कलेक्टर श्री भीम सिंह ने सीएसआर मद से जारी की राशि
रायगढ़, 22 मई2021/ कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते दिहाड़ी श्रमिकों और रोज कमाने खाने वाले परिवारों के सामने खाद्य संकट उत्पन्न न हो इसके लिए लगातार राशन वितरण की व्यवस्था की जा रही है। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने इसके लिए सीएसआर मद से 10 लाख रुपये प्रदान किये हैं। उक्त राशि का उपयोग रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन के पैकेट वितरण के लिए किया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम ऑडिटोरियम में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां राशन के पैकेट तैयार कर वितरण का कार्य किया जा रहा है।
पैकेट को परिवार के पोषण आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है। पैकेट में दाल, आटा, सोयाबीन की बड़ी, चना, तेल, मसाले सहित 9 सामाग्री होती है। शासन के निर्देशानुसार उचित मूल्य की दुकानों से चावल का प्रदाय किया जा रहा है। नगर निगम से प्राप्त जानकारी अनुसार सीएसआर मद से प्रारंभ में मिले 5 लाख रुपये से लगभग 8 सौ पैकेट का वितरण किया गया है। इसके साथ 05 लाख रुपये की राशि और जारी की गयी है। जिससे लगभग 8 सौ पैकेट का वितरण और किया जा सकेगा। शहर के विभिन्न वार्डों के जरूरतमंद लोगों को यह राशन वितरित किया जाता है। इसी क्रम में गत दिवस शहर के वार्ड क्रमांक 40 की कुछ महिलाओं ने राशन प्रदान किये जाने की बात रखी थी। कलेक्टर श्री सिंह के निर्देश पर आज उक्त महिलाओं को उनके वार्ड में जाकर राशन का वितरण नगर निगम द्वारा किया गया।
130 आईसीयू और 1132 ऑक्सीजन बेड सहित 1854 बेड की सुविधा उपलब्ध
पीक में भी पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजन बेड थे उपलब्ध
जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 50 ऑक्सीजन बेड हेतु पाइपलाइन फिटिंग की तैयारी
रायगढ़, 22 मई2021/ आपदा शब्द का प्रयोग असाधारण स्केल पर आने वाली विपदा के लिए होता है। स्वाभाविक तौर पर जब कोई विपदा बड़े पैमाने पर आती है तो उपलब्ध संसाधनों के त्वरित विस्तार की आवश्यकता होती है। कोविड संक्रमण की ऐसी आपदा जनक स्थिति में उससे निपटने के लिये मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार जिला स्तर पर संसाधनों की तैयारियां भी आपदा के स्केल के मुताबिक रखी गई। जिले के प्रभारी मंत्री श्री रविन्द्र चौबे और उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल द्वारा समीक्षा बैठकों में दिए निर्देशों के अनुरुप जिला प्रशासन ने लगातार कार्य किया। कलेक्टर श्री भीम सिंह के नेतृत्व में रायगढ़ जिला प्रशासन ने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर लगातार काम किया। जिसका परिणाम यह रहा कि कोविड मरीजों के उपचार के लिये आज रायगढ़ जिले में लगभग 130 आईसीयू, 1132 ऑक्सीजन बेड सहित 1854 बेड का इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। जिसमें से 82 आईसीयू और 773 ऑक्सिजनेटेड बेड के साथ कुल 1340 बेड शासकीय कोविड अस्पतालों में मौजूद है। आज की स्थिति में जिले में 55 आईसीयू, 463 ऑक्सिजनेटेड सहित कुल 875 बेड रिक्त हैं। इस लिहाज से देखा जाए तो जिला प्रशासन ने आपदा के मुताबिक अतिरिक्त ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था सुरक्षित रखी। यही नहीं अपने पीक के दौर में भी रायगढ़ जिले में ऑक्सीजन बेड की किसी तरह की कमी नहीं थी और न ही ऑक्सीजन की किसी प्रकार की कमी हुई। यह आपदा के मुताबिक तैयारी करने वाले जिला प्रशासन की सजगता की वजह से संभव हो पाया। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि हमें तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना है ताकि किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने में हम पूरी तरह से सक्षम रहें। जिले में ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता के अच्छे नतीजे सामने आए हैं। रिकवरी रेट काफी अच्छा है। अभी यह लगभग 88 फीसदी है और यह हर दिन बेहतर हो रहा है। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने इंटेंसिव केयर यूनिट की व्यवस्था के भी विशेष निर्देश दिए थे। इसके लिए 10 इनवेसिव वेन्टीलेटर्स के साथ 50 नॉन इनवेसिव वेंटीलेटर्स बाइपेप मशीनें भी खरीदी गयी। जिले में पीक के समय में लगभग 1200 केस आये, इस लिहाज से जिला प्रशासन का इंफ्रास्ट्रक्चर कोविड का सामना करने पूरी तरह से तैयार था और आपदा जिस स्केल पर आई उससे अधिक तैयारी जिला प्रशासन की थी। कलेक्टर श्री भीम सिंह ने यह भी सुनिश्चित किया कि ऑक्सीजन सप्लाई सुनिश्चित रहे इसके लिए फ्लो मीटर की व्यवस्था की गई। इसके लिए उन्होंने देशभर में संपर्क किया कहीं पर डीलरों से आपूर्ति हुई और कहीं पर डीलर जब आपूर्ति नहीं कर पाए तो दूसरे जिलों के अपने साथी आईएएस ऑफिसर से इस बारे में चर्चा की और फ्लोमीटर की व्यवस्था सुनिश्चित कराई।
विकासखंडों में भी तैयार किया जा रहा है मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर
कलेक्टर श्री सिंह ने यह भी सुनिश्चित किया कि विकास खंडों में भी ऑक्सीजन बेड की पर्याप्त व्यवस्था हो। इसके लिए विकासखंड स्तर पर ऑक्सीजन की सुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर्स शुरू किए गए। इन कोविड केयर सेंटर्स में नॉन इनवेसिव वेन्टीलेटर्स भी दिए गए हैं। जिससे गंभीर मरीजों को विकासखंड स्तर पर इलाज सुनिश्चित हो। इसके साथ ही तीसरी वेव से निपटने के लिए भी जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां की जा रही है। प्रत्येक विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 50 बेड के ऑक्सीजन पाइपलाइन तैयार किए किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। तीसरी लहर में बच्चों के बड़े पैमाने पर संक्रमित होने की आशंका पर इसकी व्यवस्था भी कराई जा रही है।
विभिन्न ब्लॉकों में शिक्षकों द्वारा चलाया जा रहा टीकाकरण जागरूकता अभियान
रायगढ़, 22 मई2021/ कोविड-19 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित किया है। इस महामारी के बचाव के लिए दो आयु वर्ग समूह 18 से 44 वर्ष एवं 45 प्लस वर्ष समूह के लोगों का टीकाकरण कराया जा रहा है। रायगढ़ जिले में कोविड-19 के प्रति जन जागरूकता फैलाने 18 से 44 वर्ग समूह का शत-प्रतिशत पंजीयन कराने एवं लक्षित आयु वर्ग समूह को शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए कलेक्टर श्री भीम सिंह ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ रवि मित्तल की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति का गठन किया है। ग्रामीण स्तर पर व्यापक प्रचार प्रसार करने एवं लक्ष्य की शत-प्रतिशत पूर्ति करने के लिए विकासखंड स्तर एवं संकुल स्तर पर समिति गठित करने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग को सौंपी है। कलेक्टर के निर्देशानुसार जिला स्तर के नोडल अधिकारी श्री आर.पी.आदित्य जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ द्वारा 21 मई 2021 को विकासखंड धरमजयगढ़, लैलूंगा एवं घरघोड़ा तथा 22 मई 2021 को विकासखंड तमनार खरसिया एवं सारंगढ़ के विकासखंड स्तर एवं संकुल स्तर के अधिकारियों एवं शिक्षकों की वेबीनार के माध्यम से मीटिंग ली गई। जिसमे दिनांक 21 मई को 765 प्रतिभागी एवं 22 मई को 725 प्रतिभागी रहे। कलेक्टर के निर्देशानुसार प्रत्येक ग्राम में आम नागरिकों में जागरूकता लाने, टीकाकरण के लिए पंजीयन एवं शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के लिए शिक्षकों का दल गठन करने, लोगों को कोविड अनुरूप व्यवहार करने का प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए गए हैं। 21 मई 2021 को दिए गए निर्देश अनुसार विकासखंड धरमजयगढ़, लैलूंगा एवं घरघोड़ा में भी गठित दल द्वारा लोगों को जागरुक करने का कार्य शुरू कर दिया गया है। विकासखंड पुसौर, बरमकेला एवं रायगढ़ का बेबीनार दिनांक 23 मई 2021 को आयोजित किया जाएगा। जागरूकता अभियान अंतर्गत लोगों तक सीधी पहुंच बनाकर व्हाट्सएप के माध्यम से एवं ग्राम के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से पहुंच बनाकर प्रचार सामग्री भेजी जाएगी।
रायगढ़, 22 मई2021/ कोरोना महामारी से निपटने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग शासन प्रशासन को मिल रहा है। रायगढ़ की बेटी डॉ.दीप्शा अग्रवाल जो कि अभी जॉन रेडक्लिफ हॉस्पिटल, ऑक्सफोर्ड में रेडियोलॉजी की उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही है अपने शहर अपने जिले में कोरोना संक्रमण की लड़ाई को मजबूती देने क्राउड फंडिंग के जरिये 50 ऑक्सिमीटर प्रदान किया है। जिसे उनकी माता श्रीमती दीप्ती अग्रवाल ने कलेक्टर श्री भीम सिंह को सौंपा। कलेक्टर श्री सिंह इस सहयोग के लिए उनका आभार जताया।
उल्लेखनीय है कि डॉ दीप्शा अग्रवाल रायगढ़ निवासी श्री शैलेश अग्रवाल एवं शिक्षा विभाग में सहायक संचालक दीप्ति अग्रवाल की बेटी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय कार्मेल स्कूल में हुई है। उन्होंने अपनी एमबीबीएस की पढ़ाई रायपुर मेडिकल कॉलेज से 2018 में पूरी की थी। वर्तमान में वह इंग्लैंड में मेडिकल की आगे की पढ़ाई कर रही हैं।
सुुखापाली गौठान की महिला समूह ने वर्मी खाद और केंचुआ बेच कर कमाए 2.58 लाख रुपए
जिले टॉप 10 गोठान में शामिल
रायगढ़, 22 मई2021/ छत्तीसगढ़ शासन की गोधन न्याय योजना को लेकर ग्रामीणों और किसानों में उत्साह है। इस योजना के तहत रायगढ जिले के गौठानों में नियमित रूप से गोबर की खरीदी हो रही है। गौठानों से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूहों गोबर से वर्मी कम्पोस्ट खाद के उत्पादन में जुटी है। जिले के सभी गौठानों में गोबर की खरीदी और वर्मी खाद तैयार करने की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। रायगढ़ जिले के विकासखण्ड बरमकेला के ग्राम सुखापाली की 10 सदस्यी महिला समूह ने जैविक खाद विक्रय कर 1 लाख 20 हजार 728 रुपये और केंचुओं की बिक्री से 1 लाख 37 हजार 500 रुपये सहित अब तक कुल 2 लाख 58 हजार 228 रूपए की आय अर्जित की है। गोधन न्याय योजना से प्रगति ग्राम संगठन की महिला स्व-सहायता समूह ने यह सिद्ध किया है कि यदि किसी भी काम को लगन से किया जाए तो उसका परिणाम सुखद ही होता है।
समूह की दीदी श्रीमति सरिता साहू, श्रीमति नर्मदा श्रीवास एवं श्रीमति रजनी साहू ने बताया कि कृषि विभाग के द्वारा वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार करने का नियमित प्रशिक्षण दिया जाता रहा है और आवश्यकता अनुसार सभी तकनीकी सहयोग दिया गया। यही कारण है कि वर्मी खाद्य का उत्पादन बेहतर हो सका है। जैविक खाद्य बनाने का कार्य सुखापाली गौठान में निरंतर जारी है तथा हम 10 सदस्यी समूह कि महिलाओं को लाभ हुआ हैं। उन्होंने बताया कि समूह की महिलाएं गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन करने वाली गृहणी है, जो कभी अपने दैनिक जरूरतों के लिए परेशान हुआ करती थी। जब से शासन द्वारा गौठान विकास का कार्य करते हुए गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोबर खरीदी और खाद उत्पादन को बढ़ावा दिया गया है तब से हमारे आजीविका के नए रास्ते खुले है। अब हम महिलाएं जैविक खाद्द तैयार करने में सक्षम हो गई है और गौठान में इसका निरंतर उत्पादन कर रहीं है।
गोधन योजना से खुला रोजगार का द्वार
गोधन न्याय योजना बहुत कारगर साबित हो रही है। वैश्विक महामारी कोरोना काल के दौरान ग्रामीणों के लिए आमदनी का बेहतर स्त्रोत बन कर उभरा है। जिसके कारण ग्रामीण अर्थव्यवस्था बनी हुई है। गौठान में गोबर खरीदी से अनेक प्रकार के रोजगार सृजन हुए है। प्रत्यक्ष रूप से गोबर बेचकर ग्रामीण लाभ कमा रहें है और गोबर से जैविक खाद और अन्य उपयोगी वस्तुओं का निर्माण कर महिला स्व-सहायता समूह भी लाभ कमा रहीं है। सहीं मायने में यह परम्पराओं के साथ विकास की ओर अग्रसर करने वाली योजना सिद्ध हो रहीं है।
रायगढ़, 22 मई2021/ स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय रायगढ़ में ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान विभिन्न ऑनलाइन गतिविधियाँ प्रतिदिन करायी जा रही हैं। इस दौरान बच्चों को शैक्षणिक के साथ-साथ कलात्मक तकनीकी शिक्षा एवं शारीरिक गतिविधियां आदि की जानकारी भी दी जा रही है। व्यायाम के द्वारा बच्चों को इस कोरोना जैसी महामारी में किस प्रकार उन्हें अपने शरीर को स्वस्थ रखना है इसकी जानकारी दी जा रही है।
ज्ञातव्य हो कि ऑनलाइन क्लास के माध्यम से विद्यालय के छात्रों को ओरिगामी, बिना उपयोग में लाये जाने वाली वस्तुओं से विभिन्न कलाकृति को बनाना, ड्राइंग, पेटिंग आदि प्रतिदिन सिखाया जा रहा है। इसके साथ-साथ स्पोकन इंग्लिश और हिन्दी पढऩे का अभ्यास निरंतर बच्चों से कराया जा रहा है, जिसमें बच्चों द्वारा रुचि ली जा रही है। इसी के साथ विज्ञान से संबंधित क्रिया-कलाप भी कराये जा रहे है। इन सभी गतिविधियों में छात्रों के साथ-साथ पालक भी इसका भरपूर आनंद ले रहे हैं। इसी श्रृंखला में विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती वंदना रोहिल्ला के मार्गदर्शन में और प्रधान पाठक श्री अजीत नायक, शिक्षक श्रीमती बेट्टी थॉमस, श्री भानु पटेल, श्रीमती विस्मिता मिश्रा के नेतृत्व में इन तमाम गतिविधियों का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है।