० बिलासपुर, दुर्ग में भी बढ़ रहे हैं केस
(रायपुर) छत्तीसगढ़ में कोरोना से अभी राहत मिली नहीं थी कि ब्लैक फंगस पांव पसारने लगा है। ब्लैक फंगस के केस बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को रायपुर में इलाज करा रही दो महिलाओं ने दम तोड़ दिया। दोनों को कोरोना को हराने के बाद ब्लैक फंगस की चपेट में आ गई थीं। इधर सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आज इसे महामारियों की सूची में शामिल करने की अधिसूचना जारी हो सकती है। गुरुवार को एम्स में चार केस और मिले। राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के 114 से अधिक केस मिले हैं। एम्स रायपुर में 78, आम्बेडकर अस्पताल में सात समेत बिलासपुर, दुर्ग व अन्य जिलों के अस्पतालों में भी भर्ती मरीजों का इलाज चल रहा है।
राजधानी रायपुर एम्स में इलाज करा रही एक 70 वर्षीय महिला की शुक्रवार को मौत हो गई। वे ब्लैक फंगस के संक्रमण से पीडि़त थीं। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले सर्जरी करके उनकी आंख और मस्तिष्क के फंगस प्रभावित टिश्यू निकाले गए थे। उनका इलाज जारी था, लेकिन जटिलताओं की वजह से उनको बचाया नहीं जा सका।
भिलाई की एक महिला ने रायपुर के ही एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया है। करीब 56 साल की इस महिला को कोरोना के बाद सांस संबंधी दिक्कतों की वजह से रायपुर में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद वे ठीक हो रही थीं, तभी उनमें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखे। इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। प्रदेश में अब तक पांच से छह मरीज ब्लैक फंगस की वजह से मर चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, महामारी की सूची में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है। इसपर विधि विभाग का अभिमत मांगा गया था। वह मिलते ही अधिसूचना जारी हो जाएगी।० बिलासपुर, दुर्ग में भी बढ़ रहे हैं केस
(रायपुर) छत्तीसगढ़ में कोरोना से अभी राहत मिली नहीं थी कि ब्लैक फंगस पांव पसारने लगा है। ब्लैक फंगस के केस बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को रायपुर में इलाज करा रही दो महिलाओं ने दम तोड़ दिया। दोनों को कोरोना को हराने के बाद ब्लैक फंगस की चपेट में आ गई थीं। इधर सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि आज इसे महामारियों की सूची में शामिल करने की अधिसूचना जारी हो सकती है। गुरुवार को एम्स में चार केस और मिले। राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के 114 से अधिक केस मिले हैं। एम्स रायपुर में 78, आम्बेडकर अस्पताल में सात समेत बिलासपुर, दुर्ग व अन्य जिलों के अस्पतालों में भी भर्ती मरीजों का इलाज चल रहा है।
राजधानी रायपुर एम्स में इलाज करा रही एक 70 वर्षीय महिला की शुक्रवार को मौत हो गई। वे ब्लैक फंगस के संक्रमण से पीडि़त थीं। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले सर्जरी करके उनकी आंख और मस्तिष्क के फंगस प्रभावित टिश्यू निकाले गए थे। उनका इलाज जारी था, लेकिन जटिलताओं की वजह से उनको बचाया नहीं जा सका।
भिलाई की एक महिला ने रायपुर के ही एक निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया है। करीब 56 साल की इस महिला को कोरोना के बाद सांस संबंधी दिक्कतों की वजह से रायपुर में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद वे ठीक हो रही थीं, तभी उनमें ब्लैक फंगस के लक्षण दिखे। इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। प्रदेश में अब तक पांच से छह मरीज ब्लैक फंगस की वजह से मर चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने बताया, महामारी की सूची में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही है। इसपर विधि विभाग का अभिमत मांगा गया था। वह मिलते ही अधिसूचना जारी हो जाएगी।
० ग्रामीणों को नक्सली बताकर गिरफ्तार करने का लगाया आरोप
सुकमा, 22 मई। नक्सलियों के कोन्टा एरिया कमेटी द्वारा पर्चा जारी कर पुलिस पर झूठे आरोपों में आम ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेलों में बंद करने का आरोप लगाया है। नक्सलियों ने पर्चे में केन्द्र राज्य सरकारों के नेतृत्व में नक्सली उन्मूलन के नाम पर विगत 15 दिनों में सुकमा जिले के कोन्टा एरिया कमेटी के अंतर्गत कई गांवों में पुलिस द्वारा हमला कर ग्रामीणों को गिरफ्तार कर बेदम पिटाई कर झूठे केसों में जेल में डालने का पुलिस द्वारा एक मई से पंद्रह मई तक अलग-अलग गांवों में हमला कर भय का माहौल पैदा किया गया है।
नक्सली पर्चे में किस गांव से कितनी गिरफ्तारी की गई है, उसके आंकड़ा के अनुसार ग्राम बोदा गुब्बाल के 10 लेंड्रा के 05 कुर्तीपारा के 03 पेन्टा के 03 चिंतागुफा के इक्कीसरेगडग़ट्टा के 02 एलाड़मडग़ु के 33 अरलमपल्ली के 37 तोयापारा के 03 और तोलनई के 05 सहित दस से बारह गांवों पर पुलिस हमला कर लोगों को कैम्प ले जाकर कुछ लोगों को करंट के झटके देने के साथ पिटाई करने का आरोप लगाया गया है। वहीं पर्चे में लिखा गया है की जो भी इसाई धर्म अपनाने से इनकार करता है उनकी पुलिस से पिटाई करवाकर गिरफ्तार करवाया जाता है। वहीं नक्सलियों ने मुखबिरी करने वालों को मौत की सजा देने की चेतावनी दी गई है।
सुकमा एसपी कन्हैया लाल ध्रुव ने नक्सलियों के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि जिले में अलग-अलग इलाकों में नक्सल घटनाओं में शामिल नक्सलियों पर कार्यवाही करते हुए गिरफ्तारी की गई है, जबकि निर्दोष लोगों के साथ किसी भी तरह की मारपीट नहीं की गई है, जिले में लगातार घटनाओं में शामिल नक्सलियों की धरपकड़ तेज की गई है, आगे भी नक्सलियों की गिरफ्तारी जारी रहेगी।
रायपुर, 22 मई । छत्तीसगढ़ में चक्रीय चक्रवात के प्रभाव से मौसम में बड़ा बदलाव होने वाला है। इस बदलाव के चलते हवा की दिशा भी बदलने वाली है। मौसम विभाग के अनुसार अब उत्तर पश्चिम से गर्म हवाओं के चलने के कारण आने वाले चार दिनों में गर्मी और बढऩे वाली है। संभावना जताई जा रही है कि चार दिनों में पांच डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने वाली है।
25 मई से नौतपा भी शुरू होने वाले हैं। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि शनिवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में गरज चमक के साथ छीटें पड़ सकते है। साथ ही हल्की बारिश भी संभावित है। चक्रवाती तूफान टाक्टे का प्रभाव कम होते ही अब मौसम फिर से सामान्य हो गया है और शुक्रवार को आसमान भी साफ रहा। दोपहर को तेज धूप के कारण उमस से बेचैनी और बढ़ गई। अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने से ज्यादा गर्मी बढ़ी। मौसम विभाग का कहना है कि अब गर्मी और बढऩे ही वाली है। हवा की दिशा भी बदल रही है और इसका प्रभाव ही पड़ेगा।
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि एक चक्रीय चक्रवाती घेरा पूर्वी उत्तर प्रदेश और उसके आसपास 3.1 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। यहीं से एक द्रोणिका तटीय कर्नाटक तक 1.5 किलोमीटर से 3.1 किलोमीटर ऊंचाई पर है। इसके साथ ही एक द्रोणिका उप हिमालयीन पश्चिम बंगाल से दक्षिण उडी़सा तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई पर है। उन्होंने बतायाकि इसके प्रभाव से ही शनिवार 22 मई को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में गरज चमक के साथ छीटें पड़ सकते है या बारिश संभावित है।
0-मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन प्लांट स्थापना की घोषणा की
रायपुर, 22 मई । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने निवास कार्यालय से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में नवनिर्मित डेडीकेटेड कोविड अस्पताल और कोविड लैब का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने जिले में नयी स्वास्थ्य सुविधा के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने इस मौके पर जिले में ऑक्सीजन प्लांट स्थापना की घोषणा भी की। लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने की। इस अवसर पर राजस्व मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लोकसभा सांसद ज्योत्सना महंत, मरवाही विधायक डॉ के. के. ध्रुव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तथा मुख्यमंत्री निवास से वन मंत्री मोहम्मद अकबर उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अब पूरे छत्तीसगढ़ के साथ-साथ गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले में भी कम हो रही है। नये मरीज भी अब कम आ रहे हैं। यह हम सबके लिए राहत की बात है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम निश्चिंत हो जाएं। पहली लहर के बाद जब कुछ महीनों के लिए कोरोना कम हो गया था, तब हम लोग थोड़े असावधान हो गए थे। उसी असावधानी की कीमत हम लोगों को आज चुकानी पड़ रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है, जो हो सकता है कि दूसरी लहर से भी ज्यादा चुनौती खड़ी कर दे, लेकिन यदि हम सब सावधान रहेंगे तो इस तीसरी लहर को आने ही नहीं देंगे। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही छत्तीसगढ़ का नया जिला है, यहां अलग ही तरह की चुनौतियां हैं, लेकिन इसके बावजूद हम सबने मिलकर कोरोना का मुकाबला सफलता के साथ किया है। शासन ने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में तेजी से संसाधन जुटाए हैं। हमने ज्यादा से ज्यादा लोगों का टेस्ट करके उनका उपचार सुनिश्चित किया है। श्री बघेल ने कहा कि कोरोना का मुकाबला हम पूरी मजबूती के साथ कर सकें, इसी सिलसिले में जिला मुख्यालय में 30 लाख रुपए की लागत से 66 बेड डेडीकेटेड कोविड अस्पताल की स्थापना की गई है। इस नये अस्पताल में वेंटीलेटर सहित सभी जरूरी सुविधाएं होंगी। अस्पताल के लिए एक वैंटीलेटर, 4 बाईपेप मशीन, सेंट्रल ऑक्सीजन पाइप लाइन स्थापित की गई है। डेडीकेटेड अस्पताल में 150 आक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था की गई है। अस्पताल में 44 सामान्य आक्सीजन बेड, 6 एचडीयू बेड तथा 6 आईसीयू बेड होंगे। इन्हें मिलाकर कुल 66 बिस्तरों वाला यह अस्पताल होगा। 6 बेड प्रेगनेंट, पोस्ट एवं प्री प्रेगनेंट कोविड मरीज महिलाओं के उपचार के लिए आरक्षित किए गए हैं। इस अस्पताल का संचालन चौबीसों घंटे होगा। 7 डॉक्टरों तथा 6 नर्सों की टीम यहां तैनात की गई है। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लोगों से मास्क लगाने, हाथों को सेनेटाईज करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा अपनी पारी आने पर कोरोना का टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि इस अस्पताल के शुरु हो जाने से अब गंभीर कोविड मरीजों का उपचार यहीं पर हो सकेगा। गंभीर मरीजों को दूसरे जिले में रिफर नहीं करना पड़ेगा। कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई को यह नया अस्पताल मजबूती देगा। राजस्व मंत्री एवं गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने नये जिले में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री और जिलेवासियों को बधाई दी। सांसद ज्योत्सना महंत ने कोरोना काल की विषम परिस्थिति में कोराना संक्रमण से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए कोविड अस्पताल शुरू करने पर मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। मरवाही विधायक डॉ. के.के. ध्रुव ने भी नए जिले में स्वास्थ्य सुविधा के लिए मुख्यमंत्री और जिलेवासियों को बधाई दी। लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, वन विभाग के प्रमुख सचिव मनोज पिंगुआ, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरुण कुमार पाण्डेय भी उपस्थित थे।
रायपुर, 22 मई । राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता मैं राज्य का नाम रोशन करने वाले खिलाडिय़ों को छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग ने पुरस्कृत करने का फैसला किया इस करोना की वजह से यह सम्मान समारोह कार्यक्रम वर्चुअल द्वारा स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम द्वारा 22 मई दोपहर 1:00 करेंगे उल्लिखित है कि राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता वर्ष 2018-19 और वर्ष 2019-20 मैं पदक विजेता खिलाडिय़ों को पुरस्कृत किया जाएगा जिसमें प्रथम स्थान प्राप्त खिलाडिय़ों को 21000 रु द्वितीय 15000 रु तृतीय 10000 रु दिया जाएगा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय द्दद्धड्डह्लद्यशठ्ठद्दड्ड के खिलाडिय़ों ने अपने खेल दमखम से ना कि छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया बल्कि बस्तर जिला और अपने स्कूल का नाम भी रोशन किया इन खिलाडिय़ों ने विभिन्न खेलों में जैसे बेसबॉल सॉफ्टबॉल डोजबॉल मैं राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन कर यह स्थान प्राप्त किया राज सरकार द्वारा यह सम्मान प्राप्त खिलाडिय़ों में कुमारी सुनीता कुमारी बेलमती दिनेश्वरी सरिता पायल माधुरी सुनीता बागरिया जागेश्वर गोकुल दया राम ने पुरस्कार की राशि प्राप्त किया इनके प्रशिक्षक श्री मोहम्मद साहिबा इन्हें अपने स्कूल में प्रशिक्षण देते हैं इस तमाम उपलब्धियों के लिए उनके विद्यालय प्राचार्य स्द्धह्म्द्ब एसएन लोनहारे एवं समस्त विद्यालय परिवार ने बधाई दिया।