रायगढ़, 28 मई2021/ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल ने जनपद पंचायत रायगढ़ ग्राम पंचायत भेलवाटिकरा के पंचायत सचिव श्री पंडितराम राठिया, ग्राम पंचायत बंगूरसियां के पंचायत सचिव श्री नानकून राठिया एवं ग्राम पंचायत कोतरलिया के पंचायत सचिव श्री नेपाल राठिया को कोरोना जैसे विशेष गंभीर परिस्थितियों में अपने कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरतने, बिना पूर्व सूूचना के अनुपस्थित रहने, 16 पंजी संधारण नहीं करने एवं उच्चाधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं करने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। निलंबन अवधि में तीनों पंचायत सचिव का मुख्यालय जनपद पंचायत रायगढ़ निर्धारित किया गया है।
रायगढ़, 28 मई2021/ कोरोना संक्रमण की शुरुआत हुए एक साल से अधिक हो चुके हैं। इस बीच जिले में भी संक्रमण का काफी असर देखने को मिला। पहले के मुकाबले दूसरी लहर ज्यादा संक्रामक साबित हुयी। जिले के शहरों के साथ गांवों में भी संक्रमण के मामले देखने को मिले। लेकिन इनके बीच 173 गांव ऐसे रहे जिन्होंने अपनी सामूहिक उत्तरदायित्व और अनुशासन के बदौलत कोरोना को अपने गांव में घुसने का मौका ही नहीं दिया। इन गांवों में कोरोना की पहली और दूसरी लहर को मिलाकर आज तक एक भी केस नही आये। वहीं जिले में आज 676 गांव ऐसे हैं जो संक्रमण से मुक्त हैं और जहां एक भी एक्टिव केसेस नही है।
कोरोना की संक्रामकता इतनी अधिक है कि इसको रोकने के लिए लॉकडाउन का सहारा लेना पड़ा है। लोग अपने घरों में बंद रहे। प्रशासन को विभिन्न ऐहतियाती कदम उठाने पड़े और प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया ताकि संक्रमण को आगे बढऩे से रोका जा सके। ऐसे में इन 173 गांवों की प्रतिबद्धता ने सिद्ध किया कि अगर हम ठान ले कि कोरोना को हराना है तो यह बिल्कुल मुमकिन है।
ये गांव आज हम सबके लिये न सिर्फ एक मिसाल हैं बल्कि वो अहम सीख है जो आने वाले दिनों में जिले को कोरोना से सुरक्षित रखने की बुनियाद बन सकती है। इन गांवों ने कोरोना प्रोटोकॉल पालन करने के लिए सेल्फ कन्टेनमेंट का मॉडल हमारे सामने रखा है। जिससे वे कोरोना के पहली और उससे ज्यादा भीषण दूसरी लहर में अभी तक अपने आप को बचा ले गए।
सामाजिक कार्यक्रमों की जनप्रतिनिधियों ने की खुद निगरानी
बरमकेला विकासखंड में गांव है कुधरगड़ी, यहां की सरपंच श्रीमती गायत्री पटेल ने बताया कि कोरोना के संक्रमण से गांव को बचाने तमाम जरूरी उपाय किये गए। लोगों को घरों से निकलते समय मास्क लगाने और लगातार हाथ धोने की समझाइश भी दी गयी। पंचायत की ओर से भी मास्क और सेनिटाइजर बांटे गए। बाहर से आने वालों को क्वारेन्टीन किया गया। इसके साथ ही सामाजिक दूरी बनाए रखने सामाजिक कार्यक्रमों को शासन द्वारा निर्धारित संख्या में ही लोगों की उपस्थिति में सम्पन्न कराने का बीड़ा गांव के सरपंच, पंच और कोटवार ने उठाया। ऐसे कार्यक्रमों की खुद निगरानी की। इस दौरान कोरोना गाइडलाइन्स का पालन सुनिश्चित किया गया। नतीजा ये रहा कि आज तक गांव में कोई कोरोना का केस नही आया है।
गांव में लगातार मुनादी कर लोगों को किया जागरूक
इसी प्रकार घरघोड़ा विकासखंड का ही एक गांव है पत्तरापाली, यहां भी कोरोना के एक भी मामला दर्ज नही किया गया है। गांव के सरपंच श्री आमालाल राठिया ने बताया कि गांव के लोगों को समय-समय पर मुनादी करा कर कोरोना से बचाव के लिए जागरूक किया गया की हमेशा मास्क पहने, हाथों की नियमित सफाई करें। बाहर से आने वालों की निगरानी की गयी। 03 लोग बाहर से आये थे उन्हें भी क्वारेन्टीन कर उनकी जांच की गयी। जिसमें वे नेगेटिव मिले। क्वारेन्टीन अवधि पूरा करने के बाद ही उन्हें जाने दिया गया। इसके साथ गांव के लोगों को समझाइश दी गयी कि लॉकडाउन का पालन करें, अनावश्यक बाहर न निकलें। जिसका परिणाम रहा कि गांव दोनों लहरों में कोरोना संक्रमण से अभी तक पूरी तरह से मुक्त रहा।
लॉकडाउन का किया पालन, गांव में ही रहे लोग
धरमजयगढ़ विकासखंड के लक्ष्मीपुर पंचायत का गांव है सेमीपाली खुर्द, यहाँ भी आज तक कोरोना का एक भी केस नही आया है। इसके पीछे यहां लॉकडाउन का पालन रहा साथ ही यहां लोग गांव में ही रहे। बाहरी संपर्क से दूरी बनाए रखी। नतीजन दोनों लहरों के दौरान भी यह गांव कोरोना संक्रमण से बचा रहा है।
676 गाँव अभी हैं कोरोना मुक्त
रायगढ़ जिला अंतर्गत 01 अप्रैल से आज तक 238 गांव कोविड मुक्त रहे हैं। यहां इस दौरान कोरोना संक्रमण का कोई भी केस नही आया है। अभी वर्तमान की स्थिति में 676 गांव ऐसे हैं जो कोविड मुक्त हो चुके हैं और जहां कोविड का कोई भी एक्टिव केस नहीं है। इसके लिए कलेक्टर श्री भीम सिंह के नेतृत्व में प्रशासन ने यहां लगातार मॉनिटरिंग की। गांव में केसेस मिलने पर तत्काल कांटेक्ट ट्रेसिंग करते हुए अन्य संक्रमितों को जल्दी ट्रैक कर उन्हें आइसोलेट या अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जिससे संक्रमण की चेन टूटे। इसके साथ ही गांव में जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और मितानिनों, सचिवों के माध्यम से कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया गया, पॉजिटिव लोगों की निगरानी और दवाई वितरण किया गया। जिससे ये गांव आज संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं।
ये गांव और यहाँ के लोगों ने हमें नियमों के अनुसरण और आत्मानुशासन की वो राह दिखायी है जिसके बूते हम कोरोना को हराने में सक्षम होंगे। इन्होंने दिखाया है कि अगर हमने ठान लिया कि हम कोरोना अनुकूल व्यवहार की अनदेखी नही करेंगे। सभी नियमों का पालन स्वप्रेरणा से करेंगे। लक्षण दिखने पर जांच व इलाज और बचाव के लिए टीके का उपाय अपनाएंगे तो कोरोना संक्रमण की रोकथाम बहुत जल्द संभव है। जब हमारे गांव और शहर कोरोना से यह जंग जीतेंगे तभी तो जिले को भी इस महामारी पर जीत हासिल होगी।
रायगढ़, 28 मई2021/ कलेक्टर श्री भीम सिंह के निर्देशन एवं सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल के मार्गदर्शन में अंतर्राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर कोविड-19 के गाईड लाईन का पालन करते हुये जिले के विभिन्न क्षेत्रों में माहवारी स्वच्छता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य पावना अभियान को जन-जन तक पहुंचाना ताकि रायगढ़ जिला पूर्ण रूप से सेनेटरी पेड युक्त जिला बन सके।
माहवारी स्वच्छता कार्यक्रम के दौरान एनएसस के छात्रायें जिन्होंने माहवारी संबंधित श्लोगन लिखकर, तो कहीं माहवारी स्वच्छता कंगन बनाकर स्वच्छता का संदेश दिया। इसी तरह बिहान से डीपीएम श्री अविक बासू द्वारा माहवारी व एनएसएस से बीकाम की छात्रा खुशबू, नवरंगपुर के सरपंच श्री लोचन पटेल व मोनिका इजारदार एमएचएम नोडल के द्वारा माहवारी स्वच्छता विषय पार्टी जन-जन तक पावना का उद्देश्य क्या है, की जानकारी आकाशवाणी के माध्यम से दी गई। ब्लड बैंक से अमितेश गर्ग व प्रदीप पंडा द्वारा माहवारी के दौरान अपने आप को साफ ना रखने के कारण जो बीमारी से ग्रसित है और जिन्हें ब्लड की आवश्यकता होती है उनके लिये आज 10 रक्तदाताओं ने माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर रक्त दान किया जिसमें से एक रक्तदाता आवास योजना के एक कर्मचारी सुश्री निलिमा गौतम है। सबसे बड़ी बात दिव्यांग होते हुये उत्तम पटेल ने माहवारी स्वच्छता के अवसर पर रक्त दान किया।
जिला पंचायत में सभी महिला कर्मचारियों के साथ-साथ महिला चपरासियों को जनपद सीईओ श्री सागर सिंह राज द्वारा महिला समूह द्वारा बनाया गये काटन पेड का वितरण किया गया जहां एडीओ रोशनी दुबे भी उपस्थित थी। जिला पंचायत के महिला कर्मचारियों के साथ ही साथ इस जागरूकता अभियान में स्वच्छ भारत मिशन के डीसी श्री निमेश साव व सलाहकार अर्जुन मेहर ने भी हिस्सा लिया व अपनी हथेली की छाप देकर माहवारी रजस्वला आखिर क्या है ये बला ना समझ कर पवित्र व पावन होने का संदेश दिया है।
रायगढ़, 28 मई2021/ वैश्विक स्तर पर कोरोना संक्रमण की विकरालता से सुरक्षित रहने के लिये जहां एक ओर कोरोना से सुरक्षा संबंधी जागरूकता का प्रसार जरूरी है, वहीं इसकी चपेट में आ चुके लोग जो कोविड सेंटर में रहकर ठीक होने की उम्मीद में है, को कोरोना की भयावहता व अपने परिजनों से भी न मिल पाने की त्रास के बीच ढांढस बंधाने एवं कष्ट व भय की स्थिति में उनके साथ होने का अनुभव कराने के प्रयास स्वरूप रायगढ़ जिले के अग्रणी महाविद्यालय किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय रायगढ़ के प्राचार्य डॉ.अंजनी कुमार तिवारी के निर्देशानुसार एवं डॉ.आनंद शर्मा के (विभागाध्यक्ष वाणिज्य)के मार्गदर्शन में महाविद्यालय के यूथ रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से प्राचार्य, डॉ.ए.के.तिवारी, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.ए.के.मेहर, डॉ.पी.बी.बैस, डॉ.आनंद शर्मा, डॉ.प्रीति षड़ंगी, श्री अशोक पटेल, श्री उत्तरा सिदार, श्रीमती विनीता पांडे, श्रीमती रंजना साहू, सुश्री रीनू मिश्रा, डॉ.श्वेता तिवारी, सुश्री लक्षेश्वरी कुर्रे, श्रीमती पूनम थवाईत, डॉ. रश्मि यादव, डॉ.सुषमा पटेल (यूथ रेडक्रॉस प्रभारी), श्री अमित धर दुबे, श्री तापस चटर्जी क्रीड़ा अधिकारी के आर्थिक संयोजन से शासन, प्रशासन एवं नगर निगम के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ समन्वय करते हुये रायगढ़ नगर के कोविड सेंटर्स में भर्ती कोरोना पीडि़तों की 5 दिवसीय (23 से 27 मई 2021 प्रतिदिन 100) भोजन व्यवस्था की गई। इस व्यवस्था में शामिल प्राचार्य एवं प्राध्यापकों द्वारा कोरोना पीडि़तों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर अपने परिजनों के मध्य पहुंचने की कामना करते हुये शीघ्रातिशीघ्र इस महामारी से मानवता को मुक्त करने की प्रार्थना की गई।
महाविद्यालय के यूथ रेडक्रास सोसायटी, एनएसएस एवं एनसीसी के स्वयं सेवकों के द्वारा कोविड-19 जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका रही है। इसमें यूथ रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा महाविद्यालय के अधिकारियो-कर्मचारियों के साथ-साथ जिले के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्यों/यूथ रेडक्रास प्रभारियों की बैठक लेकर शासन के निर्देशों का पालन करने के साथ-साथ कोविड.19 जागरूकता एवं प्रचार.प्रसार में सक्रियता लाने के लिये प्रेरित किया जाता रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम की उपस्थिति में यूथ रेडक्रॉस स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण दिया गया। महाविद्यालय में कोविड-19 जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार समिति का गठन किया गया। इसके अंतर्गत महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों को एक-एक कक्षा कोविड-19 के जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार के लिये सौंपा गया। प्राध्यापकों द्वारा विभिन्न कक्षाओं के छात्र-छात्राओं के माध्यम से पूरे जिले में विभिन्न माध्यमों से कोविड-19 जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। गंभीर बीमारियों से पीडि़त लोगों के लिये यूथ रेडक्रास प्रभारी डॉ.सुषमा पटेल के द्वारा 11 मई 2021 को रक्तदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय के 5 विद्यार्थियों के द्वारा रक्तदान किया गया। यूथ रेडक्रास स्वयंसेवकों के द्वारा दवाई वितरण, टेली कालिंग, रक्तदान आदि के माध्यम से कोविड-19 मरीजों की सेवा के लिये सहमति प्रदान की। स्वयंसेवकों के द्वारा 45 प्लस एवं 18 प्लस कोविड-19 टीकाकरण के लिये सक्रियता से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।
रायगढ़, 28 मई2021/ कलेक्टर श्री भीम सिंह ने सभी एसडीएम को होम आईसोलेशन में रहने वाले मरीजों के घरों की रेण्डम जांच करने के निर्देश दिये है। जिसके तहत एसडीएम रायगढ़ श्री युगल किशोर उर्वशा ने जूटमिल क्षेत्र एवं बनसिया गांव का औचक निरीक्षण किया। यहां उन्होंने लोगों द्वारा गाईड लाईन का पालन किया जा रहा है या नहीं इसकी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने मरीजों से भी बातचीत की और उनका हालचाल जाना तथा उन्हें कोविड गाईड लाईन्स का पालन करने के निर्देश दिये। इस दौरान नायब तहसीलदार श्री विक्रांत राठौर व राजस्व विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
ट्रक से 43 मवेशी जब्त, कोसीर पुलिस की कार्रवाई
कोसीर। दिनांक 27.05.21 के रात्रि गस्त, देहात पेट्रोलिंग दौरान थाना प्रभारी कोसीर निरीक्षक रूपेन्द्र नारायण साय को मुखबिर से सूचना मिली कि एक 12 चक्का ट्रक में सरसीवा तरफ से मवेशी लोड होकर सारंगढ तरफ जा रही है। सूचना पर थाना प्रभारी हमराह स्टाफ के साथ कार्यवाही करने ग्राम परसदा बडे रवाना हुये। मुख्य मार्ग पर थोड़ी देर बाद एक ट्रक 12 चक्का सरसींवा की ओर से तेज रफ्तार में आती दिखी जिसे पुलिस स्टाफ हाथ दिखाकर रोकने का इशारा किये पर ट्रक का चालक वाहन न रोक सारंगढ की ओर आगे भागने लगा। जिसका कोसीर पुलिस पीछा कर रही थी, ट्रक का चालक पुलिस से बचने गाड़ी इतनी तेज भगा रहा था कि भारतमाता चौंक सारंगढ़ के पास लॉकडाउन के दौरान सडक पर रखे हुए ड्रम को तोडते हुए ट्रक को भगाया। दानसरा बेरियर में भी स्टाफ रोकने का प्रयास किये नहीं रूका और सराईपाली रोड में भागने लगा जिसके बाद ट्रक का चालक मानिकपुर और बटाउपाली के बीच मेन रोड में ट्रक को छोडकर भाग गया। ट्रक को चेक करने पर ट्रक क्रमांक सीजी 14 डी 0531 के डाला में ठूस-ठूसकर 44 रास मवेशी को क्रूरतापूर्वक लोड किया गया था, जिसमें 01 रास मवेशी की मृत्यु हो गई थी। शेष 43 रास मवेशी एवं एक ट्रक वाहन को जप्त कर कोसीर पुलिस कब्जे में ली। मवेशियों को केडार के अमलडीह गौशाला में रखवाया गया है। ट्रक के चालक पर थाना प्रभारी द्वारा अप.क्र. 104/2021 धारा विरूद्ध 279 आईपीसी एवं छ0ग0 कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धारा- 4,5,6,10,11 (क) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। ट्रक के चालक एवं मालिक का पता लगाया जा रहा है।