन्होंने सभी अस्पतालों को जरूरी एहतियात बरतने के निर्देश दिये। साथ ही मरीजों को भी इसके लक्षणों और सावधानियों को लेकर जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि ब्लैक फंगस के मामले सामने आते है तो उसे शासन के निर्देशानुसार इलाज के लिये एम्स रायपुर अथवा सिम्स बिलासपुर रिफर करने के लिये कहा।
कलेक्टर श्री भीम सिंह हुए शामिल
रायगढ़, 20 मई2021/ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए छत्तीसगढ़ के पांच जिले के कलेक्टरों सहित देश के 60 जिलों के कलेक्टरों से वर्चुअल माध्यम से चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी इस बैठक में शामिल हुए। इसके अलावा राज्य शासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी चर्चा में हिस्सा लिया।
इस चर्चा में रायगढ़ कलेक्टर श्री भीम सिंह शामिल हुए। उनके साथ एडीएम श्री राजेन्द्र कटारा, सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केसरी व नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष पांडेय भी शामिल हुए। इसके साथ ही बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर चाम्पा व बलौदा बाजार के कलेक्टर्स भी बैठक में शामिल हुए।
प्रधानमंत्री से हुई वीडियो कान्फ्रेसिंग के बाद कलेक्टर श्री भीम सिंह ने मिडिया से चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने जिलो में जारी कोरोना रोकथाम और उन्मूलन के सम्बंध में विस्तार से चर्चा करते हुए सभी को कोरोना उन्मूलन के लगातार प्रयास करते रहने के लिए कहा। कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में लगातार जिले को कोरोना मुक्त करने के लिए तेजी से काम कर रहा है।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि जिला स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल के साथ कोरोना की आने वाली लहर के लिए आवश्यक तैयारी की बात भी कही गयी। कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। ऑक्सीजन और आईसीयू बेड बढ़ाये जा रहे हैं। टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक कर व्यापक स्तर पर टीकाकरण का कार्य लगातार किया जा रहा है। शहरों और गांवों के लिए पृथक रणनीति पर काम हो रहा है। जहां अधिक केस हैं और जहां बिल्कुल केसेस नही है उनकी पहचान कर उसकी केस स्टडी तैयार की जा रही है। ताकि अधिक प्रभावी तरीके से कोरोना संक्रमण की रोकथाम की जा सके।
रायगढ़, 20 मई2021/ कलेक्टोरेट भवन रायगढ़ के जिला स्तरीय नोवेल कोरोना वायरस कक्ष क्रमांक 19 में स्थापित दूरभाष नंबर 07762-223750 में तीन पालियों में 24 घंटे खुले रखकर जिला सेनानी नगर सेना रायगढ़ के सैनिकों की ड्यूटी लगाई गई है। उक्त सैनिकों की ड्यूटी में आंशिक संशोधन करते हुए कोविड-19 के साथ-साथ बाढ़ आपदा राहत से संबंधित दूरभाष पर कार्य करने के लिये माह जून 2021 से आगामी आदेश पर्यन्त तक ड्यूटी लगाई गई है।
माह जून के 01 से 10 तारीख तक प्रात: 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्री जीवन लाल जांगड़े एवं श्री नरसिंह भगत, दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक श्री रामाधीन श्रीवास एवं श्री झाडूराम चन्द्रा एवं रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे श्री जनेकिशन तथा श्री केशव यादव की ड्यूटी लगाई गई है।
माह जून के 11 से 20 तारीख तक प्रात: 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्री रामाधीन श्रीवास एवं श्री झाडूराम चन्द्रा, दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक श्री जनेकिशन तथा श्री केशव यादव तथा रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे तक श्री जीवन लाल जांगड़े एवं श्री नरसिंह भगत की ड्यूटी लगाई गई है।
माह जून के 21 से माह के अंतिम तारीख तक प्रात: 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक श्री जनेकिशन तथा श्री केशव यादव, दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक श्री जीवन लाल जांगड़े एवं श्री नरसिंह भगत तथा रात्रि 10 बजे से प्रात: 6 बजे तक श्री रामाधीन श्रीवास एवं श्री झाडूराम चन्द्रा की ड्यूटी लगाई गई है।
रायगढ़, 20 मई2021/ स्कूल शिक्षा विभाग की महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर में रायगढ़ जिले से सहायक संचालक शिक्षा श्री कमल किशोर स्वर्णकार एवं शिक्षक श्री पवन कुमार नाग हमारे नायक चुने गए। कोरोना काल ने जैसे ही विकराल रूप लेना प्रारंभ किया, तब से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कुछ नई शुरुआत करने की तैयारी होने लगी थी। मुख्य सचिव डॉ.आलोक शुक्ला के मार्गदर्शन में डिजिटल शिक्षा की नींव रखी गई। एनआईसी द्वारा तैयार पढ़ई तुंहर दुआर के माध्यम से सभी सरकारी स्कूल के शिक्षक तथा विद्यार्थियों हेतु ऑनलाइन पढ़ाई को प्रारंभ किया गया।
रायगढ़ जिले में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यापक शुरुआत हुई। जिले के सभी शिक्षक ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से बच्चों को पढ़ाना प्रारंभ किए। रायगढ़ जिला छत्तीसगढ़ राज्य में सर्वाधिक विद्यार्थियों को ऑनलाइन कक्षा में शामिल करने में अव्वल रहा। ऑनलाइन पढ़ाई व मोहल्ला कक्षा में पढ़ रहे बच्चों के सीखने के प्रतिफल प्राप्त करने के अंतर्गत क्षमता विकास के लिए समग्र शिक्षा के द्वारा अभ्यास पुस्तिका में पहुंचाई गई। इसका उद्देश्य उनके समझ के विकास को विकसित करना रहा। विकास खंड में अभ्यास पुस्तकों का वितरण कराया गया। जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों को घर पर रहकर सिखाने का प्रयास करना था। सभी अधिकारियों तथा शिक्षकों से पुस्तकों में कार्य करने हेतु चर्चा उपरांत इसका सबसे अच्छा प्रयोग विकासखंड बरमकेला प्राथमिक शाला बार डीपापारा, पुसौर विकासखंड से प्राथमिक शाला शंकर पाली, रायगढ़ विकासखंड से प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला ललित प्राथमिक तथा कोतरा में हुआ। जहां अभ्यास पुस्तिका के साथ-साथ कहानी पुस्तिका के पठन जैसे कार्य उदाहरण साबित हुए। मोहल्ला कक्षा के संचालन में भी जिले में इतिहास रचा। कोरोना काल में जहां लोग घर से निकलने के लिए डर रहे थे वहां पर शिक्षकों की धैर्यता व आपसी तालमेल से अनेक गांव में मोहल्ला कक्षाओं को प्रारंभ कर बेहतर संचालित किया गया। जिसमें वॉलिंटियर शिक्षा साथियों का भी भरपूर सहयोग मिला। जिले में सीख कार्यक्रम की शुरुआत के साथ ही ऑडियो वीडियो व्हाट्सएप के माध्यम से, वॉलिंटियर के माध्यम से, गतिविधियों के संचालन द्वारा शिक्षा की निरंतरता को बनाए रखा गया। सहायक शिक्षा सामग्री के उपयोग एवं प्रिंटरिच गांव के निर्माण में भी रायगढ़ विकास खंड अग्रणी रहा।
क्या कहते हैं सहायक संचालक शिक्षा श्री के.के. स्वर्णकार
कोरोना काल में जहां लोग परेशान थे। वहीं एक नई उपलब्धि के रूप में हम सभी को ऑनलाइन के माध्यम से विद्यार्थियों से जुड़कर कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ, यह हमारे शिक्षा जगत के लिए अविस्मरणीय पल है। कलेक्टर श्री भीम सिंह के कुशल मार्गदर्शन व जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर.पी आदित्य के निर्देशन में इस माध्यम से घर में रहकर भी उन सारी गतिविधियों को कर सकना जो हम स्कूल में करते हैं, हमारे जिले का यह अथक प्रयास व सफलता किसी उपलब्धि से कम नहीं है। विषय शिक्षकों की कमी के बावजूद इसके माध्यम से विषयवार शिक्षकों को चिन्हित कर सारे विद्यार्थी तक विषय आधारित शिक्षण कराने में भी हम सफल रहे। स्कूल शिक्षा विभाग की इस महत्वाकांक्षी योजना पढ़ई तुंहर दुआर का हिस्सा बनकर अपने कर्तव्य का शत-प्रतिशत निर्वहन किया, खुद को गौरवान्वित महसूस करता हूं और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा मेरे प्रयासों को और मुझे हमारे नायक चुने जाने पर मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।